आप सब्जीवाले से जब सब्जी लेती हैं या पास के ही किसी स्टोर से घर का या जरुरत का कोई छोटे मोटे सामान की खरीददारी करती हैं तो आपको कई बार चेंज के तौर पर दस रुपये के सिक्के भी मिलते होंगे. अब ये बात तो आप भी जानती होंगी कि 10 रुपए के सिक्के को लेकर बहस अभी खत्म नहीं हुई है. फर्जी सिक्का बनाने वाले कई गिरोहों को पकड़ तो लिया गया है, फिर भी लोगों के बीच इस बात का डर है कि उनके पास जो 10 रुपए का सिक्का है वह नकली है या असली है!

हाल ही में नकली सिक्कों की खबर के बाद देश की कई अलग-अलग हिस्सों में लोग 10 रुपए का सिक्का लेने से बच रहे थे. यहां आज हम आपको बताएंगे कि आप कैसे 10 रुपए के असली और नकली सिक्कों को की पहचान कर सकती हैं.

असली-नकली की पहचान

10 रुपए के सिक्के में 10 लाइन्स बनी होती हैं, साथ ही सिक्के के बीच के हिस्से पर रुपए का सिंबल बना होता है. इसके अलावा अंको में 10 लिखा होता है. ये अंक ’10’ सिक्के के मध्यभाग और बाहरी भाग 6:4 के अनुपात में अंकित होता है.

हेड्स की तरफ से ऐसे पहचाने

असली सिक्कों की पहचान बहुत ही आसान है. हेड्स की तरफ से सिक्के की प्रमाणिकता को पहचानने के लिए आपको देखना होगा कि INDIA और भारत सिक्के पर कहां अंकित हैं. सिक्के पर INDIA और भारत साइट की तरफ आमने सामने होते हैं. जबकि नकली सिक्के में INDIA और भारत एक साथ उपर की तरफ लिखा होता है.

अशोक की लाट ध्यान से देखें

10 रुपए का सिक्का हेड्स की तरफ से देखने पर अशोक की लाट यानि भारतीय राजपत्र का चिह्न आपको स्पष्ट दिखेगा जबकि नकली सिक्के में यह चिह्न छोटा और अस्पष्ट होगा. इसके अलावा 10 रुपए के असली सिक्के में ‘स्त्यमेव जयते’ छोटे अक्षरों में लिखा होगा जो कि ठीक अशोक की लाट के नीचे अंकित होगा. जबकि नकली सिक्के में यह अछर बड़े और धुंधले होंगे.

अपने आसपास भी दें जानकारी

इन तीन स्टेप्स को अपनाकर आप 10 रुपए के असली और नकली सिक्के का फर्क जान सकते हैं. इसके बारे में आप अपने साथ के लोगों और दोस्तों को भी बताएं जिससे वह नकली सिक्कों को पहचान सकें और बाजार में फैले नकली सिक्कों को लेने से बच सकें.

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