फिल्म ‘दंगल’ में गीता फोगाट के बचपन की भूमिका निभाकर सफलता प्राप्त करने वाली कश्मीरी गर्ल और अभिनेत्री जायरा वसीम की फिल्म ‘सिक्रेट सुपरस्टार’ भी हिट रही, वह ग्लैमर और ‘शोबिज’ की दुनिया से दूर रहना पसंद करती हैं. वह शांत और शाय नेचर की हैं और बहुत कम बोलती हैं. जायरा बचपन से ही अलग कुछ करने की इच्छा रखती थी, लेकिन ये क्षेत्र अभिनय ही होगा, उन्हें पता नहीं था. छोटी उम्र में उन्होंने कुछ विज्ञापनों में काम किया था. वहीं से उन्हें फिल्मों में आने का मौका मिला.

जब आमिर खान अपनी फिल्म ‘दंगल’ के लिए फ्रेश चेहरे की तलाश कर रहे थे. उस समय उनके स्कूल की प्रिंसिपल ने उन्हें अपना नाम देने के लिए प्रेरित किया. जायरा ने अपनी तस्वीर भेजी और ऑडिशन के बाद चुन ली गयी, लेकिन उनके माता-पिता ने उन्हें फिल्मों में काम करने से मना कर दिया था, लेकिन अंत में परिवार जन और प्रिंसिपल के कहने पर वे मान गए.

जायरा समय के साथ चलना पसंद करती हैं और पहले से कुछ प्लानिंग नहीं करती. काम के साथ-साथ वह अपनी पढ़ाई भी जारी रखती हैं, यही वजह है कि उन्होंने इस साल 10वीं की परीक्षा में 92 प्रतिशत अंक प्राप्त किए हैं. अभिनय के अलावा जायरा को संगीत में भी रूचि है.

श्रीनगर के हवल इलाके में जन्मी जायरा के पिता जाहिद वसीम बैंक कर्मचारी है, जबकि उसकी मां ज़र्का वसीम हैं. उनकी इस कामयाबी में वह अपने माता-पिता का हाथ मानती हैं, जो हमेशा उनका साथ देते हैं. जायरा अपनी किसी भी सफलता को अपने परिवार के साथ मनाना पसंद करती हैं, लेकिन इस बार अपना 17वां जन्मदिन उन्होंने अपने दर्शकों और फैन्स के साथ मनाया. वह कश्मीर में रहती हैं और काम के लिए सिर्फ मुंबई आती हैं.

वह हर भूमिका को बड़ी मेहनत से निभाती हैं और जरुरत की सारी ट्रेनिंग लेती हैं. फिल्म ‘दंगल’ के समय उन्होंने रेसलिंग मैट पर खूब पसीना बहाया, तो सिक्रेट सुपरस्टार के लिए उन्होंने गाना गाकर गिटार बजाना भी बारीकी से सीखा. कामयाबी के अलावा जायरा को कई कंट्रोवर्सी से भी गुजरना पड़ा. जिन्हें वह अब याद करना नहीं चाहती. सिक्रेट सुपरस्टार की सफलता पर जायरा से बातचीत हुई, पेश है अंश.

प्र. क्या फिल्मों में आना एक इत्तफाक था या आप चाहती थी?

मैंने कभी भी नहीं सोचा था कि मैं फिल्मों में काम करुँगी. ये एक इत्तफाक ही था. फिल्म ‘दंगल’ के समय जब मैं ऑडिशन दे रही थी, तो लगा नहीं था कि मैं चुन ली जाउंगी. उसी प्रकार फिल्म ‘सिक्रेट सुपरस्टार’ के दौरान भी अनुभव था. मुझे जो मिला है, उसमें मैं बहुत खुश हूं.

प्र. किसी भी फिल्म को रियल बनाने में आपका अपना कितना एफर्ट शामिल होता है और कैसे?

मैं किसी भी बात से अगर कन्विंस नहीं होती, तो उसे करने के लिए राजी नहीं होती. कोशिश करने पर भी मैं उसे नहीं कर सकती. मैंने इस फिल्म में सिंगर की भूमिका निभाई है, लेकिन कोई अगर मुझसे मजाक में भी कहे कि मैं उनके लिए कुछ गा दूं, तो मैं नहीं गा सकती, क्योंकि मैं जानती हूं कि मैं एक अच्छी गायिका नहीं हूं. जिसे मैं ठीक से नहीं कर सकती, उसे मैं कभी नहीं करती.

प्र. दो सफल फिल्म से आपकी जिंदगी कितनी बदली है? अब कश्मीर जाने पर लोगों की प्रतिक्रिया कैसी रहती है?

मैं डेस्टिनी पर विश्वास करती हूं, उसकी वजह से ही मैं यहां तक पहुच पायी हूं. इसके बाद मेरी मेहनत थी. जिंदगी पहले की तरह ही है, केवल कुछ और लोग मुझे जानने लगे है. कश्मीर जाने पर लोगों का बहुत प्यार मिला है, इससे मुझे बहुत खुशी मिली.

प्र. रियल लाइफ में आप कैसी लड़की है?

मैं बहुत शाय और प्राइवेट पर्सन हूं. सेट पर भी मैं अधिक बात नहीं कर पाती, कैमरा ऑन होते ही मैं अपने चरित्र में घुस जाती हूं. कई बार वैसे ‘इंटेंस सीन्स’ से निकलना मेरे लिए मुश्किल होता है. इसके अलावा मैं बहुत खराब जोक्स मारती हूं. मैं जानती हूं कि वे मजाकियां नहीं हैं, पर इसे मैं अपनी कमियों को छुपाने के लिए करती हूं.

प्र. आपके यहां तक पहुंचने में परिवार का कितना सहयोग रहा?

आज मैं जहां हूं, इसकी वजह मेरे माता-पिता ही हैं, जिन्होंने हर पल मेरा साथ दिया.

प्र. आमिर खान के साथ काम करते हुए आपने क्या सीखा?

उनके ‘पैंशन’ को मैंने फोलो किया कि किस तरह वे काम करते हैं, किस तरह से हर बारीकियों को देखते हैं आदि. इसके अलावा पहली फिल्म में उनकी साइज और लुक, दूसरी फिल्म में उनकी साइज और लुक दोनों ही मेरे लिए चौकाने वाली थी.

प्र. आपको अबतक मिला सबसे अच्छा कौम्प्लीमेंट क्या है?

फिल्म ‘सिक्रेट सुपरस्टार’ के कई दृश्य इतने इमोशनल हैं कि इसे देखकर मेरे पिता की आंखों में आसूं आ गए थे, यह मेरे लिए सबसे अच्छाकौम्प्लीमेंट है, क्योंकि इससे पहले मैंने अपने पिता को कभी रोते हुए नहीं देखा था. वे रोये और मुझे गले से लगा लिया. इस तरह मेरी भूमिका ने सबको प्रभावित किया और वही मेरा मकसद था.

प्र. आपका ड्रीम रोल क्या है?

अभी सोचा नहीं है, पर कंगना रनौत के साथ अभिनय करना चाहती हूं. मैं ‘फ्लो’ के साथ चलती हूं.

प्र. क्या कश्मीर में कुछ बदलने की इच्छा रखती है?

मैं कश्मीर से अधिक अपने आप में बदलना चाहती हूं. वहां के लोग खुद अपने आप में काफी बदलाव ला रहे हैं, जो खुशी की बात है.

प्र. अभिनय के अलावा और क्या करना पसंद करती हैं?

अभी तो पढ़ाई और अभिनय पर ही ध्यान केन्द्रित है. इसके बाद समय नहीं मिलता.

प्र. पढाई के साथ अभिनय का संतुलन कैसे बिठाती हैं?

अभिनय के साथ पढ़ाई को जारी रखने के लिए काफी संघर्ष करना पड़ता है, लेकिन मुझे पता है कि कैसे कौन सा काम करना है . ऐसे में सामंजस्य करना भी आ जाता है. मुझे अभिनय और पढ़ाई दोनों ही पसंद है, इसलिए समय निकालना मुश्किल नहीं होता.

प्र. कितनी फूडी हैं? कितनी फैशनेबल हैं?

मुझे जंक फूड बहुत पसंद है. खाना बनाने का शौक नहीं, पर जरुरत पड़ने पर बना लेती हूं. मुझे अधिक फैशन पसंद नहीं. साधारण कपड़ों में रहना पसंद करती हूं.

प्र. यूथ के लिए क्या संदेश देना चाहती हैं?

जो भी आप सोचें, उसमें पैशन का होना बहुत जरूरी है. वही आपको आपकी मंजिल तक ले जाता है.

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