नवरात्रि में चनिया चोली के साथ कैरी करें ये गहने, गरबे में आप पर टीकी रहेगी सबकी नजर

नवरात्रि के मौके पर ग्लैमरस दिखना हर लड़की का सपना होता है. जिस के लिए लड़कियां खासतौर पर सजतीसंवरती हैं और इस मौके पर खूबसूरत दिखने के लिए नवरात्रि आने से पहले कई दिनों पहले से तैयारी करती हैं.

 

खूबसूरत चनियाचोली के साथ ट्रैडिशनल ज्वैलरी लड़कियों की खूबसूरती में चार चांद लगा देती है. ज्यादातर लड़कियां लेटैस्ट फैशन के मुताबिक ऐसे खूबसूरत चनियाचोली और अनारकली, शरारागरारा अलगअलग किस्म के परिधान धारण करती हैं जिसे देख कर लोग निहाल हो जाते हैं.

तो आइए, जानते हैं कि इस नवरात्रि के मौके पर लड़कियां किस तरह के परिधान और ज्वैलरी पहनने वाली हैं…

दिखने में खूबसूरत और पहनने में आरामदायक हो

नवरात्रि के मौके पर खासतौर पर बनाए गए चनियाचोली गुजरात के अहमदाबाद, बङौदा और कच्छ जैसे शहरों में मिलते हैं जिन की बिक्री मुंबई और अन्य शहरों में भी होती हैं। वैसे तो आजकल बढ़ते फैशन ट्रैंड के चलते सबकुछ हर जगह मिलता है लेकिन गुजरात और कच्छ की चनियाचोली सब से ज्यादा खूबसूरत मानी जाती है. नवरात्रि पर पहने जाने वाली चनियाचोली मिरर वर्क, ऐंब्रौयडरी, कपड़े के फूलों से से खासतौर पर बनती है जिस की चुनरी सब से ज्यादा खूबसूरत होती है। सारे चनियाचोली डोला सिल्क फैब्रिक, बनारसी साड़ी, हैवी कौटन, शिफौन, बांदड़ी आदि कई प्रकार के मेटेरियल कपड़ों में बनाई जाती है जिस में तरहतरह की नक्काशी का काम किया जाता है. चनियाचोली बनाने के लिए ज्यादातर गहरे रंगों का इस्तेमाल किया जाता है जैसे लाल, पीला, हरा और काला वगैरह। कई चनियाचोली कंट्रास्ट में 2 रंगों के साथ भी बनाए जाते हैं. इन सभी में सफेद रंग का चनियाचोली जिस में सारे रंगों का इस्तेमाल कर के कढ़ाई की जाती है खूबसूरती की मिसाल माना जाता है. इस के अलावा बड़े साइज वालों के लिए 42 इंच का हैवी टेस्ला और जीप स्ट्रैचिंग के साथ वाला लहंगा भी काफी ज्यादा मशहूर है.

जो लोग ज्यादा भारी लहंगा नहीं संभाल सकते वे शिफौन मेटेरियल से बना चनियाचोली पहनना पसंद करते हैं क्योंकि शिफौन से बना चनियाचोली हलका होता है, उसे संभाला भी जा सकता है.

नवरात्रि के मौके पर चनियाचोली के साथ पहना हुआ ब्लाउज जो पीछे से डीपनेक और खूबसूरत डिजाइन से बना होता है लड़कियों द्वारा ज्यादा ही पहना जाता है जोकि मल्टी कलर, मिरर वर्क और सीप पर मोतियों से भरा पूरा ब्लाउज चोली की खूबसूरती को बढ़ा देता है.

आजकल चोली के ऊपर चुन्नी के बजाय जैकेट पहनने का भी रिवाज है। पूरी तरह से मिरर वर्क मोती और सिक्वैंस के साथ कड़ी हुई होती है. जो आराम दे और खूबसूरत दिखाई देती है.

नवरात्रि के मौके पर लड़कियों द्वारा शरारा, गरारा, बनारसी साड़ी का अनारकली सूट, नेट फैब्रिक का घेर वाला लहंगा मौके को पूरी तरह रंगीन बना देता है.

नवरात्रि के मौके पर ज्यादातर लड़कियां ऐसे ही खूबसूरत परिधानों के साथ उत्सव में नजर आती हैं.

नवरात्रि में पहनी जाने वाली खास ज्वैलरी

खूबसूरत गहनें औरतों की खूबसूरती का श्रृंगार हैं। यही वजह है कि लड़कियां सुंदर ज्वैलरी पहनने की शौकीन रहती हैं. नवरात्रि के मौके पर बड़ेबड़े झुमके और चोकरहार पहनने का काफी चलन है. वैसे तो लड़कियां नवरात्रि पर ऐसी ही ज्वैलरी पहनना पसंद करती हैं, जो उन के ड्रैस के साथ मैचिंग हो. लेकिन ज्यादातर ज्वैलरी में खूबसूरत झुमके और इयररिंग, हाथों में कंगन और चूड़ियां, पैरों में औक्सिडाइज या चांदी की पाजेब यानि पायल और पांवों में खूबसूरत मोजड़ी, चनियाचोली के साथ बहुत खूबसूरत दिखाई देता है.

इस के अलावा कई लड़कियां ज्यादा खूबसूरत दिखने के लिए माथे का टीका और नाक में गोलाकार की नथुनी भी पहनती हैं. नवरात्रि में पहनी जाने वाली ज्वैलरी ज्यादातर सिल्वर, औक्सिडाइज ट्रैडिशनल ज्वैलरी, हैंडमेड ज्वैलरी कपड़े के रंगबिरंगे फूलों, कांच, बीट और स्टोन से बनाई जाती है. ये पहनने में हलकी भी होती हैं और इन से कोई स्किन ऐलर्जी भी नहीं होती.

इस के अलावा छोटेछोटे बीट्स से तैयार की गई ज्वैलरी जो 2 रंगों को मिला कर बनाई जाती है बहुत खूबसूरत लगती है.

नवरात्रि के 9 दिन ऐसे ही खूबसूरत ज्वैलरी और चनियाचोली खूबसूरत आउटफिट पहन कर लड़कियां रास गरबा खेलने आती हैं और माहौल को रंगीन बना देती हैं.

नवरात्रि के में लड़कियों का उठाया जाता है फायदा, धड़ल्ले से बिकती हैं गर्भनिरोधक गोलियां और कंडोम

वैसे तो हर त्यौहार का अपना अलग मजा होता है. लेकिन नवरात्रि के मौके पर 9 दिन अलग ही जलसा रहता है. खासतौर पर लड़कियों और लड़कों के लिये एक खास मौका होता है, जिसमें वह सज सवरकर पसंदीदा लोगों के साथ रास गरबा खेलने जाते हैं. पहले नवरात्रि पर ढोल ताशा के साथ गरबे का आयोजन होता था जिसमें सांस्कृतिक तरीके से रीति रिवाज को ध्यान में रखकर गरबे का त्यौहार मनाया जाता था.

लेकिन धीरेधीरे नवरात्रि उत्सव में बहुत सारे बदलाव आए ढोल ताशा की जगह डीजे ने ले ली, इतना ही नहीं डी जे के अलावा गरबा क्वीन के नाम से जानी जाने वाली फाल्गुनी पाठक अपनी पूरी टोली के साथ मिलकर गरबे के गाने और फिल्मी गाने गा कर और हजारों लोगों को एक साथ नचाकर नवरात्रि उत्सव में लाखों करोड़ों कमाती है, ऐसी ही कई और गायिकाएं जो स्पेशली नवरात्रि के लिए अपना बैंड लेकर सार्वजनिक स्थलों पर हजारों की भीड़ के बीच मधुर संगीत के साथ नवरात्रि की नौ रातों को मजेदार बना देती हैं.

इस दौरान गरबे में नाचने वाले लड़के लड़कियां पसीने पसीने हो जाते हैं लेकिन नाचना नहीं रोकते. इन नौ दिनों में गरबा करने वाले लड़के लड़कियों में गजब की एनर्जी दिखाई देती है. खासतौर पर मुंबई शहर और गुजरात शहर में धूमधाम से नवरात्रि मनाया जाता है. इस दौरान लड़के लड़कियां चाहें कितने ही व्यस्त हो , गरबा स्थल पर अपने ग्रुप के साथ गरबा खेलने पहुंच ही जाते हैं. इस दौरान खासतौर पर लड़कियां जरूर से ज्यादा सजती संवरती है. महंगी चनिया चोली उससे मैच करती हुई ज्वेलरी और भर भर के मेकअप करके सारी लड़कियां गरबा खेलने पहुंचती है.

नवरात्रि का एक पहलू और है वह यह कि इस मौके का फायदा उठाकर कई बदमाश किस्म के लड़के खूबसूरत और भोली लड़कियों का फायदा उठाने में कोई कसर नहीं छोड़ते. कई बार तो लड़की को अकेला पाकर उन्हें बहला फुसलाकर उनका अपहरण तक कर भी कर लेते है. इसलिए बहुत जरूरी है की नवरात्रि के मौके पर अपने लोगों के बीच ही रहे किसी पर भी भरोसा करके उसके साथ सुनसान जगह पर ना जाएं .

क्योंकि फिल्में समाज का आईना है , इसलिए फिल्मों में वही दिखाया जाता है जो असल जिंदगी में किसी के साथ बिता होता है. जैसे कि आलिया भट्ट अभिनीत गंगूबाई काठियावाड़ी में ऐसा ही कुछ दिखाया गया था जिसके तहत आलिया भट्ट अर्थात गंगूबाई नवरात्रि में गरबा खेल रही होती है तभी उसको एक लड़का मिलता है. और फिल्म में हीरोइन बनने का लालच देकर गुजरात के गांव से भगाकर मुंबई ले आता है. और मुंबई लाकर वेश्याओं के इलाके कमाठीपुरा में चंद पैसों के लिए बेच देता है. गंगूबाई काठियावाड़ी की कहानी ऐसी लड़कियों के लिए सबक है जो लालच में आकर गलत कदम उठा लेती है.

गरबा नाइट्स में दिखना चाहती हैं सबसे अट्रैक्टिव, तो ये ज्वैलरी हैं आपके लिए एकदम परफैक्ट

महिलाओं के लिए हर त्योहार स्पैशल न हो ऐसा तो हो नहीं सकता क्योंकि छोटीछोटी चीजों में भी खुशियां ढूंढ़ना महिलाओं की आदत में शुमार होता है. अधिकतर हर महिला को सजनेसंवरने का शौक होता है जिस कारण वे ऐसा कोई मौका नहीं छोड़ना चाहतीं और इसी उत्साह और उमंग का कारण ही है कि भारत को परंपराओं का देश कहा जाता है.

3 अक्तूबर से नवरात्री के साथसाथ डांडिया नाइट्स का भी आगमन होने वाला है जिस कारण महिलाएं तैयारी में जुट गई हैं. कौन से कपड़े पहनने हैं, किस तरह का मेकअप करना है, कौन सी ज्वैलरी पहननी है वगैरह सभी तैयारियां नवरात्रि से पहले ही हो जाती हैं.

तो चलिए, जानते हैं कि अपने लुक को अट्रैक्टिव बनाने के लिए कौन सी ज्वैलरी कैरी करें :

कोड़ी शैल ज्वैलरी

अगर आप खुद को एक नया और फैशनेबल लुक देना चाहती हैं तो कोड़ी शैल आभूषण आप के लिए बेस्ट हैं. ये डांडिया ड्रैस को एक अलग ही अंदाज देंगे. कोड़ी शैल में आप को हार से ले कर पायल तक सभी तरह की ज्वैलरी मिल जाएगी. साथ ही यदि आप अपने ड्रैस में भी कोड़ी डिजाइन लगवाना चाहें तो भी खूब जंचता है.

मैटेलिक ज्वैलरी

मैटेलिक ज्वैलरी हरेक ड्रैसेज के साथ बहुत ही फबती है. मैटेलिक ज्वैलरी अधिकतर लाइटवेट होती है जिसे कैरी करना बहुत आरामदायक होता है.

कुंदन व मोती वर्क ज्वैलरी

यह ज्वैलरी महारानी जैसा शाही लुक देती है. इस तरह की ज्वैलरी आप किसी भी ड्रैस के साथ कैरी कर सकती हैं. अगर लहंगा पहन रही हैं तो हैवी नैकलेस या चौकर बहुत ही अच्छा लगेगा. इंडोवैस्टर्न जैसी ड्रैस के साथ आप लाइट डिजाइन वाली ज्वैलरी पहन सकती हैं या सिर्फ लंबे झुमके भी आप की ज्वैलरी लुक के लिए काफी हैं.

मिरर वर्क ज्वैलरी

यह ज्वैलरी आधीकतर मल्टीकलर में आती है जोकि हर तरह की ड्रैस के साथ बहुत ही यूनिक लगती है. साथ ही आप को ट्रैडिशनल व मौडर्न लुक देने का काम करती है.

गोल्ड प्लौटेड ज्वैलरी

यह ज्वैलरी सदाबहार ज्वैलरी है. अधिकतर के पास इस तरह की ज्वैलरी उपलब्ध रहती है. इस में स्टोनवर्क, मीना वर्क के साथ तैयार की हुई ज्वैलरी पहन सकती हैं जो आप को ट्रैडिशनल लुक देने का काम करेगी.

औक्सीडाइज्ड ज्वैलरी

औक्सीडाइज्ड ज्वैलरी सैट की खासियत यह होती है कि ये बहुत कम दाम में भी उपलब्ध हैं. ऐसे में हरकोई इसे खरीद सकता है. ये आप को स्टाइलिश के साथ ही कूल लुक भी देंगी.

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