घर पर ही बना सकती हैं अपना फेस टोनर

क्या आप अपने टोनर से संतुष्ट हैं? क्या आपको लगता है कि जिस फायदे के लिए आपने टोनर खरीदा था वो आपको मिल रहा है? ज्यादातर मामलों में ऐसा होता है कि हम लोगों के कहने पर और विज्ञापन देखकर ब्यूटी प्रोडक्ट्स खरीद लेते हैं लेकिन उनसे हमें वो फायदा नहीं मिल पाता है, जिसकी हमें उम्मीद होती है. इसके बाद हम सिर्फ कीमत वसूलने के लिए ही उस प्रोडक्ट को यूज करते हैं.

अगर आपके साथ भी कुछ ऐसा ही है तो घबराने की जरूरत नहीं है. आप चाहें तो अपना नेचुरल स्‍क‍िन टोनर घर पर ही बना सकती हैं. टोनर पोर्स को खोलने का काम करता है और चेहरे की गंदगी साफ करता है. नेचुरल तरीके से टोनर तैयार करने का सबसे बड़ा फायदा ये है कि इसके लिए बहुत बड़ी कीमत नहीं चुकानी पड़ती है और इसका कोई साइड-इफेक्ट भी नहीं होता.

घर पर आप अपनी स्किन के अनुसार अपना टोनर बना सकती हैं. अगर आपके चेहरे पर बहुत अधिक मुंहासें हैं तो आप उन चीजों का इस्तेमाल कर सकती हैं जो एंटी-बैक्टीरियल हों. इसके अलावा अगर आपकी स्क‍िन ड्राई है तो आप मॉइश्चराइज करने वाली चीजों का इस्तेमाल कर सकती हैं.

आप चाहें तो इन उपायों से अपना स्क‍िन टोनर घर पर ही बना सकती हैं:

1. गुलाब जल और सिरके के इस्तेमाल से

अगर आपकी स्क‍िन नॉर्मल है तो चार चम्मच गुलाब जल और चार चम्मच सिरका ले लें. इन्हें अच्छी तरह मिला लें. उसके बाद एक कॉटन बॉल को इसमें डिप करके चेहरे की सफाई करें. इससे पोर्स तो खुलेंगे ही, चेहरा भी साफ हो जाएगा.

2. बर्फ भी है एक अच्छा टोनर

शायद आपको पता न हो लेकिन बर्फ भी एक बहुत अच्छा टोनर है. अगर आपकी स्क‍िन ऑयली है तो ये आपके लिए बहुत फायदेमंद रहेगा. एक मुलायम और बारीक से कपड़े में बर्फ को लपेट लें. इससे पूरे चेहरे की मसाज करें. इससे स्क‍िन को ठंडक को मिलेगी ही साथ ही पोर्स भी खुल जाएंगे.

3. तुलसी की पत्त‍ियां

अगर आपकी स्क‍िन पर बहुत अधिक मुंहासे हैं तो आपके लिए तुलसी की पत्त‍ियों का टोनर बहुत फायदेमंद रहेगा. तुलसी की कुछ पत्तियों को उबाल लें. पांच मिनट तक उबालने के बाद इसे ठंडा होने दें. इसके बाद इसे छान लें और कॉटन बॉल से चेहरे की सफाई कर लें. बचे हुए तुलसी के पानी को एक बोतल में स्टोर करके रख लें.

इन 5 चीजों से अब घर पर ही बनाएं ब्लीचिंग क्रीम

बेजान त्वचा को निखारने के लिए बहुत से लोग ब्लीच कराते हैं. ब्लीच कराने से एक ओर जहां डेड स्किन साफ हो जाती है वहीं फेशियल हेयर भी हल्के पड़ जाते हैं. जिससे रंग साफ हो जाता है. लेकिन ब्लीच करना या कराना खतरनाक भी हो सकता है. कई लोगों की स्क‍िन इतनी ज्यादा सेंसिटिव होती है कि ब्लीच के इस्तेमाल से उनके चेहरे पर लाल चकत्ते पड़ जाते हैं. या फिर त्वचा झुलस जाती है. ऐसे में आप चाहें तो नेचुरल ब्लीच का इस्तेमाल कर सकते हैं.

नेचुरल ब्लीच तुरंत तो कारगर नहीं होते हैं लेकिन कुछ बार के इस्तेमाल से आपको फर्क साफ नजर आने लगेगा. बाजार में ब्लीचिंग क्रीम की हजारों वेरायटी मौजूद हैं लेकिन कौन सा प्रोडक्ट आपके लिए सही होगा ये बता पाना मुश्क‍िल है. इनमें कई प्रकार के केमिकल होते हैं जो स्क‍िन को डैमेज कर सकते हैं.

ऐसे में इन नेचुरल ब्लीच का इस्तेमाल करना आपके लिए फायदेमंद रहेगा और वो भी बिना किसी डैमेज के….

1. टमाटर

टमाटर एक बेहतरीन ब्यूटी प्रोडक्ट है. एक पके हुए टमाटर का रस निकाल लें. अब इस रस को पूरे चेहरे पर हल्के हाथों से मसाज करें. उसके बाद चेहरे को सादे पानी से धो लें. इस उपाय को हर रोज करें.

2. दही

दही में मौजूद लैक्ट‍िक एसिड त्वचा की रंगत निखारने का काम करता है. चेहरे पर दही लगाकर कुछ देर के लिए छोड़ दें. इसके बाद चेहरे को सामान्य पानी से धो लीजिए.

3. नींबू

नींबू को नेचुरल ब्लीच के तौर पर जाना जाता है. इसमें ब्लीचिंग एजेंट होते हैं. सोने से पहले चेहरे पर नींबू का रस लगाकर सोएं.

4. आलू

आलू के रस को चेहरे पर लगाकर कुछ देर के लिए छोड़ दें. उसके बाद ठंडे पानी से चेहरा धो लें. इस प्रक्रिया को सप्ताह में एक बार करें.

5. पपीता

पपीता भी एक नेचुरल ब्लीच है. पपीते के रस को चेहरे पर लगाकर कुछ देर के लिए छोड़ दीजिए और उसके बाद हल्के गुनगुने पानी से चेहरा धो लें.

पार्टी का सैंटर औफ अट्रैक्शन कैसे बनें

पार्टी कोई भी हो, चाहे शादी की या इंगेजमैंट की, उस के लिए सजनेसंवरने का शौक सभी को होता है. बात जब किसी फंक्शन में जाने की आती है तो हर कोई सुंदर दिखना चाहता है ताकि लोगों की नजरें उस पर टिक जाएं और जब तक किसी की तारीफ न मिले तब तक लगता ही नहीं कि अट्रैक्टिव लग रहे हैं.सही भी है तैयार हों और कोई तारीफ भी न करे तो क्या फायदा इतना तैयार होने का. ऐसे मौके पर आप भी अपने को कुछ खास दिखाना चाहती हैं तो जानिए पार्टी मेकअप और हेयरस्टाइल के कुछ टिप्स जिस से आप लगेंगी खूबसूरत और सब से अलग.

पार्टी में कैसे सुंदर व अट्रैक्टिव दिखें इसे ले कर मेकअप डिजाइनर और हेयरस्टाइलिस्ट ने हम से बात करते हुए टिप्स बताए, जानिए आप भी.

  1. पार्टी मेकअप

सब से पहले चेहरे की क्लींजिंग, टोनिंग और मौइश्चराइजिंग करें. फिर प्राइमर लगाएं. इस के लिए स्किन टोन से एक शेड फेयर बेस लें और उसे चेहरे पर अच्छी तरह लगाएं. फिर पौलिशिंग ब्रश ले कर चेहरे में बेस को अच्छी तरह मर्ज करें. इस से चेहरे पर शाइनिंग आएगी. फिर पफ से पाउडर लगाएं.

2. आई मेकअप

आई मेकअप करने से पहले आंखों के नीचे पाउडर लगा लें. ऐसा करने से अगर आई मेकअप करते समय शैडो गिरेगा तो पाउडर पर ही गिरेगा. इस से बेस खराब नहीं होता. फिर ड्रैस से मैचिंग का आईशैडो लगाएं. आईब्रोज के नीचे हाईलाइटर लगाएं और आईबौल्स के साइड में ब्राउन शैडो लगाएं. शैडो के ऊपर ही जैल काजल से लाइनर लगाएं. फिर आईलैशेज पर मसकारा लगा कर आंखों को परफैक्ट लुक दें.

3. फेस कंटूरिंग

फेसकट को शार्प दिखाने के लिए कंटूरिंग बहुत जरूरी है. इस से चेहरे का लुक बदल कर खूबसूरत हो जाता है. सब से पहले नोज की कंटूरिंग करें. नोज के दोनों तरफ डार्क शेड शैडो से या डार्क बेस से लगाएं. सैंटर में लाइट शेड्स लगाएं. फिर चीक्स को ब्रश द्वारा उभारें. फिर पिंक कलर का शाइनर चीक्स पर लगाएं. अगर फेस चौड़ा है तो जौ लाइन की बोन पर डार्क बेस लगा कर मर्ज करें.

4. लिप मेकअप

पूरा मेकअप होने के बाद लिप मेकअप करें. पहले लिप्स पर हलका मौइश्चराइजर लगाएं, फिर लिपस्टिक से लिप्स की आउटलाइन बना कर अपनी पसंद की लिपस्टिक को फिल करें और ग्लौस लगाएं.

5. पार्टी हेयरस्टाइल

केशों को कौंब कर के साइड की मांग निकाल कर इयर टू इयर केशों को अलग कर लें. फिर टौप के केशों की रबड़बैंड से एक ऊंची पोनी बना लें. पोनी के केशों में से एक लट ले कर रबड़बैंड को कवर कर दें. अब आगे के केशों की बैककौंबिंग करें. दोनों साइड के केश छोड़ कर उन से पफ बनाते हुए पोनी के पास ही पिन से सैट करें. दोनों साइड के बचे केशों को 2 लटों मेें मिक्स कर के ट्विस्ट करते हुए पफ की तरफ लाएं. ऐसे ही दूसरी तरफ भी करें. फिर पोनी के नीचे के केशों से एक सैक्शन ले कर नौट लगाएं. अब पोनी के केशों की एकएक लट ले कर उन को रोल करते हुए जूड़े जैसा बनाएं. ऐसे ही 6 लटों का रोल बनाएं और उस पर नौट चढ़ा कर स्प्रे डालें. जब यह अच्छी तरह से सैट हो जाए तो इस रोल जूड़े के नीचे ऐक्सैसरीज लगाएं.

6. छोटे केशों का स्टाइल

केशों को अच्छी तरह से कंघी कर के पीछे 3 पोनी बनाएं. एक पोनी सैंटर में और एक अगलबगल. फिर इस पर नैट चढ़ा कर सैट कर दें. अब आर्टिफिशियल केश ले कर चोटी गूंधें और उस पर स्प्रे डालें. इसे पोनी वाले जूड़े में लपेट कर सैट करें और हेयर ऐक्सैसरीज से सजाएं.

बड़े काम की चीज है नारियल तेल

नारियल से बना तेल अपने एंटी ऑक्सीडेंट, एंटी बैक्टीरियल, एंटी फंगस गुणों से भरपूर होता है. बनावट में हल्का और त्वचा में आसानी से अवशोषित होने वाला नारियल तेल शरीर को ठंडक प्रदान करता है और गर्मियों में होने वाली अनेक समस्याओं के समाधान में मरहम की भूमिका अदा करता है.

  1. सनबर्न या सनटैन दूर करने में मददगार

गर्मियों में सूर्य की अल्ट्रावॉयलेट किरणों के कारण त्वचा को सनबर्न या सनटैन से बचाने में नारियल तेल कारगर साबित होता है. नारियल तेल में थोड़ा सा टमाटर का रस मिला कर प्रभावी जगह पर नियमित रूप से लगाने पर त्वचा का रंग ठीक हो जाता है.

2. पसीने की दुर्गन्ध रोकने में सहायक

गर्मियों में पसीने की समस्या से दो चार होना आम बात है. नारियल तेल में मौजूद लौरिक एसिड पसीने की दुर्गन्ध पैदा करने वाले बैक्टीरिया को मारता है. नहाते समय अपनी बाल्टी में एक नीबू का रस और नारियल तेल की 5-6 बूंदे डाल कर नहाएं तो इससे पसीने से राहत मिलती है और दुर्गन्ध भी कम होती है. आप अपने अंडरआर्म्स पर थोड़ा-सा नारियल तेल लगा लें तो दुर्गन्ध कम होगी.

3.त्वचा को रूखी होने से बचाए

सूर्य की अल्ट्रावॉयलेट किरणों के प्रभाव और पानी की कमी के कारण त्वचा की प्राकृतिक नमी पर भी असर पड़ता है. एसपीएफ और मॉइस्चराइजिंग गुणों से धनी नारियल तेल त्वचा में होने वाली लालिमा, चकत्ते, बेजान और रूखेपन को दूर करता है. ठंडी प्रकृति का होने के कारण यह त्वचा में होने वाली जलन और खुजली को शांत करता है और मॉइस्चराइज करके मुलायम बनाए रखता है. इसके लिए नहाने के बाद पूरे शरीर पर हल्का-हल्का तेल लगाने से त्वचा में ताजगी बनी रहती है. सूर्य की अल्ट्रावॉयलेट किरणों के प्रभाव से आपकी त्वचा का बचाव करने में नारियल का तेल एक सनस्क्रीन का भी काम करता है.

गर्मियों में अगर आपको दिन में अपनी त्वचा पर क्रीम या मॉइस्चराइजर लगाने में परेशानी हो, चिपचिपाहट महसूस हो या पसीना आता हो तो त्वचा को नमी युक्त और मुलायम रखने के लिए रात में इस तेल का इस्तेमाल कर सकते हैं. अगर आप मॉइस्चराइजर में नारियल तेल की कुछ बूंदें मिलाकर लगाएं तो सोने पर सुहागा होगा.

4. बालों को भी दे पोषण

हमारे बाल भी मौसम की चपेट में आ जाते हैं. अल्ट्रावॉयलेट किरणों और पसीने के कारण बाल अकसर चिपचिपे, रूखे और बेजान हो जाते हैं, जिस कारण वे झड़ने भी लगते हैं. इसके अलावा क्लोरीन युक्त पानी के इस्तेमाल और स्विमिंग पूल के पानी का बालों पर खासा असर पड़ता है. इसके लिए जरूरी है नियमित रूप से बालों की सफाई. धोने से पहले बालों में नारियल तेल की मालिश असरदार रहती है. रात को सोते समय मालिश करना बेहतर है.

अगर संभव न हो तो नहाने से एक घंटे पहले नारियल के हल्के गर्म तेल से मालिश जरूर करें. रूसी की समस्या हो तो तेल में थोड़ा-सा कपूर मिलाकर लगाएं. इससे बाल कम टूटते हैं और इन्हें पोषण भी मिलता है. सिर धोने के बाद अगर बाल ज्यादा ड्राई हों तो हल्का सा नारियल तेल लगाने से चमक बरकरार रहती है.

5. लिप बाम का काम

शरीर में डीहाइड्रेशन या पानी की कमी का असर होंठों पर भी पड़ता है. कटे-फटे होंठों में से खून भी आने लगता है. नारियल तेल इनके लिए बेहतरीन बाम का काम करता है. दिन में 3-4 बार उंगली की टिप से नारियल तेल होंठों पर लगाना काफी फायदेमंद साबित होता है.

6. मॉइस्चराइजर की तरह करे काम

स्क्रबर की तरह इस्तेमाल होने वाला नारियल तेल मॉइस्चराइजिंग का काम बखूबी करता है. एक छोटे चम्मच नारियल के तेल में चीनी या समुद्री नमक मिला कर त्वचा पर रगड़ने पर मृत त्वचा बड़ी आसानी से उतर जाती है और त्वचा मुलायम और चमकदार हो जाती है. इससे कुहनी, घुटनों, गर्दन जैसे शरीर के विभिन्न अंगों में होने वाली कालिमा भी धीरे-धीरे खत्म हो जाती है.

7. संक्रमण से करे बचाव

गर्मियों में बैक्टीरियल संक्रमण से अकसर अंदरूनी अंगों के आसपास दाने, लाल चकत्ते हो जाते हैं, जिनके कारण असहनीय खुजली और जलन होती है. नारियल का तेल लगा कर इन पर आसानी से काबू पाया जा सकता है.

8. फंगल इन्फेक्शन को करे दूर

माइक्रोबियल गुण से भरपूर नारियल तेल गर्मियों में होने वाले दाद-खाज जैसे फंगल इन्फेक्शंस में भी प्रभावी है. प्रभावित जगह पर नियमित रूप से नारियल तेल लगाने से आराम मिलता है.

एडि़यों का ऐसे रखें खयाल

जिस तरह हमारा चमकता चेहरा हमारी पहचान बन जाता है उसी तरह हमारी दमकती एडि़यां भी हमारी पर्सनैलिटी को चारचांद लगाती हैं. कई बार आप ने देखा होगा कि कई लोग अपने पैरों को दूसरों से छिपाते हैं या अपनी फटी एडियों को बंद जूतियों में छिपाने की कोशिश करते हैं. कई महिलाएं घरेलू नुसखे अपनाते हुए थक भी जाती हैं लेकिन अपने पैरों को सौफ्ट और स्मूथ कर पाने की इच्छा पूरी नहीं कर पातीं. ऐसे में जरूरी है कि आप ऐसे उपकरणों का प्रयोग करें जिन के इस्तेमाल के बाद आप को अपनी एडि़यां छिपाने की जरूरत न पड़े और आप कम टाइम में मुलायम पैर पा सकें. तो चलिए आज हम आप को ऐसे कुछ कैलस रिमूवर के बारे में बताते हैं जिन के इस्तेमाल से आप के पैर चमक उठेंगे.

कैलस रिमूवर हैं क्या

यह एक छोटा सा रिचार्जेबल, कौम्पैक्ट और पोर्टेबल उपकरण है जिसे आप आसानी से कहीं भी कैरी कर सकती हैं. इस के इस्तेमाल से आप अपने पैरों की डैड स्किन, थिक स्किन और रफनैस प्रौब्लम से छुटकारा पा सकती हैं. जिन महिलाओं को पार्लर में जा कर पेडीक्योर करना मुसीबत लगता है उन के लिए यह एक बैस्ट आइटम है. इस के साथ कुछ रोलर भी आते हैं जिन्हें अपनी जरूरत के अनुसार आप इस्तेमाल कर सकती हैं. तो चलिए जानते हैं कुछ बैस्ट कैलस रिमूवर के बारे में जिन्हें आप औनलाइन व मार्केट से खरीद सकते हैं.

  1. लाइफलौंग एलएलपीसीडब्लू 04 

इस की खासीयत है कि इस रिमूवर को महज 30 मिनट चार्ज कर ही इसे 2 घंटे तक इस्तेमाल कर सकते हैं. यह पूरी तरह वाटरप्रूफ है. इस में 3 अटैचमैंट दिए गए हैं जिन से कम, मीडियम या बहुत ज्यादा डैड स्किन को निकाल सकते हैं. इस की कीमत 1,300 रुपए तक है.

2. एगेरो सीआर 3001

इस रिमूवर को 45 मिनट तक चार्ज कर 2 घंटे तक इस्तेमाल किया जा सकता है. यह रिचार्जेबल डिवाइस है, जिस में 2 अटैचमैंट हैं. इसे आप शौवर या ड्राई दोनों तरह से यूज कर सकते हैं. इस की कीमत 1,100 रुपए तक है.

3. आइग्रिड 

यह एक कम वजन वाला एलईडी लाइट के साथ आने वाला रिमूवर है. इस के साथ 3 रोलर मिलते हैं, जिन्हें आप उपयोग के बाद आसानी से साफ कर के दोबारा इस्तेमाल कर सकती हैं. इस की कीमत तकरीबन 900 से 1,100 रुपए तक है.

4. वैंडले (यूके) सीक्यूआर-एफसी 800

इस रिमूवर में 1,2000 एमएएच की बैटरी होती है. यह पौकेट साइज में आता है. इस से फाइन ग्राइंडिंग, मीडियम ग्राइंडिंग और रफ ग्राइंडिंग कर सकते हैं. यह 2 स्पीड वैरिएशन के साथ आता है. इस में डिजिटल डिस्प्ले भी होता है. यह 1,200 रुपए तक की कीमत में आसानी से मिल जाता है.

5. एमोप पेडी परफैक्ट 

यह एक इलैक्ट्रिक फुट फाइलर है. इसे बैटरी से औपरेट कर सकते हैं. यह 400 रुपए तक की कीमत में आसानी से मिल जाता है. यदि आप कम खर्चे में अपने पैरों से डैड स्किन हटाना चाहती हैं तो यह एक बढि़या औप्शन है.

अच्छे रिजल्ट के लिए आप कैलस रिमूवर को इस्तेमाल करने के बाद अपने पैरों पर अच्छा मोइस्चराजर लगाना न भूलें. साथ ही, अपने पैरों की सफाई सोने से पहले अवश्य करें जिस से ये रातभर में हील हो सकें और अपने रिमूवर रोलर्स को साफ कर के रखें.

कैसे पाएं ब्लैकहैड्स फ्री त्वचा

ब्लैकहैड्स की समस्या सभी स्किन टोन पर हो जाती है. त्वचा कई प्रकार की होती है, जैसे नौर्मल, ड्राई, औयली और टीशेप्ड जिस में माथे और नाक की त्वचा गालों की अपेक्षा ज्यादा औयली होती है. ब्लैकहैड्स की समस्या ज्यादातर औयली और टीशेप्ड त्वचा पर होती है. सिबेशस गं्रथि के सीबम के अत्यधिक रिसाव से ब्लैकहैड्स, वाइट हैड्स, पिंपल्स, एक्ने जैसी समस्याएं उत्पन्न हो जाती हैं. त्वचा के औयली होने के कई कारण हो सकते हैं, जैसे आनुवंशिकता, खानपान, हारमोनल परिवर्तन, गर्भधारण, बर्थ कंट्रोल पिल्स, गलत कौस्मैटिक्स, आर्द्रता या गरम वातावरण. युवावस्था में औयली स्किन की समस्या ज्यादा परेशान करती है और आयु बढ़ने के साथ एक्ने में भी तबदील हो सकती है.

कैसे उत्पन्न होते हैं ब्लैकहैड्स 

त्वचा की बनावट 3 प्रमुख भागों में होती है- एपिडर्मिस, डर्मिस और सबडर्मिस. औयल ग्लैंड डर्मिस पार्ट में होती है. यही सीबम उत्पन्न करती है. जब सीबम हेयर फौलिकल ट्यूब में जम जाता है, तो ट्यूब ब्लौक हो जाती है. प्रत्येक हेयर फौलिकल, र्मिस लेयर से एपिडर्मिस लेयर में छोटेछोटे छिद्रों के द्वारा खुलता है. जब ये छिद्र ब्लौक हो जाते हैं, तब ब्लैकहैड्स बन जाते हैं. आमतौर पर ये नाक और चेहरे पर उत्पन्न होते हैं.

नियमित देखभाल

किशोरावस्था में ही यह समस्या शुरू हो जाती है. 12 से 16 साल की आयु में ब्लैकहैड्स ज्यादा हो सकते हैं. ये न हों, इस के लिए त्वचा की नियमित देखभाल जरूरी है. दिन में 2-3 बार फेसवाश इस्तेमाल करें या किसी अच्छे माइल्ड सोप से चेहरा धोएं ताकि चेहरे पर मैल जमा न हो. मैल से ब्लैकहैड्स पिंपल्स में तबदील हो जाते हैं. इन से नजात पाने के लिए क्लींजिंग करें ताकि सीबम डिजौल्व हो जाए. इस से ब्लैकहैड्स होने की संभावना कम हो जाती है. खासतौर से औयली स्किन वाली महिलाओं को माह में 1 बार फेशियल जरूर कराना चाहिए और औयली स्किन के हिसाब से सूटेबल सौंदर्य उत्पाद ही इस्तेमाल करने चाहिए. तैलीय त्वचा के लिए सूटेबल नाइट क्रीम का इस्तेमाल करें. रोज रात को चेहरा धो कर इसे लगाएं.

क्लीनिकल ट्रीटमैंट

ब्लैकहैड्स को क्लीनिकल ट्रीटमैंट से भी निकलवाया जा सकता है. पहले क्लीन से चेहरे को अच्छी तरह साफ किया जाता है, फिर स्क्रब करने के पश्चात स्टीम दे कर ब्लैकहैड्स रिमूव किए जाते हैं.

घरेलू तरीके

जूनियर औयल, ट्रीट्री औयल और सैंडलवुड औयल की 1-1 बूंद मिक्स कर के प्रभावित क्षेत्र पर लगाएं. फिर हलके हाथों से त्वचा को दबा कर कौटन से ब्लैकहैड्स हटाएं. इस के साथ ही डेली क्लींजिंग भी करें.

डाइट का रहे ध्यान

त्वचा संबंधी रोगों से बचने के लिए पौष्टिक आहार लेना जरूरी है. जब तक शरीर से स्वस्थ नहीं होंगी, चेहरे से हैल्दी नहीं दिखेंगी. स्किन को ग्लोइंग बनाने और त्वचा के रोगों से बचने के लिए फल और ताजा सब्जियां लें. चाकलेट, अलकोहल, फास्टफूड और जंक फूड से परहेज करें. दिन में 8-10 गिलास पानी जरूर पिएं. इस से शरीर के टाक्सिंस निकल जाते हैं.

रोजाना करेंगे ये काम तो स्किन बनेगी चमकदार

ज्यादातर लड़कियों की यह शिकायत रहती है कि उन की त्वचा ग्लोइंग और चार्मिंग नहीं दिखती. इस की सब से बड़ी वजह यह है कि या तो उन्हें अपनी त्वचा के अनुसार सही स्किन केयर का पता नहीं होता या फिर वे त्वचा के प्रति लापरवाही बरतती हैं.

आइए जानते हैं त्वचा को साफसुथरा व चमकदार बनाए रखने के कुछ टिप्स:

  • त्वचा को हर मौसम में मौइश्चराइज करने की जरूरत होती है, क्योंकि रूखी त्वचा खुजली जैसी समस्याएं पैदा करती है. मौइश्चराइजर का चुनाव करते समय यह ध्यान रखें कि आप की त्वचा औयली है या रूखी.
  • क्लींजिंग के बाद भी यदि त्वचा की गंदगी पूरी तरह साफ न हो तो नियमित तौर पर टोनिंग करनी चाहिए. इस से त्वचा की गंदगी भी दूर होती है और उस में नमी भी बनी रहती है.
  • अगर आप की स्किन ड्राई है तो सौफ्ट क्लींजर ही प्रयोग करें. सैंसिटिव स्किन के लिए माइल्ड क्लींजर इस्तेमाल करें.
  •  त्वचा की टोनिंग और मौइश्चराइजिंग से पहले उसे ऐक्सफौलिऐट करना न भूलें. इस से त्वचा की डैड सैल्स हट जाती हैं और उस का नैचुरल ग्लो उभर कर आता है.
  •  यदि आप के पैर के नाखून साफ नहीं हैं, एडि़यां गंदी व कटीफटी हैं, पैरों पर अनचाहे बाल हैं तो कितनी भी स्टाइलिश ड्रैस व फुटवियर पहन लें, आप के ऊपर जंचेगा नहीं. शौर्ट ड्रैस या डैनिम के साथ ओपन फुटवियर पहनने का शौक है तो अपने पैरों की साफसफाई पर पूरा ध्यान दें. इस के लिए घरेलू उपाय अपनाना ही काफी नहीं है, र्पालर जा कर ऐक्सपर्ट से मैनिक्योर, पैडिक्योर, नेल कटिंग व क्लीनिंग नियमित तौर पर कराती रहें.

बदलते मौसम में अपनाएं ये 7 मेकअप टिप्स

अच्छी त्वचा की देखभाल के लिए स्क्रीन रूटीन फॉलो करना बेहद जरूरी होता है. बदलते मौसम में
स्किन ड्राई होने लगती है इस वजह से हमारी त्वचा बेरंग और रूखी हो जाती है. बदलते मौसम में मेकअप का बह जाना, बिगड़ जाना या फिर मनचाहा लुक न आ पाने जैसीसमस्याएं आम होती हैं.

आइए जानें मेकअप करने के लिए कुछ जरूरी टिप्स:

  1. कंसीलर लगाएं

इस मौसम में जरूरी हो तो ही कंसीलर लगाएं. कंसीलर लगाते समय पूरे चेहरे के बजाय आंखों के नीचे और दागधब्बों पर ही कंसीलर अप्लाई करें.

2. फेस कौंपैक्ट

इस मौसम में कौंपैक्ट लगाना जरूरी नहीं है, लेकिन जिन की स्किन औयली होती है उन्हें बदलते मौसम में कौंपैक्ट लगाना चाहिए. बदलते मौसम में अपनी स्किन की जरूरत के अनुसार कौंपैक्ट खरीदें.

3. ब्लशर न लगाएं

इस मौसम में हैवी मेकअप करना ठीक नहीं इसलिए हो सके तो ब्लशर न लगाएं. यदि ब्लशर लगाना ही चाहती हैं तो लाइट पिंक, पीच कलर का ब्लशर अप्लाई करें.

4. बालों को बांधे

इस मौसम में पसीने के कारण बाल चिपचिपे हो जाते हैं इसलिए इस मौसम में बालों को जहां तक हो सके बांध कर रखें. हर दूसरे या तीसरे दिन बाल धोएं.

5. तेज धूप से बचे

इस मौसम में तेज धूप से बालों की हिफाजत करने के लिए घर से बाहर निकलते समय बालों को स्कार्फ से कवर करें.

6. माइल्ड फेसवाश से चेहरा धोएं

इस मौसम में फ्रैश और क्लीन लुक पाने के लिए दिन में 2-3 बार माइल्ड फेसवाश से चेहरा धोएं. मेकअप से पहले चेहरे पर आइस रब करें. आइस रब करने से मेकअप ज्यादा देर तक टिका रहता है.

7. डार्क शेड्स मेकअप से बचे

इस मौसम में डार्क शेड्स का मेकअप जहां काफी हैवी लगता है वहीं लाइट और न्यूड शेड्स का मेकअप फेस को क्लासी लुक देता है, साथ ही ब्लशर के लिए पाउडर ब्लश के बजाय लिक्विड या लिपस्टिक टिंट लगाना बेहतर रहेगा.

चेहरे पर दाग हैं नो टैंशन

पिगमैंटेशन तब होता है जब आप के फेस या बौडी के किसी खास हिस्से की कोशिकाएं मरने लगती हैं और उन्हें पोषक तत्त्व मिलने बंद हो जाते हैं. ऐसे में स्किन काली पड़ने लगती है. कई बार महिलाओं को प्रैगनैंसी के दौरान हारमोनल बदलाव की वजह से भी ऐसा होता है. कीमोथेरैपी के बाद भी पिगमैंटेशन की प्रौब्लम हो जाती है.नई दिल्ली के नजफगढ़ इलाके में पार्लर चलाने वाली वीणा कहती हैं, ‘‘स्किन पिगमैंटेशन तब ज्यादा होती हैं, जब मैलानिन ज्यादा बनने लगता है.

मैलानिन वह है, जिस से स्किन, आंखों और बालों को अपना रंग मिलता है. यह सूरज की किरणों से स्किन को नुकसान होने से बचाता है. मेकअप के जरीए फेस के पिगमैंटेशन को छिपाया जा सकता है. लेकिन आप हमेशा मेकअप कर के नहीं बैठ सकती हैं. ऐसे में आप को पिगमैंटेशन से छुटकारा पाने के लिए इन का परमानैंट इलाज करना होगा.’’पिगमैंटेशन होना नौर्मल है. लेकिन इन के होने से आप की सुंदरता पर बुरा असर पड़ता है. आप बड़ी लगने लगती हैं. स्किन अपना ग्लो खो देती है. अगर आप चाहती हैं कि पिगमैंटेशन की वजह से आप का कौन्फिडैंट कम न हो तो आप को इन खास बातों का खयाल रखना होगा:

  1. करें सनस्क्रीन का इस्तेमाल

पिगमैंटेशन से छुटकारा पाने के लिए जब भी आप धूप में बाहर निकलें तो 30 एसपीएफ वाला सनस्क्रीन जरूर लगाएं. यह सूरज की हानिकारक किरणों से आप की स्किन को बचाएगा. सनस्क्रीन लगाने से स्किन ड्राई नहीं होती, जिस से आप का फेस पिगमैंटेशन की समस्या से बच सकता है. सनलाइट से बचने के लिए आप मामाअर्थ अल्ट्रालाइट इंडियन सनस्क्रीन का भी यूज कर सकती हैं. यह एसपीएफ 50 के साथ आता है. यह इंडियंस स्किन टोन के लिए एक अच्छा सनस्क्रीन है.

2. विटामिन सी सीरम है फायदेमंद

पिगमैंटेशन से बचने के लिए आप विटामिन सी सीरम का उपयोग करें. यह आप की स्किन की हिफाजत करता है और टायरोसिनैस की क्रिया को होने से रोकता भी है. टायरोसिनैस का मुख्य काम है मैलानिन का निर्माण करना. अगर रोज विटामिन सी सीरम का इस्तेमाल किया जाए तो हाइपरपिगमैंटेशन की प्रौब्लम धीरेधीरे दूर हो जाएगी.

3. लेजर थेरैपी का औप्शन

अगर आप को क्रीम, सनस्क्रीन और सीरम से कोई फायदा नहीं हो रहा है, तो आप के पास लेजर टैक्नीक का भी औप्शन है. इस में कुछ सैशन लेने पर आप को पिगमैंटेशन से छुटकारा मिल सकता है.

4.ओटीसी प्रोडक्ट्स का यूज

अपनी स्किन के लिए हमेशा ओटीसी प्रोडक्ट्स का ही यूज करें. ओटीसी प्रोडक्ट्स वे होते हैं जिन में ग्लिसरीन, ह्यालुरोनिक ऐसिड और रैटिनोल जैसे मौइस्चराइजिंग ऐजेंट शामिल होते हैं. ये स्किन पिगमैंटेशन और काले धब्बों से छुटकारा पाने में हैल्प करते हैं. स्किन सैल्स को बढ़ाने में भी मदद करते हैं.

5. कोजिक ऐसिड प्रोडक्ट्स का करें इस्तेमाल 

ऐसे प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल करें जिन में अल्फाहाइड्रौक्सी ऐसिड हो. यह पिगमैंटेशन को कम करने के लिए अच्छा है. उन प्रोडक्ट्स्स का यूज करें जिन में विटामिन सी, लीकोरिस रूट और कोजिक ऐसिड जैसे तत्त्व हों. ये टायरोसिनैस को रोक कर हाइपर पिगमैंटेशन को कम करने में हैल्प करते हैं.

6. नीबू और हनी का पेस्ट

जहां नीबू फेस के दागधब्बे हटाने का काम करता है वहीं हनी स्किन को टाइटनैस प्रदान कर के नैचुरल पोषण देता है. पिगमैंटेशन को दूर करने के लिए नीबू और हनी के पेस्ट को 10 मिनट तक पिगमैंटेशन वाले पार्ट पर लगा रहने दें. इस के बाद उस पार्ट को नौर्मल पानी से धो लें.

7. मसूर दाल, दही और कच्चे दूध का पैक

यह पैक स्किन पिगमैंटेशन से छुटकारा दिलाता है. लाल मसूर दाल डैड स्किन सैल्स को हटाने में हैल्प करती है. यह नैचुरल क्लींजर का काम करती है. इस के साथ ही यह एक अच्छा ब्लीचिंग एजेंट भी है. यही कारण है कि यह काले धब्बों को हलका करने में हैल्प करती है.

8. टमाटर ओट्स का फेसपैक

टमाटर में ऐंटीऐजिंग के गुण होते हैं. टमाटर उम्र बढ़ने के संकेतों जैसे पिगमैंटेशन, फाइन लाइंस, रिंकल्स, डार्क सर्कल्स से निबटने में हैल्प करता है. टमाटर एक स्किन लाइटनर की तरह भी काम करता है. इस के यूज से फेस पर एकदम से ग्लो आ जाता है. वहीं दही में मौजूद लैक्टिक ऐसिड स्किन के पोर्स को टाइट करने में मदद करता है. दही दागधब्बों को भी कम करता है.

ओट्स ऐक्सफौलिएटर के रूप में काम कर के डैड स्किन सैल्स को हटा कर स्किन की हैल्दी लेयर लाता है.इन के अलावा आप घर पर ही कुछ फेस पैक बना कर पिगमैंटेशन पर लगा सकती हैं. आप आलू का रस, खीरे का रस, लाल प्याज का रस लगा सकती हैं. इसे लगाने से आप की स्किन में ग्लो आएगा. इस का एक फायदा यह भी है कि पहले जो पिगमैंटेशन बहुत दिखते थे वे अब कम दिखने लगेंगे.इस बात का ध्यान रखें कि जितनी जल्दी आप स्किन पिगमैंटेशन का इलाज करेंगी, उतनी ही जल्दी आप इन से छुटकारा पा लेंगी.

चेहरे के लिए माइक्रोनीडलिंग: युक्तियां और देखभाल

माइक्रोनीडलिंग एक अभिनव कॉस्मेटिक प्रक्रिया है जो ‘सूक्ष्म चोट’ पहुंचाने के लिए छोटी, उथली सुइयों से ढके एक उपकरण का उपयोग करती है. यह त्वचा को कोलेजन उत्पादन को प्रोत्साहित करने के लिए प्रेरित करता है.

इस तरह, यह केवल 4-5 उपचार सत्रों के बाद चिकनी, मुलायम और अधिक युवा दिखने वाली त्वचा को बढ़ावा देता है! इसका उपयोग कई चिंताओं के लिए प्रभावी ढंग से किया जा सकता है, जिनमें शामिल हैं:

  • महीन रेखाएँ और गहरी झुर्रियाँ
  • मुँहासे या सर्जरी के कारण होने वाले निशान
  • त्वचा रंजकता की समस्या
  • त्वचा जिसने अपनी कोमल, युवा उपस्थिति खो दी है.

माइक्रोनीडलिंग उपचार से पहले और बाद में अपनी त्वचा की देखभाल कैसे करें-

माइक्रोनीडलिंग एक अत्यंत सुरक्षित और प्रभावी कॉस्मेटिक प्रक्रिया है. हालांकि, सभी उपचारों की तरह, तेजी से ठीक होने और सर्वोत्तम परिणामों के लिए प्रक्रिया से पहले और बाद में अपनी त्वचा की विशेष देखभाल करना आवश्यक है.

  1. पूर्व-उपचार युक्तियां

अपना उपचार सत्र शुरू करने से छह महीने पहले एक्यूटेन से बचें.

अपने उपचार से 5-7 दिन पहले ऐसे सामयिक एजेंटों का उपयोग न करें जो आपकी त्वचा की संवेदनशीलता को बढ़ा सकते हैं जैसे रेटिनोइड्स, एक्सफोलिएंट्स, सामयिक एंटीबायोटिक्स या एसिड.

अपने माइक्रोनीडलिंग सत्र से कम से कम 3 दिन पहले तक इबुप्रोफेन, मोट्रिन या एडविल जैसी सूजन-रोधी दवाएं न लें. ये प्राकृतिक सूजन प्रक्रिया में हस्तक्षेप करेंगे जो आपकी त्वचा के कायाकल्प के लिए महत्वपूर्ण है.

अपनी प्रक्रिया से कम से कम 2 सप्ताह पहले तक आईपीएल/लेजर प्रक्रियाओं, असुरक्षित धूप में निकलने या धूप से जलने से बचें.

5-7 दिन पहले तक उपचारित क्षेत्र पर वैक्सिंग, डिपिलिटरी क्रीम या इलेक्ट्रोलिसिस नहीं.

त्वचा की जलन से बचने के लिए प्रक्रिया के दिन शेविंग न करें. यदि उपचार क्षेत्र में घने बाल मौजूद हैं, तो अपनी नियुक्ति के लिए पहुंचने से एक दिन पहले शेव कर लें.

एक सप्ताह पहले तक रक्त को पतला करने वाले एजेंटों से बचें क्योंकि चोट लगना माइक्रोनीडलिंग का एक आम दुष्प्रभाव है.

2. उपचार का दिन 

माइक्रोनीडलिंग उपचार की प्रक्रिया को पूरा होने में आमतौर पर 60 मिनट तक का समय लगता है.

3. उपचार के बाद युक्तियां

प्रक्रिया के बाद एक सप्ताह तक कोई भी सूजनरोधी दवा न लें. या अपने डॉक्टर से पहले कंसल्ट करें. अपने चेहरे पर बर्फ का प्रयोग न करें और अर्निका/ब्रोमेलैन के प्रयोग से बचें. ये प्राकृतिक सूजन प्रक्रिया में हस्तक्षेप कर सकते हैं जो आपकी त्वचा के कायाकल्प के लिए महत्वपूर्ण है.

कम से कम 2 सप्ताह तक सन टैनिंग और सीधी धूप में लंबे समय तक रहने से बचें. 24 घंटों के बाद, हमेशा सनब्लॉक (30 एसपीएफ़ या अधिक) का उपयोग करें और यदि आप बाहर हैं तो टोपी पहनें.

यदि आपको कोई दर्द महसूस हो तो टाइलेनॉल जैसी दर्दनिवारक दवा का प्रयोग करें.

उपचार प्रक्रिया: माइक्रोनीडलिंग उपचार के बाद क्या अपेक्षा करें-

  • दिन 1-3

धूप की कालिमा जैसा प्रभाव सामान्य है. आपकी त्वचा तंग, शुष्क या छूने पर संवेदनशील महसूस हो सकती है. त्वचा को हल्के क्लींजर, ठंडे पानी से धोकर और उपचार के बाद 4 घंटे से पहले केवल अपने हाथों से थपथपाकर सुखाएं.

कुछ लालिमा भी मौजूद हो सकती है और कुछ मामलों में, रोगियों को हल्की चोट का अनुभव हो सकता है जो 5-7 दिनों तक रह सकता है और 2-4 दिनों तक अस्थायी सूजन हो सकती है.

टिप : 48 घंटों तक पसीना बहाने वाले कठिन व्यायामों के साथ-साथ जकूज़ी, सौना और भाप स्नान से बचें. 24 घंटे के बाद केवल मिनरल मेकअप का प्रयोग करें.

  • दिन 2-7

उपचार के 3-5 दिन बाद छीलना शुरू हो सकता है. आप त्वचा में रूखापन और पपड़ी देखेंगे, जो त्वचा कोशिकाओं के बढ़ते कारोबार के कारण होता है. उपचारित त्वचा को न चुनें, खरोंचें या रगड़ें नहीं.

टिप : आपको पुरानी त्वचा को प्राकृतिक रूप से निकलने देना चाहिए और इसे हर समय नमीयुक्त रखना चाहिए. अपने त्वचा विशेषज्ञ से बात करें कि किन उत्पादों का उपयोग करना है.

  • दिन 5-7

जब आपकी त्वचा में जलन बंद हो जाए तो आप अपने नियमित त्वचा देखभाल उत्पादों को फिर से शुरू कर सकते हैं. हमारे अधिकांश रोगियों ने अपने अंतिम उपचार के बाद के महीनों में त्वचा में निरंतर सुधार देखा है.

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