नए रिश्तों के साथ एडजस्टमेंट

शादी एक ऐसा बंधन  है जिसमें कई नए रिश्ते आपकी जिंदगी के साथ जुड़ जाते हैं. आप एक बेटी से बहू, पत्नी, भाभी, चाची, मामी और न जाने क्या-क्या रिश्तो में बंध जाती हैं.  हर रिश्ते की आपसे कुछ अपेक्षा होती है.

लेकिन हर रिश्ता इमानदारी और खूबसूरती के साथ निभाने के लिए बहुत जरूरी है कि  पति पत्नी एक दूसरे को समझे. शादी के बाद बनने वाले हर नए रिश्ते को लेकर धैर्य के साथ सोच-विचार करें न कि आरोप- प्रत्यारोप.

एक सच यह भी है कि लड़की अपना घर छोड़कर दूसरे घर में जाती है. ऐसे में उसे वहां के लोगों को और माहौल को समझने में कुछ समय तो लगेगा.

लेकिन यदि आपस में मतभेद बढ़ रहे हों और आप इस नये परिवार के साथ सामंजस्य नहीं बिठा पा रही हों, तब ऐसे में दोनों पति-पत्नी को मिलकर इस समस्या का समाधान निकालना चाहिए.

जब कोई लड़की अपने पति के परिवार के साथ रहना पसंद ही नहीं करती, वे शादी के बाद पति के साथ अलग घर में रहने की मांग करने लग जाती हैं. इसके पीछे कई वजह हो सकती हैं जैसे अनुकूलता, मतों में टकराव आदि.

केस 1- सुगंधा  जो कि एक आइ टी प्रोफेशनल हैं कहती हैं कि जब वह शादी से पहले अपने पति के मां बाप से मिलीं तो उनका व्यवहार  बहुत नरम था और धीरे धीरे उसके ससुराल वालो के साथ उसका , एक बहुत अच्छा रिश्ता बन गया था. लेकिन जैसी ही उसकी शादी हुई न केवल उसकी सास बल्कि उसके ससुर भी पहले से बिल्कुल बदल गये. वह सुगंधा को केवल भारतीय कपड़े पहनने को बोलते और सलाह देते कि वह सब काम ससुराल के अनुसार ही करे. अपने मन से कुछ भी करने पर  वह  उसके साथ बहुत दुर्व्यवहार करते .

ये भी पढ़ें- पैसा रिश्तों में खटास की पहली वजह

केस 2-35 साल की सौम्या कहती हैं कि उसकी सास को उसके ऑफिस जाने की टाइमिंग से समस्या है. सौम्या की अरेंज मैरिज है और उसकी सास को उसकी जॉब का पहले से ही पता था. लेकिन जैसे ही उसकी शादी हुई उसकी सास का व्यवहार एक दम से बदल गया. वह कहती हैं कि,” मै कभी कभार ऑफिस से लेट हो जाती हूं. इससे मेरे पति को कोई समस्या नहीं है लेकिन मेरी सास को यह अच्छा नहीं लगता. एक दिन मेरे ससुराल वालों ने मुझे जॉब छोड़ने के लिए कहा क्योंकि वे मानते हैं कि महिलाओं के लिए देर से घर आना सुरक्षित नहीं है. इसके बाद वह कहने लगे कि घर के कामों में हेल्प कराने के लिए मुझे यह जॉब छोड़ देनी चाहिए”. इन सब बातों से तंग आकर सौम्या अब अपने पति के साथ अलग रहती है.

केस 3- तोषिता जोकि एक मीडिया प्रोफेशनल हैं कहती हैं कि मेरी सास मुझे मेरी पति को सिखाने के आरोप भी लगाती है. शादी से पहले मुझे बहुत स्पेशल तरीके से ट्रीट किया जाता था. परन्तु शादी के बाद मुझे मेरा ससुराल मेरी अपेक्षाओं से एकदम हट कर मिला. मेरे ससुराल वाले मुझे वह चीज करने को कहते हैं जो मेरे हिसाब से बहुत पुराने जमाने की हैं. जबकि मेरे पति अपने सारे निर्णय खुद से लेते हैं फिर भी मेरी सास को यह लगता है कि मै उन्हें मेरे निर्णय लेने पर मजबूर कर रही हूं.

रिलेशनशिप एक्सपर्ट और कंसल्टेंट साइकेट्रिक स्वाति मित्तल का मानना है कि सास और बहू में जनरेशन गैप होता है. जो कि इस रिश्ते को और भी बद्तर बना देता है. पहले सास अपने बच्चो को सफल देख कर खुश रहती थी. लेकिन अब उनमें एक भय आ गया है कि अब  घर की चाबियां अपनी बहु को सौंपनी पड़ेंगी. वह घर अलग ढ़ंग से चलाती थी और चूंकि उनकी बहु नए खयालात वाली है तो वह घर को अलग ढंग से चलाएगी.

ये भी पढ़ें- रखें घर की सैल्फ रिस्पैक्ट का ध्यान

वे आगे कहती हैं कि यदि पति पत्नी अलग रहने का निर्णय कर भी लेते हैं तो उनको एक बार अपने माता पिता की सहमति अवश्य ले लेनी चाहिए. यदि उन्हें इस बात से कोई दिक्कत नहीं है तो वह अलग रह सकते हैं. अलग रहने के बाद अपने माता पिता को भूल ही नहीं जाना है बल्कि समय समय पर उनसे मिलते रहें. उनका हाल चाल पूछते रहें ताकि आपके घर वाले भी आपसे खुश रहें और आप का पार्टनर भी.

सीधी सी बात है एक अच्छे रिश्ते की नींव तभी पड़ेगी जब उनमें किसी भी प्रकार की मजबूरी ना हों. आपसी मतभेद न हों साथ ही खुलकर बात कर सकने की क्षमता हो. तभी आप सकारात्मक ऊर्जा से भरपूर हर रिशता बखूबी जी पायेंगी.

अनलिमिटेड कहानियां-आर्टिकल पढ़ने के लिएसब्सक्राइब करें