बॉलीवुड अभिनेत्री कैटरीना कैफ की फिल्म ‘बार बार देखो’ का गाना लोगों की जुबान पर है. लेकिन आरोप लग रहे हैं कि गाने को फिल्म में शामिल करने को लेकर गीत के लेखक से सच नहीं बताया गया. इस गीत के लेखक होने का दावा करने वाले अमरीक सिंह पंजाब पुलिस में कांस्टेबल हैं.

कैटरीना के काले चश्मे का हर कोई कायल हो रहा है लेकिन काले चश्मे वाले इस गीत के पीछे क्या कोई काला खेल हुआ है? पंजाब पुलिस के कांस्टेबल अमरीक सिंह शेरा इन दिनों कपूरथला में तैनात हैं और उनकी मानें तो अमरीक इस गीत के असली लेखक हैं और फिल्म ‘बार बार देखो’ में इस गाने को शामिल करने से पहले उनसे झूठ बोला गया.

अमरीक सिंह के मुताबिक मुंबई से आए लोगों ने उनसे कहा कि सीमेंट कंपनी के कार्यक्रम में गाना चलना है. और इसकी इजाजत के लिए उन्हें 11 हजार रुपये दिये गये. अमरीक सिंह गाने की सफलता से खुश भी हैं लेकिन फिल्मकारों की तरफ से सच छिपाने को लेकर दुखी भी.

विवाद की बातों से बाहर निकलते हुए अब आपको इस गाने के लिखे जाने के पीछे की दिलचस्प कहानी बताते हैं. हुआ कुछ यूं कि साल 1990 में अमरीक सिंह दोस्तों के साथ चंडीगढ़ गये थे. वहां उन्होंने देखा कि एक पुलिस वाला खूबूसरत लड़की को जिसने सुंदर कपड़े पहने थे और आंखों पर काला चश्मा लगाया था उसे लगातार देख रहा है. इस तस्वीर को 9 साल की उम्र में अमरीक ने आंखों में कैद किया और काला चश्मा लिख दिया.

छोटी मोटी कंपनियों ने गाने को रिकॉर्ड तो किया लेकिन उतनी चर्चा नहीं हुई. अब कैटरीना की फिल्म से ये गाना सुर्खियों में हैं. तो सालों से गाना लिखना छोड़ चुके अमरीक का लेखक वाला हुनर भी हिलोरें मारने लगा है.

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