जब प्यार होने लगे गहरा

प्यारकरना तो आसान है मगर उसे निभाना और कायम रखना बहुत मुश्किल होता है. प्यार तभी सफल हो पाता है जब दोनों एकदूसरे को अच्छी तरह समझनेजानने लगते हैं. एकदूसरे के प्रति पूरा विश्वास बना कर रखते हैं और छोटीछोटी बातों को नजरअंदाज कर देते हैं. प्यार जब गहरा होने लगे तो कुछ बातों का खयाल जरूर रखें.

1. सीक्रेट करें जाहिर

जब आप एकदूसरे के साथ गहराई से जुड़ जाते हैं तब आप दोनों के बीच कोई राज नहीं रहना चाहिए. आप वास्तव में किसी के करीब हैं तो अपनी खूबियों के साथसाथ अपने व्यक्तित्व के नकारात्मक पहलू को उजागर करने से न घबराएं. भले ही एकसाथ अपनी सारी नैगेटिव बातें न बताएं मगर धीरेधीरे हर राज खोलने शुरू करें. शुरुआत में आप इस बात पर भी गौर करें कि जब आप अपने साथी को अपनी कुछ नैगेटिव बातें बताते हैं तो उस का क्या रिऐक्शन होता है. यदि वह आप से सचमुच प्यार करता होगा तो आप के  व्यक्तित्व के अच्छे और बुरे दोनों पहलुओं को स्वीकार करेगा और उस के प्यार में कोई कमी नहीं आएगी.

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2. दिल की बातें

कई बार जिसे हम चाहते हैं, उस से अपनी अपेक्षाओं और मन में चल रही उलझन को शेयर नहीं कर पाते. संभव है कि आप का पार्टनर कुछ समय से आप को औफिस के बाद फोन नहीं कर रहा है, जबकि पहले वह हरदिन एक घंटे बात करता था. ऐसे में आप महसूस करेंगी कि जैसे अब उस का प्यार कम हो गया है. वह आप से बोर हो गया है और आप इस रिश्ते को ले कर इनसिक्योर फील करती हैं. यह सोच गलत है. आप साफतौर पर उसे अपनी इच्छा से अवगत कराएं कि औफिस के बाद आप उस के फोन का इंतजार करती हैं. हो सकता है कि वह अपने किसी प्रोजैक्ट में व्यस्त होने से ऐसा नहीं कर पा रहा. इस तरह बेवजह दूरी बनाने से अच्छा है कि बात स्पष्ट रूप से कर ली जाए.

3. पार्टनर पर हक न जताएं

अकसर हम सोचते हैं कि जिसे हम प्यार करते हैं उस का सारा वक्त सिर्फ हमारे लिए है, पर ऐसा नहीं होता. यह समझना बहुत जरूरी है कि आप का पार्टनर भी इंसान है और उस की अपनी अलग जिंदगी है. अपनी पसंद, अपने शौक और रिश्तेनाते भी हैं. हर समय अपने पल्लू से बांध कर रखने या अपनी इच्छानुसार उसे चलाने के बजाय उसे भी थोड़ी स्वतंत्रता और स्पेस दें, ताकि वह खुद को बंधा महसूस न करे और खुल कर आप के साथ एंजौय करे.

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4. झगड़ा प्यार से सुलझाएं

रिश्ते की मजबूती इस बात पर निर्भर करती है कि आप उस झगड़े को कैसे सुलझाते हैं. यह नियम बनाएं कि जब भी झगड़ा हो, दोनों में से एक शांत रहे, चुप हो जाए. कुछ देर के लिए एकदूसरे से दूर हो जाएं. 24 घंटे के अंदर उस मुद्दे पर फिर दोबारा डिस्कशन जरूर करें. क्रोध के समय झगड़ा सुलझाने का प्रयास उलटा असर दिखाता है, इसलिए कुछ घंटे बाद जब दोनों का दिमाग शांत हो जाए तब उस बात पर विचार करें.

बौयफ्रेंड से शादी करने से पहले जान लें ये बातें

अगर आप अपने प्रेमी के साथ शादी करने की सोच रही हैं तो बेहतर है कि आप उसके परिवार के लोगों से भी मिलना शुरू कर दें. किसी भी संबंध में रहना एक अलग बात है और शादी के बंधन में बंधना एक अलग बात है. हम ऐसा इसलिए कह रहे हैं क्योंकि शादी के बाद आपको उसी परिवार के साथ रहना है.

अगर आपको शादी के बाद पता चले कि आपने जिससे शादी की है वो व्यक्ति तो अच्छा है लेकिन उसका परिवार वैसा नहीं है, जैसा आप चाहती हैं तो आप क्या करेंगी. इसलिए चलिए आज जानते हैं कि आपको कौन-सी खास चीजें अपने साथी के परिवार के बारे में पता होनी चाहिए.

1. क्या परिवार का स्वभाव डोमिनेटिंग है

कोई भी इंसान आप पर अपने फैसले थोपने लगे या आप पर हावी होने लगे तो शायद उनका यह स्वभाव आपको बिल्कुल पसंद नहीं आएगा. इसलिए आप पहले ही जान लें कि कहीं उसके परिवार के सदस्यों का स्वभाव डोमिनेट करने वाला तो नहीं हैं. ऐसा कोई भी हो सकता है जैसे उसके पिता, मां, भाई या बहन. अगर ऐसा है तो अभी भी समय है कि आप एक बार फिर सोच लें, क्योंकि इस तरह के माहौल में आप खुद को एडजस्ट नहीं कर पाएंगी और फिर इससे आपके रिश्ते भी परेशानी में आ जाएंगे.

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2. क्या मां अपने बेटे पर बहुत हक जताती है

अगर आपके बौयफ्रेंड की मां उस पर जरुरत से अधिक हक जताती है तो आपके लिए उनके साथ रहना थोड़ा मुश्किल हो सकता है. अगर आप एक-दूसरे को पसंद करते हैं तो फिर आपको कोई परेशानी नहीं होगी. अगर मां उसके हर फैसले को नियंत्रित करती है तो हो सकता है कि आपको उनका दखलअंदाज करना पसंद ना आए. ऐसा हो सकता है कि आपका बौयफ्रेंड चाहे कि आप उसकी मां को हर चीज के लिए मनाएं लेकिन आप हर बार ऐसा नहीं कर पाएंगी और परेशान हो जाएंगी. इसलिए बेहतर है कि आप उसके परिवार से पहले ही मिल लें और उनके व्यवहार के बारे में जान लें.

3. पिता कहीं औथोरिटेरियन तो नहीं

शादी के बाद ऐसा ना हो कि उसके पिता अपने फैसलों को लेकर काफी संवेदनशील हो. बहुत परिवारों में बुजुर्ग इंसान चाहते हैं कि सभी लोग उनकी कही बात माने और उनके फैसलों का अनुसरण करें. अगर ऐसा होगा तो वो अपने बेटे के लिए खुद ही सारे फैसले लेना चाहेंगे जिससे आगे चलकर आपको समस्या हो सकती है.

4. क्या वो आपको बदलने की कोशिश कर रहे हैं 

जिस तरह आप किसी को बदल तो नहीं सकते हैं उसी तरह आप भी इस तरह के लोगों से साथ रहना पसंद नहीं करेंगे जो आपको बदलने की कोशिश करें. आपका अपना अलग स्वरुप और मिजाज है और अगर उसे कोई पसंद नहीं करता है तो वो उनकी समस्या है. इसलिए उनसे पहले मिलें और समझें कि क्या वो ऐसे लोग हैं जो आपको बदलने की कोशिश कर सकते हैं या कर रहे हैं. अगर हां तो बेहतर होगा कि खुद को उनसे दूर ही रखें.

5. भाई-बहन – अगर आप पहले ही उसके परिवार के सदस्यों से मिल लेंगी तो आप जान पाएंगी कि उसके भाई-बहन का स्वभाव कैसा है. क्या वो सबसे घुल-मिल कर रहते हैं या किसी नए इंसान का होना उनकी आंख में खलता है. इससे आप अंदाजा लगा पाएंगी कि शादी के बाद वो आपके साथ किस तरह से पेश आएंगे और आप उन्हें किस तरह ट्रीट करें. आपके बौयफ्रेंड को उसके भाई बहनों से काफी लगाव होगा जैसा कि हर इंसान को होता है इसलिए जरुरी है कि आप भी उन लोगों के साथ अच्छी समझ बना सके. इसके लिए मुलाकात करना आवश्यक है.

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6. सगे-सम्बंधी – उसके परिवार के सभी सदस्यों से मिलकर आप जानेंगी कि कहीं उसके सगे-सम्बंधियों का स्वभाव हर बात में दखलअंदाजी करने वाला तो नहीं है. अगर वो उसके परिवार के हर मामले में दखल देते हैं तो इससे आपको परेशानी हो सकती है. इसमें कोई शक नहीं है कि सगे-सम्बंधियों का स्वभाव मदद करने से ज्यादा परेशानी देने वाला होता है.

#lockdown: ब्यॉयफ्रैंड के Birthday पर मंगेतर ने दिया सरप्राइज गिफ्ट, दुनिया कर रही तारीफ

एक समय ही है जो कभी ठहरता नहीं है. आपने भी बड़े बुजुर्गों से सुना होगा कि समय बहुत बलवान होता, चाहे दुख की घड़ी हो या फिर सुख के पल, कुछ भी हमेशा के लिए नहीं होता है. यह हमारे उपर डिपैंड करता है कि किस क्षण को किस रूप में लेना है. सुख के पल को तो हम सभी मिलकर एंजौय करते हैं लेकिन जैसे ही कोई कठिन परिस्थिति आती है हम घबरा जाते हैं. जबकि हमें इसे भी सकारात्मक रूप में लेकर ये सोचना चाहिए कि बुरा वक्त भी कट जाएगा और सब ठीक हो जाएगा.

कोरोना के कारण एक तरफ जहां दुनिया थम सी गई हैं वहीं कुछ लोग इस समय को भी अपने-अपने तरीके से मजेदार बना रहे हैं और लोगों को मोटिवेट करने का काम कर रहे हैं. कोरोना को हराने के लिए देश भर में लौकडाउन है, लेकिन तारीख कब रूकी है जो अब रूकेगी. ऐसे में कई लोगों के बर्थ डे और एनिवर्सिरी की तारीख आनी भी तय  है. हमारे सामने कई लोगों के उदाहरण आए जिन्होंने अपना बर्थ डे सेलेब्रेट नहीं किया, लेकिन बात जब प्यार की होती है सारे दुनिया एक तरफ और प्यार एक तरफ. जब दो लोग सच्चे प्यार में होते हैं तो एक-दूसरे का ख्याल रखते हैं. छोटी से छोटी बात का भी ध्यान रखते हैं और ऐसा कोई मौका नहीं छोड़ना चाहते जब अपने पार्टनर को स्पैशल महसूस करवा सकें. ऐसे में जब पार्टनर का बर्थ डे हो तो क्या ही कहने.

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कपल्स एक महीने पहले से ही बर्थ डे की तैयारी में जुट जाते हैं और अपने पार्टनर को सबसे स्पैशल गिफ्ट देना चाहते हैं. लेकिन जब हालात लौकडाउन जैसे हों तो सारी प्लानिंग फेल हो जाती है. हम ऐसे ही एक कपल की बात कर रहे हैं जो बर्थ डे मनाने के तरीके को लेकर लोगों से तारीफ बटोर रहे हैं.

दरअसल, Hannah Chugh कैलिफोर्निया में रहते हैं. मौका था इनके जन्मदिन का और इनकी मंगेतर इन्हें कुछ खास तोहफा देना चाहती थीं लेकिन ऐसे समय में वह तोहफा लाती तो लाती कहां से. बंद घर में रहने के बावजूद उनकी मंगेतर ने गिप्ट देने की ठानी और घर बैठे पूरी प्लानिंग कर डाली और ऐसा सरप्राइज गिफ्ट दिया कि पूरा दुनिया कहने लगी भई ऐसी गर्लफ्रैंड सभी को मिलनी चाहिए. दरअसल, मंगेतर ने उनके अपार्टमेंट में रहने वाले लोगों के घरों में दरवाजे के नीचे से नोट्स डालें.  लगभग 76 नोट्स घरों में पहुंच गए. उन्होंने नोट्स पर लोगों से रिक्वैस्ट की थी कि, Hannah के खिड़की खोलते ही सभी लोग अपने घरों की खिड़की से हैपी बर्थ डे विश करें. लोगों ने भी ठीक वैसे ही किया, जैसे ही हनाह ने खिड़की खोली सभी लोगों ने हैपी बर्थ डे गाना शुरू कर दिया. साथ ही लोगों ने वीडियो शूट करके उनकी गर्लफ्रैंड को भी भेजा.

इस वीडियो को हनाह ने अपने इंस्टा अकाउंट पर भी शेयर किया है. जिसे पूरी दुनिया देख रही है, लोगों ने कमेंट कर उन्हें बर्थ डे विश किया है और उनकी मंगेतर की तारीफ भी कर रहे हैं. आप भी याद रखिए ये तारीखें भी निकल जाएगी और कोरोना भी हार जाएगा. घर पर रहिए और सकारात्मक सोच के साथ अपनों के साथ समय व्यतीत कीजिए.

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पहली बार जा रही हैं डेट पर तो न करें ये काम

हर महिला के लिए उनकी पहली डेट यादगार होती है और आप किसी भी कीमत पर इस दिन को बिगाड़ना नहीं चाहेंगी. अपने पार्टनर के साथ पहली डेट पर जा रही हैं तो इस दौरान ये चिंता होना लाजमी है कि कुछ गलत ना हो जाएं. हालांकि आपको परेशान होने की जरूरत नहीं है. आप जब डेट पर जा रही हैं तो अपने मन में सकारात्मकता रखें और आत्मविश्वास के साथ इसका सामना करें.

अगर आप अपनी पहली डेट यादगार बनाना चाहती हैं तो कुछ सावधानियां बरतनी होगी. आइए जानते हैं कि क्या हैं वो काम जो पहली डेट पर जाते वक्त महिलाओं को नहीं करने चाहिए.

1. अपने बारे में ज्यादा ना बोलें

जब आप पहली डेट पर जा रही हैं तो अपने साथी को अपने बारे में बताना ठीक है लेकिन आपको अपने डेटिंग पार्टनर की बातें भी सुननी जरूरी है. आपको केवल अपने बारे में बाते नहीं करनी चाहिए. डेट पर होते समय जरुरी है कि आप दोनों एक दूसरे के बारे में जानें इसलिए अपने पार्टनर को भी उनके बारे में बाते करने और आपको समझने का मौका दें.

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2. देरी से ना जाएं

ऐसा कहा जाता है कि डेट के लिए महिलाएं देरी से जा सकती हैं क्योंकि ये एक फैशन है. लेकिन आपको बता दें कि अब समय बदल चुका है और अगर आप देरी से जाती हैं तो यह आपके पार्टनर पर आपकी पहली छवि को खराब कर सकता है. हर किसी के लिए समय कीमती है. आपका पार्टनर समय निकाल कर ही आपसे मिलने आया है और आपको इसका सम्मान करना चाहिए. इसलिए उसे इंतजार कराना उचित नहीं होगा.

3. डेट के दौरान फोन अलग रख दें

पहली डेट पर आप एक-दूसरे को समझते और जानते हैं. अगर डेट के दौरान आप पूरा वक्त फोन में लगे रहेंगे तो आप अपना और अपने साथी दोनों का समय बेकार करेंगी. इसलिए बेहतर होगा कि आप अपने फोन को अलग रखकर अपने साथी से बात करें.

4. जरूरत से ज्यादा मेकअप ना लगाएं

जब आप पहली बार डेट पर जा रही हैं तो आप सुंदर दिखना तो चाहेंगी ही. साथ ही उस वक्त मेकअप लगाना भी स्वभाविक है लेकिन मेकअप अप्लाई करते वक्त इस बात का ध्यान रखें कि ये लाइट शैड में हो. जरूरत से ज्यादा मेकअप करने से आपका साथी आपके साथ सहज महसूस नहीं करेगा. अगर आप नेचुरल दिखने वाला मेकअप लगाएंगे तो आपका लुक अधिक रियल होगा और आपका प्रभाव भी अच्छा पड़ेगा.

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5. अपने पहले साथी के बारे में बात ना करें

आपकी पहली डेट आपके रिश्ते के भविष्य को तय करती है. इसलिए बेहतर होगा कि आप अपने पुराने रिश्ते या अपने एक्स के बारे में बात ना करें. अगर आप आने वाले समय में भी साथ रहेंगे तो आपको काफी समय मिल पाएगा जिसमें आप इन सभी बातों के बारे में बात कर सकती हैं. अगर आप किसी के साथ अपनी पहली डेट पर अपने एक्स के बारे में बात करती हैं तो आपका पार्टनर सोचेगा कि अभी भी आपके जहन में पहले रिश्ते के लेकर फिक्र है.

बौयफ्रैंड बनाएं पेरैंट्स से न छिपाएं

पाल के नजदीक बैरसिया कसबे की शीतलनगर कालोनी के बाशिंदे किशोरीलाल बैरागी पेशे से ट्रक ड्राइवर हैं. उन की बड़ी खवाहिश थी कि बेटा विकास और दोनों बेटियां अनुष्का और निधि पढ़लिख कर कुछ बन जाएं और उन का नाम रोशन करें. इस बाबत उन्होंने बच्चों की पढ़ाईलिखाई में कोई ढील या कसर नहीं छोड़ी थी, जिस का नतीजा था कि 21 वर्षीया निधि बीएससी के आखिरी और 17 वर्षीया अनुष्का पहले साल में पढ़ रही थीं.

दोनों जवान होती बहनों से घर की खस्ता माली हालत छिपी नहीं थी. लिहाजा, उन्होंने एक प्राइवेट स्कूल में पढ़ाना शुरू कर दिया था. जो मामूली पगार उन्हें मिलती थी उस से वे अपना खर्च चला लेती थीं.

लेकिन बीती 31 जुलाई को दोनों ने घर में ही जहर खा कर खुदकुशी कर ली तो बैरसिया में सनाका खिंच गया. लोगों का लगाया यह अंदाजा गलत नहीं निकला कि जरूर लड़कों का चक्कर रहा होगा. दरअसल, हुआ यों था कि हादसे के दिन दोनों बहनें अपने बौयफ्रैंड्स के साथ घूमने चली गई थीं और शाम को देर से घर पहुंची थीं.

जवान होती लड़कियों की चिंता में डूबे किशोरीलाल को बेटियों का यह रवैया पसंद नहीं आया तो उन्होंने पिता का फर्ज निभाते हुए दोनों को डांट दिया. इस डांट से अनुष्का और निधि इतनी दुखी हुईं कि उन्होंने जिंदगी शुरू होने से पहले ही उसे खत्म करने का खतरनाक फैसला लेते जहर खा लिया जिस से दोनों की मौत हो गई.

क्या है दिक्कत

देखा जाए तो किशोरीलाल ने कुछ गलत नहीं किया था और दूसरे यानी आजकल के लिहाज से देखा जाए तो अनुष्का और निधि ने भी लड़कों से दोस्ती कर कोई संगीन गुनाह नहीं किया था क्योंकि बौयफ्रैंड आजकल अमूमन सभी लड़कियों के होते हैं.

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फिर दिक्कत कहां है, यह बात न सम झना ही सारे फसाद और ऐसे दुखद हादसों की जड़ है. इस पर लड़कियों के साथसाथ मांबाप को भी संजीदगी से सोचविचार करना चाहिए जिस से सांप भी मर जाए और लाठी भी न टूटे. हुआ यों था कि जमाने की ऊंचनीच से वाकिफ किशोरीलाल इस बात से डर रहे थे कि बेटियां अभी नादान हैं और उन की उम्र पढ़नेलिखने की व कैरियर बनाने की है. दूसरी तरफ अनुष्का और निधि का सोचना यह था कि इस में कहां की नई बात है, आजकल तो हर किसी लड़की का बौयफ्रैंड होता है. इस का यह मतलब नहीं कि सभी गलत होती हैं और उन की मंशा खराब होती है.

दोनों अपनीअपनी जगह ठीक थे, लेकिन गलती लड़कियों की ज्यादा नजर आती है जिन्होंने एकतरफा सोचा और जाने क्यों यह नहीं सोचा कि मांबाप जो कह रहे हैं वह उन के भले के लिए है. खुदकुशी कर घरवालों को जिंदगीभर के लिए दुख के समंदर में ढकेल दिया है.

किशोरीलाल अब पछताते हुए कह रहे हैं कि उन्हें क्या मालूम था कि टोकने पर बेटियों को इतना बुरा लगेगा कि वे खुदकुशी कर लेंगी. वे दोनों पढ़ने में काफी होशियार थीं, इसलिए वे उन की बेहतरी के लिए चाहते थे कि वे लड़कों से दोस्ती कर घूमनेफिरने के चक्कर में अपना वक्त बरबाद न करें.

एक और हादसा आयागया हो गया लेकिन पीछे कई सवाल छोड़ गया कि लड़कियों को लड़कों से दोस्ती करनी चाहिए या नहीं, और इस पर घर वालों को एतराज जताना चाहिए या नहीं?

बौयफ्रैंड बनाएं लेकिन….

लड़कियां बौयफ्रैंड बनाएं, यह कतई हर्ज की बात नहीं. हर्ज की बात है इस दोस्ती को घरवालों से छिपाना और दोस्तों से चोरीछिपे वक्तबेवक्त मिलना. कम उम्र लड़कियों को इतना सम झदार नहीं कहा जा सकता कि वे अपने अच्छेबुरे का फैसला खुद कर सकें. इसलिए बेहतर है कि वे लड़कों से अपनी दोस्ती को छिपाएं नहीं और हिम्मत करते हुए मांबाप को बता दें. नाराज वे इस के बाद भी हो सकते हैं लेकिन इस से लड़कियों के मन का डर मिट जाएगा. मुमकिन यह भी है कि मांबाप दोस्ती पर एतराज न जताते उसे अच्छे ढंग से ले लें.

जब लड़कियां चोरीछिपे बौयफ्रैंड से मिलती हैं तो उन के बहकने के आसार बढ़ जाते हैं. कई दफा वे जज्बात में बह कर, खवाबों में डूबते अपना सबकुछ बौयफ्रैंड को सौंप देती हैं यानी जिस्मानी संबंध बना बैठती हैं जो अकसर उन्हीं के लिए नुकसानदेह साबित होते हैं. इसलिए अकेले में बौयफ्रैंड से चोरीछिपे मिलने से तो बेहतर है कि घर वालों के सामने मिला जाए.

इस पर मांबाप एतराज जताएं तो लड़कियों को चाहिए कि वे मांबाप को बताएंसम झाएं कि यह सिर्फ दोस्ती है जिस में ऐसा वैसा कुछ नहीं है जैसा कि वे सोचसोच कर डर रहे हैं. इस से तय है कि वाकई मांबाप का डर और चिंता कम होगी.

बौयफ्रैंड से आप का अकेले में ज्यादा घूमनाफिरना और मिलना कई दुश्वारियों की वजह बन जाता है, खासतौर से छोटी जगहों में जहां लोगों की निगाहें सीसीटीवी कैमरों की तरह लड़कियों पर लगी होती हैं. अगर लड़कियां मांबाप को भरोसे में ले लेंगी तो इन के मुंह बंद हो जाएंगे. लेकिन चिंता और अफसोस की बात यह है कि लड़कियां बताती ही नहीं, तो मांबाप को गुस्सा आना कुदरती बात है.

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मांबाप भी सोचें

आजकल लड़केलड़कियों की दोस्ती वक्त और उम्र की जरूरत हो चली है और यह जरूरी नहीं कि इस दोस्ती में कोई गड़बड़ बात हो. इसलिए उन्हें बेटियों के बौयफ्रैंड से बच्चों की ही तरह पेश आना चाहिए. इस से लड़कियों का डर कम होगा और वे बहकने से भी बची रहेंगी क्योंकि उन के साथ मांबाप का भरोसा होगा.

कभीकभार अगर लड़कियां दोस्तों के साथ घूमने जाने की बात कहें तो उन्हें एकदम से मना नहीं करना चाहिए. याद रखें यह उम्र बड़ी नाजुक होती है जिस में लड़कियों को लगता है कि उन की सम झ पर भरोसा न कर मांबाप उन के चालचलन पर शक कर रहे हैं, तो वे गुस्से में निधि और अनुष्का जैसा गलत कदम भी उठा बैठती हैं. याद रखें लड़कियों से ज्यादा सख्ती करना एक तरह से उन्हें चोरीछिपे बौयफ्रैंड बनाने के लिए उकसाने जैसी बात है.

मांबाप को चाहिए कि वे भी बेटी के बौयफ्रैंड से घुलेंमिलें, उन के घरपरिवार की जानकारी लें और यह साफ कह दें कि दोस्ती हर्ज की बात नहीं, हर्ज की बात है देररात तक अकेले में घूमनाफिरना और मिलना, जिस से दोनों की बदनामी होती है और ये बातें वे उन की अच्छाई और भलाई के लिए ही कह रहे हैं. उन्हें एहसास कराएं कि आप उन की दोस्ती के दुश्मन नहीं हैं, बल्कि हमदर्द हैं.

इस से लड़के के मन में अगर कोई खोट होगा या गलत इरादा पनप रहा होगा तो वह वक्त रहते होशियार हो जाएगा कि गर्लफ्रैंड के घर वालों को उन की दोस्ती की बात मालूम है और एक हद में ही उस से मिलनाजुलना है.

इस में कोई शक नहीं कि खासतौर से छोटी जगहों में समाज रूढि़यों और परंपरागत सोच का शिकार ज्यादा है. लेकिन अच्छी बात यह है कि माहौल धीरेधीरे बदल रहा है. ऐसे में अनुष्का और निधि जैसी लड़कियों की खुदकुशी की नासम झी और बुजदिली इस माहौल को सुधरने से रोकती ही है.

लड़कियों और लड़कों दोनों को चाहिए कि वे दोस्ती की हदें तय करते उन्हीं में रहें और अगर अपनी जगह ठीक हैं तो किसी से डरें नहीं. लेकिन, ऐसा तभी मुमकिन है जब वे चोरीछिपे लंबे वक्त के लिए न मिलें और सैक्स संबंध कायम न करें.

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दोस्ती बढ़ती है तो प्यार भी हो सकता है, यह भी कतई हर्ज की बात नहीं लेकिन इसे भी छिप कर किया जाएगा तो तय है वह गलत ही कहलाएगा और दोनों की मंशा को भी कठघरे में खड़ा करेगा. इसलिए, दोस्ती और प्यार से पहले एकदूसरे को हर लैवल पर खूब सम झ लें, फिर जिंदगी का कोई फैसला लें लेकिन अगर वह खुदकुशी होगा तो आप ही अपनेआप को गलत साबित करेंगे.

गर्लफ्रैंड के लिए गिफ्ट

मुकुल ने गर्लफ्रैंड जूही को जन्मदिन पर जो कलाई घड़ी तोहफे में दी थी, वह उसे बहुत ज्यादा पसंद नहीं आई थी. इस के लिए जूही उसे सालभर उलाहना देती रही थी.

मुकुल ने सोच लिया था कि इस बार वह जूही को शानदार तोहफा दे कर उस की बोलती बंद कर देगा. उस ने जूही से बातोंबातों में जान लिया था कि उसे कौन सा और कौन सी कंपनी का मोबाइल पसंद है.

जब मोबाइल शौप पर मुकुल ने उस मोबाइल की कीमत पता की तो वह सोच में पड़ गया. 25 हजार रुपए का मोबाइल, इतना महंगा मोबाइल आखिर वह जूही को कैसे उस के जन्मदिन पर भेंट करेगा? वह निराश हो कर घर की ओर लौट पड़ा.

मुकुल के पापा दीवानचंद्र एक प्राइवेट कंपनी में काम करते थे. मुकुल को अच्छी शिक्षा दिलाने के लिए उन्होंने एक महंगे स्कूल में उस का ऐडमिशन कराया था. महंगी फीस और महंगी पढ़ाई. दीवानचंद्र को इस के लिए ओवरटाइम करना पड़ता था. अकसर वे रात को देर से ही घर लौटते थे.

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मुकुल इस बात का फायदा उठाने लगा था. सीधीसादी मम्मी को तो वह कुछ समझता ही नहीं था. पढ़ाई का कोई भी बहाना बना कर घर से निकल जाता, जूही और दोस्तों के साथ मटरगश्ती करता.

जूही एक बड़े बिजनैसमैन की बेटी थी. उस के पिता को व्यापार के सिलसिले में अकसर शहर से बाहर जाना पड़ता था. जूही इस बात का भरपूर फायदा उठा रही थी. वह भी स्वच्छंद प्रवृत्ति की हो गई थी. बड़े परिवार की बेटी होने के कारण उसे महंगी और अकर्षक चीजें ही पसंद आती थीं.

मुकुल की जान इसी आफत में फंसी थी. जूही को सस्ता उपहार वह भेंट नहीं कर सकता था और महंगा खरीदना उस के बूते की बात नहीं थी. अब वह क्या करे? वह इसी उधेड़बुन में खोया रहता था.

एक दिन मुकुल का साथी राकेश उसे अपने साथ मोबाइल शौप पर ले गया. उस ने वहां से एक महंगा मोबाइल खरीदा जिसकी कीमत 35 हजार रुपए थी.

मुकुल ने जब उस से इस महंगे मोबाइल के बारे में पूछा कि यह उस ने किस के लिए खरीदा है तो वह यह जान कर चौंक गया कि इतना महंगा मोबाइल राकेश ने अपनी गर्लफ्रैंड सारिका के लिए खरीदा था. फिर मुकुल ने अपनी जिज्ञासा समाप्त करने के लिए उस से पूछा, ‘‘राकेश, गर्लफ्रैंड के लिए इतना महंगा गिफ्ट खरीदने की क्या आवश्यकता थी?’’

‘‘अरे यार मुकुल, ये मौडर्न और खूबसूरत लड़कियां महंगी और आकर्षक चीजों पर ही मरती हैं. उन्हें जितने महंगे गिफ्ट दो वे उतनी ही अधिक खुश होती हैं. वे महंगे गिफ्ट से अपना स्टेटस मापती हैं. चमकदमक पर मरती हैं ये लड़कियां, चमकदमक पर.’’

‘‘लेकिन राकेश, तुम्हारे पास इतना महंगा गिफ्ट खरीदने के लिए पैसे कहां से आए? तुम्हारे मम्मीपापा तो इस काम के लिए तुम्हें इतने पैसे देने वाले नहीं?’’

‘‘अरे यार मुकुल, यह सब अंदर की बात है. गर्लफ्रैंड को खुश रखने के लिए बहुतकुछ करना पड़ता है.’’

अब मुकुल इस ‘बहुतकुछ’ में उलझ कर रह गया. उस ने राकेश से इस के बारे में पूछा भी. लेकिन राकेश ने यह कह कर उसे टाल दिया कि इस ‘बहुतकुछ’ का मतलब उसे तभी पता चलेगा जब वह उस की और उस के दोस्तों की संगति करेगा.

रातभर मुकुल राकेश के बारे में ही सोचता रहा. उसे जूही को खुश करने का एक रास्ता राकेश की संगति करने में नजर आ रहा था. वह जूही को एक महंगा गिफ्ट दे कर उसे हर हाल में खुश करना चाहता था.

आखिरकार, उस ने निर्णय कर ही लिया कि वह राकेश और उस के दोस्तों की संगति में रहेगा और ‘बहुतकुछ’ करेगा.

राकेश ने मुकुल को अपने विश्वास में ले कर चोरी करने के हुनर सिखाए. साइकिल और बाइक चुराना उन के बाएं हाथ का खेल था. कबाड़ी बाजार में किस के पास सामान बेचना है, राकेश अच्छी तरह से ऐसे चोर दुकानदारों से परिचित था. चेन स्नैचिंग का काम भी राकेश का गु्रप बखूबी जानता था. इस काम में भी उन्हें महारत हासिल थी.

मुकुल भी जल्दी ही चोरी, जेब कतरना और चेन पर झपट्टा मारना अच्छी तरह सीख गया. जूही को खुश करने में अब उसे कोई दिक्कत नहीं हुई. इस बार उस ने जूही को महंगा मोबाइल ही गिफ्ट में नहीं दिया, बल्कि पांचसितारा होटल में उसे बर्थडे पार्टी भी दी. जूही मुकुल जैसे बौयफ्रैंड को पा कर निहाल हो गई. मुकुल तो उस के सपनों  का राजकुमार बन गया.

एक दिन राकेश ने मुकुल के साथ मिल कर चेन स्नैचिंग की योजना बनाई. राकेश कई दिनों से दिल्ली के मौडल टाउन महल्ले की रेकी कर रहा था. उस ने जान लिया था कि शाम के समय कौनकौन सी महिलाएं प्रतिदिन डेयरी से दूध लाती हैं और कौन सी महिलाएं सब्जी ले कर सब्जीमंडी से लौटती हैं.

उस के लक्ष्य पर कमला देवी थीं जो अकेली ही आतीजाती थीं. उन के गले में सोने की चमचमाती चेन उस के लालच को बढ़ाती थी.

राकेश ने सारी बातें मुकुल को अच्छी तरह से समझा दी थीं. चेन पर झपट्टा मार कर उसे छीनना इतना मुश्किल काम नहीं था, जितना उस के बाद मोटरसाइकिल पर बैठ कर भागना. चेन पर झपट्टा मारने का काम मुकुल को मिला और मोटरसाइकिल की ड्राइविंग करने का काम राकेश ने अपने पास रखा.

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योजना के मुताबिक मुकुल ने बड़ी सफाई से अपने काम को अंजाम दिया. चेन पर झपट्टा मारा, कमला देवी को धक्का दे कर नीचे गिराया जिस से उन्हें उठने में देरी हो जाए और इसी बीच वे निकल भागे.

चेन छीन कर मुकुल पलक झपकते ही राकेश के पीछे मोटरसाइकिल पर आ बैठा. राकेश ने मोटरसाइकिल को तेजी से भगाया लेकिन एक आवारा सूअर उन के सामने आ गया. सूअर तो निकल भागा लेकिन उन की मोटरसाइकिल का संतुलन गड़बड़ा गया और दोनों मोटरसाइकिल सहित नीचे गिर गए.

तब तक कमला देवी के शोर को सुन कर महल्ले के लोग उन के पीछे दौड़ पड़े थे. उन के मोटरसाइकिल से गिरते ही भीड़ ने उन को दबोच लिया. भीड़ ने उन की खूब पिटाई की.

तभी भीड़ में से एक महिला आगे बढ़ी. उन्हें मुकुल का चेहरा कुछ जानापहचाना लगा. उन्होंने मुकुल को ध्यान से देखा और उस से पूछा, ‘‘तुम दीवानचंद्र के बेटे मुकुल हो न?’’

मुकुल ने सुबकते हुए कहा, ‘‘जी, आंटी.’’

उस महिला ने मुकुल के गाल पर एक जोरदार तमाचा रसीद करते हुए कहा, ‘‘छी, तुम्हें शर्म नहीं आती इतने मेहनती और इज्जतदार बाप के बेटे हो कर इतना नीच काम करते हुए.’’

मुकुल की आंखों से अविरल आंसू बहने लगे.

वह महिला कोई और नहीं, मुकुल के पापा के साथ उसी प्राइवेट कंपनी में कार्यरत सहायक प्रबंधक सुशीला देवी थीं जो मुकुल के पापा दीवानचंद्र को भलीभांति जानती थीं. वे यह भी जानती थीं कि मुकुल की पढ़ाई के लिए मुकुल के पापा दिनरात कैसे एक किए रहते हैं.

सुशीला देवी ने मुकुल के पापा को फोन किया और महल्ले के लोगों को सारी बातों से अवगत कराते हुए मामले को थाने जाने से रोका. जब महल्ले के लोगों को सारी जानकारी हुई तो वे भी भौचक्के रह गए कि कैसे एक प्रतिष्ठित विद्यालय के छात्र अपनीअपनी गर्लफ्रैंड्स को खुश करने के लिए चोरी और चेन स्नैचिंग के काम में लगे हुए हैं.

जल्दी ही मुकुल और राकेश के मम्मीपापा घटनास्थल पर पहुंच गए. उन की आंखें शर्म से नीचे गड़ी हुई थीं. मुकुल और राकेश तो अपने मम्मीपापा से नजरें भी नहीं मिला पा रहे थे. मुकुल ने अपने मम्मीपापा के पैरों में गिरते हुए कहा, ‘‘पापा…मम्मी…मुझे माफ कर दो, ऐसी गलती अब कभी नहीं करूंगा.’’

‘‘मुकुल, मुझे तुम पर कितना नाज था. लेकिन तुम नहीं जानते तुम ने क्या किया? तुम ने मेरी जिंदगीभर की कमाई हुई इज्जत और मानसम्मान एक क्षण में धूल में मिला दिया जो अब कभी वापस नहीं आ सकते,’’ मुकुल के पापा ने कहा.

यह सुन कर सब की आंखें नम हो गईं. सब प्रत्यक्ष देख रहे थे कि औलाद की एक हरकत किस प्रकार से मांबाप का मुंह नीचा करा देती है.

सुशीला देवी मामले को संभालते हुए भीड़ में से उन्हें अपने घर ले गईं. कमला देवी को भी उन्होंने अपने ही घर बुला लिया.

मुकुल और राकेश ने कमला देवी से भी माफी मांगी और भविष्य में कभी ऐसी हरकत न करने का वादा किया. उस के बाद सब अपनेअपने घर चले गए.

मुकुल और उस के मम्मीपापा को उस रात नींद नहीं आई. मुकुल ने प्रायश्चित्त करते हुए अपने मम्मीपापा को सारी बातें सचसच बता दीं. तब उस के पापा ने कहा, ‘‘बेटा, तुम उम्र के उस पड़ाव पर पहुंच चुके हो, जहां तुम अब मेरे बेटे ही नहीं, बल्कि दोस्त समान हो. तुम मेहनत करो, तुम्हें जूही क्या, उस से भी अच्छी जीवनसाथी मिल जाएगी. लेकिन पहले पढ़ाई कर के इस लायक बनो तो सही. चोर बन कर तो तुम जूही को भी नहीं पा सकोगे.’’

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पापा की बात सही निकली. जब जूही को मुकुल की हरकत का पता चला तो उस ने मुकुल को ‘चोर’ कह कर उस से सारे नाते तोड़ लिए. उस के दिए गिफ्ट भी उस को वापस कर दिए. मुकुल जरा सा मुंह ले कर रह गया था.

अब मुकुल को सही सबक मिल गया था. उसे अब अपने मम्मीपापा ही सच्चे मित्र नजर आ रहे थे. वह अब समझ गया था कि भविष्य को उज्ज्वल बनाने के लिए सही मार्गदर्शक कौन हो सकते हैं. वह अब पढ़ाई करने में जीजान से जुट गया. उसे दिखाना था कि वह चोर नहीं, अपने मांबाप का लायक बेटा है.

वो औटो वाला प्यार

मुझे याद है जब मैं ये सोचा करती थी कि ये प्यार, मोहब्बत सब बेकार है, ये सब कुछ नहीं होता. मैं हमेशा यही सोचती थी कि अपनी जिंदगी में कभी प्यार नहीं करूंगी लेकिन वो कहते हैं न शायद की प्यार करते नहीं हो जाता है. बस ऐसा ही हुआ था कुछ मेरे साथ. वो दिन याद है मुझे जब उन्होंने पहली बार मुझसे बात की थी, मैंने भी बस ऐसे ही हाय-हैल्लो कर लिया.लेकिन ये नहीं सोचा था कि एक दिन इसी इन्सान का मुझे साथ मिलेगा.जब उन्होंने मुझे प्रपोज किया था तो कोई एहसास ही नहीं था मन में बस मैंने मजाक में ले लिया उसे फिर मामला थोड़ा गम्भीर समझ में आया और मैंने सीधा मना कर दिया.

तकरीबन एक महीने तक मुझे मनाने में लगे थे वो और मैं यही बोलती की नहीं मेरे घर वाले नहीं मानेंगे.. मेरा एक ही प्यार होगा जिससे मैं शादी करूंगी. मेरे घर में लव मैरेज की कोई इजाजत नहीं देगा.लेकिन उनके मनाते-मनाते मैंने सोचा कि क्या एक मौका देना चाहिए और फिर क्या था मैंने एक दिन उन्हें हां बोल दिया…हां याद है मुझे जब मैंने हां की थी तो हम दोनों औटो में थे और वो मुझे छोड़ने के लिए मेरे घर तक आये थे हालांकि औटो से उतरे नहीं लेकिन घर तक छोड़ कर गए.

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जब मैंने हां कहा था तब कोई उतना प्यार नहीं था मुझे उनसे ना ही कोई अट्रैक्शन था.ऐसा सुना था मैंने कि लोगों का रिलेशन 6 महीने,5 महीने या ज्यादा से ज्यादा 1 साल ही चलता है फिर ब्रेकअप और फिर कोई दूसरा आ जाता है जिंदगी में लेकिन मेरे साथ उल्टा हुआ मुझे रिलेशन में आने के 5 से 6 महीने बाद तो प्यार हुआ था.हम अक्सर मिलते थे…उनके पास स्कूटी थी लेकिन फिर भी मेरे लिए वो औटो से आत थे और रोज मुझे औटो से छोड़ने जाते थे. बहुत खयाल रखते थें…

आज भी रखते हैं.औटो में ही प्यार की कहानियां बन गई और कुछ यादें जब हम बातें करते हुए जाया करते थें. औटो से मुझे गोलगप्पे खिलाने के लिए कहीं भी जाने को तैयार होते थे..उन्हें पता हैं की मुझे गोलगप्पे-चाट बहुत पसंद हैं इसलिए मेरी पसंद का खयाल रखते हैं वो. आज भी मैं मिलती हूं तो गोलगप्पे साथ खिलाने ले जाते हैं हां पहले से काफी कम हो गया क्योंकि दूर हूं. गोलगप्पे खिलाना औटो से छोड़ने जाना…ये सिलसिला तब तक चलता रहा जब तक साथ ही एक शहर में थे.लेकिन फिर जिंदगी में आगे भी बढ़ना था और कुछ करना था ,अपने पैरों पर खड़े होना था.

मैं पढ़ाई करने बाहर आ गई और वो वहां अपनी लाइफ सेट करने लगे आखिर उनको भी तो जिंदगी में कुछ करना था. अब तो गोलगप्पे अकेले ही खा लेती हूं.आज हम दूर हैं अलग-अलग शहर में फिर भी हमारा प्यार बना हुआ है.

दोनों एक-दूसरे को समझते हैं,सहयोग करते हैं,आपस में सुख-दुख भी फोन करके बांट लेते हैं,उदास होते हैं तो बात करते हैं,कुछ महीनों में ही सही मिल भी लेते हैं.लेकिन आज भी जब मैं औफिस से घर औटो में जाती हूं उनको मिस करती हूं. मुझे नहीं पता की मेरी शादी होगी उनसे या नहीं….हम साथ होंगे या नहीं लेकिन इतना यकीन है की प्यार नहीं कम होगा. मेरी जिंदगी में उनकी जगह कोई नहीं ले पाएगा. लेकिन काश ऐसा ही हो की हम साथ रहें हमेशा और हमारा वो औटो वाला प्यार हमेशा रहे..

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खाएं ये 4 फूड और झुर्रियों से रहें हमेशा दूर…

बढ़ती उम्र में भी खूबसूरत दिखना सबको अच्छा लगता है. पर जैसे-जैसे आपकी उम्र बढ़ती है, आपकी त्वचा लूज होती जाती है और चेहरें पर फाइन लाइन यानी झुर्रियां आ जाती हैं. पर अगर आप बढ़ती उम्र में भी जवान दिखना चाहते हैं, तो वैज्ञानिकों ने आपके सवाल का जवाब ढूंढ लिया हैं.

वैज्ञानिकों ने एक प्रोटीन की पहचान की है जो स्किन सेल्स को बढ़ाती है, जो आपके स्किन टिशूज को फिट रखने के लिए ममद करती है. यह प्रोटीन कमजोर कोशिकाओं को मिटाता है.

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प्रोटीन हैं आपके लिए वरदान

प्रोटीन आपकी त्वचा को युवा बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, इसलिए प्रोटीन से भरे आहार का सेवन करना महत्वपूर्ण है. यहां, 4 फूड आइटम्स हैं जिन्हें आपको अपने खाने में शामिल करना चाहिए ताकि आप अपनी फाइन लाइन यानी झुर्रियां को कम कर सके.

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1.साल्‍मन मछली का करें सेवन

यह सबसे आम समुद्री साल्मन मछली है. जो आमतौर पर  सभी मांसाहारी लोग खाते हैं. ओमेगा-3 फैटी एसिड के साथ समृद्ध होने के अलावा, यह चिकन के बराबर प्रोटीन और न्यूट्रिएंट्स को आपके शरीर में पहुंचाता है. 100 ग्राम साल्‍मन में 20 ग्राम प्रोटीन होता है.

2.कोलेजन प्रोटीन है फायदेमंद

कोलेजन आपके शरीर के अंदर एक प्रोटीन है जो आपकी त्वचा को संरचना प्रदान करता है. इसमें प्रोलिन, ग्लाइसिन और आर्जिनिन जैसे अमीनो एसिड होते हैं जो आपके शरीर के कनेक्टिव टिशूज को स्वस्थ रखने में मदद करते हैं. आप बाजार में आसानी से इस प्रोटीन के पूरक पा सकते हैं, लेकिन इस प्रोटीन का सेवन करने से पहले आपको एक फूड स्पेशलिस्ट से राय लेनी चाहिए.

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3.ड्राई फ्रूट खाना है जरुरी

बादाम और अखरोट जैसे ड्राई फ्रूट प्रोटीन का एक बहुत सोर्स हैं. अगर आप 50 ग्राम बादाम का खाते हैं, तो आपको 10 ग्राम प्रोटीन मिलेगा. इसके अलावा, बादाम आपके कोलेस्ट्रौल के स्तर को मैनटेन करने में मदद करता हैं जो हृदय से संबंधित समस्याओं में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है.

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4.एवोकाडो है स्किन के लिए असरकारक

एवोकाडो को सुपरफूड माना जाता है जो फाइटोकेमिकल्स और अन्य महत्वपूर्ण पोषक तत्वों को ले जाता है, जो आपको उम्र बढ़ने में मदद करते हैं. एवोकाडोस 73% पानी, 15% वसा, 8.5% कार्बोहाइड्रेट और 2% प्रोटीन से बना है.

पुरुषों में बढ़ता तनाव: ये 5 टिप्स करेंगे आपकी मदद…

अपने रोजमर्रा के जीवन में  पुरुष अक्सर छोटी-छोटी बातों पर तनाव ले लेते हैं. जो उनकी हेल्थ के लिए हानिकारक तो है ही साथ ही उनके वैवाहिक जीवन के लिए चिंता का सबब बन सकता है. पुरुषों के बीच तनाव की समस्या, इसके लक्षणों की पहचान और इससे कैसा बचा जाए ये हम आपको बताते है.

इन बातों का रखे ध्यान

तनाव पुरुषों के जीवन के लगभग सभी क्षेत्र को प्रभावित करता है, इसलिए जीवनशैली में बदलाव तनाव की समस्या को कम करने में मदद करता है. तनाव के कारण पुरुषों के स्वास्थ्य में कई तरह के बदलाव देखने को मिलते है जैसे…

1.ब्लड प्रेशर का बढ़ना- 

बढ़ते तनाब के चलते पुरुषों में ब्लड प्रेशर की समस्या आम बात है. हाईपर टेंशन के चलते भी ब्लड प्रेशर में परिवर्तन आता है, जिसके चलते पुरुष ज्यादा गुस्सा और चिड़-चिड़े हो जाते है.

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2.थका हुआ महसूस करना – 

तनाव पुरुषों को शारिरीक रुप से तो कमजोर करता ही है पर मानसिक रुप से भी नुकसान पहुंचाता है. जिसके चलते पुरुष थका हुआ महसूस करने लगते है.

3.दिल तेजी से धड़कना-  

तनाव में घबराहट होना एक आम बात है जिसके चलते आपकी दिल की धड़कन तेजी से बढ़ने लगती है.

4.इम्यूनिटी सिस्टम कमजोर होना-

तनाव, घबराहट होना, हाईपर टेंशन और दिल की धड़कन तेजी से  बढ़ना इन सभी कारणों से इम्यूनिटी सिस्टम कमजोर हो जाता है.

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लाइफस्टाइल में बदलाव बचा सकता है तनाव से

  • योग और मेडिटेशन का प्रयोग करें, इससे मानसिक और शारीरिक दोनों प्रकार के तनाव दूर करने में मदद मिलती है.
  • तनाव से बचाव के लिए पर्याप्त नींद लें.
  • अपनी परेशानियों को दोस्तों और परिवार के साथ साझा करें.
  • तनाव को कम करने के लिए आप अपनी पसंद का गाना सुनें.
  • लाफ्टर थेरेपी का इस्तेमाल भी कर सकते हैं.

इन सभी टिप्स को फौलो करने से आप तनाव मुक्त रहेंगे.

जब देना हो गर्लफ्रेंड को सरप्राइज, फौलो करें ये 5 टिप्स

एक रिश्ते में अपने साथी से प्यार करना काफी नहीं होता है जब तक आप अपने साथी को इसका एहसास नहीं कराते हैं. रिश्ते को मजबूत बनाने के लिए प्यार, भरोसा, और सरप्राइज देना बहुत जरूरी होता है. अगर आप अपनी गर्लफ्रेंड को हमेशा सरप्राइज देते हैं तो इससे आपके रिश्ते में नयापन और गहराई बनी रहती है. आप अपनी गर्लफ्रेंड को कभी भी सरप्राइज दे सकते हैं और सरप्राइज का मतलब बस किसी उपहार से ही नहीं है. बहुत से चीजों से आप उन्हें सरप्राइज दे सकते हैं. तो आइए आपको अपनी गर्लफ्रेंड को किन तरीकों से सरप्राइज देना चाहिए बताते हैं.

  1. लव लेटर दें:

ई-मेल और मैसेज करने के बजाय हाथ से लिखे लेटर अधिक रोमांटिक होते हैं. लव लेटर हमेशा से रोमांटिक और विचारशील होते हैं. अगर आप अपने दिल की बात बताने में घबराते हैं या संकोच करते हैं तो उसे लेटर के जरिए बताएं. आपकी गर्लफ्रेंड को यह बात बहुत आकर्षित करेगी. अक्सर ऐसा होता है कि हम कुछ बात कह नहीं पाते. इसलिए उन बातों को लिखकर बताना ज्यादा आसान होता है और गर्लफ्रेंड को स्पेशल भी महसूस होता है.

एक अच्छे बौयफ्रेंड में होती हैं ये 5 खूबियां

  1. बाहर घुमाने लें जाएं:

हमेशा कोशिश करें कि आप अपनी गर्लफ्रेंड के लिए कुछ ऐसा करें जिससे उसके चेहरे पर मुस्कान आ जाएं. उदाहरण के लिए, आप अपनी गर्लफ्रेंड को शौपिंग के लिए ले जा सकते हैं. अगर उसे शौपिंग करना कुछ खास पसंद ना हो तो आप उसे किसी नाटक या कौन्सर्ट में ले जा सकते हैं जो उसे पसंद हो. आप उसे लौन्ग ड्राइव पर भी ले सकते हैं, इससे आपको एक-दूसरे के लिए समय भी मिल जाता है और अपनी बात एक-दूसरे से शेयर भी कर पाएंगें.

रिलेशनशिप सुधारने में ये 5 टिप्स करेंगे आपकी मदद

  1. एक फोटो या मेमोरी एलबम बनाएं:

एक ऐसी एलबम बनाएं जिसमें आप दोनों के खास पल मौजूद हो, जिसे देखकर आपकी गर्लफेंड इमोशनल हो जाए. सबसे आसान तरीका यह है कि आप उसे एक साधारण फोटो एलबम दें जिसमें आप दोनों के साथ बिताए हुए पल कैद हों. इसके अलावा आप मेमोरी एल्बम में फोटो के साथ-साथ आपके विचारों और भावनाओं के बारे में भी लिख सकते हैं.

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  1. कुछ अच्छा बनाकर खिलाएं:

अपनी गर्लफ्रेंड के लिए कुछ अच्छा सा बनाकर खिलाना बहुत रोमांटिक होता है, खासकर तब जब आपको बहुत अच्छी कुकिंग आती हो. ऐसा जरूरी नहीं है कि कुछ ऐसा बनाकर खिलाएं जिसमें बहुत मेहनत लगे. अगर प्यार से आप अपनी गर्लफ्रेंड को कुछ सिंपल सा भी बनाकर खिलाएंगें तो वह उसके लिए काफी खास होगा क्योंकि आपने प्यार से उसके लिए ऐसा किया है. अगर आपको उसके पसंदीदा खाने के बारे में पता है तो आप वह भी बना सकते हैं.

  1. उन्हें कौम्प्लीमेंट दें:

किसी भी इंसान को अपनी तारीफ सुनना बहुत पसंद होता है और लड़कियों को तो अपनी तारीफ सुनने में बहुत आनंद आता है. इसलिए अगर आप अपनी गर्लफ्रेंड की तारीफ करेंगे तो उसे अच्छा लगेगा और आपके रिश्ते तो और गहरा करने में आपकी मदद करेगा.

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