हीरोइन सोहा अली खान का भोपाल से गहरा नाता है. उन के पिता मशहूर क्रिकेटर मंसूर अली खान पटौदी यहां के नवाब थे. हालांकि नवाब खानदान के वारिसों में जायदाद की जंग अदालत में चल रही है, लेकिन सोहा अली खान इस बारे में बोलने से कतराती हैं.

बीते दिनों वे एक जलसे में भोपाल आईं तो हमारे संवाददाता ने उन से बातचीत की. पेश हैं, उसी के कुछ खास अंश:

सुना है आप ने मंगनी कर ली है?

जी हां, आप ने ठीक सुना है. मैं ने कुनाल खेमू से मंगनी कर ली है.

शादी कब कर रही हैं?

अभी जल्दी नहीं है. अभी दोनों एकदूसरे को और समझ लेना चाहते हैं.

क्या भोपाल में शादी करेंगी?

अभी कुछ नहीं कह सकती पर इतना तय है कि शादी के बाद एक दावत यहां पटौदी हाउस में जरूर दूंगी. आखिर यह हमारा घर है. एक दावत तो यहां बनती ही है.

क्या आप की और भी फिल्में आ रही हैं?

जी हां, अक्तूबर में एक अहम फिल्म रिलीज होने वाली है, जो 1984 में हुए सिक्ख दंगों पर बनी है. एक और फिल्म ‘जीने दो’ राहुल बोस के साथ कर रही हूं, जिस के डाइरैक्टर वरुण मल्होत्रा हैं. यह एक अलग तरह की लव स्टोरी है.

घर वालों से कैसा तालमेल है?

बहुत बेहतर है. भाई सैफ अली खान न केवल जिंदगी, बल्कि फिल्मों को ले कर भी मुझे मशवरा देते रहते हैं. मैं उन के जरीए जिंदगी को एक मर्द के नजरिए से देख पाती हूं जबकि मां मुझे गलत और सही की सीख देती रहती हैं.

और भाभी करीना?

करीना उम्र में मुझ से छोटी हैं, लेकिन उन का फिल्म इंडस्ट्री में तजरबा मुझ से ज्यादा है. एक तरह से वे मेरी सीनियर हैं. हम दोनों अच्छी सहेलियां हैं और वक्त मिलने पर बौलीवुड पर गपशप करती रहती हैं.

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