Makeup में क्‍यों जरूरी है Primer

मेकअप से न केवल खूबसूरती में चार चांद लगता है बल्कि इससे व्‍यक्तित्‍व में आसानी से निखार भी आता है. मेकअप करने के कई तरीके बाजार में ईजाद हो चुके हैं.

मेकअप सही ढंग से करने की भी सलाह आपको बाजार से या फिर इंटरनेट से आसानी से मिल जाती है. प्राइमर भी मेकअप का एक हिस्‍सा है. लेकिन क्‍या आप जानती है मेकअप में प्राइमर की क्‍या जरूरत होती है.

प्राइमर से आपको एक स्मूद बेस मिलता है और ऑयली हिस्सों की चमक कम होती है. लेकिन जानकारी के अभाव में आप प्राइमर की जगह बेस के लिए बीबी क्रीम लगाती हैं तो आप गलत है. हम आपको बता रहे हैं मेकअप में प्राइमर की जरूरत क्‍यों होती है.

क्‍यों जरूरी है प्राइमर

प्राइमर आपके पसंदीदा फाउंडेशन या मॉश्चराइजर को पूरे दिन टिके रहने के लिए बेस प्रदान करता है. मेकअप से पहले प्राइमर लगाने से मेकअप आसानी और समान रूप से फैलने और टिके रहने में मदद करता है.

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अगर आप प्राइमर को और प्रभावी बनाना चाहती हैं तो इसमें लैवेंडर, जैस्मिन और एलोवेरा का इस्तेमाल करें, इससे त्‍वचा फ्रेश बनी रहती है.

प्राइमर त्वचा को पाउडर और फाउंडेशन को सोखने से रोकते हैं. साथ ही ये त्वचा को ऑयली होने से बचाते हैं.

प्राइमर चेहरे की हल्की झुर्रियों और फाइन लाइन्स को छुपाने का भी काम करते हैं. सिलिकॉन-बेस्ड पॉलिमर से बने प्राइमर आपकी त्वचा को स्मूद इफेक्ट भी देते हैं.

 कैसे प्रयोग करें प्राइमर

चेहरे को साफ करने के बाद, अच्छा मॉश्चराइजर या सनस्क्रीन लगाएं. फिर अपने पूरे चेहरे, गले, पलकों और आंखों के नीचे की त्वचा पर छोटे-छोटे बिंदुओं में प्राइमर लगाएं. अब इसे धीरे-धीरे मसाज करते हुए त्वचा के साथ मिलने दें. अब आपको मिलेगा एक साफ-सुथरा और स्मूद बेस. इसके बाद अब आप अपने मेकअप की शुरुआत कर सकते हैं.

चेहरे की झुर्रियों और फाइन लाइन्स को छुपाने के लिए प्राइमर को कंसीलर के साथ मिलाकर प्रयोग करें.

मैट फिनिश लुक के लिए प्राइमर और फाउंडेशन को अच्छी तरह मिलाएं. टी-ज़ोन (माथा, नाक और ठुड्डी का क्षेत्र) को ऑयल मुक्‍त  दिखाने और वहां की चमक छुपाने के लिए थोड़ा प्राइमर लगाएं.

अगर आपको बिना मेकअप वाला चेहरा पसंद है तो वहां भी प्राइमर आपकी मदद कर सकता है. यह उत्पाद आपके लिए एक हल्के फाउंडेशन के तौर पर काम आ सकता है.

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इन 4 मेकअप प्रोडक्ट्स का ऐसे करें इस्तेमाल 

सुंदर दिखने का खयाल किसी भी दूसरी चीज से ज्यादा लड़कियों व महिलाओं का आत्मविश्वास बढ़ाता है. उन्हें न सिर्फ सुंदर दिखना पसंद होता है बल्कि अपनी तारीफे सुनना भी काफी अच्छा लगता है. इसलिए वे खुद को और खूबसूरत बनाने के लिए मेकअप का  सहारा लेती हैं , ताकि सब बस उन्हें ही देखते रहें, लेकिन कई बार महिलाएं ब्यूटी प्रोडक्ट्स तो खरीदती हैं, लेकिन उन्हें जानकारी नहीं होती कि इसे कैसे इस्तेमाल करना है. ऐसे में वे खुद को खूबसूरत बनाने की कोशिश में सही तरीके से मेकअप नहीं कर पातीं  और अपना सारा रूप ही बिगाड़ लेती हैं.  इसलिए जानना जरूरी है कि कौन सा ब्यूटी प्रोडक्ट किस काम आएगा और उससे आप किस तरह अपनी खूबसूरती को बड़ा सकती हैं.  आइए जानते हैं

1. प्राइमर 

जैसा नाम वैसा काम. ये स्किन पर मेकअप के लिए एक स्मूद बेस बनाने का काम करता  है. ये स्किन को सोफ्ट लुक देकर स्किन टोन को भी एक जैसा करने का काम करता है. ऑयली स्किन के कारण चेहरे पर जो चमक होती है, उसे कम करता है, ताकि आयल के कारण आपकी स्किन से मेकअप न हट पाए. यकीं मानिए इसे अप्लाई करने के बाद आपका फाउंडेशन, कंसीलर  और पाउडर पूरे दिन टिका रहता है. यहां तक कि  इससे झुर्रियां  और फाइन लाइन्स भी  छिप जाती हैं , ताकि आप जब भी उस पर मेकअप करें,  तो वो एकजैसा लगने के कारण काफी अच्छा लगे.  अगर आपको अपना मेकअप लौंग लास्टिंग रखना है, इवन दिखाना है तो कभी भी प्राइमर को स्किप न करें.

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कैसे चुनें 

आप अपने पूरे चेहरे, गले व आंखों के नीचे की त्वचा पर उंगली पर थोड़ाथोड़ा प्राइमर लेकर लगाएं. फिर हाथों से मसाज करते हुए उसे स्किन में मिल जाने दें. इससे आपको स्मूद बेस मिलने से आप उस पर आसानी से मेकअप कर पाएंगी. आपको बता दें कि प्राइमर कई तरह के होते हैं , जैसे आयल बेस्ड प्राइमर, ये प्राइमर ड्राई स्किन के लिए बेस्ट होता है और स्किन पर थोड़ा सा शाइनी इफ़ेक्ट देता है. वहीं क्रीमी बेस्ड प्राइमर , नार्मल स्किन और ड्राई स्किन वालों के लिए परफेक्ट होता है. उसके बाद आता है वाटर बेस प्राइमर, ये वैसे तो सभी तरह की स्किन पर सूट करता है लेकिन खासकर उन्हें इसका इस्तेमाल करना चाहिए , जिन्हें ब्लेमिशेस की समस्या होती है. मिनरल बेस्ड प्राइमर सभी स्किन टाइप के साथसाथ सेंसिटिव स्किन पर काफी सूट करता है. साथ ही प्राइमर का टेक्सचर भी 2 तरह का होता है. मैट और शाइनी . मेट प्राइमर मेट फिनिश देता है वहीं शाइनी प्राइमर  चेहरे पर शाइनी लुक देता है. अगर आपकी स्किन ऑयली है तो आप भूलकर भी शाइनी प्राइमर का इस्तेमाल न करें, क्योंकि ये आपके मेकअप को भद्दा बनाने के साथसाथ आपके मेकअप को मेल्ट भी कर सकता है.

2. फाउंडेशन 

फाउंडेशन चेहरे के अन इवन टोन, झुर्रियों व दागधब्बो को हटाने का काम करता है. जिससे स्किन एकजैसी लगने के साथसाथ रंग में निखार आ जाता है. ये लिक्विड, पाउडर, स्टिक ,  क्रीम जैसी फोर्म्स में आता है.  लेकिन हमेशा  फाउंडेशन  खरीदते वक़्त इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि अपनी स्किन टोन से एक  या दो टोन नीचे वाला फाउंडेशन ही खरीदें . सिर्फ फाउंडेशन खरीदने से काम नहीं चलेगा बल्कि  यह जानना भी बहुत जरूरी होता है कि  अगर आपकी स्किन ऑयली है तो आप हमेशा लाइट या फिर आयल फ्री फाउंडेशन ही खरीदें. और अगर आपकी ड्राई स्किन है तो आपके लिए लिक्विड या मॉइस्चराइजर बेस्ड फाउंडेशन का चयन करना ही  बेस्ट रहेगा. बता दें कि लिक्विड फाउंडेशन सभी स्किन टाइप पर सूट करता है, तो क्रीमी  फाउंडेशन थोड़ा गाढ़ा होने के कारण ये ड्राई व नार्मल स्किन पर सूट करता है. स्टिक और पाउडर फाउंडेशन ऑयली स्किन के लिए परफेक्ट चोइज समझा जाता है.

कैसे चुनें 

आप अपनी फिंगर टिप्स पर फाउंडेशन को लेकर उसे थोड़ा थोड़ा चेहरे से लेकर गर्दन पर अप्लाई करें, फिर उसे अच्छे से मसाज करते हुए स्किन में ब्लेंड करें. इसके लिए आप स्पंज की मदद भी ले सकती हैं.  लेकिन इससे ज्यादा जरूरी है कि अपनी स्किन टोन के हिसाब से फाउंडेशन का चयन करें.  जैसे अगर आपको सूरज की रोशनी में अपनी स्किन पिंक नजर आती है  तो  आपका पिंक अंडरटोन है और अगर आपकी स्किन येलो नजर आती है तो आपका येलो अंडर टोन है, इसी के हिसाब से फाउंडेशन चुनें. इस बात का भी खास ध्यान रखें कि चेहरे पर कभी भी फाउंडेशन की 2 से ज्यादा लेयर नहीं लगानी चाहिए और न ही उसे पूरी रात के लिए स्किन पर लगा रहने देना चाहिए , क्योंकि इससे स्किन के ख़राब होने का डर बना रहता है.

3. कंसीलर 

अधिकांश महिलाओं के चेहरे पर दागधब्बे व  आंखों के नीचे कालेघेरे होते ही हैं. ऐसे में कंसीलर इन्हें छुपाने का काम करता है. आपके चेहरे पर अगर ज्यादा दागधब्बे हैं तो आप फाउंडेशन लगाने से पहले कंसीलर को अप्लाई करेंगे तो ज्यादा अच्छा रहेगा , वैसे आप इसका इस्तेमाल फाउंडेशन के बाद भी कर सकती हैं.

कैसे चुनें  

इसके लिए आप ब्रश या फिर अपनी फिंगर टिप की मदद लेकर इसे आंखों  के नीचे वाले कोने से लगाना शुरू करके लैशलाइन के कोने तक लगाएं. फिर अच्छे से मिलाएं, ताकि स्किन टोन एकजैसा नज़र आएं. चाहे तो इस पर दोबारा से भी फाउंडेशन की हलकी लेयर लगाई जा सकती है. लेकिन आपके लिए जरूरी है कि अपनी स्किन टोन के हिसाब से कंसीलर को चयन करने की. इस बात का ध्यान रखें कि आंखों के नीचे काले घेरे को छिपाने के लिए हमेशा अपनी स्किन टोन से 2 शेड नीचे का ही कंसीलर ख़रीदे, क्योंकि ये मर्ज़ होकर आपके स्किन टोन में ही मिल जाता है. बता दें कि अगर आपके चेहरे पर बहुत अधिक दाग धब्बे हैं तो आप पेंसिल कंसीलर का ही इस्तेमाल करें और अगर ऑयली स्किन है तो लिक्विड कंसीलर बेस्ट रहेगा.

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4. ब्लश 

अब बारी आती है, अपनी चीकबोन्स को हाईलाइट करने की. क्योंकि ये जरूरी नहीं कि हर महिला की चीकबोनस नैचुरली रूप से उभरी हुई हो. ऐसे में ब्लश की मदद से आप अपनी चीकबोनस की ब्यूटी को उभार कर यंग व ग्लो लुक पा सकती हैं. इस बात का ध्यान रखें कि अगर आप डे मेकअप कर रही हैं तो पिंक शेड अच्छा रहेगा , ये हर स्किन टाइप पर सूट करता है. वहीं अगर आप नाईट मेकअप कर रही हैं तो पिंक विद शिमरी शेड भी काफी अच्छा लगेगा. बस शेड के चयन में सावधानी बरतें. वैसे  डस्की स्किन टोन पर बर्गेंडी, प्लम , गोल्ड, रसबेर पिंक शेड्स अच्छे लगते हैं. वहीं फेयर स्किन पर पिंक, लाइट  कोरल और पीच शेड्स अच्छे लगते हैं. अब ये आपकी चोइज पर निर्भर करता है कि आप कौन सा शेड चुनती हैं.

कैसे चुनें 

आप स्किन पर स्मूद एप्लीकेशन के लिए  ब्रश  की मदद लें. फिर कंट्रोलिंग लाइन से चीक बोनस पर अच्छे से ब्लश को अप्लाई करके पाएं यंग व फ्रेश लुक. यकीं मानिए ये लुक आपके पूरे मेकअप की जान बन जाएगा. इस तरह अगर आप मेकअप टिप्स को फॉलो करेंगी तो आप खुद से घर पर अपना मेकअप मिनटों में कर पाएंगी.

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