पटाखे मैं अधिक नहीं फोड़ता – पुलकित सम्राट

धारावाहिक ‘क्योंकि सास भी कभी बहू थी’ में लक्ष्य विरानी की भूमिका से डेब्यू करने वाले अभिनेता पुलकित सम्राट दिल्ली के है. उन्होंने टीवी शो के अलावा मॉडलिंग और कई फिल्में भी की है. ‘फुकरे’ सीरीज की फिल्मों में उन्होंने अच्छा नाम कमाया और आगे बढे. उन्हें हर कहानी जो अलग हो आकर्षित करती है. हर नयी चुनौती उन्हें पसंद है. पुलकित का फ़िल्मी जीवन कमोवेश सफल रहा, पर उनका निजी जीवन सुखमय नहीं था. पहले उन्होंने अपने लम्बे समय से प्रेमिका रही श्वेता रोहिरा से शादी की, जो अभिनेता सलमान खान की राखी बहन है, कुछ सालों बाद तलाक भी हो गया. अभी उनकी फिल्म ‘तैश’ रिलीज हो चुकी है, जिसमें उनके काम को सराहना मिलने से वे खुश है. उनसे बात हुई, पेश है कुछ खास अंश.

सवाल- फिल्म को करने की खास वजह क्या थी?

ये विजय नाम्बियार की फिल्म है, जो इसके लेखक और निर्देशक है. उनके साथ काम करने की इच्छा मुझे पहले से थी. उन्होंने मुझे ये मौका दिया और मुझे सनी लालवानी की भूमिका दी. इसका नैरेशन और कहानी को जब मैंने सुना तो बहुत अच्छा लगा. इसके अलावा इसमें काम करने वाले सारे लोग, जो अलग विचार रखते है, उनके साथ अभिनय का मौका मिला. इससे मुझे बहुत कुछ सीखने को भी मिला.

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सवाल- इस भूमिका से खुद को कितना रिलेट कर पाए?

ये एक अलग तरीके का इंसान है, जो हैप्पी गो लकी का विचार रखता है. कभी-कभी थोडा फ़्लर्ट भी करता है. बाइक्स का शौक है और उससे लम्बी-लम्बी जर्नी पर चला जाता है. मैंने इस तरह की फिल्में नहीं की है और करने की इच्छा रखता था. मौका मिला तो, मैने किया और अच्छा रहा. मैं इससे बहुत अधिक रिलेट नहीं कर सकता.

सवाल- फिल्म में कठिन क्या था?

पहले थोडा कठिन लगा, लेकिन निर्देशक ने उसे सहज बनाया. मैंने भी जब सोच लिया कि मैं सेट पर मज़े करूँगा, तो डर गायब हो गया.

सवाल- अभिनय की प्रेरणा आपको कैसे मिली?

मुझे बचपन से अभिनय की इच्छा थी, परफोर्मिंग आर्ट और मनोरंजन के क्षेत्र में ही आना चाहता था. मैंने इसके अलावा कुछ सोचा नहीं और आज मैं खुश हूं कि वही काम कर रहा हूं.

सवाल- परिवार का सहयोग कितना रहा?

परिवार का बहुत सहयोग रहा. शुरू में थोड़ी चिंता हुई, पर उन्होंने सहयोग दिया. पिता पहले नाराज़ थे और दिल्ली में कुछ काम करने की सलाह दिया करते थे. तब माँ ने बहुत सहयोग दिया. अभी सब खुश है. परिवार के सहयोग के बिना कोई काम नहीं हो सकता.

सवाल- आप अपनी जर्नी से कितना खुश है?

मैं अपनी जर्नी से बहुत खुश हूं. मुझे शुरू से अनुभवी लोगों के साथ काम करने का मौका मिला है. मैंने हर काम से कुछ न कुछ सीखकर आगे बढ़ा हूं. आगे भी अच्छी फिल्में करना चाहता हूं.

सवाल- किस फिल्म ने आपकी जिंदगी बदली है?

मेरी पहली फिल्म बिट्टू बॉस और फुकरे इन दो फिल्मों ने मेरी जिंदगी को बदला है. मैं खुश हूं कि इन फिल्मों में काम करने का मौका मुझे मिला.

सवाल- किसी भी फिल्म में काम करने से पहले आप क्या देखते है?

मैं सबसे पहले उसकी कहानी को देखता हूं. इसके बाद बनाने वाले लोग, टीम, दूसरे कलाकार आदि को देखता हूं, क्योंकि अगर टीम अच्छी है तो काम करने में बहुत मज़ा आता है.

सवाल- अभी फिल्में ओटीटी प्लेटफॉर्म पर रिलीज हो रही है, आपकी सोच इस बारें में क्या है?

सभी माध्यम कलाकारों के लिए सही होता है. मैंने स्ट्रीट शो, थिएटर, म्यूजिकल वीडियो, टीवी और फिल्में भी कर चुका हूं. किसी भी माध्यम पर फिल्म रिलीज हो, इससे कुछ फर्क नहीं पड़ता . कलाकार हमेशा एक पैशन के साथ काम करता है. दर्शकों का मनोरंजन करना ही उसका उद्देश्य होता है.

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सवाल- अभिनय के अलावा क्या पसंद करते है?

मुझे म्यूजिक का काफी शौक है. मैं अभी पियानो बजाना सीख रहा हूं. गिटार भी बजाता हूं.

सवाल-कोरोना संक्रमण की वजह से इंडस्ट्री की आर्थिक स्थिति ख़राब हो रही है, इससे कैसे निकलने की जरुरत है?

केवल इंडस्ट्री ही नहीं पूरे विश्व की आर्थिक स्थिति ख़राब हो चुकी है. सभी को मिलकर धैर्य और सहानुभूति से निकलने की जरुरत है.

सवाल- कोई मेसेज जो देना चाहे?

वायरस अभी भी हवा में है, इसलिए खुद से अपना और अपने परिवार को सुरक्षित रखना न भूले. सभी गाइडलाइन्स को फोलो करें. हमेशा खुश रहने की कोशिश करें.

सवाल- उत्सव किस तरह से मनाने वाले है?

परिवार की तरफ से उत्सव में सालों से कुछ डोनेशन देते है.इसके अलावा साथ मिलकर भोजन करना, दिए जलाना, नए कपडे पहनना आदि करते है. पटाखे अधिक मैं नहीं फोड़ता, क्योंकि इससे पोल्यूशन बढ़ता है.

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