रिटायरमेंट के बाद नहीं होगी पैसे की दिक्कत

हर आदमी आम तौर पर चाहता है कि रिटायरमेंट के बाद या बुढ़ापे में उसका जीवन सुखमय रहे. अगर आप भी रिटायरमेंट के बाद आज की तरह ही सुख सुविधाओं वाली जिंदगी जीना चाहते हैं तो इसके लिए आज से ही रिटायरमेंट प्‍लानिंग शुरू कर दें.फाइनेंशियल प्‍लानर के मुताबिक अगर आप 40 साल की उम्र के हैं और आप 60 वर्ष की उम्र में रिटायर हो रहे हैं.

भारत में इन दिनों आम तौर पर लोग 80 साल की उम्र तक जीते हैं. अगर इस समय आपका मासिक खर्च 50,000 रुपये है तो 7 फीसदी महंगाई के हिसाब से आपको 60 से 80 उम्र के बीच आपको प्रति माह 2 लाख रुपया महीना चाहिए.

कैसे करें प्‍लानिंग

– मौजूदा उम्र : 40 साल

– रिटायरमेंट उम्र : 60 साल

– संभावित लाइफ : 80 साल

-मौजूदा मासिक खर्च : 50 हजार रुपये

– रिटायरमेंट के बाद मासिक खर्च : 2 लाख रुपये

– रिटायरमेंट फंड : 4 करोड़ रुपए

– मासिक निवेश : 40 हजार रुपये

– महंगाई दर : 7 फीसदी

फंड कितना हो

– अगर आप 60 से 80 साल की उम्र के बीच प्रति माह 2 लाख रुपये चाहते है तो आपके पास रिटायरमेंट के समय 4 करोड़ रुपये होने चाहिए.

– आप इस 4 करोड़ रुपये को सही जगह निवेश करके 9 फीसदी रिटर्न हासिल कर सकेंगे.

कैसे बनाएं फंड

– अगर आपकी उम्र 40 साल है और आपने अब तक कोई भी निवेश नहीं किया है तो आप अभी से प्रति माह 40,000 हजार रुपये जोड़ना शुरू कर दें.

– अगर आपको इस पर सालाना 12 फीसदी रिटर्न मिलता है तो अगले 20 साल में आपका 4 करोड़ रुपये का कॉपर्स तैयार हो जाएगा.

20,000 रुपये प्रति माह से भी बन जाएगा कॉपर्स

– अगर आप को लगता है कि आपके खर्चे अधिक हैं और आप हर माह 40,000 रुपये निवेश नहीं कर सकते हैं तो आप हर माह 20,000 रुपये बचाना शुरू कर सकते हैं.

– अगर आपकी सैलरी या इनकम सालाना 10 फीसदी बढ़ती है तो आप हर साल 10 फीसदी निवेश बढ़ाते जाएं.

– अगले 20 साल में आपका 4 करोड़ रुपये का कॉपर्स तैयार हो जाएगा.

कहां करें निवेश

– एक्सपर्ट्स का कहना है कि बड़ा फंड बनाने के लिए आप म्‍यूचुअल फंड में निवेश करें.

– अगर आप जोखिम नहीं उठा सकते हैं तो इक्विटी फंड में न जाएं.

आपके लिए बैलेंस फंड बेहतर रहेगा. इसमें थोड़ा डेट फंड होता है और थोड़ा इक्विटी फंड होता है.

– इसमें आपको सालान 12 फीसदी का औसत रिटर्न मिल जाएगा.

– अगर आप थोड़ा रिस्‍क उठा सकते हैं तो आप इक्विटी फंड में जा सकते हैं. इसमें आपको 15 फीसदी तक रिटर्न मिल जाएगा.

इन्‍वेस्‍टमेंट का करें समीक्षा

– आप अपने इन्‍वेस्‍टमेंट और इस पर मिलने वाले रिटर्न को हर साल रिव्‍यू करें कि आपको सालाना 12 फीसदी रिटर्न मिल रहा है या नहीं.

– इस बारे में अपने फाइनेंशियल प्‍लानर से भी बात करें.

– आम तौर पर लांग टर्म इन्‍वेस्‍टमेंट में रिटर्न में उतार चढ़ाव आता है.

– ऐसे में इसको लेकर घबड़ाना नहीं चाहिए.

जानें रिटायरमेंट के लिए उम्र के किस पड़ाव पर करनी चाहिए सेविंग

रिटायरमेंट के लिए हर कोई थोड़ी-थोड़ी सेविंग करता ही है. यह एक ऐसा समय होता है जो आपके जीवन में आराम के साथ-साथ कई तरह की चिंताएं भी लेकर आता है. बचत किन तरीकों से करनी चाहिए यह जानना भी सबसे अहम होता है. हमें यह मालूम होना चाहिए कि किस उम्र से रिटायरमेंट के लिए सेविंग करना शुरू करना बेहतर होता है.

आपको रिटायरमेंट को एक लक्ष्य बनाकर चलना चाहिए और उसी हिसाब से प्लानिंग करनी चाहिए. नौकरीपेशा लोगों के लिए रिटायरमेंट की उम्र आमतौर पर 60 होती है. सेविंग के लिए सजग रहने के बावजूद देखा गया है कि कई लोग रिटायरमेंट की प्लानिंग करने में देरी कर देते हैं. ऐसा इसलिए होता है क्योंकि उन्हें पता ही नहीं होता कि इसकी प्लानिंग कब से शुरू करनी चाहिए. हम आपको अपनी इस खबर में बता रहे हैं कि रिटायरमेंट के लिए कब से सेविंग करना बेहतर रहेगा.

युवा अवस्था:

वर्ष 1980 के बाद पैदा होने वाले लोग थोड़ी सी ही सेविंग करते हैं. इन लोगों में महंगी लाइफस्टाइल का शौक होता है. जैसे कि गैजेट्स रखना, रेस्टोरेंट में खाना खाना, ईएमआई पर चीजें खरीदना, एजुकेशन लोन लेना इत्यादि. इस उम्र में लोगों को रिटायरमेंट प्लानिंग से कुछ खास लेना-देना नहीं होता है. इस उम्र में जो लोग थोड़ा बुद्धिमान होते हैं उन्हें भी रिटायरमेंट की प्लानिंग की सुध बहुत बाद में आती है. नौकरीपेशा लोगों के लिए नौकरी का शुरूआती समय कार बंगला या एक लग्जरी लाइफ-स्टाइल मेंटेन करने में बीतता है. इस उम्र में आपको अपनी आय एक अंश रिटायरमेंट के लिए सेव जरूर करना चाहिए.

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35 से 45 साल की उम्र में:

यह वह उम्र होती है जब जिम्मेदारियां बढ़ती रहती हैं, जिससे फाइनेंस का दबाव बहुत अधिक रहता है. 35 से 45 वर्ष की आयु के दौरान आपको कई तरह की जिम्मेदारियां भी निभानी पड़ सकतीं हैं, लेकिन आपकी प्राथमिकता रिटायरमेंट के लिए सेविंग होनी चाहिए. आपको इस दौरान अपनी आय का 20 फीसद हिस्सा रिटायरमेंट के लिए बचाना शुरू कर देना चाहिए, आप इसे 40 से 50 फीसद तक भी ले जा सकते हैं.

रिटायरमेंट से कुछ समय पहले:

रिटायरमेंट के करीब बच्चों की शिक्षा और शादी के लिए रिटायरमेंट सेविंग बहुत जरूरी होती है. यह फेज हर व्यक्ति की लाइफ में आता है. अगर आपको लगता है कि आप पर शिक्षा संबंधी बहुत सारी जिम्मेदारियां आने वाली हैं तो आपको अपनी आय का 15 फीसद हिस्सा सेव करना ही चाहिए.

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