होली एक ऐसा त्यौहार है जिसमें हम भरपूर मस्ती और उत्साह के साथ एक दुसरे पर रंग डालते हुए मनाते है. लेकिन हमें यह भी पता होना चाहिए की यही रंग हमारे चेहरे और शरीर को नुकसान पंहुचा सकता है. शरीर को नुकसान से बचाने के लिए कुछ आसान से उपाय अपना कर  त्यौहार का पूरा मजा ले सकते हैं.

त्यौहार के दिन हम अपने परिवार और दोस्तों के साथ व्यस्त रहते है लेकिन जब रिलेक्स करने की बारी आती है तो थकावट से उभर नहीं पाते. इस समस्या से कैसे निपटे इस बारे में बता रहीं हैं Cleopatra beauty wellness & makeovers की beauty expert, R.cha aggarwal.

अगर हम होली में रंगों की बात करे तो देखा जाता है की लोगों की  पसंद विभिन्न हो होती है नेचुरल से लेकर ओरगेनिक  रंग तक. बाज़ार में हर तरह के रासायनिक रंग उपलब्ध है जो काफी कठोर  किस्म के पाए जाते है जो आपके चेहरे और बालों के लिए हानिकारक होता है. स्कैल्प हमारे शरीर का सबसे महत्तवपूर्ण अंग है. ये रासायनिक तत्व हमारे चेहरे और बालों को डैमेज कर देता है.

नेचुरल रंग जो फूल और पौधों से बना होता है जिसपर किसी तरह का कीटनाशक नहीं होता और जिसे हम सुरक्षा के साथ इस्तेमाल कर सकते है. जिन लोगो के स्किन सेंसेटिव और डिहाइड्रेट है और वे अगर किसी तरह के हार्मोनल इम्बैलेंस थाइरोइड  जैसे बीमारी से पीड़ित है, उन्हें होली से बचना चाहिए. इन लोगो को खासकर होली के 15 दिन पहले से अपनी त्वचा का ध्यान रखना शुरू कर देना चाहिए.  या तो उन्हें टीट्री  या फिर लेवेंडर ऑयल लगभग 30 मिनट तक लगाकर रखने के बाद नहाना चाहिए. ऐसा रोजाना दो बार करना ही चाहिए. ये आपको को होली के रंग से बचने में मदद करेगा.

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