जिस तरह शरीर को लूब्रिकेशन और नरिशिंग की जरूरत होती है वैसे ही बालों और स्कैल्प को भी औयल की जरूरत होती है.

औयल अलगअलग तरह के होते हैं जो शरीर की अलगअलग जरूरतों के लिए उपयोगी साबित होते हैं. उदाहरण के लिए वैजिटेबल औयल, फ्लोरल औयल, मिनरल औयल, हर्बल औयल आदि. इन का अपना महत्त्व होता है जैसे कोई लूब्रिकेशन के लिए, कोई ओवरऔल हैल्थ के लिए, कोई नरिशमैंट के लिए, कोई घुटनों के लिए, कोई स्किन के लिए तो कोई बालों या स्कैल्प के लिए परफैक्ट होता है.

स्कैल्प में डैंड्रफ की समस्या, खुजली, ड्राइनैस जैसी समस्याएं हो सकती हैं, जबकि हमारे बाल अकसर औयली रहते हैं. आप शैंपू करती हैं और शाम तक ये फिर से औयली हो जाते हैं. इस के विपरीत कभीकभी बाल रफ और ड्राई होते हैं पर स्कैल्प औयली रहती है. अगर एक ही जगह पर 2 अलगअलग तरह के टैक्स्चर हैं और पीएच बैलेंस नहीं है तो हमें पीएच बैलेंसिंग करनी होती है. इस के लिए औयल के अंदर कपूर, लैमन जूस आदि डाल कर उसे स्कैल्प में पेनिट्रेट कराते हैं. कई बार पीएच बैलेंसिंग कैप्सूल, अल्फा हाइड्रौक्सी आदि भी मसाज औयल में मिलाई जाती है.

इस संदर्भ में कौस्मैटोलौजिस्ट आश्मीन मुंजाल ने बालों और स्कैल्प की हैल्थ से जुड़ी कुछ जरूरी बातें बताईं:

तनाव से टूटते हैं बाल

हम अकसर मन में तनाव रखते हैं. छोटीछोटी बातों पर परेशान होते हैं. दिमाग में नैगेटिव भावनाएं रहती हैं. इस का सीधा असर हमारे बालों और स्कैल्प की हैल्थ पर पड़ता है. इसलिए सब से जरूरी है कि आप हमेशा अपने मन को शांत रखें, खुश रहें और सकारात्मक भावों से ओतप्रोत रहें. इस का अच्छा असर आप के बालों पर पड़ेगा. आप के बाल घने एवं चमकीले होंगे और स्कैल्प भी सेहतमंद रहेगी. डैंड्रफ वगैरह की समस्या भी नहीं होगी.

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