Women’s Day 2024: स्क्रबिंग- कहीं आप भी तो नहीं करती ये गलतियां 

खूबसूरत, स्मूद व ग्लोइंग स्किन पाने के लिए हम सभी स्क्रबिंग का सहारा लेते हैं. क्योंकि एक्सफोलिएशन यानि स्क्रबिंग से हमारी आउटर लेयर यानि एपिडर्मिस से डेड स्किन रिमूव जो होती है. साथ ही ये पोर्स को बंद करके आपके रंग में निखार लाने का काम करता है. लेकिन ये भी एक सच्चाई है कि अगर आप अपने चेहरे को लंबे समय तक साफ नहीं करते हैं तो स्किन डल होने के साथसाथ उस पर ब्लैकहेड्स, वाइटहेड्स के साथसाथ पिगमेंटेशन की भी शिकायत होने लगती है. ऐसे में जरूरी होता है अपने स्किन केयर रूटीन में स्क्रबिंग को ऐड करने की. लेकिन हम अकसर  स्क्रबिंग करते वक्त कुछ सामान्य सी गलतियां कर बैठते हैं , जिससे हमारी स्किन पर खरोच, कट्स , रेडनेस व जलन जैसी समस्याएं पैदा हो जाती है . इसलिए आपके साथ ऐसी परेशानी न हो, इसलिए कुछ बातों का ध्यान रखना बहुत जरूरी है. इस संबंध में जानते हैं कोस्मोटोलोजिस्ट पूजा नागदेव से.

1. टाई ओनली नेचुरल स्क्रबर 

पौधों , बीजों  व फलों से उत्पन होने वाले  नेचुरल स्क्रबर चेहरे व शरीर के लिए बेस्ट माने जाते हैं. कानों पर स्क्रब करने के लिए हमेशा सोफ्ट ग्रैन्यूल्स का ही इस्तेमाल करने की सलाह दी जाती है . उदाहरण के लिए वालनट शैल काफी कठोर स्क्रबर  होता है. जिसे अगर स्किन पर तेजी से रब किया जाता है, तो स्किन रेड पड़ने के साथसाथ लाल भी पड़ सकती है. वहीं दूसरी तरफ पपाया सीड पाउडर, अनार के बीज का पाउडर व ऑरेंज पील पाउडर काफी माइल्ड स्क्रबर होते हैं , जो फेस को क्लीन करने के साथसाथ किसी तरह का कोई नुकसान भी नहीं पहुंचाते हैं. इनका इस्तेमाल हर तरह की स्किन के लिए बेस्ट माना जाता है. हमेशा सल्फेट और पैराबीन फ्री नेचुरल इंग्रीडिएंट्स से बने स्क्रबर का ही इस्तेमाल करें.

2. जेंटली एक्सफोलिएट 

जब भी आप चेहरे पर स्क्रब करें तो आपको अपनी उंगलियों की मूवमेंट का खास ध्यान रखना होगा. आपको अपने फेस पर उंगलियों की मदद से सर्कुलर मोशन में आराम से मसाज करनी होगी. इससे अच्छे से डेड स्किन भी रिमूव होती है और आपकी स्किन को भी कोई नुकसान नहीं पहुंचता है. लेकिन अगर आप जल्दबाजी में स्किन पर स्क्रबिंग करेंगे तो इससे स्किन पर कट पड़ने के साथसाथ स्किन रेड भी हो सकती है.

3. स्किन टाइप को पहचानना जरूरी 

ये बहुत जरूरी है कि अपने स्किन टाइप को पहचान कर उसी के हिसाब से स्किन पर स्क्रब  करना चाहिए. क्योंकि जहां इससे स्किन को कोई नुकसान नहीं होता है, वहीं स्किन पर बेहतर रिजल्ट भी मिल पाता है. कुछ खास तरह के दानों को ड्राई स्किन के लिए सही नहीं माना जाता, क्योंकि इनके कारण स्किन और अधिक ड्राई हो सकती है. वहीं कुछ ऑयली स्किन के लिए उपयुक्त नहीं होते हैं , क्योंकि ये सीबम के उत्पादन को और अधिक प्रेरित करने का काम करते हैं.  इसलिए एक्सपर्ट्स यही सलाह देते हैं कि अगर आपकी ऑयली है तो आपको हमेशा जैल बेस्ड प्रोडक्ट्स ही इस्तेमाल करने चाहिए. और अगर आपकी काफी ज्यादा ड्राई स्किन है तो आपको क्रीम या फिर आयल बेस्ड प्रोडक्ट्स ही यूज़ करने चाहिए. यकीन मानिए अगर आप स्किन टाइप के हिसाब से नेचुरल स्क्रबर का इस्तेमाल करेंगी तो आपकी स्किन चमकदमक उठेगी.

4. एक्सफोलेशन के बाद क्लोज पोर्स 

अकसर हम सब ये गलती करते हैं कि स्क्रबिंग के बाद क्रीम या फिर मॉइस्चराइजर को अप्लाई नहीं करते हैं. जबकि आपको बता दें कि स्क्रब करने से पोर्स ओपन हो जाते हैं ऐसे में आप स्क्रब के तुरंत बाद चेहरे पर मॉइस्चराइजर, फेस क्रीम, फेस आयल, सनस्क्रीन , सीरम को अप्लाई करके पोर्स को बंद करके मोइस्चर को लौक करें, जिससे स्किन हाइड्रेट व ग्लोइंग दिख सके.

5. स्क्रब की क्वांटिटी भी ध्यान रखें 

अकसर हम यही सोचते हैं कि जितना ज्यादा ब्यूटी प्रोडक्ट क्वांटिटी में इस्तेमाल करेंगे उतना ज्यादा फ़ायदा मिलेगा. जबकि ये सच नहीं है. अगर बात करें स्क्रब कि तो आपको फेस के लिए कोइन साइज अमाउंट में स्क्रब की जरूरत होती है और छोटा चम्मच बाकी जगह पर लगाने के लिए . इससे आपकी स्किन को फायदा मिलने के साथसाथ उसे कोई नुकसान भी नहीं पहुंचाता है. तो फिर स्क्रबिंग के सही तरीकों को अपनाकर अपनी स्किन को बनाएं चार्मिंग.

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