मौनसून की फुहार जितनी राहत गरमियों से देती है, उतनी ही परेशानियां भी वह हमारे लिए ले कर आती है. मौनसून के मौसम में आप घर पर हों, औफिस में या बाहर निकलें, हर जगह आप को नमी महसूस होती है. इस का सब से अधिक असर त्वचा पर पड़ता है, इसलिए मौनसून में त्वचा की देखभाल हमें सब से अधिक करनी पड़ती है. त्वचा में कभीकभी फंगल इन्फैक्शन भी होता है, जिसे अगर सावधानी बरती जाए तो दूर रखा जा सकता है. मुंबई के द कौस्मैटिक सर्जरी इंस्टिट्यूट की डर्मैटोलौजिस्ट डा. सोमा सरकार कहती हैं कि बरसात में त्वचा संबंधी समस्या एवं फंगल इन्फैक्शन इसलिए अधिक होता है, क्योंकि त्वचा में अधिक समय तक नमी रहती है. इन सब से बचाव के लिए हलके गरम पानी से नहाना और ऐंटीफंगल क्रीम, साबुन और पाउडर का प्रयोग उपयुक्त होता है. पर निम्न टिप्स इस के लिए ज्यादा उपयोगी हैं:

त्वचा को 3 से 4 बार बिना साबुन वाले फेसवाश से धोएं, जिस से त्वचा पर जमा तैलीय पदार्थ और धूल निकल जाए.

ऐंटीबैक्टीरियल टोनर का प्रयोग मौनसून में अधिक लाभदायक होता है. यह स्किन को संक्रमण और फटने से बचाता है.

मौनसून में कई बार लोग सनस्क्रीन लगाना नहीं चाहते जबकि बादल से भी यूवी किरणें हम तक पहुंचती हैं. इसलिए सनस्क्रीन लोशन या क्रीम अवश्य लगाएं.

इस मौसम में लोग पानी कम पीते हैं, जिस से त्वचा में नमी कम हो जाती है. हमेशा नियमित रूप से 7 से 8 गिलास पानी अवश्य पीएं.

अच्छे स्किन स्क्रबर से रोज अपने चेहरे को साफ करें.

मौनसून में कभी हैवी मेकअप न करें.

खाने में जूस, सूप अधिक लें. किसी भी प्रकार की सब्जी को पकाने से पहले अच्छी तरह धो अवश्य लें. हो सके तो हलके गरम पानी से धोएं.

जब भी आप बाहर से घर आएं, तो हलके गरम पानी और साबुन से हाथपैर धो कर अच्छी तरह सुखा लें. बाद में मौइश्चराइजर लगा लें. इस मौसम में पैरों का खास ध्यान रखना पड़ता है. नमी और अधिक समय तक गीलेपन में रहने की वजह से फंगल इन्फैक्शन उन्हीं में ज्यादा होता है. इस मौसम में बंद और गीले शूज कभी न पहनें. अगर आप के शूज गीले हो जाएं तो उन्हें उतार कर सुखाने की कोशिश करें. इस के साथ ही समयसमय पर पैडिक्योर अवश्य करवाएं. बालों की देखभाल मौनसून में खासतौर पर करनी पड़ती है. इस मौसम में पसीने के साथसाथ बाल कई बार गीले भी हो जाते हैं, इसलिए सप्ताह में 2 से 3 बार शैंपू करें. साथ में कंडीशनर लगाना न भूलें. इस के अलावा जब भी बारिश के पानी से बाल गीले हों तो उन्हें टौवेल से अच्छी तरह सुखा लें. सप्ताह में 1 दिन बालों में तेल अवश्य लगाएं. इस के आगे डा. सोमा सरकार कहती हैं कि मौनसून में तंग और कसे हुए कपड़े कभी न पहनें. नायलौन फैब्रिक की जगह सूती कपड़े पहनें और इस मौसम में आभूषण हमेशा कम पहनें ताकि आप की त्वचा सांस ले सके.

मौनसून में कुछ घरेलू पैक आप समयसमय पर लगा सकती हैं, जो निम्न हैं:

अनारदाने ऐंटीऐजिंग का काम करते हैं और विटामिन सी से भरपूर होने की वजह से ये सूखी त्वचा के लिए लाभप्रद होते हैं. पिसे हुए 2 चम्मच अनारदाने व 1 कप कच्चे ओटमील को एक कटोरी में ले कर उस में 2 बड़े चम्मच शहद व थोड़ी छाछ मिला कर पेस्ट बना लें और चेहरे पर 10 मिनट तक लगा कर रखें. इस के बाद हलके गरम पानी से चेहरा धो लें.

एक सेब को मसल लें. उस में 1-1 चम्मच चीनी और दूध मिला लें. अच्छी तरह फेंट कर उस में कुछ बूंदें कैमोमिल की मिला कर फेसपैक बनाएं और 15 मिनट तक

चेहरे पर लगा कर रखें. इस के बाद चेहरा धो लें. इस से आप की त्वचा की डलनैस कम हो जाएगी.

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