अकेले सफर पर जाने से पहले जान लें ये बातें

अकेलापन कोई अभिशाप नहीं है. उस के अपने गुण हैं जो एक व्यक्ति को सम्पूर्ण बनाते हैं और बहुत से तनावों से दूर रखते हैं. यदि आप अकेले अपनी मंजिल की डगर पर इस अहसास के साथ चल दें कि जिंदगी के द्वारा दिए गए वक्त में से उन लम्हों की भरमार है जो केवल आप के अपने हैं. इन में किसी की भी दखलंदाजी नहीं होगी. कहां कितनी देर ठहरना है, किस तरह की मस्ती करनी है, क्या खाना है और क्या खरीदना है ये सारे फैसले आप के अपने होंगे तो यकीन मानिये, आप जिस ख़ुशी का अनुभव करेंगे उस की कोई तुलना नहीं हो सकती. एक जूनून और कुछ नया खोजने की चाह आप के जीवन में नया रोमांच भर देगी. एक या दो का साथ सामाजिक सुरक्षा के लिए सही हो सकता है पर जहां उस की जरुरत न हो, यह एक गुण है. अकेले सफर के अपने फायदे हैं.

अकेले घूमने जाएं पर इन बातों का ख़याल जरूर रखें ;

1. सुरक्षा के लिए ट्रैवल इंश्योरेंस जरूर करा लें. ट्रैवल इंश्योरेंस कराने के बहुत सारे फायदे हैं. इस में यात्रा के दौरान आप को होने वाली दिक्कतें भी कवर की जाती हैं. ट्रैवल इंश्योरेंस कवर में एक्सीडेंट, सामान की चोरी, पासपोर्ट की चोरी, फ्लाइट में देरी, टिकट कैंसिलेशन, हाइजैकिंग और बीमारी का खर्च आदि शामिल होता है.

2. सार्वजनिक वाईफाई का प्रयोग करने से पहले आप के पास वीपीएन एप अवश्य होना चाहिए. ध्यान रखें कि जब आप सार्वजनिक वाईफाई का इस्तेमाल करते हैं तो आप का पर्सनल डाटा कोई भी हासिल कर सकता है. इस से बचने के लिए वीपीएन एप का प्रयोग करें. यह आप को ऑनलाइन धोखाधड़ी से बचाता है. इस के जरिये आप किसी भी शहर के वेबसाइट पर अपनी भाषा में कोई भी चीज ढूंढ सकते हैं.

ये भी पढ़ें- मस्ती भरा हो अकेला सफर

3. जब दूसरे शहर में हों तो होटल या हॉस्टल का 2-3 विजिटिंग कार्ड हमेशा अपने साथ रखें. कई बार नाम याद नहीं रह पाते ऐसे में लोकल लोगों से कार्ड दिखा कर रास्ता पूछ सकते हैं. इसी तरह अपनी जेब में अपने घर, मातापिता, दोस्तों, रिश्तेदारों के नाम पते नंबर लिख कर ऐसे रखें कि किसी को भी आसानी से मिल जाएं.

4. नया रास्ता, पता, बस या ट्रेन की जानकारी पुलिसवाले, दुकानदार आदि से पूछें. कम-से-कम 2-3 लोगों से कन्फर्म करें. कितना किराया होगा, इस की भी जानकारी ले लें.

5. अनजान लोगों को यह न बताएं कि आप कहां ठहरे हुए हैं. आप के रहने की जगह सेफ जोन में होनी चाहिए. यही नहीं किसी को यह जानकारी भी न दें कि आप अकेले यात्रा कर रहे हैं. जब भी कोई पूछे कि क्या आप अकेले हैं तो हमेशा ‘न’ में जवाब दें और कहें कि अपने दोस्त या किसी रिश्तेदार के साथ आएं हैं जो पास ही होटल या किसी के घर में रुका हुआ है. इस से गलत व्यक्ति आप को टारगेट करने से रुक जाएगा.

6. अपने पैसे और क्रेडिट कार्ड 2-3 अलगअलग जगहों पर रखें. कैश अधिक मात्रा में रखने के बजाय कार्ड रखना ज्यादा सुरक्षित और फ़ायदेमंद रहता है. कैश के चोरी हो जाने या खो जाने की आशंका रहती है. अपने ज्यादा पैसे जुराबों में या पैंट की चोर पौकेट में रखें.

7. अकेला देख कर संभव है कि कोई आप को गलत तरीके से फंसाने का प्रयास करे. इसलिए अपना दिमाग हमेशा खुला रखें. दूसरों के आगे नम्र रहें मगर जरूरत पड़ने पर आवाज़ उठाने से हिचके नहीं.

8. अकेले घूमें पर तन्हा नहीं. सोलो ट्रैवलिंग यानी अकेले घूमना एक तन्हाई भरा अनुभव नहीं होना चाहिए. ज्यादातर सोलो ट्रैवेलर्स के अनुभव रहे हैं कि वे दूसरों के साथ घूमने के देखे अकेले घूमते वक्त ज्यादा लोगों से मिलते हैं क्यों कि ऐसे में उन का फोकस केवल एक या कुछ व्यक्ति नहीं होते बल्कि कोई भी सहजता से उन के साथ हो सकता है. आप भी अपना दिमाग खुला रखें और सफर को रोचक बनाने के लिए दूसरों को अपने साथ जुड़ने का मौका दें.

हमेशा अपने मोबाइल में 3 नंबर जरूर रखें;

9. आप जिस शहर में घूमने जाएं वहां का इमरजेंसी नंबर आप के पास जरूर होना चाहिए. अगर आप का क्रेडिट कार्ड चोरी हो जाए तो उसे तुरंत ब्लॉक कराने के लिए कस्टमर केयर नंबर अपने पास रखें.

10. अपने किसी सब से करीबी का नंबर हमेशा आप के मोबाइल में सब से ऊपर होना चाहिए. जिस से किसी परेशानी की स्थिति में आप उसे तुरंत संपर्क कर के अपनी सहायता के लिए बुला सकें.

ये भी पढ़ें- फैस्टिवल पर लेटनाइट पार्टी

11. मोबाइल में सेव कुछ नंबर अपनी किसी पॉकेट में लिख कर रखें ताकि मोबाइल खो जाने के बाद तथा किसी हादसे के बाद इन नम्बरों को कोई भी पढ़ सके.

12. जितना हो सके पब्लिक ट्रांसपोर्ट का इस्तेमाल करें. यह आप के लिए सुरक्षित रहेगा, पैसे भी बचेंगे और एक नया अनुभव भी मिलेगा. पब्लिक ट्रांसपोर्ट हर जगह का अलगअलग होता है. सफर करते हुए दिल्ली की मेट्रो का आनंद लें तो हिल स्टेशन के रिक्शे में बैठ कर अलग अनुभव का अहसास करें. इसी तरह मुंबई की लोकल ट्रेन में सफर किये बिना आप असली मुंबई का दर्शन नहीं कर सकते. ये सभी साधन सुरक्षित भी हैं और मजेदार भी. इन की सवारी आप हमेशा याद रखेंगे.

13. जब आप अकेले घूमने जाते हो तो लंबे अकेले रास्तों पर म्यूजिक और किताबें ही साथी होते है. हेडफोन या छोटा ब्लूटूथ स्पीकर अपने साथ रख सकते हैं. कुछ मैगज़ीन और नोवेल्स भी रखें. इस के अलावा एक क्रॉस बैग लें जिस में छोटीमोटी ज़रूरत की चीज़ें हों. क्रॉस बैग को आप आराम से कहीं भी हैंडल कर सकते हैं. सब से ज़रूरी है आप का पर्स जो जितना छोटा हो सके उतना अच्छा होता है. इसे हमेशा अपने साथ रखें.

मस्ती भरा हो अकेला सफर

आप जब अकेले सफर कर रहे होते हैं तो केवल अपने सामान की चिंता करनी पड़ती है. अपना सामान ही ढोना होता है. किसी और की ज़िम्मेदारी नहीं रहती. आप जो करना चाहें कर सकते हैं. दूसरों की इच्छा पर निर्भर नहीं रहना पड़ता. इसीलिए अकेले सफर में कईं बातों का ध्यान रखना जरूरी होता है, लेकिन इसके फायदे भी कईं होते हैं.

1. अपने हिसाब से चलना संभव

दूसरों के साथ कहीं जाने में मुश्किल तब होती है जब आप को बीच पर घूमना पसंद हो मगर म्यूजियम जाना पड़े या फिर रात में घूमना पसंद हो मगर किसी और की मरजी के कारण सुबहसुबह उठ कर निकलना पड़े। इस तरह की कितनी ही बातें हैं जिस से अकेले घूमने का प्रोग्राम बना कर आप बच सकते हैं.

2. खुद की खोज कर पाते हैं

भले ही आप दूसरों के साथ कितना भी घूम लें मगर आप का व्यक्तित्व निखर कर बाहर नहीं आ पाता. आप को दूसरों की अपेक्षाओं के हिसाब से चलना पड़ता है. अकेले घूमते हुए आप खुद को समझ पाते हैं और अपनी रुचियों और ख्वाहिशों को पंख दे पाते हैं.

ये भी पढ़ें- फैस्टिवल पर लेटनाइट पार्टी

3. माहौल का बेहतर अनुभव

साथ में कोई अपना न हो तो हम खुदबखुद आसपास के माहौल का हिस्सा बनने की कोशिश करते हैं. अनजान लोगों से अपनेआप बातचीत करने लगते हैं. माहौल को किसी और के नजरिए से समझने के बजाय खुद उस का सामने से अनुभव कर पाते हैं.

4. ज्यादा कौन्फिडेंस

सोलो ट्रैवलिंग में आप को मिलने वाले हर सुखदुख के लिए आप खुद जिम्मेदार होते हैं। कोई गलती हुई तो उस का ठीकरा किसी और पर नहीं फोड़ सकते। अकेले घूमते हुए हम ज्यादा जल्दी सीखते हैं। खराब हालात में भी मजबूती से डटे रहने का आत्मविश्वास अकेले घूमने से बहुत जल्दी आता है।

5. अपना चीयरलीडर ढूंढे

जब आप लोगों को अपने ट्रिप के बारे में बताते हैं तो जो सब से ज्यादा एक्ससाइटेड होते हैं उन के साथ अधिक से अधिक समय बिताएं. उन का साथ आप का आत्मविश्वास बढ़ाएगा.

ये भी पढ़ें- किशोर होते बच्चों के साथ ऐसे बिठाएं बेहतर तालमेल

अकेले सफर में कुछ ऐसे करें प्लानिंग

अकेले सफर पर जानें से पहले कईं बाते जरूरी होती है, जिनमें बजट बहुत जरूरी है. इसीलिए आज हम आपको अकेले सफर पर निकलने से पहले कैसे करें बजट प्लानिंग के बारे में बताएंगे…

1. बजट बनाएं

सब से पहले एक बजट बनाएं कि आप परिवहन, होटल और भोजन में कितना खर्च करेंगे. आप कितने रूपए ले कर चलेंगे और किस तरह की चीज़ें खरीदने में कितना लगाएंगे.

2. जाने की तैयारी

निकलने से पहले अपने वीसा रिक्वायरमेंट्स और करेंसी एक्सचेंज के बारे में क्लियर हो जाएं। अपने पासपोर्ट की एक्सपायरी डेट जांच लें. देख लें कि हर जरुरी चीज़ और डाक्यूमेंट्स रख लिए हैं या नहीं.

3. टिकट बुक करें

अपनी फ्लाइट/ ट्रेन की टिकट पहले से बुक कर लें. होटल तक जाने के लिए कैब भी पहले से बुक करें. आप को कहाँ ठहरना है इस के लिए भी पहले से रिसर्च कर सही होटल चुनें ताकि बाद में दिक्कत न हो. नए शहर में जिस के बारे में आप कुछ भी नहीं जानते, ठहरने की व्यवस्था करना काफी तनावपूर्ण होता है. मजबूरी में जब कोई और मनमाफिक जगह नहीं मिल रही होती है तो आप को जहां जगह मिलती है वहीं ज्यादा पैसे दे कर भी ठहरना पड़ता है. इस लिए बेहतर होगा कि फ्लाइट या ट्रेन में बैठने से पहले ही कम से कम पहली रात की ठहरने की बुकिंग अवश्य कर लें.

ये भी पढ़ें- वेडिंग थीम से बनाएं शादी यादगार

4. मैप का अध्ययन

मैप के जरिए पहले से यह समझ कर निकलें कि आप अपना समय कैसे विभाजित करेंगे. कहांकहां घूमने जाएंगे और कितने समय में लौट कर वापस आएंगे. आप को इस बात का अंदाजा लगा लेना चाहिए कि सुरक्षा के मद्देनजर कौनकौन सी जगह जाना सही नहीं होगा.

5. महत्वपूर्ण नंबर फ़ोन में सेव कर लें

फोन में जरूरी एप्स डाउनलोड कर लें। होटल, टैक्सी ड्राइवर और घरवालों का नंबर अपने फ़ोन में सेव रखें. जब भी अकेले घूमने जाएं तो घरवालों से संपर्क बना कर रखें. जिस शहर में जा रहे हैं यदि वहां कोई परिचित है तो यह यह आप के लिए काफी फ़ायदेमंद हो सकता है.

6. एयरपोर्ट/ स्टेशन समय से पहले पहुंचे

जब आप कहीं के लिए निकलते हैं तो यह किसी को पता नहीं होता कि कहां ट्रैफिक जाम मिल जाए या कहां लंबी लाइन में खड़ा रहना पड़ जाए. इसलिए बेहतर होगा कि आप समय ले कर ही निकलें.

7. हल्का सामान रखें

व्हील्स वाले ब्रीफ़केस या पिट्ठू बैग्स में बहुत जरूरी सामान ही रखें. ज्यादा सामान ले कर अपना भार न बढ़ाएं. इस से आप को हर जगह कुली बुलाने का झंझट नहीं रहेगा.

8. पहले दिन शहर को जानें

अपने सफर के पहले दिन आप की प्राथमिकता शहर को जानने की होनी चाहिए। बस कनेक्शंस समझें. वहां के स्ट्रीट फूड्स और मार्केट्स के बारे में जानकारी लें.

9. अकेलों के लिए ठहरने के सस्ते विकल्प

काउचसर्फिंग

कितना अच्छा हो अगर आप किसी अनजान जगह घूमने जा रहे हों और वहां किसी स्थानीय व्यक्ति के घर में ठहरने को मिल जाए. उस परिवार के साथ आप एक ही साथ बैठ कर खाना खाएं। बातें करें। वह अपनी गाड़ी में आप को अपना शहर दिखाए और यह सब एकदम फ्री हो. यह संभव है काउचसर्फिंग से।

काउचसर्फिंग एक सोशल नेटवर्किंग वेबसाइट है जिस के सदस्य एकदूसरे के घर में बतौर मेहमान ठहर सकते हैं या किसी यात्री को अपने घर ठहरा सकते हैं। मान लीजिये आप को कहीं जाना हो तो आप उस शहर में उपलब्ध काउचसर्फिंग सदस्यों को खोज सकते हैं. उन से संपर्क स्थापित कर सकते है और अगर वे अनुमति दें तो उन के यहाँ रुक भी सकते हैं।  इस प्रकार किसी स्थानीय व्यक्ति के साथ रुकने पर उस नई जगह में भी अपनापन लगेगा और सहूलियत भी होगी। साथ ही महंगे होटलों में रुकने के पैसे भी बच जायेंगे।बस जरुरत है इस वेबसाइट पर अपना एक अकाउंट बनाने की.

ये भी पढ़ें- वेडिंग थीम से बनाएं शादी यादगार

  1. हौस्टल

अकेले घूमने वालों के लिए दुनिया के कई देशों में ठहरने के सस्ते विकल्प मौजूद हैं जिन्हें हॉस्टल कहा जाता है। इन हॉस्टलों में होटलों की तरह सुखसुविधाएं तो नहीं होतीं लेकिन साफसुथरे कमरे, बिस्तर, वॉशरूम, खाना बनाने के लिए छोटा सा किचन जैसी बुनियादी सुविधाएं मिल जाती हैं। यही नहीं अच्छे होस्टलों में फ्री वाईफाई की सुविधा भी होती है। सोने के लिए किसी डॉरमेटरी की तरह एक कमरे में कई बेड हो सकते हैं। इस से आप को दूसरी जगहों के दिलचस्प लोगों से मिलने का मौका मिलता है. नई बातें जानने को मिलती हैं. किराया भी अधिक नहीं होता.

सोलो ट्रिप- अकेले हैं तो क्या गम है

क्याआप भी घूमने की शौकीन हैं, लेकिन किसी का साथ न होने पर घूमने नहीं जातीं तो अब हो जाएं तैयार दुनिया की सैर पर जाने के लिए. अकेले होने का यह मतलब नहीं कि आप दुनिया की सैर नहीं कर सकतीं. सच तो यह है कि अकेले घूमने में जो मजा है वह औरों के संग नहीं. ऐसे सफर में न तो बच्चे की तबीयत की चिंता होती है और न ही हमसफर की जरूरतों की जिम्मेदारी. दिल खोल कर और टैंशन फ्री हो कर सफर का मजा लिया जा सकता है. अकेले घूमने के कई फायदे हैं, यकीनन उन्हें जानने के बाद आप अकेले घूमना शुरू कर देंगी:

खुद से मिलने का मौका

जब आप घर पर होती हैं तब बेटी, औफिस में सहयोगी और दोस्तों के बीच सहेली की भूमिका निभाती हैं, तो क्या आप का अपना कोई अस्तित्व नहीं? आप की अपनी कोई पहचान नहीं? इन सवालों के जवाब जानने हों तो निकल पड़ें अकेले सैर पर. खुद को समझने और जानने का इस से अच्छा मौका फिर नहीं मिलेगा. जब आप अकेले कहीं घूमने जाती हैं तब आप हमेशा अपने दिल की सुनती हैं. आप के जो मन में आता है वह करती हैं. आप पर किसी का दबाव नहीं होता. खुद को समझने और जानने का मौका भी मिलता है, जिस से सोच में सकारात्मकता आती है और सुकून का एहसास होता है.

ये भी पढ़ें- WhatsApp पर जल्द नजर आएगा Instagram का ये खास फीचर

आत्मविश्वास से भरी होंगी आप

अगर आप के भीतर आत्मविश्वास की कमी है, तो सोलो ट्रिप आप को आत्मविश्वास से भर सकती है, क्योंकि सफर के दौरान कई नए लोगों से मुलाकात होती है तो कभीकभी कुछ परेशानियों से भी जूझना पड़ता है और उन का हल भी खुद निकालना पड़ता है. इतना ही नहीं, कई बार आप को जोखिम भरे फैसले भी खुद लेने होते हैं, जिस से आप के भीतर साहस और आत्मविश्वास दोनों बढ़ जाते हैं.

अनुभवों के साथ होगी वापसी

कहते हैं अनुभव मिनटों में बहुत कुछ सिखा जाता है, जिस से जीवन की डगर और भी आसान लगने लगती है. अपने अनुभवों से सीखने के लिए आप को नए अनुभव लेने होंगे जो घर बैठे मुमकिन नहीं. इस के लिए आप को घर से बाहर जाना होगा. जब आप कहीं घूमने जाएंगी तब ही आप दुनिया के ऐसे लोगों से मिलेंगी, जिन से आज तक आप की मुलाकात नहीं हुई. उन के साथ आप ऐसे अनुभवों की साक्षी बन सकती हैं, जिन्हें आप ने अपने जीवन में कभी अनुभव नहीं किया.

भूल जाएंगी क्या होता है अकेलापन

सफर पर निकलते वक्त हो सकता है आप को यों महसूस हो कि आप अकेली हैं, लेकिन यकीन मानिए एक बार जहां आप का सफर असल में शुरू हुआ, अकेलापन क्या होता है आप भूल जाएंगी, क्योंकि सफर के दौरान आप को कई साथी ऐसे मिलेंगे जो आप की तरह खुद भी अकेले होंगे. हो सकता है कई मामलों में आप दोनों का अकेलापन एकजैसा हो या यह भी हो सकता है कि वे आप से ज्यादा अकेले हों, जिन से मिलने के बाद आप को अपना अकेलापन न के बराबर लगने लगे. सफर के दौरान उन से बातचीत, उन का कल और उन के अनुभव आप को बहुत कुछ बता देंगे.

खुद को दें चुनौती और हासिल करें जीत

खुद को चुनौती देना और चित भी कर देना, सब के बस की बात नहीं, लेकिन सोलो ट्रिप आप को इन दोनों का अनुभव दिला सकती है. आप होटल में अकेले कैसे रहेंगी, आप को ऊंचाइयों से डर लगता है, आप कैसे सैर कर पाएंगी जैसी बातें आप को आगे बढ़ने से रोकती हैं, इसलिए खुद को चुनौती दें कि आप अकेली रह लेंगी, ऊंचाई क्या आप सैलाब का सामना भी कर लेंगी. फिर देखिए आप का डर किस तरह छूमंतर हो जाता है.

ये भी पढ़ें- Xiaomi और Realme आमने-सामने! जल्द पेश करेंगी दमदार स्मार्टफोन्स

संकोची नहीं बिंदास होंगी आप

अगर आप स्वभाव से संकोची हैं, खुद के लिए आवाज उठाने का हुनर आप के भीतर नहीं है, तब तो सोलो ट्रिप पर जाना आप के लिए बेहद जरूरी है, क्योंकि जब हम सोचते हैं कि हमारे लिए बोलने वाले लोग हैं, तब हम जानबूझ कर भी कई बार कुछ नहीं बोलते. जब आप अकेले ट्रिप पर होंगी, तब वहां आप के लिए बोलने वाला या आप की मुसीबतों को कम करने वाला कोई न होगा. तब आप को ये सारी चीजें खुद करनी पड़ेंगी. इस तरह आप का संकोची स्वभाव पूरी तरह से खत्म हो जाएगा. यकीन मानिए अकेले सैर के बाद आप अंदरूनी तौर पर शेर सा महसूस करेंगी.

खुशी, संतुष्टि और शांति से होगी मुलाकात

रोजाना की दिनचर्या से कहीं दूर निकल कर जब आप सफर की डगर पर चल पड़ेंगी, तब यकीनन आप की मुलाकात खुशी, संतुष्टि और शांति से होगी, नहीं समझीं? चलिए हम बताते हैं. जब बिना किसी की टोकाटाकी के आप जो जी में आए वह करेंगी तो बेशक आप को खुशी होगी. अपने मन की करने से आप को संतुष्टि मिलेगी. अपने शहर ही नहीं, बल्कि औफिस के काम से जब आप को कुछ देर के लिए ही सही, लेकिन छुटकारा तो मिल ही जाएगा, जिस से शांति मिलना तय है.

बनेंगे कई नए दोस्त

गांव, महल्ले और अपने शहर तक ही दोस्ती तक सीमित होना क्या काफी है? क्या आप को नहीं लगता कि आप का दोस्त देश के उस कोने का हो, जहां आप आज तक नहीं गईं या आप का दोस्त दुनिया के उस कोने में रहता हो, जहां उस की बदौलत आप भी जा सकती हैं? अगर आप के इन सवालों के जवाब हां में हैं, तो निकल जाएं सैर पर. जब आप सैर में अकेली होंगी तो खुदबखुद वहां मिलने वाले या आप के साथ ट्रिप में शामिल हुए अजनबियों को अपना साथी बना लेंगी. इस से आप के दोस्तों की सूची लंबी होती जाएगी.

हो सकती है हमसफर से मुलाकात

अगर आप सिंगल हैं और अपने हमसफर की तलाश में हैं, तो सोलो ट्रिप का आइडिया आप के काम आ सकता है. हो सकता है सफर के दौरान आप की मुलाकात आप के हमसफर से हो जाए. इसलिए ऐसा मौका अपने हाथ से न जाने दें. अकेले ही सही, मगर चल पडि़ए सफर की डगर पर. क्या पता लौटते समय आप अकेली न हों.

कर सकती हैं मौजमस्ती

कई बार संकोचवश तो कभी लोग क्या कहेंगे कि वजह से अगर आप खुल कर मौजमस्ती नहीं कर पातीं, तो सोलो ट्रिप में जा कर आप अपनी इन सारी इच्छाओं को पूरा कर सकती हैं. जाहिर है वहां आप को पहचानने वाला कोई नहीं होगा. भरपूर मस्ती की आप को पूरी आजादी मिलेगी. अगर आप सैक्स क्रिया का आनंद लेना चाहती हैं तो नई जगहों पर आप किसी पार्टनर के साथ सैक्स भी ऐंजौय कर सकती हैं. हां, लेकिन अपनी सुरक्षा का खयाल रखते हुए सुरक्षित सैक्स करें.

सोलो ट्रिप सस्ता भी, अच्छा भी

जब आप गु्रप के साथ या पार्टनर के संग कहीं घूमने जाती हैं तो आप को अपनी जेब

ढीली करनी पड़ सकती है. माना कि बहुत हद तक पत्नी का खर्च पति देख लेते हैं, लेकिन

अगर आप कमाऊ बीवी हैं तब आप की भागीदारी बराबर की होती है. ऐसे में सिंगल

वूमन का अकेले ट्रिप पर जाना काफी सस्ता

होता है. इस के लिए आप को बहुत ज्यादा पैसे जुटाने की जरूरत नहीं होती. चूंकि आप जानती

हैं कि आप के पास कितने पैसे हैं, कितने खर्च हुए और कितने बचे हैं. यानी आप अपने पांव चादर देख कर पसारती हैं. आप बजट में रहती हैं और अपना बजट बनाना भी जान जाती हैं.

ये भी पढ़ें- Rakhi 2019: इस रक्षा बंधन पर अपनी बहन को दें ये खास गिफ्ट

अनलिमिटेड कहानियां-आर्टिकल पढ़ने के लिएसब्सक्राइब करें