बौलीवुड और संगीत जगत में ‘टी सीरीज’ कंपनी का अपना बड़ा नाम व बड़ी हैसियत है.लेकिन पिछले दो तीन वर्षों से इसके कर्ता धर्ता भूषण कुमार पता नही किसकी सलाह पर काम कर रहे हैं कि उनके कई वफादार साथी व कर्मचारी उन्हें अलविदा कहकर जा चुके हैं.वास्तव में यह सारा खेल तब से शुरू हुआ,जब से टीसीरीज ने अपनी पीआर कंपनी में बदलाव किया है.एक वक्त वह था जब ‘टीसीरीज’ में विनोद भानुशाली बहुत बड़ी हस्ती हुआ करते थे,लेकिन तीन चार साल पहले ही विनोद भानुशाली ने ‘टी सीरीज’ को अलविदा कह कर अपनी खुद की प्रोडक्शन कंपनी ‘‘भानुशाली स्टूडियोज’’ की शुरूआत कर दी.एक तरफ ‘भानुशाली स्टूडियोज’ निर्मित फिल्में बाक्स आफिस पर सफलता के झंडे गाड़ रही हैं,तो दूूसरी तरफ ‘टी सीरीज’ निर्मित फिल्मों को दर्शक ही नही मिल रहे हैं.

24 नवंबर को टीसीरीज के भूषण कुमार निर्मित और अखिलेश जायसवाल निर्देशित फिल्म ‘‘स्टार फिश’’ प्रदर्शित हुई.इस फिल्म की नायिका भूषण कुमार की बहन खुशाली कुमार ही हैं.खुशाली कुमार ‘टीसीरीज’ में हिस्सेदार भी हैं. फिल्म ‘स्टार फिश’ की कहानी पूरी तरह से भटकी हुई है. बीना नायक के उपन्यास ‘‘स्टार फिश पिकल’’पर आधारित इस फिल्म की पटकथा बीना नायक,आदित्य भटनागर व अखिलेश जायसवाल ने लिखी है. फिल्म में सेक्स,ड्ग्स और शराब के दृश्यों की भरमार जरुर है,मगर इसकी कहानी इस कदर उलझी हुई है कि फिल्म देखने के बाद इसके निर्माताओं ने भी इसे देखने की उम्मीद छोड़ दी होगी.उस पर प्रचार कंपनी ने भी कील ठोक दी. लोग अपनी गलतियों से सबक लेकर उस गलती केा सुधारने का प्रयास करते हैं,मगर ‘स्टार फिश’ की निर्माण कंपनी के साथ ही नायिका खुशाली कुमार ने भी अपनी गलती को सुधारते हुए अपने अभिनय में सुधार लाने का कोई प्रयास नही किया.अभिनय के मामले में खुशाली कुमार अपनी पहली फिल्म के मुकाबले इस फिल्म में ज्यादा निराश करती हैं.

सूत्रों की माने तो इस फिल्म को पूरे देश भर के हजार स्क्रीन्स में प्रदर्शित किया गया,मगर यह फिल्म पहले दिन हजार स्क्रीन्स से सिर्फ पांच लाख रूपए ही कमा सकी.बाक्स आफिस पर इतनी दुर्गति तो किसी भी फिल्म की नही हुई. यह हालात तब है जब बौलीवुड के बिकाउ फिल्म आलोचकों ने इस अति घटिया फिल्म को पांच में से चार और साढ़े चार स्टार दिए हैं. वास्तव में ‘टीसीरीज’ और फिल्म ‘‘स्टार फिश’’ की प्रचार कंपनी ने फिल्म को दर्शकों तक पहुॅचाने के लिए कोई काम नही किया. खुशाली कुमार सहित इस फिल्म के कलाकारों ने भी सिर्फ उन्ही पत्रकारों से बात की थी,जिन्होने इस फिल्म को पांच में से चार या साढ़े चार स्टार देने का वादा किया था.फिल्म के प्रदर्शन से पहले ही फिल्म की निर्माण कंपनी ने इन पत्रकारों के नाम के साथ इनके द्वारा दिए गए स्टार का विज्ञापन भी सोशल मीडिया सहित कई जगह पोस्ट कर दिया.मगर फिल्म तो दर्शकांे तक पहुंच ही नही पायी.इसलिए थिएटर खाली पड़े रहे.

खुशाली कुमार ने म्यूजिक वीडियो से अपने कैरियर की शुरूआत की थी.उसके बाद 2022 में वह आर माधवन व अपारशक्ति खुराना के साथ फिल्म ‘धोखाः राउंड द कार्नर’’ में नजर आयी थी.इस फिल्म ने भी कुल तीन करोड़ ही कमाए थे.यानी कि यह फिल्म भी सुपर फ्लाप थी.इसका निर्माण भी टीसीरीज ने किया था और इस फिल्म की प्रचार कंपनी वही थी,जिसने ‘स्टार फिश’ का प्रचार किया है.इतना ही नहीं टीसीरीज निर्मित फिल्म ‘‘आदि पुरूष’’ का प्रचार भी इसी प्रचार कंपनी ने किया था. बौलीवुड और फिल्म आलोचकों के बीच चर्चा है कि टीसीरीज को उनकी प्रचार कंपनी ही डुबाने पर आमादा है.

टीसीरीज हो या कोई अन्य फिल्म निर्माण कपंनी उसे अपनी फिल्म के लिए अच्छी कहानी चुनने के बाद अच्छे निर्देशक व अच्छे कलाकारों के साथ ही एक अच्छा प्रचारक चुनने पर ध्यान देना चाहिए, जो फिल्म का सही ढंग से प्रचार कर दर्शकों के बीच फिल्म को लेकर उत्सुकता पैदा कर सके.

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