Interview: पहली बार मां के रोल में नजर आएंगी ‘दिल मिल गए’ एक्ट्रेस

धारावाहिक रिमिक्स में टिया आहूजा की भूमिका निभाकर चर्चित हुई अभिनेत्री श्वेता गुलाटी ने अभिनय के अलावा कई विज्ञापनों में मॉडलिंग और एंकरिंग भी की है. श्वेता को अभिनय में रूचि थी, पर वह एक्ट्रेस बनेगी इसका अंदेशा नहीं था. श्वेता एक थिएटर आर्टिस्ट भी हैं और उसे वह पहला प्यार मानती है. टीवी के अलावा उन्होंने फिल्मों और वेब सीरीज में भी काम किया है. स्वभाव से विनम्र श्वेता की आने वाली शो सब टीवी पर ‘तेरा यार हूं मैं है, जिसमें उसने एक मॉडर्न मां की भूमिका जान्वी बंसल की भूमिका निभाई है. गृहशोभा के लिए उन्होंने खास बात की. आइये जाने उनकी जर्नी और भूमिका के बारें में कुछ बातें उन्ही से.

सवाल-इस शो में क्या खास है, जिसकी वजह से आप इसे करने के लिए उत्साहित हुई?

इसकी कहानी बहुत अलग है. इसमें एक पिता और बेटे के रिश्ते को बताने की कोशिश की गयी है. इस शो में मुझे स्क्रीन पर माँ का दर्जा दिया गया है और ये किसी भी कलाकार के लिए बड़ा स्टेप होता है, क्योंकि पहले मैंने यंग लड़की की भूमिका निभाई है. इसलिए पहले मैंने अपने आप से इसे करना चाहती हूं या नहीं, इस बारें में सोची थी. कहानी सुनते ही मुझे बहुत अच्छा लगा. चरित्र बहुत ही प्यारा, सुलझा हुआ, स्नेह देने और लेने वाला है.

सवाल-पेंडेमिक में किस तरह की सावधानियां शूटिंग के दौरान बरती जा रही है?

चैनल की तरफ से सारी सावधानियां बरती जा रही है, साथ ही हम सब भी खुद अपना बहुत ध्यान रख रहे है. मास्क, सोशल डिस्टेंसिंग, हायजिन आदि सब कुछ का ख्याल रखा जा रहा है.

 

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Miliye Jahnvi Bansal se 31st August raat 9 baje #sonysab par. @sabtv

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सवाल-इस चरित्र को करने के लिए क्या-क्या तैयारियां करनी पड़ी?

इसे अधिक तैयार नहीं करना पड़ा, क्योंकि ऐसी माएं आपके आसपास है और किसी भी एक माँ को देख लेने से ही आपको इसकी भूमिका समझ में आ जाएगी. मेरी माँ इसमें सबसे बड़ी मेरी उदहारण है. मेरी माँ मेरे चरित्र की तरह हुबहू है. मैंने बचपन से ही अपने पिता से कभी डायरेक्टली बात नहीं की. जो भी बात कहनी होती थी माँ के जरिये कही है. पिता के साथ एक दूरी हमेशा रही है, जबकि माँ के बहुत करीब थी. इससे मुझे बोलने के तरीके, चालढाल सबकुछ समझ में आ गया.

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सवाल-बच्चे माँ के करीब हमेशा से होते है, जिसे देखकर कई बार पिता को अच्छा नहीं लगता, वे नेगलेक्ट महसूस करते है, इसकी वजह क्या मानती है?

मां बच्चे को 9 महीने कोख में रखकर जन्म देती है. इसलिए नैचुरली उसका जुड़ाव अलग होता है. जन्म के बाद ही उसका जुड़ाव पिता के साथ होता है, जबकि माँ के साथ प्रेगनेंसी के पहले दिन से वह जुड़ता है और माँ के लिए 9 महीने का ये एक एडवांटेज है, जिसे कोई नकार नहीं सकता.

सवाल-पिता के लिए क्या मेसेज देना चाहती है, ताकि उन्हें अपने बच्चे को लेकर कोई मलाल न हो?

माँ की कोख में बच्चा केवल नहीं पलता, बल्कि पिता की आँखों और सपनो में भी पलता है. पिता की महत्व बच्चे के जीवन में उतना ही होता है, जितना माँ का होता है. बचपन से ही पिता अधिक स्ट्रिक्ट न रहकर अगर दोस्ती का हाथ बढ़ाते है तो माता-पिता दोनों बच्चे के दोस्त बन सकते है, जो आज के माहौल में बहुत जरुरी है. दोस्ती की शुरुआत बाहर से न होकर घर से होनी चाहिए.

सवाल-आपने एंकरिंग,मॉडलिंग, एक्टिंग सब किया है, किस्में आपको सबसे अधिक अच्छा लगा और क्यों?

मैंने एंकरिंग और एक्टिंग टीवी, फिल्म और वेब सीरीज सबमें की है, पर मेरा पहला प्यार स्टेज है. मैं एक थिएटर एक्टर हूं इसलिए सबसे अधिक ख़ुशी और संतुष्टि स्टेज से मिलता है, क्योंकि इसमें आप लाइव परफॉर्म करते है, जिससे दर्शक आपको तभी या तो पसंद करती है या आपको नकार देती है. दर्शकों का प्यार और नफरत तभी मिलजाती है और लाइव परफॉर्म करने पर जो रोंगटे खड़े करने वाला अनुभव होता है वह किसी भी विधा में नहीं होता. उसकी तुलना किसी से नहीं की जा सकती.

सवाल-एक्टिंग में आना इत्तफाक था या सोचा था?

ये एक इत्तफाक ही था, क्योंकि मैंने कभी नहीं सोचा था कि मैं एक्टिंग करुँगी. हालाँकि अभिनय में मैं ठीकठाक थी, क्योंकि स्कूल में मैंने कई नाटकों में अभिनय किया है. स्टेज का डर मुझे कभी नहीं था.  मैं अपने कजिन के साथ एक ऑडिशन में उसका साथ देने के लिए गई थी और वहां मुझे भी ऑडिशन देने के लिए कहा गया. मैंने ऑडिशन दिया और चुन ली गई इसके बाद से मुझे पीछे मुड़कर देखना नहीं पड़ा.

सवाल-परिवार की प्रतिक्रिया क्या थी?

मेरे पिता बिलकुल भी नहीं चाहते थे कि मैं एक्टिंग करूँ. उनका कहना था कि अच्छे घर की लड़कियां एक्टिंग नहीं करती. पहले इंडस्ट्री में आना बदनामी हुआ करती थी. अभी तो सालों से काम कर रही हूं. जब उन्होंने मेरी पहली शो को स्क्रीन पर देखा और आसपास के लोग मेरे काम की तारीफ करने लगे, तब उन्हें अच्छा लगने लगा था. बाद में तो वे खुद मुझे बढ़ावा देने लगे अभीवे गुजर चुके है. अगर वे होते, तो इसनई शो के साथ खुद को अवश्य रिलेट कर पाते,क्योंकिमेरा और उनका रिश्ता भी कुछ ऐसा ही था. इस शो के जरिये मैं उन्हें ट्रिब्यूट दे रही हूं.

सवाल-इंडस्ट्री में अच्छे काम के लिए बहुत तनाव कलाकारों को होता है, क्या आपको कभी हुआ?

मुझे कभी तनाव नहीं आया, क्योंकि मुझे अच्छा काम रेस्पेक्ट्फुली मिला. इज्जत मैंने काम के द्वारा कमाया है. इंडस्ट्री ने मुझे ओपन आर्म से वेलकॉम किया है. मैने बीच-बीच में ब्रेक पर्सनल लाइफ के लिए भी बहुत लिया है. उस समय मैं आराम करती हूं. अपने आपको बर्नआउट नहीं करती. मैं अधिक काम नहीं करती, लेकिन जब भी काम की इच्छा होती है काम मिलता है. इस शो को करीब ढाई साल बाद कर रही हूं. बीच के ब्रेक में जिम किया, खाना खाया और बनाया. माँ के साथ समय बिताया. मुझे घर में रहकर परिवार के साथ समय बिताना बहुत पसंद है.

 

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Back to work trying to keep safe. So if you are reading this, you’re too close. Back off. 🙈 Work mode on in Covid-19 pandemic.

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सवाल-किस शो ने आपकी जिंदगी बदली और कैसे?

हर शो ने मेरी जिंदगी को कुछ न कुछ दिया है. ‘रिमिक्स’ शो ने मेरी जिंदगी को बहुत बदला है, उस शो से मुझे दर्शकों का बहुत प्यार मिला और मैं यहाँ तक पहुंची हूं.

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सवाल-गृहशोभा के ज़रिये क्या मेसेज देना चाहती है?

मैं सारी गृहणियों को कहना चाहती हूं कि हमसे ही सारा परिवार है. इसलिए अपने आप का ध्यान हमेशा रखें, ताकि आप पूरे परिवार की देखभाल कर सकें. खुद को कभी न भूलें. खुद को भी बहुत जतन और प्यार से पालें.

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