आज हमारी लाइफ बड़ी अव्यवस्थित हो गई है. ऐसे में अगर आप हर्बल बाथ या कहें शाही स्नान करेंगी तो आप को अद्भुत तरोताजगी महसूस होगी. जानिए कुछ खास शाही स्नान के बारे में:
क्लियोपेट्रा बौडी पौलिशिंग
इतिहास की सब से खूबसूरत महिलाओं में शुमार मिस्र की महारानी क्लियोपेट्रा खूबसूरत बनी रहने के लिए दूध से स्नान करती थीं. हालांकि तुर्की में हुए एक अध्ययन के अनुसार ये महारानी अपना यौवन बरकरार रखने के लिए गधी के दूध से नहाती थीं. खूबसूरत दिखने के लिए ऐसी अजीबोगरीब हरकत करने वाली वे अकेली महारानी नहीं थीं. अध्ययन में गधी के दूध में गाय के दूध की तुलना में कम वसा पाई गई, जो हर लिहाज से बेहतर है. क्या आप भी अपनी खूबसूरती बरकरार रखने के लिए दूध का स्नान लेना चाहती हैं? फेब मीटिंग के दौरान फैशन मेकअप ऐंड वैलनैस ऐक्सपर्ट संगीता साहनी ने दूध से स्नान करना बताया. क्लियोपेट्रो बौडी मसाज का मतलब यहां बौडी पौलिशिंग से है, जिस में दूध का भी इस्तेमाल किया जाएगा. सब से पहले संगीता ने कई प्राकृतिक व हर्बल तत्त्वों को बांध कर एक मलमल के कपड़े की पोटली तैयार की, फिर उसे कुनकुने गाढ़े दूध में डिप कर के उस से मौडल को बौडी मसाज देनी शुरू की.
10 मिनट तक पूरे शरीर पर मसाज देने के बाद उन्होंने हाथों से भी दबाते हुए मसाज की. मसाज करने से बौडी की डैड स्किन निकल जाती है, और टैनिंग भी रिमूव हो जाती है. इस पोटली में भरे मिश्रण को यानी स्क्रब को नैचुरल तरीके से बनाया गया है, जो रंगत को निखारने का काम भी करता है. यह एक प्राकृतिक उपचार है. इस का कोई साइड इफैक्ट नहीं होता. बस ध्यान रखें कि बौडी मसाज के कुछ दिनों बाद तक कैमिकलयुक्त किसी भी प्रोडक्ट का बौडी पर इस्तेमाल करने से बचें. इस दूध की मसाज देने का फायदा यह है कि यह त्वचा की मृत कोशिकाओं को हटाता है और टैनिंग भी खत्म कर देता है, जिस से त्वचा में कोमलता व निखार आता है. पोटली में मिले हर्बल तत्त्वों में ही त्वचा को निखारने वाले तत्त्व भी मिले होते हैं, जिन्हें दूध में डिप कर शरीर में कोमलता व सुंदरता दोनों आ जाते हैं. दूध की मसाज देने से शरीर चिपचिपा नहीं होगा, क्योंकि पोटली में कई ऐसे प्राकृतिक तत्त्व मौजूद हैं, जो शरीर को चिपचिपा नहीं होने देते.
संगीता के अनुसार, ‘‘गरम पानी या कुनकुने दूध से स्नान करने पर मांसपेशियों को सेंक लगता है. इस के अलावा कोशिकाओं के बंद हो चुके छेद भी खुलने लगते हैं, जिस से हवा पास होने लगती है और पसीना बाहर आता है. बाथ टब में भरे गरम पानी में स्नान करने से शरीर के हर भाग को सेंक लगता है, जिस से थकान भी दूर हो जाती है. हां पानी उतना ही गरम हो जितना शरीर सह सके.’’
रौयल थाई मसाज
रौयल थाई मसाज तेलों के बगैर होने वाली ड्राई मसाज है. इस मसाज में हथेली, कुहनी और पैर से दाब लगाते हैं. रौयल थाई मसाज में हर्बल चीजों की पोटली से मालिश की जाती है. इस मसाज को करने पर दावा किया जाता है कि इस से अस्थमा, माइग्रेन, मोच, बेचैनी आदि में फायदा होता है. यह मसल्स को भी लचीला बनाती है. लिहाजा खिलाडि़यों के लिए यह मसाज बहुत फायदेमंद है. अगर किसी को तेल से ऐलर्जी हो तो वह भी इस ड्राई मसाज का लाभ उठा सकता है.
रिपुंजेल फेशियल (हर्बल फेशियल)
सब से पहले चेहरे की गुलाबजल से मसाज करें. फिर बादामरोगन की कुछ बूंदें हाथ पर लगा कर चेहरे की मसाज करें. इस फेशियल में पानी का प्रयोग नहीं होता. ऐसा करीब 10 मिनट तक करें. क्लाइंट जितना आप के हाथों का प्रैशर सहन कर पाए उतना ही तेज या कम हाथ चलाएं. अब पोटली (हर्बल, प्राकृतिक तत्त्वों से बनी) को कुनकुने दूध में भिगो कर पूरे चेहरे पर घुमाएं. ऐसा करीब 5-7 मिनट तक करें. फिर 5 मिनट हाथ से मसाज दें. बीचबीच में कभी पोटली तो कभी हाथों को चलाती रहें. ऐसा चेहरे पर दूध के सूख जाने तक करें. अंत में बादाम औयल लगाएं और एक बार फिर मसाज दें. अब हर्बल नीम पैक लगाएं और सूख जाने पर पैक को पानी से उतार दें.
पेन रिलीफ पोटली
पोटली मसाज से रक्तसंचार तो सुचारु होता ही है, यह और भी कई स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं में भी फायदा करती है. यह स्किन को भी निखारती है.
कैसे करें पोटली को इस्तेमाल
पहले पोटली से मांसपेशियों को हलके हाथों से मसाज दें. पेन रिलीफ पोटली को हौट प्लेट पर रखें और थोड़ा सा तेल या कुनकुने दूध में पोटली डिप करें. इस बंधी पोटली से पूरे शरीर की मसाज करें.
कब न करें पोटली का इस्तेमाल
अगर आप को गठिया की बीमारी या त्वचा में किसी भी प्रकार की जलन महसूस हो अथवा कोई त्वचा रोग हो तो इस पोटली को कतई इस्तेमाल न करें.
हर्बल मिल्क बाथ (एलिजाबेथ स्टाइल)
बौडी मसाज कराने के बाद मिल्क बाथ लेना भी जरूरी है. इसे एलिजाबेथ स्टाइल नाम भी दे सकते हैं. यह बाथ भी शारीरिक थकान, दर्द व टैनिंग तो रिमूव करेगा ही साथ ही पूरे शरीर की त्वचा भी निखर जाएगी. यह स्नान ठंडक का भी एहसास कराता है. 4 लिटर दूध में चुटकी भर पिसी कच्ची हलदी, 2 छोटे चम्मच मुलैठी पाउडर, थोड़ा सा अमलतास, 1/2 छोटे चम्मच सल्फर, 1/2 चम्मच सरेवा, थोड़ी सी मजीठी, थोड़ी गुलाब की पंखुडि़यां, 2 चम्मच गुलाबजल व 1 चम्मच लाल चंदन. इन सब हर्बल तत्त्वों को दूध में डाल कर तब तक उबालें जब तक कि 21/2 लिटर न रह जाए. अब इस मिश्रण को लोटे में डाल कर फै्रश गुलाब की पंखुडि़यां मिला कर बादाम औयल शरीर पर लगाने के बाद धार बनाती हुई डालती जाएं और दूसरे हाथ से मसाज भी देती जाएं.
VIDEO : फंकी लेपर्ड नेल आर्ट
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