वेलनेस से जुड़ी है फिटनेस-शिल्पा शेट्टी कुंद्रा

फिटनेस दिवा के नाम से मशहूर एक्ट्रेस शिल्पा शेट्टी कुंद्रा एक्ट्रेस के अलावा व्यवसायी, निर्माता, मौडल, ब्रिटिश रियलिटी टीवी शो ‘बिग ब्रदर 5’ की विजेता और एक सफल मां भी है. उन्होंने अपने जीवन को बहुत ही संजीदगी से जिया है, इसलिए जब भी मिलती है खुश दिखती है. उन्हें फिट और हेल्दी रहना पसंद है और जिसके लिए वह हमेशा तत्पर रहती हैं. बी नैचुरल की ब्रांड एम्बेसेडर शिल्पा शेट्टी से पेश है बातचीत कुछ अंश…

किसी भी ब्रांड से जुड़ते वक़्त आप किस बात का खास ध्यान रखती है?

मैं उस ब्रांड की बारीकी से जांच करती हूं, उनका दावा कितना सही है इसे परखती हूं. इसके अलवा अगर वह खाने-पीने की उत्पाद है तो उसे परिवार में परिचय करवा सकती हूं या नहीं इसे भी देखती हूं, क्योंकि मेरी ये जिम्मेदारी है कि मैं सही प्रोडक्ट को लोगों तक पहुंचाऊ.

नेचुरल रहना किसी व्यक्ति के लिए कितना मुश्किल होता है?

वह आप पर निर्भर करता है कि आप इसे कैसे लेते है. मैं हमेशा रियल रहना पसंद करती हूं. उसमें एक सादगी रहती है और मैंने वैसे ही अपनी जिंदगी जी है. इसमें कुछ याद नहीं रखना पड़ता कि कब मैंने क्या कहा था. बनावटी होने पर कई बार अपनी पिछली बातों को भूल जाते है, जो आपके किसी भी रिश्ते के लिए खतरा होता है. हमेशा सच्चाई के पथ पर रहना अच्छा होता है, क्योंकि सच्चाई ही आगे तक जाती है.

गर्मियों में डिहाइड्रेशन की समस्या आम होती है, आप इसका ध्यान कैसे रखती है?

मैं कोशिश करती हूं कि गरमी में तरल पदार्थ अधिक लूं. मैं जूस पीती हूं, पर उसे लेने से पहले उसमें थोड़ा पानी भी मिला लेती हूं. इससे उसका शुगर लेवल थोड़ा कम हो जाता है. इसके अलावा मैंने पहली बार एक सेलेब्रिटी एप लौंच किया है जो फिटनेस और वेलनेस के बारें में बताती है इसमें मैंने कोशिश की है कि अधिक से अधिक महिलाएं और पुरुष फिट और स्वस्थ रह सकें. फिटनेस से अधिक जरुरी है वेलनेस. जब आप स्वस्थ रहते है तो अच्छा सोच सकते है इससे आपका मानसिक स्वास्थ्य भी सही रहता है.

फिट रहना सबके लिए क्यों जरुरी है?

फिटनेस का अर्थ हर व्यक्ति के लिए अलग होता है. कुछ लोग फिटनेस को स्लिमनेस के साथ जोड़ते है. जिसका अर्थ उनके साइज़ से होता है. मेरे हिसाब से अगर कोई साइज़ 12 होकर खुश है तो उसमें कोई ख़राब बात नहीं, लेकिन 6 साइज़ लेकर वह रोज दुखी होकर जिए तो ठीक नहीं. फिटनेस मेरे लिए वेलनेस से जुड़ा होता है और ये फिटनेस केवल शारीरिक नहीं, बल्कि मानसिक भी होती है. आज के जिंदगी में हम उसे खो चुके है. हर कोई अपने उद्देश्य की तरफ भाग रहा है. हर चीज ऊपर-ऊपर से वे कर रहे है. फिटनेस पर ध्यान देने के लिए मैंने इस एप को लौंच किया है. केवल महिलाएं ही नहीं, उनके पति जिनके पास समय और पैसे की कमी है. इसके द्वारा गोल ओरिएंटेड प्रोग्राम, न्यूट्रीशन प्लान और खान-पान की सारी जानकारी उन्हें मिल सकती है. रोज प्राणायाम करना भी सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होता है. मेरा फिट रहने का मंत्र ‘स्वस्थ रहो मस्त रहो’ है. सबके लिए एक बैलेंस रूटीन का होना आवश्यक है.

अभिनय का यह एक बेहतरीन दौर है, इसमें आप न के बराबर काम कर रही है, इसकी वजह क्या है?

मैं हर काम उत्सुकता के साथ करती हूं. चाहे अभिनय हो या फिटनेस किसी भी काम में मैं अपना सौ प्रतिशत देती हूं. जब मैं घर पर होती हूं तो पूरी तरह से हाउसवाइफ हो जाती हूं. मैं माँ हूं,लेकिन घर पर रहने पर भूल जाती हूं कि मैं एक अभिनेत्री हूं. इसमें मुझे ख़ुशी मिल रही है. हाँ इतना जरुर है कि अगर कोई सही कहानी मुझे मिलती है, तो मैं उसे करने के लिए अब तैयार हूं.

मां के साथ बिताया कोई पल जिसे आप हमेशा मिस करती है?

मां मेरे साथ रहती है. पिता के गुजरने के बाद मैंने महसूस किया है कि जितना समय मैं उनके साथ बिता सकूं उतना अच्छा होगा, क्योंकि कुछ चीजें ऐसी होती है कि जब आपको मिलती है, तब आप उसकी वैल्यू नहीं समझते,लेकिन बाद में पछताते है. मैं ऐसा नहीं करना चाहती इसलिए आजकल मैं मम्मी ओरिएंटेड हो गयी हूं. माता-पिता का आपके सिर पर रखा हाथ आपको हमेशा आगे बढ़ने में मदद करता है.

आप हमेशा मुस्कराती है, इसकी वजह क्या मानती है?

हैप्पीनेस आपके दिमाग के स्तर को बताती है. मैं हमेशा से ही खुश रहना पसंद करती हूं. मैं फिल्में बिल्कुल भी नहीं कर रही हूं, लेकिन मुझे लोगों का प्यार बहुत मिलता है. जो भी काम मैं करती हूं दर्शक मुझे बढ़ावा देते है. ख़ुशी उसी का प्रतिबिंब है.

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