‘राम’ का नाम लेकर एक एक्ट्रेस को गालियां देना, क्या यहीं आपकी संस्कृति है?

लेखिका- अक्षरा उपाध्याय

हाल ही में रिलीज हुई ऋतिक रोशन और टाइगर श्रॉफ स्टारर फिल्म वॉर में एक्ट्रेस वाणी कपूर भी नजर आई थीं. जिसमें उनके रोल से ज्यादा उनके बिकिनी सीन ने खलबली मचाई थी. लेकिन इस बार रियल लाइफ में भी कुछ ऐसा ही हुआ है. दरअसल, वाणी ने इंस्टाग्राम पर एक फोटो शेयर किया. जिसमें वह स्टाइलिश नॉट टॉप पहनी दिखाई दे रही थीं. इसके साथ उन्होंने लिखा ‘जिंदगी को ज्यादा गंभीरता से न लें, वैसे भी यहां से कोई जिंदा बचकर नहीं जाने वाला है’.

इस बात पर हुआ बवाल…

फोटो और कैप्शन की बात छोड़ दीजिए क्योंकि बवाल तो वाणी के टॉप पर होना था, जिस पर संस्कृत में कुछ लिखा था, लेकिन ढूंढने वालों ने जूम कर-करके उसमें से ‘हरे राम हरे कृष्णा’ ढूंढ निकाला. बस यहीं से शुरू हो गई ट्रोलिंग. लोगों ने आपत्ति जताई की उनके ‘भगवान राम’ के नाम का ऐसे कपड़ों पर उपयोग उनकी धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचा रहा है. पता नहीं क्यों किसी ने राम के बगल में लिखे भगवान कृष्ण की सुध नहीं ली.

लोगों ने गालियां देकर किया वाणी को ट्रोल…

सो हुआ ये कि लोगों ने सोशल मीडिया के जरिए वाणी को निशाना बनाना शुरू कर दिया. कुछ लोगों ने बड़े ही सभ्य लहजे में इस पर आपत्ती जताई और कार्रवाई की मांग की. वहीं कुछ लोग जो राम के नाम की इस बहती गंगा में हाथ धो लेना चाहते थे उन्होंने वाणी के लिए ऐसी बातें लिखना शुरू कर दीं जिन्हें शायद उनकी घर की महिलाएं पढ़ें तो उनका सिर भी शर्म से झुक जाए. किसी ने वाणी को वेश्या कहा तो किसी ने मां-बहन की गालियां दे दीं. इतना ही नहीं एक सज्जन तो बकायदा अपने ट्वीट में इसकी मांग करते दिखे कि भाई लोग आप भी आएं और वाणी के खिलाफ गंदा से गंदा लिखें ताकि इसे सबक मिले.

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ट्रोलिंग के बाद वाणी ने हटाई फोटो…

आखिर में हुआ यह कि वाणी ने अपनी तस्वीर हटा ली. इसे लोगों ने अपनी विजय के रूप में देखा और इसका जश्न भी सोशल मीडिया पर वाणी को एक बार फिर गालियां देते हुए मनाया गया.

आप होते कौन है किसी पर उंगली उठाने वाले?

“मेरा सवाल यह है कि माना कि आपकी धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंची लेकिन यह हक आखिर आपको किसने दिया कि आप किसी महिला के खिलाफ इस तरह के अभद्र कॉमेंट्स करें? आखिर आप होते कौन हैं दूसरों को गंदे से गंदा कॉमेंट करने का न्योता देकर वाणी को सबक सिखाने वाले? और जो आप लोगों ने जूम कर कर के वाणी के क्लीवेज की तस्वीर बड़ी शान से लगाई थी उसका क्या? लड़की होकर किसी का ध्यान इस पर शायद ही गया हो लेकिन भई संस्कृति के कथित चौकीदारों ने तो वाणी के क्लीवेज को ढंकने वाले टॉप को इतने ध्यान से देखा कि उन्हें राम मिल ही गया.”

ये कैसी भक्ति?

“मैं हैरान हूं कि कैसे जिस मुंह से राम निकलता है उसी मुंह से एक औरत के लिए गंदी से गंदी गाली निकलती है? कैसे राम नाम का झंडा बुलंद करने का सपना देखने वाले एक महिला को नीचा दिखाने का मौका नहीं छोड़ते? कैसे जिस दिमाग में राम का नाम चलता है वह महिला को लेकर गंदी बातें सोच सकता है?”आखिर ये कौन से राम हैं जिनके लिए आप यह सब कर रहे हैं? क्योंकि रामायण के राम तो इसकी शिक्षा देते नहीं हैं. वह तो मर्यादा पुरुषोत्तम कहे जाते हैं तो आपकी सोच इतनी गिरी हुई क्यों है? अगर आपको लगता है कि ऐसा करके आप राम के नाम को बचा रहे हैं तो आप गलत हैं.

बंद करे राम नाम का पाखंड…

बेहतर यही है कि राम के नाम पर इस तरह का पाखंड करना बंद कर दें और पहले अपने दिमाग की गंदगी और मन के मैलेपन को दूर कर लें. इसलिए कहते हैं…

मन मैला तन उजरा बगुला कपटी अंग
तासौ तो कौआ भला, तन मन एक ही अंग.

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