हेल्थ टिप्स: खाने में करें इन 7 फल और सब्जियों का इस्तेमाल

1. लालमिर्च

लालमिर्च में विटामिन ए, सी तथा बी 6 भरपूर मात्रा में पाया जाता है. ये सभी ऐंटीऔक्सीडैंट को कायम रखने, मस्तिष्क को तेज करने के साथ ही उस की गतिशीलता को बढ़ाने, त्वचा, नेत्रों तथा मांसपेशियों को ताकत देने का कार्य करते हैं. मिर्च रेशा, पोटैशियम, मैगनीज जैसे तत्त्वों को काया में पहुंचाने का भी अच्छा साधन है. ये वजन पर अंकुश रखने के साथसाथ कोलैस्ट्रौल लैवल को भी कम करते हैं.

 2. तरबूज

रंगीन, रसीले फल तरबूज का 80% भाग पानी होता है. यह आयरन, गंधक, तांबा, कैल्सियम, फास्फोरस, विटामिन ए, थायमिन, रिबोफ्लेविन व एस्कोर्बिक ऐसिड का बेहतर स्रोत है. तरबूज का हलका लाल वाला भाग विटामिन का अच्छा स्रोत है तथा बीटा कैरोटिन से दोगुना ताकतवर होता है. यह विटामिन ई की सामर्थ्य को भी 10 गुना बढ़ा देता है, जिस से त्वचा को हानि पहुंचाने वाले फ्रीरैडिकल्स निष्क्रिय हो जाते हैं.

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3. टमाटर

पका टमाटर, जिस का रंग खून से मिलताजुलता होता है, खून बढ़ाने में बेजोड़ है. टमाटर निरोगता के लिए अधिक लाभकारी होता है. टमाटर में विटामिंस भरपूर मात्रा में मिलते हैं. इस में पाए जाने वाले विटामिंस में यह विशेषता होती है कि जहां दूसरे पदार्थों में मौजूद विटामिंस थोड़ी सी आंच लगने से खत्म हो जाते हैं वहीं इस में मौजूद विटामिंस साधारण आंच में खत्म नहीं होते. आयरन की मात्रा इस में दूध की अपेक्षा दोगुनी व अंडे की अपेक्षा 5 गुना ज्यादा मिलती है.

4. शलगम:

शलगम क्रूसी फेरी कुल का सदस्य है. इस के अन्य सदस्य मूली, गाजर हैं. इस में भरपूर पोषक तत्त्व पाए जाते हैं. पोटैशियम, फास्फोरस, कैल्सियम व विटामिंस की वजह से यह अनेक बीमारियों को दूर करने की क्षमता रखता है. इस में मौजूद ग्लूकोसाइनोलेट्स के कारण ही इस में तीखापन होता है. यह अचार, सब्जी, सलाद, मुरब्बे के तौर पर प्रयोग में लाया जाता है.

5. चुकंदर:

इस में पानी तथा रेशों की अधिक मात्रा होने से यह पाचन में सहायक होता है. चुकंदर के पोषक तत्त्वों में प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट्र, कैल्सियम, फास्फोरस, नमी, लोहा, वसा, विटामिन ए, बी-1, बी-2, सी, डी, सोडियम, क्लोरीन, फौलिक ऐसिड, आयोडीन खास हैं. वैज्ञानिकों के अनुसार बीटासियानिन (वह रंग जो चुकंदर को रंगयुक्त करता है) ट्यूमर आदि को नष्ट करने वाला एक समृद्धशाली घटक है. चुकंदर खून की मात्रा में वृद्धि करता है और चेहरे की कांति बरकरार रखता है. समस्त पोषक तत्त्वों के गाढ़े लाल रंग के रस को पाने के लिए तरोताजा चुकंदर ही प्रयोग करें ताकि उस का छिलका सही रह सके. कभी चुकंदर का छिलका न हटाएं.

6. सेब:

यह जायकेदार होने के साथ ही ज्यादा ऊर्जादायक व स्वास्थ्यवर्द्धक भी है. इस में पेक्टिन नामक घुलनशील रेशा होता है, इसलिए यह भोजन के पाचन व विसाक्त तत्त्वों को अवशोषित करने में आंतों की सहायता करता है. इसे खाने से हड्डियां मजबूत होती हैं. सेब में ऐंटीऔक्सीडैंट्स और विटामिन सी होता है. ये खून में कोलैस्ट्रौल का लैवल कम करते हैं. एक सेब में करीब  8 एमएल विटामिन सी और भरपूर विटामिन ए होता है. सेब के गूदे की अपेक्षा छिलके में विटामिन ए 5 गुना ज्यादा होता है, इसलिए सेब को छिलके सहित खाना चाहिए.

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7. स्ट्राबेरी:

लाल रंग से भरी स्ट्राबेरी का नाम लेते ही मुंह में पानी आ जाता है. सुर्ख रंग से पूर्ण स्ट्राबेरी खट्टेमीठे स्वाद और अपने खास गुणों के कारण जानीपहचानी जाती है. आड़ू, सेब तथा स्ट्राबेरी एक ही समूह के हैं. स्ट्राबेरी में मैगनीज व पोटैशियम होता है. इस में पेक्टिन यानी फल का रेशा पाया जाता है. जो ब्लडप्रैशर तथा कोलैस्ट्रौल को संयमित करने में सहायक होते हैं.

कम करना है वजन तो खाएं ये पांच चीजें

बढ़ते हुए वजन से अक्सर लोग परेशान रहते हैं. यही कारण है कि अपने वजन को समान्य करने  के लिए वो तरह तरह के उपाय करते रहते हैं. जैसे डाइटिंग और जिम. हालत से होती है कि लाख कोशिशों के बाद भी उनकी सेहत पर कुछ खास असर नहीं होता है और वो अवसादग्रस्त हो जाते हैं.

वजन कम करने के लिए लोग डाइटिंग करते हैं पर इससे कोई खास फायदा नहीं होता. उल्टे वो कमजोर होते जाते हैं. खानापीना कम करने से सेहत पर भी खासा बुरा असर पड़ता है. वजन कम करने के लिए जरूरी है कि आपकी डाइट काफी बैलेंस्ड हो. जिससे आपका वजन भी कंट्रोल में रहे और आपको जरूरी उर्जा भी मिलती रहे.

इस खबर में हम आपको ऐसी डाइट के बारे में बताएंगे जिससे आपको जरूरी उर्जा भी मिलेगी और आपका वजन भी काबू में होता. तो आइए जाने कि क्या खाना आपकी सेहत के लिए अच्छा होगा.

1. वेजिटेबल और फ्रूट सैलड

जितना फैट हम बर्न करते हैं उससे ज्यादा कैलोरी कंज्यूम करते हैं जिसके कारण हमारा वजन बढ़ जाता है. हेल्दी रहने के लिए और वजन को कंट्रोल में रखने के लिए जरूरी है कि हम हरे साग, सब्जियों और फलों का सेवन करें. आपको बता दें कि हरे साग सब्जियों और फलों में पानी की मात्रा भरपूर होती है. इसके अलावा इनमें फाइबर भी प्रचूर मात्रा में पाई जाती है. इनका सेवन करने से वजन नहीं बढ़ता और सेहत भी अच्छी रहती है.

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2. फलियां

आपको बता दें कि फलियों में प्रोटीन की मात्रा काफी अधिक होती है. फाइबर का भी ये प्रमुख स्रोत है. मेटाबौलिज्म को मजबूत करने में इनका काफी अहम योगदान होता है. इनका सेवन करने से प्रोसेस्ड फूड की क्रेविंग नहीं होती, जिससे वजन काबू में रहता है.

3. नट्स

भरपूर मात्रा में एनर्जी, प्रोटीन और अनसैचूरेटेड फैट का स्रोत होते हैं नट्स. कई तरह की बीमारियों में हमें बचाने में ये काफी कारगर होते हैं. हालांकि जरूरी है कि इनका प्रयोग सीमित मात्रा में हो.

4. पानी

अगर आप वजन कम करना चाहती हैं तो जरूरी है कि आप खूब पानी पिएं. डीहाइड्रेटड मांसपेशियां वजन कम करने में सबसे बड़ी बाधा होती हैं. कम पानी पीने से शरीर के मेटाबौलिज्म पर काफी बुरा असर होता है. ज्यादा पानी पीने से भूख भी काबू में रहती है जिससे वजन नहीं बढ़ता है.

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5. अंडा

लोगों में ये धारणा आम है कि अंडा खाने से वजन बढ़ता है. पर हम आपको बता दें कि आपका सोचना गलत है. अंडे में प्रोटीन की मात्रा अधिक होती है, वहीं उसके पीले हिस्से में, जिसे जर्दी कहते हैं, प्रोटीन का प्रमुख स्रोत है. जानकारों की माने तो नाश्ते में अंडा खाना हमारी सेहत के लिए काफी लाभकारी होता है. इससे हमारे शरीर को जरूरी पोषण भी मिलता है और वजन भी कंट्रोल में रहता है. एक रिपोर्ट की माने तो जिन लोगों ने 5 दिनों तक ब्रेकफास्ट में अंडे खाए, उन लोगों का वजन दूसरे लोगों के मुकाबले 65 फीसदी ज्यादा कम हुआ.

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