मेरे नाखून बहुत खुरदुरे और सख्त हैं, क्या इन्हें सौफ्ट किया जा सकता है?

सवाल-

मेरी उम्र 20 साल है. मेरे नाखून बहुत खुरदुरे और सख्त हैं. क्या इन्हें सौफ्ट किया जा सकता है?

जवाब

नाखून सिर्फ वह नहीं जो दिखाई देता है. नाखून का दिखाई देने वाला हिस्सा नेल प्लेट कहलाता है. इस के नीचे नेल बैड होता है, जो सामान्य त्वचा जैसा ही होता है. नेल मैट्रिक्स को मिलने वाले पोषक तत्त्व ही नाखून के हैल्दी या कमजोर होने के लिए जिम्मेदार होते हैं. रुखे व बेजान नाखून विटामिन सी, फौलिक ऐसिड, हृदयरोग या रोग प्रतिरोधक क्षमता की कमी के कारण हो सकते हैं. इस समस्या से छुटकारे के लिए 100 ग्राम चुकंदर का सेवन रोज करें. साथ ही आयरन, विटामिन डी व कैल्शियमयुक्त भोजन नियमित रूप से लें.

नाखून हाथों का एक ऐसा हिस्सा हैं जो किसी से बात करते हुए, कोई काम करते हुए, हाथ मिलाते हुए या खाली बैठे हुए भी लोगों को नजर आ जाते हैं. अगर आप के हाथ ऐलिगैंट और खूबसूरत दिखेंगे तो यकीनन आप से मिलने वाले लोग आप से प्रभावित होंगे. इसलिए यह बेहद जरूरी है कि आप जिस तरह अपने कपड़ों, मेकअप और फैशन ऐक्सैसरीज का ध्यान रखती हैं उसी तरह अपने नेल्स को भी आकर्षक बनाएं.

कैसे चुनें सही शेप

आप के नेल्स की शेप आप के हाथ और उंगलियों के आकार पर निर्भर करती है. नेल्स को शेप देने से पहले अपनी पसंद और टाइप की शेप चुनें. वैसे तो कई प्रकार की नेल शेप्स हैं, लेकिन अत्यधिक पौपुलर कुछ ही हैं. इन में राउंड, ओवल, स्क्वेयर, आमंड कौफीन मुख्य हैं.

  • राउंड: यह सब से ईजी शेप है, जिसे मैंटेन करना बेहद आसान है. वे महिलाएं जो घर में काम के बीच अपने नेल्स पर ज्यादा ध्यान नहीं दे पातीं और जिन के लिए पार्लर के चक्कर लगाते रहना मुश्किल है, उन के लिए यह शेप पर्फैक्ट है. यह आगे की तरफ से गोलाई में होती है और इस के लिए नेल्स का ज्यादा लंबा होना भी जरूरी नहीं है. लंबी उंगलियों और छोटे नाखूनों वाली महिलाओं के लिए यह शेप उपयुक्त है.
  • स्कवेयर: इस में नेल्स को आगे से चौकोर आकार दिया जाता है. यह शेप पाना आसान है और इस में भी अधिक लंबे नाखून रखने की जरूरत नहीं होती. इसे कंफर्टेबल शेप कहा जा सकता है. लंबी उंगलियों वाली महिलाएं इस शेप से अपने हाथों को ऐलिगैंट लुक दे सकती हैं.

2-3 सालों से दोनों घुटनों में बहुत दर्द रहता है?

सवाल-

मैं 48 वर्षीय घरेलू महिला हूं. 2-3 सालों से दोनों घुटनों में बहुत दर्द रहता है. इस से मु झे रोजमर्रा के काम करने में भी दिक्कत हो रही है. मैं आंशिक घुटना प्रत्यारोपण के बारे में जानना चाहती हूं?

जवाब-

उपचार इस पर निर्भर करता है कि आप के घुटनों के दर्द का कारण क्या है और समस्या किस स्तर पर है. अगर पूरा घुटना खराब नहीं है तो आंशिक घुटना प्रत्यारोपण सर्जरी एक बेहतर विकल्प है, क्योंकि इस में पूरे घुटने को नहीं केवल क्षतिग्रस्त भाग को बदला जाता है. संपूर्ण घुटना प्रत्यारोपण के विपरीत इस में घुटने का जोड़ 70% सुरक्षित रहता है. इस में मरीज रिकवर भी जल्दी होता है और सर्जरी के बाद उसी या अगले दिन घर जा सकता है. अधिकतर मरीजों को पूरे घुटने के प्रत्यारोपण की जरूरत नहीं होती है. उन के लिए पार्शियल नी रिप्लेसमैंट आसान और बेहतर रहता है.

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एक दशक पहले तक हैजा, टीबी और गर्भाशय का कैंसर महिलाओं को होने वाली सेहत से जुड़ी मुख्य समस्याएं थीं. इन दिनों नई बीमारियां, जैसे कार्डियो वैस्क्यूलर डिजीज, डायबिटीज और आस्टियोआर्थराइटिस जैसे रोग 30 वर्ष से अधिक आयुवर्ग की युवा महिलाओं में फैले हुए हैं.

आर्थराइटिस फाउंडेशन की ओर से हाल ही में हुए अध्ययन के अनुसार, यह अनुमान लगाया गया है कि 2013 तक देश में लगभग 3.6 करोड़ लोग आस्टियोआर्थराइटिस रोग से प्रभावित हो जाएंगे. कम आमदनी वाले वर्ग की 30-60 वर्ष की भारतीय महिलाओं के बीच हुए एक अध्ययन में अस्थि संरचना के सभी महत्त्वपूर्ण जगहों पर बीएमडी (अस्थि सघनता) विकसित देशों में दर्ज किए गए आंकड़ों से काफी कम थी, जिस के साथ अपर्याप्त पोषण से होने वाले आस्टियोपेनिया (52%) और आस्टियोपोरोसिस (29%) की मौजूदगी ज्यादा थी. अनुमान है कि 50 वर्ष से अधिक की 3 में से 1 महिला को आस्टियोपोरोटिक फ्रैक्चर का अनुभव होगा.

इन दिनों कम शारीरिक सक्रियता वाली जीवनशैली की वजह से दबाव संबंधी कारक और मोटापा जोखिम पैदा करने वाले कुछ ऐसे कारक हैं जिन का संबंध आस्टियोआर्थराइटिस जैसी समस्याओं से माना जाता है. इसलिए, यदि कोई स्वस्थ जीवन जीना चाहता है तो जरूरी है कि वह अपनी हड्डियों की देखभाल पर विशेष ध्यान दे. आस्टियोआर्थराइटिस की रोकथाम और काम व जीवन के बीच स्वस्थ संतुलन कायम करने के लिए यहां ऐसे टिप्स बताए जा रहे हैं, जिन पर महिलाओं को ध्यान देना चाहिए.

डौक्टर ने मुझे टैनिस एल्बो की समस्या बताई है, मैं क्या करूं?

सवाल-

डाक्टर ने मुझे टैनिस एल्बो की समस्या बताई है. लेकिन मैं तो सौफ्टवेयर इंजीनियर हूं. मैंने कभी यह खेल नहीं खेला है. मुझे टैनिस ऐल्बो कैसे हो सकता है?

जवाब-

ऐसा नहीं है कि जो टैनिस न खेलते हों उन्हें यह समस्या न हो. इस में हाथों के टेंडन क्षतिग्रस्त हो जाते हैं. टैनिंस ऐल्बो की समस्या उन लोगों में अधिक देखी जाती है, जो आगे की भुजाओं और कलाइयों का इस्तेमाल अधिक करते हैं. इस से इन भागों की मांसपेशियां और टेंडन क्षतिग्रस्त हो जाते हैं. जो लोग लगातार कंप्यूटर पर काम करते हैं उन्हें भी माउस के लगातार इस्तेमाल करने से यह समस्या हो जाती है. आप हर 1-2 घंटों में 10 मिनट का ब्रेक लें, कलाइयों और हाथों की ऐक्सरसाइज करें, कैल्सियम और विटामिन डी से भरपूर भोजन का सेवन करें.

ये बात तो आप जानते ही हैं कि शरीर के वे हिस्से जहां हड्डियां आपस में मिलती हैं, उन्हें ही जोड़ कहते हैं. जैसे घुटने, कंधे, कोहनी आदि-आदि. अगर शरीर के इन जोड़ों में कठोरता या सूजन जैसी किसी भी तरह की तकलीफ हो जाती है तो इससे आपको दर्द शुरू हो जाता है और इसे ही जोड़ों में दर्द होने की शिकायत कहा गया है. आजकल देखा गया है कि शरीर में जोड़ों के दर्द की समस्या एक आम सी समस्या बनती जा रही है और इस कारण से लगातार अस्पताल जाते रहने और दवा खाना की मजबूरी हो ही जाती है.

एक बात जो आपके जाननी चाहिए कि ‘अर्थराइटिस’ की शिकायत, जोड़ों में दर्द होने का सबसे आम कारण है. पर इसके अलावा जोड़ों में दर्द होने की कई और भी अन्य वजहे होती हैं, जैसे कि लिगामेंट, कार्टिलेज या छोटी हड्डियों में से किसी की भी रचना में चोट लग जाने के कारण भी आपके जोड़ों में दर्द हो सकता है. ये शरीर का बहुत अहम हिस्सा होते हैं. इनके कारण ही आप उठना, बैठना, चलना, शरीर को मोड़ना आदि कर पाते हैं और ऐसा सब करना संभव हो पाता है. इसीलिए जोड़ों में दर्द होने पर पूरे आपके शरीर का संपूर्ण स्वास्थ्य प्रभावित हो जाता है.

आज हम आपको जोड़ों में दर्द से जुडी कई महत्वपूर्ण बातें बताएंगे. इनके कारण जानने के बाद आप इनसे परहेज कर सकेंगे. यहां हम आपको जोड़ों के दर्द से निजात पाने के लिए कुछ उपचार भी बता रहे हैं. इन्हें अपनाकर आप इस दर्द से जल्दी छुटकारा पा सकते हैं.

मेरा मन पढ़ाई में नहीं लगता, मैं क्या करूं?

सवाल-

मैं 21 वर्षीय युवती हूं. मुझे घूमनाफिरना, मौजमस्ती करना अच्छा लगता है. मेरा मन न तो पढ़ाई में लगता है और न ही घर के कामों में. इन वजहों से घर में भी सब मुझ से नाराज रहते हैं. बताएं मैं अपनी आदतें कैसे बदलूं?

जवाब-

आप अपनी आदतें बिलकुल बदल सकती हैं. अभी आप को घूमनाफिरना, मौजमस्ती करना बेशक अच्छा लग रहा हो, लेकिन जब आप के दोस्त मेहनत और पढ़ाई से आगे बढ़ जाएंगे, नौकरी करने लगेंगे, तो तब आप को बहुत पछतावा होगा.

आप की घर के कामों में भी दिलचस्पी नहीं है, तो जाहिर है आप न तो अपना कैरियर संवार पाएंगी और न ही घर के कामों में ही दक्ष हो पाएंगी.

यों तो मातापिता काफी हद तक अपने बच्चों को बरदाश्त करते हैं, उन के ऐब छिपाते हैं, बावजूद उन्हें प्रेम करते हैं, मगर जब आप की शादी होगी तो जरूरी नहीं कि ससुराल में सब आप को इसी रूप में स्वीकार कर लें.

इसलिए बेहतर होगा कि आप समय रहते खुद को बदलने का जतन करें. इस के लिए आप को अपनी रूटीन लाइफ बदलनी होगी.

रात को जल्दी सोएं और सुबह जल्दी उठ कर बाहर टहलने जाएं, व्यायाम करें. अच्छी पत्रिकाएं और किताबें पढ़ें. कोई ऐसा काम करें, जिस से दूसरों का भला हो, साथ ही घर के कामकाज में भी हाथ बंटाएं.

शुरुआत में ये सब थोड़ा बोझिल लगेगा पर जल्द ही आप को अपनी जिम्मेदारियों का एहसास होने लगेगा और आप न सिर्फ घरपरिवार की चहेती बन जाएंगी, अपना कैरियर भी संवार पाएंगी.

कभी-कभी औफिस में काम करतेकरते अचानक मूड औफ हो जाता है या फिर घर में कोई नईपुरानी बात याद कर मन बेचैन हो उठता है तो आप को सतर्क हो जाना चाहिए. सतर्क तो आप को उस वक्त भी हो जाना चाहिए जब खुद आप को ऐसा लगने लगे कि आप की रूटीन जिंदगी में बेवजह का खलल पड़ने लगा है.

आप वक्त पर अपने तयशुदा काम नहीं कर पा रही हैं, भूख कम या ज्यादा लग रही है, नींद पूरी नहीं हो पा रही है, आप पति, घर बच्चों पर पहले जैसा ध्यान नहीं दे पा रही हैं, बातबात पर चिड़चिड़ाहट, गुस्से या डिप्रैशन का शिकार होने लगी हैं तो तय मानिए आप अपनी ब्रैन सैल्स को मैनेज नहीं कर पा रही हैं. यह एक ऐसी वजह है जिसे हरकोई नहीं जानता, लेकिन इस का शिकार जरूर होता है.

इन लक्षणों में से आप किसी एक का भी शिकार हैं तो  तय यह भी है कि आप की ही कुछ आदतें आप की ब्रेन सैल्स को नुकसान पहुंचा रही हैं, जिस का एहसास या अंदाजा आप को जानकारी के अभाव के चलते नहीं होता. लेकिन ये सबकुछ सामान्य है और वक्त रहते आदतें सुधार ली जाएं तो सबकुछ ठीक और आप के कंट्रोल में भी हो सकता है.

क्या हैं ब्रेन सैल्स

नुकसान चाहे जिस भी वजह से हो रहा है उसे अगर वैज्ञानिक और तकनीकी तौर पर सम झ लिया जाए तो फिर कोईर् खास मुश्किल नुकसान से बचने में पेश नहीं आती. बात जहां तक ब्रेन सैल्स को सम झने की है तो उन के बारे में इतना जानना ही काफी है कि वे हमारे शरीर का महत्त्वपूर्ण हिस्सा हैं जो हमें हर फीलिंग से न केवल परिचित कराती हैं, बल्कि उन से होशियार रहने के लिए भी सचेत करती हैं.

मेरे पति का अपनी सहकर्मी से संबंध हैं, मैं क्या करूं?

सवाल

मैं शादीशुदा गृहिणी हूं. पति स्मार्ट व हैंडसम हैं और अपनी उम्र से काफी छोटे दिखते हैं. वे सरकारी महकमे में अधिकारी हैं. 2 बेटे हैं जो अपनेअपने परिवार के साथ खुशहाल जीवन जी रहे हैं. मेरी समस्या यह है कि पिछले 1 साल से पति ने मेरे साथ सैक्स नहीं किया, हालांकि हमारे में कोई विवाद नहीं है. 1-2 लोगों ने मुझे बताया है कि उन के अपनी सहकर्मी से संबंध हैं. बताएं मैं क्या करूं?

जवाब

जैसाकि आप ने बताया कि आप दोनों के बीच कोई विवाद नहीं है पर पति सैक्स में दिलचस्पी नहीं लेते तो आप को इस की वजह जानने की कोशिश करनी होगी. संभव है कि वे बतौर अधिकारी काम के बोझ तले दबे हों और तनाव में रहते हों या फिर उन्हें कोई अंदरूनी परेशानी हो. वक्त और मूड देख कर आप को पति से बात करनी चाहिए. रही बात उन का अपनी सहकर्मी से संबंध की, तो सुनीसुनाई बातों पर भरोसा करना दांपत्य जीवन में जहर ही घोलता है. दूसरों की कही बातों पर भरोसा न करें. वैसे भी विवाहेतर संबंध ज्यादा दिनों तक नहीं टिकते. देरसवेर इस रिश्ते पर विराम लग ही जाता है. बावजूद इस के अगर आप अपने रिश्ते में जान फूंकना चाहती हैं तो पति के साथ ज्यादा से ज्यादा वक्त बिताएं, उन्हें भरपूर प्यार दें, कामकाज के बारे में पूछें, साथ घूमने जाएं. हां, अगर उन में किसी शारीरिक विकार के लक्षण दिखें तो डाक्टर से परामर्श लें.

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मैं 33 साल की विवाहिता हूं. पति और 2 बच्चों के साथ खुशहाल जीवन जी रही हूं. शादीसे पहले मेरी जिंदगी में एक युवक आया था, जिस से मैं प्यार करती थी, पर किन्हीं वजहों से हमारी शादी नहीं हो पाई थी. अब उस का भी अपना परिवार, पत्नी व बच्चे हैं. इधर कुछ दिनों पहले फेसबुक पर हम दोनों मिले. मोबाइल नंबरों का आदान प्रदान हुआ और अब हम घंटों बातचीत, चैटिंग करते हैं. वह मुझ से मिलना चाहता है. बताएं मैं क्या करूं?

जवाब

वह आप का अतीत था. अब आप दोनों के ही रास्ते अलग हैं. पति, परिवार, बच्चे व सुखद जीवन है. पुरानी यादों को ताजाकर आप दोनों की नजदीकियां दोनों ही परिवारों की खुशियों पर ग्रहण लगा सकती हैं. इसलिए बेहतर यही होगा कि इस रिश्ते को अब आगे न बढ़ाया जाए. हां, अगर वह एक दोस्त के नाते आप से मिलना चाहता है, तो इस में कोई बुराई नहीं. आप घर से बाहर किसी रेस्तरां, पार्क आदि में उस से मिल सकती हैं.बुनियाद दोस्ती की हो तो मिलने में हरज नहीं, बशर्ते मुलाकात मर्यादित रहे. हद न पार की जाए.

पाठक अपनी समस्याएं इस पते पर भेजें : गृहशोभा, ई-8, रानी झांसी मार्ग, नई दिल्ली-110055.

स्रूस्, व्हाट्सऐप मैसेज या व्हाट्सऐप औडियो से अपनी समस्या 9650966493 पर भेजें.   

मेरी सास हमेशा हम पर दबाव बनाए रखती हैं, मैं क्या करुं?

सवाल-

मैं 32 वर्षीय विवाहिता हूं. संयुक्त परिवार में रहती हूं. मेरे सासससुर के अलावा विवाहयोग्य देवर भी है. मेरी एक ननद भी है, जो विवाहिता है. समस्या यह है कि मेरी सास हमेशा हम पर दबाव बनाए रखती हैं कि हम ननद के लिए वक्तबेवक्त उपहार देते रहें. और तो और मेरी ससुराल वाले मेरे मायके से भी लेने का कोई मौका नहीं छोड़ते. घर का सारा खर्च हमें ही उठाना पड़ता है. ससुर रिटायर्ड हैं. देवर नौकरी करता है पर घरखर्च के लिए 1 रुपया नहीं देता. कभी कहो तो सुनने को मिलता है कि शादी के बाद वह भी जिम्मेदारी समझने लगेगा. इतनी महंगाई में एक व्यक्ति पर सारी गृहस्थी का बोझ डालना क्या वाजिब है? पति अपने मांबाप के सामने कभी जबान नहीं खोलते. ऐसे में मेरा उन से इस बारे में कुछ कहना क्या उचित होगा? पति को परेशान होते देखती हूं तो दुखी हो जाती हूं. बताएं क्या करूं?

जवाब-

आप के सासससुर को जीवन का लंबा अनुभव है. जब आप का देवर भी कमा रहा है, तो उस पर भी घरखर्च की जिम्मेदारी डालनी चाहिए. दोनों भाई मिल कर खर्च उठाएंगे तो किसी एक को परेशान नहीं होना पड़ेगा. इस के अलावा ननद पर भी खास मौके पर और अपनी हैसियत के अनुसार ही खर्च करें. सासससुर विशेषकर अपनी सास से शालीनता से बात कर सकती हैं कि वे देवर से भी घर की थोड़ीबहुत जिम्मेदारी उठाने को कहें. पूरे परिवार का एक व्यक्ति पर निर्भर रहना सही नहीं है. प्यार से बात करेंगी तो वे अवश्य इस विषय पर विचार करेंगी. भले ही शुरू में उन्हें आप का हस्तक्षेप अखरे और आप को आलोचना भी सुननी पड़े पर पति के भले के लिए आप इतना तो सुन ही सकती हैं.

सास और बहू का बेहद नजदीकी रिश्ता होते हुए भी सदियों से विवादित रहा है. तब भी जब महिलाएं अशिक्षित होती थीं खासकर सास की पीढ़ी अधिक शिक्षित नहीं होती थी और आज भी जबकि दोनों पीढि़यां शिक्षित हैं और कहींकहीं तो दोनों ही उच्चशिक्षित भी हैं. फिर क्या कारण बन जाते हैं इस प्यारे रिश्ते के बिगड़ते समीकरण के.

संयुक्त परिवारों में जहां सास और बहू दोनों साथ रह रही हैं वहां अगर सासबहू की अनबन रहती है तो पूरे घर में अशांति का माहौल रहता है. सासबहू के रिश्ते का तनाव बहूबेटे की जिंदगी की खुशियों को भी लील जाता है. कभीकभी तो बेटेबहू का रिश्ता इस तनाव के कारण तलाक के कगार तक पहुंच जाता है.

हालांकि भारत की महिलाओं का एक छोटा हिस्सा तेजी से बदला है और साथ ही बदली है उन की मानसिकता. उस हिस्से की सासें अब नई पीढ़ी की बहुओं के साथ एडजैस्टमैंट बैठाने की कोशिश करने लगी हैं. सास को बहू अब आराम देने वाली नहीं, बल्कि उस का हाथ बंटाने वाली लगने लगी है. यह बदलाव सुखद है. नई पीढ़ी की बहुओं के लिए सासों की बदलती सोच सुखद भविष्य का आगाज है. फिर भी हर वर्ग की पूरी सामाजिक सोच को बदलने में अभी वक्त लगेगा.

बहुत कुछ बदलने की जरूरत

भले ही आज की सास बहू से खाना पकाने व घर के दूसरे कामों की जिम्मेदारी निभाने की उम्मीद नहीं करती, बहू पर कोई बंधन नहीं लगाती और न ही उस के व्यक्तिगत मसलों में हस्तक्षेप करती है. पर फिर भी कुछ कारण ऐसे बन जाते हैं जो अधिकतर घरों में इस प्यारे रिश्ते को बहुत सहज नहीं होने देते. अभी भी बहुत कुछ बदलने की जरूरत है क्योंकि आज भी कहीं सास तो कहीं बहू भारी है.

मेरे पति का औफिस में अफेयर चल रहा है, मुझे क्या करना चाहिए?

सवाल-

मैं शादीशुदा गृहिणी हूं. पति स्मार्ट व हैंडसम हैं और अपनी उम्र से काफी छोटे दिखते हैं. वे सरकारी महकमे में अधिकारी हैं. 2 बेटे हैं जो अपनेअपने परिवार के साथ खुशहाल जीवन जी रहे हैं. मेरी समस्या यह है कि पिछले 1 साल से पति ने मेरे साथ सैक्स नहीं किया, हालांकि हमारे में कोई विवाद नहीं है. 1-2 लोगों ने मु झे बताया है कि उन के अपनी सहकर्मी से संबंध हैं. बताएं मैं क्या करूं?

जवाब-

जैसाकि आप ने बताया कि आप दोनों के बीच कोई विवाद नहीं है पर पति सैक्स में दिलचस्पी नहीं लेते तो आप को इस की वजह जानने की कोशिश करनी होगी.

संभव है कि वे बतौर अधिकारी काम के बो झ तले दबे हों और तनाव में रहते हों या फिर उन्हें कोई अंदरूनी परेशानी हो. वक्त और मूड देख कर आप को पति से बात करनी चाहिए.

रही बात उन का अपनी सहकर्मी से संबंध की, तो बातों पर भरोसा करना दांपत्य जीवन में जहर ही घोलता है. दूसरों की कही बातों पर भरोसा न करें.

वैसे भी विवाहेतर संबंध ज्यादा दिनों तक नहीं टिकते. देरसवेर इस रिश्ते पर विराम लग ही जाता है.

बावजूद इस के अगर आप अपने रिश्ते में जान फूंकना चाहती हैं तो पति के साथ ज्यादा से ज्यादा वक्त बिताएं, उन्हें भरपूर प्यार दें, कामकाज के बारे में पूछें, साथ घूमने जाएं.

हां, अगर उन में किसी शारीरिक विकार के लक्षण दिखें तो डाक्टर से परामर्श लें.

रात के 10 बज रहे थे. 10वीं फ्लोर पर स्थित अपने फ्लैट से सोम कभी इस खिड़की से नीचे देखता तो कभी उस खिड़की से. उस की पत्नी सान्वी डिनर कर के नीचे टहलने गई थी. अभी तक नहीं आई थी. उन का 10 साल का बेटा धु्रव कार्टून देख रहा था. सोम अभी तक लैपटौप पर ही था, पर अब बोर होने लगा तो घर की चाबी ले कर नीचे उतर गया.

सोसाइटी में अभी भी अच्छीखासी रौनक थी. काफी लोग सैर कर रहे थे. सोम को सान्वी कहीं दिखाई नहीं दी. वह घूमताघूमता सोसाइटी के शौपिंग कौंप्लैक्स में भी चक्कर लगा आया. अचानक उसे दूर जहां रोशनी कम थी, सान्वी किसी पुरुष के साथ ठहाके लगाती दिखी तो उस का दिमाग चकरा गया. मन हुआ जा कर जोर का चांटा सान्वी के मुंह पर मारे पर आसपास के माहौल पर नजर डालते हुए सोम ने अपने गुस्से पर कंट्रोल कर उन दोनों के पीछे चलते हुए आवाज दी, ‘‘सान्वी.’’

सान्वी चौंक कर पलटी. चेहरे पर कई भाव आएगए. साथ चलते पुरुष से तो सोम खूब परिचित था ही. सो उसे मुसकरा कर बोलना ही पड़ा, ‘‘अरे प्रशांत, कैसे हो?’’

प्रशांत ने फौरन हाथ मिलाने के लिए आगे बढ़ाया, ‘‘मैं ठीक हूं, तुम सुनाओ, क्या हाल है?’’

सोम ने पूरी तरह से अपने दिलोदिमाग पर काबू रखते हुए आम बातें जारी रखीं. सान्वी चुप सी हो गई थी. सोम मौसम, सोसाइटी की आम बातें करने लगा. प्रशांत भी रोजमर्रा के ऐसे विषयों पर बातें करता हुआ कुछ दूर साथ चला. फिर ‘घर पर सब इंतजार कर रहे होंगे’ कह कर चला गया.

सगाई होने के बावजूद फैमिली हमारी शादी नही कर रही, मैं क्या करुं?

सवाल-

मैं एक लड़की से प्यार करता हूंहमारी सगाई हो चुकी है पर लड़की के घर वाले हमारी शादी नहीं करा रहेवे शादी की तारीख आगे बढ़ाते जा रहे हैंजबकि हम दोनों ही जल्दी से जल्दी शादी करना चाहते हैंकृपया बताएं कि क्या करें ताकि लड़की वाले हमारी शादी जल्दी कराने के लिए राजी हो जाएं?

जवाब-

लगता है, लड़की के घर वालों ने लड़की की जिद की वजह से बेमन से इस रिश्ते को स्वीकृति दी. इसीलिए वे शादी की बात को टाल रहे हैं. सही बात तो लड़की जान सकती है कि उस के घर वालों के दिमाग में क्या चल रहा है. क्यों वे इस तरह ढुलमुल रवैया अपना रहे हैं.

यदि लड़की इस रिश्ते से खुश है तो वह घर में बात कर सकती है. आप के घर वाले भी जल्दी शादी करने के लिए लड़की वालों पर दबाव डाल सकते हैं. हो सकता है कि वे शादी की तैयारी भी कर रहे हों, मगर बेहतर व्यवस्था के लिए तारीख आगे बढ़ाते जा रहे हों. बेहतर होगा कि एक बार पारिवारिक स्तर पर बात करा लें, ताकि स्थिति स्पष्ट हो जाए.

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शादी किस से करनी है यह जिंदगी के सब से अहम फैसलों में एक है. जब आप अपनी गर्लफ्रेंड या बॉयफ्रेंड के प्रति इतने सीरियस हो जाते हैं कि उन के साथ अपना भविष्य देखने लगते हैं, पूरी जिंदगी साथ बिताने के सपने देखते हैं तो समझिए कि समय आ गया है जब आप उन्हें शादी के लिए प्रपोज करें. मगर जरुरी है कि उन्हें प्रपोज़ करने से पहले आप अपने पेरेंट्स से इस बारे में विस्तार से बात करें. वैसे पैरंट्स के आगे इस तरह की बातें करना सब के लिए उतना सहज नहीं होता. खासकर बच्चे अक्सर अपने पिता से हर बात नहीं कर पाते.

ऐसे में पेरेंट्स तक अपने जीवन का यह खूबसूरत सीक्रेट शेयर करने और उन की अनुमति पाने के लिए कुछ इस तरह के कदम उठाएं ;

1. घर के सब से करीबी को बनाएं राजदार

जब आप को लगे कि अपना यह सीक्रेट घरवालों से शेयर करना है तो इस के लिए सब से पहले घर के उस सदस्य से बात करें जो आप के सब से करीब है.

अगर आपकी भी ऐसी ही कोई समस्या है तो हमें इस ईमेल आईडी पर भेजें- submit.rachna@delhipress.biz
 
सब्जेक्ट में लिखे…  गृहशोभा-व्यक्तिगत समस्याएं/ Personal Problem

मेरे पति ‘मम्माज बौय’ है, इसीलिए मैं तनाव में हूं ऐसे में मैं क्या करुं?

सवाल

28 वर्षीय महिला हूं. पिछले साल ही शादी हुई थी. शादी के बाद ससुराल आई तो 2-3 दिन में ही समझ गई कि पति मम्माज बौयहैं. वे अपनी मां से पूछ कर ही कोई काम करते हैं और मेरी एक भी बात नहीं मानते. खाने से ले कर परदे के रंग तक का चयन मेरी सास ही करती हैं और मेरी बातों को जरा भी अहमियत नहीं देतीं. इस से मैं काफी तनाव में रहती हूं. समझ नहीं आ रहा क्या करूं?

जवाब

अभी आप की नई-नई शादी हुई है. आप के पति समझदार हैं और इसीलिए वे नहीं चाहते होंगे कि अचानक मां को नजरअंदाज कर आप की बातों को उन के सामने ज्यादा तवज्जो दें. इस से घर में अनावश्यक ही तनाव भरा माहौल हो जाएगा.

आप को धीरेधीरे समय के साथ घर में अपनी जगह बनानी चाहिए. बेहतर होगा कि आप अपनी सास को सास नहीं मां समझें. उन के साथ खाली वक्त में साथ बैठें, टीवी देखें, शौपिंग करने जाएं, उन की पसंद की ड्रैस खरीद कर उन्हें दें. घर के कामकाज में उन की सहायता करें.

जब आप की सास को यह यकीन हो जाएगा कि अब आप अच्छी तरह से गृहस्थी संभाल सकती हैं, तो धीरेधीरे वे आप को पूरी जिम्मेदारी सौंप देंगी.

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नेहा की नई-नई शादी हुई है. वह विवाह के बाद जब कुछ दिन अपने मायके रहने के लिए आई तो उसे अपने पति से एक ही शिकायत थी कि वह उस का पति कम और ‘मदर्स बौय’ ज्यादा है. यह पूछने पर कि उसे ऐसा क्यों लगता है? उस का जवाब था कि वह अपनी हर छोटीबड़ी जरूरत के लिए मां पर निर्भर है. वह उस का कोई काम करने की कोशिश करती तो वह यह कह कर टाल देता कि तुम से नहीं होगा, मां को ही करने दो.

अगर आपकी भी ऐसी ही कोई समस्या है तो हमें इस ईमेल आईडी पर भेजें- submit.rachna@delhipress.biz
 

बेटी के जन्म के बाद स्ट्रैच मार्क्स आ गए हैं, मैं क्या करूं?

सवाल-

बेटी के जन्म के बाद मेरे पेट पर स्ट्रैच मार्क्स के निशान पड़ गए हैं. बताएं उन्हें कैसे दूर करूं?

जवाब-

आप स्ट्रैच मार्क्स के निशानों पर वर्जिन कोकोनट औयल लगाएं, जो स्ट्रैच मार्क्स को कम करने में मदद करता है. यह औयल त्वचा के रंग की चमक बनाए रखने में भी सहायक होता है. इस के इस्तेमाल से त्वचा अधिक चमकदार, मुलायम नजर आने लगेगी. इस के अलावा किसी भी प्रकार के निशान के लिए जैसे कभीकभी हमें किसी चोट का निशान पड़ जाता है या फिर खरोंच के निशान हो जाते हैं, यह उन निशानों को भी मिटाने में फायदेमंद साबित होता है. हर रात चेहरे पर वर्जिन कोकोनट औयल को एक नाइट क्रीम के रूप में इस्तेमाल करें.

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स्‍ट्रेच मार्क्‍स शरीर पर पड़ी वह सफेद क्षीण रेखाएं होती हैं जो कि प्रेग्नेंसी के दौरान या फिर अचानक मोटे हो जाने पर पड़ जाती हैं. यह देखने में काफी भद्दा लगता है. ज्यादातर स्‍ट्रेच मार्क्‍स पेट, पीठ या जांघों पर पड़ता है. कई केसों में तो स्‍ट्रेच मार्क्‍स अपने आप ही गायब हो जाते हैं लेकिन ज्‍यादातर केसों में यह नहीं जाते. बाजार में कई तरह के स्‍ट्रेच मार्क्‍स रिमूवर क्रीम और लोशन उपलब्‍ध हैं लेकिन सभी की सभी असरदार हों यह जरुरी नहीं हैं. इन क्रीमों की वजह से शरीर पर साइड इफेक्‍ट भी हो जाते हैं. अच्‍छा होगा कि आप प्राकृतिक चीजों का इस्‍तेमाल कर इन्‍हें हल्‍का करें. आइये जानते हैं ऐसे ही कुछ प्राकृतिक उपाय.

एलो वेरा

स्‍ट्रेच मार्क्‍स पर ताजा एलो वेरा का गूदा मसाज करने से त्‍वचा टोन होती है और इसमें शामिल एंजाइम खराब हो चुकी त्‍वचा को हटा कर दूसरी त्‍वचा को हाइड्रेट करता है.

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