अमिताभ बच्चन कल भी सुपरस्टार थे, आज भी सुपरस्टार हैं और जब तक जीएंगे, तब तक सुपरस्टार ही रहेंगे. उनसे सुपरस्टार होने का यह श्रेय कोई नहीं छीन सकता. क्योंकि इतना कुछ कर चुकने के बाद आज भी वह हर दिन अपने अभिनय से चमत्कार गढ़ते हैं. उनके फिल्म गुलाबो-सिताबों के लुक को देखकर हिंदुस्तान ही नहीं पूरी दुनिया के बड़े बड़े सितारे दंग हैं, उनकी सीखने की अद्भुत ललक और कुछ भी कर गुजरने के समर्पण को सैल्यूट कर रहे हैं. एक किस्सा इन दिनों खूब आपस में सुना सुनाया जा रहा है, पता नहीं वो सही है या गाॅसिप. लेकिन कहा जा रहा है कि जिस समय अमिताभ बच्चन गुलाबो-सिताबों की लखनऊ में शूटिंग कर रहे थे, तो एक दिन उनके निर्देशक शूजित सरकार ही उन्हें नहीं पहचान पाये. भले यह कुछ क्षणों के लिए ही हुआ हो, लेकिन यह अमिताभ की अदाकारी का अद्भुत नमूना था.

अभिनय, वाइसओवर, विज्ञापन, अभिव्यक्ति का शायद ही कोई ऐसा प्लेटफाॅर्म हो, जहां अमिताभ बच्चन 78 साल की उम्र में भी छाये हुए न हों. उनका सबसे नया चमत्कार है- गूगल मैप्स की आवाज होना. जी, हां! अमिताभ बच्चन अब आपको दाएं मुड़ो, बाएं मुड़ो, सीधे चलो, रूको, नीचे उतरो. यह सब भी कहते मिलेंगे. क्योंकि अमिताभ बच्चन ने गूगल मैप्स में आवाज दी है. कभी कभी हैरानी होती है और लगता है कुछ घटनाएं इतिहास में अपवाद होने के लिए होती है. खासकर यह बात तब दिमाग में आती है, जब हमें यह पता चलता है कि एक जमाने में अमिताभ बच्चन को रेडियो इंटरव्यू में फेल कर दिया गया था, क्योंकि आॅडिशन में उनकी आवाज को रेडियो के लिए परफेक्ट नहीं माना गया था. आज उन्हीं अमिताभ को पूरी दुनिया आवाज का जादूगर कहती है.

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