Paris Fashion Week : सोनम कपूर ने बिखेरा फैशन का जलवा, ब्लैक लुक में ढाया कहर

Paris Fashion Week : ग्लोबल फैशन आइकौन सोनम कपूर ने पेरिस में आयोजित क्रिश्चियन डिओर स्प्रिंग-समर 2025 वीमेंस वियर शो में अपनी शानदार उपस्थिति से सभी को एक बार फिर मंत्रमुग्ध कर दिया. उन्होंने क्रिश्चियन डिओर क्रूज 2025 कलेक्शन से एक आकर्षक ब्लैक एंसेंबल पहनकर सबका ध्यान खींचा. फैशन की दुनिया में अपनी पहचान साबित करते हुए, सोनम की यह उपस्थिति उनकी ग्लोबल फैशन म्यूज की छवि को और भी मजबूत करती है. यह प्रतिष्ठित और अत्यधिक महत्वपूर्ण इवेंट, जो ग्लोबल फैशन कैलेंडर के सबसे बहुप्रतीक्षित आयोजनों में से एक है, इसमें सोनम एकमात्र भारतीय सेलिब्रिटी थीं.

सोनम ने ब्लैक रंग का एक शानदार आउटफिट पहना था, जिसमें कंधे पर नाजुक फूलों की कढ़ाई से सजे एक सजीले ट्रैंच कोट के साथ एक वाल्यूमिनस स्कर्ट और स्ट्रक्चर्ड कौर्सेट शामिल था. उनका लुक आधुनिक एलिगेंस और पेरिसियन इतिहास का बेहतरीन मिश्रण था. उन्होंने चेन डिटेल्स वाले बोल्ड कौम्बैट बूट्स के साथ अपने लुक को पूरा किया, जो उनकी उपस्थिति में एक सशक्त और अद्वितीय स्टाइल जोड़ता है. उनका यह एंसेंबल डिओर की कालातीत कला और समकालीन नवाचार को दर्शाते हुए एक फैशन और व्यक्तित्व का प्रतीक बना.

क्रिश्चियन डिओर स्प्रिंग-समर 2025 वीमेंस वियर शो में शामिल होकर सोनम कपूर ने कहा, “डिओर ने हमेशा क्रिएटिविटी और एलिगेंस की सीमाओं को आगे बढ़ाया है, और उनकी इस दृष्टि को साकार होते देखना हमेशा एक सौभाग्य की बात होती है. यह कलेक्शन, अपनी जटिल कारीगरी और विरासत के अनूठे उत्सव के साथ, एक सच्ची कृति थी. हर डिओर शो कला और फैशन के सफर जैसा लगता है, और आज का इवेंट भी इससे अलग नहीं था. मैं डिओर पहनने और इस प्रतिष्ठित ग्लोबल मंच पर भारत का प्रतिनिधित्व करने के लिए बेहद सम्मानित महसूस कर रही हूं, जहां परंपरा और आधुनिकता का मेल अद्भुत तरीके से गूंजता है.”

सोनम कपूर की इस शो में उपस्थिति ने डिओर के साथ उनके लंबे जुड़ाव को और पुख्ता किया है. बौलीवुड स्टार सोनम निस्संदेह पौप कल्चर की प्रेरणा हैं और भारत में फैशन की आखिरी आवाज मानी जाती हैं!

क्या Anupama और अनुज कभी नहीं करेंगे शादी ? अपने प्यार की खातिर आवाज उठाएगी मीनू

रुपाली गांगुली (Rupali Ganguly) और गौरव खन्ना (Gaurav Khanna) का शो अनुपमा (Anupama) दर्शकों का कई सालों से फेवरेट बना हुआ है. शो के हर एपिसोड में हाईवोल्टेज ड्रामा दिखाया जाता है, जिससे दर्शकों का इंट्रैस्ट बना रहता है. शो के बिते एपिसोड में दिखाया गया कि तोषु और सागर के बीच हाथापाई होती है, तो दूसरी तरफ अनु के सामने मीनू की पोलपट्टी खुल जाती है. आइए जानते हैं शो के नए एपिसोड के बारे में…

अनुज से अपना दर्द बयां करेगी अनुपमा

सीरियल में दिखाया जा रहा है कि अनुपमा की मुश्किलें खत्म होने का नाम नहीं ले रही है. सीरियल के लेटेस्ट एपिसोड में आप देखेंगे कि अनुज सागर और मीनू के बारे में अनुपमा को समझाएगा और कहेगा कि वो दोनों एडल्ट है और समझदार भी. शो के अपकमिंग एपिसोड में अनुपमा अनुज से अपना दर्द बांटती है और कहती है कि उसके दुख कभी खत्म होने का नाम ही नहीं लेते. अकसर कुछ न कुछ लगा रहता है.

डौली अपनी बेटी की शादी के लिए ढूढेगी लड़का

शो में धमाकेदार ट्विस्ट आपको देखने को मिलेगा जब डौली अपनी बेटी मीनू की शादी का ऐलान करेगी. ये बात सुनकर सब हैरान हो जाएंगे. डौली किसी की भी नहीं सुनेगी. तोषू और पाखी मिलकर सागर के सामने मीनू के लिए लड़का सिलैक्ट करेंगे. दूसरी तरफ अनुज अनुपमा को समझाता है कि उसे मीनू और सागर का साथ देना चाहिए. अनुज अपनी अनु से ये भी कहता है कि वह सगार और मीनू से मुंह नहीं मोड़ सकती और उन दोनों को प्यार करने से मना भी करने का हक नहीं है.

डौली को सही ठहराएगी अनुपमा

सीरियल के अपकमिंग एपिसोड में ये भी देखने को मिलेगा कि अनुपमा डौली को सही ठहराती है और कहती है कि हर मां चाहती है उसकी बेटी की शादी बड़े घर में हो. तो दूसरी तरफ अनुज अनुपमा को समझाता है. लेकिन एक मां होने के नाते अनुपमा कहती है कि अगर मीनू और सागर परिवार के खिलाफ जाकर कुछ भी करते हैं तो ये उनके लिए गलत होगा.

बा और डौली को आईना दिखाएगी मीनू 

सीरियल में ये भी दिखाया जाएगा कि डौली और बा मीनू को सागर को भूलने की सलाह देते हैं. बा घर के इज्जत की बात करती है और कहती है कि लव मैरिज गलत फैसला है. वह मीनू को समझाने की कोशिश करती हैं, लेकिन मीनू भी चुप नहीं बैठती, वह कहती है कि आप किसी इज्जत की बात कर रही हैं, पूरे मोहल्ले का सामने हमारी बेइज्जती हुई, घर का सारा सामान बाहर फेंक दिया गया. मीनू ने आगे ये भी कहा कि शाह परिवार को अनुपमा के कारण शरण मिली है.

क्या अनुपमा और अनुज की नहीं होगी शादी

इतना ही नहीं वह वनराज के बारे में भी जिक्र करती है. मीनू कहती है कि आप फिर भी इज्जत की बात कर रही हैं, मामू पैसे लेकर भाग गए. शो के बिते एपिसोड में दिखाया गया था कि अनुज अनुपमा को शादी के लिए प्रपोज किया था लेकिन अनु ने कुछ समय मांगा. वह फिर से शादी करने से डरती है. अनुज उसे समझाता है.

पत्नियों के मारे पति बेचारे

पत्नी पीडि़त पतियों की संस्था से एक पैंफलेट आया था, जिस में छपा था – हालात बद से बदतर होते जा रहे हैं. घर व महल्ले की तो बात छोड़ो, अब तो चौराहे, औफिस में भी पति सुरक्षित नहीं हैं. इस ज्वलंत समस्या पर एक गोष्ठी का आयोजन संस्था द्वारा किया जा रहा है. संस्था के सदस्य पूरी तैयारी के साथ आएं और सदस्य बनने के इच्छुक विचारों के साथ फीस भी ले आएं. नए सदस्यों का तहेदिल से स्वागत है.

मेरा दिल तड़प गया. कब से इस संस्था का सदस्य बनने के लिए बेकरार था पर श्रीमतीजी इजाजत ही नहीं दे रही थीं. उन्हें इस बात के लिए मनाना बड़ी टेढ़ी खीर था. जबकि पत्नियों से त्रस्त पति में मेरा नाम तो शीर्ष पर आना चाहिए. मैं बेचारा पत्नी का मारा. पता नहीं क्या खिलापिला व सिखापढ़ा कर भेजा है इन के घर वालों ने इन्हें मेरे पास. जब से आई हैं खून चूस रही हैं मेरा. ‘ये लाओ वो लाओ’, ‘इस के पास ऐसा, उस के पास वैसा’, ‘मुझे भी ये चाहिए वो चाहिए’, ऐसी बातें रोज सुनो और सुनने पर कुछ न कहो, तो ताने व्यंग्यबाण उठतेबैठते झेलो. उन का रवैया मेरे प्रति तो ऐसा रहता है जैसे मैं पति न हो कर कोई जिन्न हूं यानी वे फरमाइशें करें तो मैं कहूं, ‘जो हुकुम मेरे आका’ और उन की सारी फरमाइशें पूरी हो जाएं. मेरा मन रोष से भर उठा. मैं ने सोच लिया कि मैं अब पत्नी के दंशों को और नहीं सहूंगा. पत्नी पीडि़त पतियों की इस संस्था का सदस्य बन पत्नियों के अत्याचारों के खिलाफ आवाज उठाऊंगा. सब से पहले तो आज की इस गोष्ठी के लिए एक विचारोत्तेजक परचा तैयार करूंगा. उसे मंच पर पढ़ूंगा और पत्नियों के अत्याचारों के खिलाफ आवाज उठाऊंगा.

अभी परचे की भूमिका के बारे में सोच ही रहा था कि अंदर से गरजती आवाज आई, ‘‘साधुमहात्मा की तरह मौन धारण कर बैठे रहने का इरादा है या औफिसवौफिस भी जाना है? तंग आ गई हूं मैं इस आदमी के फक्कड़पन से. न घर की फिक्र न बीवीबच्चों की. बस सिकुड़ी सी सूरत ले बैठे रहने की आदत. न कमाने का जनून न घर में कुछ लाने का. सुबहशाम बस पेट भर लिया इस से ज्यादा कुछ नहीं. अरे मैं तो कहती हूं कि पेट तो ढोर भी भर लेते हैं. इंसान हो तो इंसान की तरह तो बरताव करो. पर मैं जानती हूं इस आदमी के साथ कितना भी सिर फोड़ो कुछ नहीं होने वाला. अपना ही सिर फूटेगा. इस चिकने घड़े पर कुछ असर न होगा. अब आ जाओ, खाना लगा दिया है मैं ने…’’ मैं अपने विचारों को वहीं छोड़ चुपचाप खाना खाने चला गया. लेकिन खाना खाते भी चैन नहीं. ‘‘अब मुंह लटकाए क्यों खा रहे हो? बता तो दो कैसा बना है. सुबह से मरमर कर, जीजान लगा कर पकाओखिलाओ. पर मजाल है कि मुंह से एक शब्द भी तारीफ का निकल जाए. खाएंगे भी ऐसे जैसे कोई जहर खिला रहा हो.’’अब सुनो, अरे कोई इन से कहे तो इन्हें पता चले कि इस तरह खाना खाने से तो जहर ही खाना अच्छा है. और ये जो बनाया है वह क्या जहर से कम है. वही उबला बेस्वाद खाना. ऊपर से तारीफ और करो कि अच्छा बना है. रोजरोज वही टिंडा, भिंडी, कद्दू खाओ. ऊपर से तुर्रा यह कि शक्ल पाइनऐप्पल की बनाओ. नहीं, अब इस टौर्चर से मुक्ति पानी ही पड़ेगी, सोचतासोचता मैं औफिस गया. परचा तैयार करना था, इसलिए हाफ डे ले कर घर आ गया. घर आ कर ब्रीफकेस सोफे पर रख कर जूतेमोजे खोले ही थे कि फिर दहाड़ सुनाई दे गई.

‘‘साफसफाई से रहना तो सुहाता ही नहीं है. सुबह से मरमर इस फटीचर से घर को घर बनाने के लिए मेहनत व साफसफाई करो, सजाओसंवारो पर जिसे कचरे में ही रहने की आदत हो, वह नहीं बदल सकता. इन की मां ने न जाने कैसे पाला कि बिगाड़ कर रख दिया और मेरे हवाले कर दिया. ये तक नहीं सिखाया कि टौवेल बिस्तर पर नहीं पटका जाता, जूतेमोजे इधरउधर नहीं फेंके जाते, अखबार पढ़ने के बाद बिखरे हुए नहीं छोड़े जाते. पर यह मुफ्त की नौकरानी मिल गई है, तो बनाए जाओ इस को कचराघर. मजाल है कभी खुद कोई चीज सही ठिकाने पर रखी हो. अब उठाओ अपना यह ब्रीफकेस, ये जूतेमोजे, ये कपड़े और सही जगह पर रखो इन्हें…’’ मुझे गुस्सा तो बहुत आया पर कर कुछ नहीं सकता था, इसलिए चुप रहा. बताओ बंदा क्या अपने घर में भी अपने हिसाब से नहीं रह सकता, चीजें नहीं रख सकता? सब कुछ इन के हिसाब से चलेगा. अरे मेरा घर मेरी मरजी. मैं टौवेल चाहे जहां पटकूं, जूतेमोजे, किताबें, कागज जहां चाहूं वहां रखूं. पर अब यह मेरा घर कहां रहा. अब तो यह उस का घर हो गया है जिसे मैं बड़ी शान से बाजेगाजे के साथ ले कर आया था. सच कहा है किसी ने, ‘दिल में बसा के प्यार का तूफान ले चले, हम आज अपनी मौत का सामान ले चले…’

हाय, एक आह मेरे दिल से निकल गई. महारानी बन कर बैठी हैं और खुद को नौकरानी बता रही हैं. अरे नौकर तो मैं बन कर रह गया हूं बिना पगार का. सुबह से शाम तक कोल्हू के बैल की तरह जुते रहो और इन के ताने, व्यंग्य सुनो.भरे दिल से मैं परचा तैयार करने बैठा, जिस में लिखा- पत्नियों के मारो, समदुखी बेचारो, हालात सचमुच बहुत बिगड़ गए हैं. स्थितियां नियंत्रण से बाहर हो रही हैं. दोस्तो, अब इस देश में पति कहीं भी सुरक्षित नहीं हैं, क्योंकि पत्नियों के अत्याचार बढ़ते जा रहे हैं. घर के काम करवाना, पूरी तनख्वाह ले लेना, कम कमाई करने के ताने देना, जबरदस्ती सालेसालियों के ऊपर खर्चा करवाना, उस पर भी आए दिन फरमाइशें करना और पूरी न करो तो तनख्वाह को कोसना और व्यंग्य बाणों से सीना छलनी करना तो आए दिन की बात है. अब तो नौबत चौराहों पर उठकबैठक लगवाने के साथ औफिस में मारपिटाई तक पहुंच गई है. मित्रो, आप सब जानते हैं गुजरात में एक पत्नी ने पति से चौराहे पर महज इसलिए उठकबैठक लगवाई, क्योंकि वह उस के साथ बरतन खरीदने बाजार नहीं गया. यह अत्याचार नहीं तो और क्या है?

अच्छा इस की तो छोड़ो, ये तो बेचारा आम आदमी है पर वह मंत्री… उस की पत्नी ने उस के औफिस में आ कर उसे पूरे स्टाफ के सामने पीट दिया और कोई कुछ न कर सका. दोस्तों, इस देश में मंत्रीसंत्री तक, जिन पर देश की रक्षा का भार है, अपनी पत्नी से सुरक्षित नहीं हैं, तो आप की और हमारी क्या बिसात है. इसलिए मैं कहता हूं समय रहते सचेत होना बहुत जरूरी है. मेरे पीडि़त भाइयो, उठो, जागो स्वयं को पत्नियों के चंगुल से मुक्त करो ताकि बेरोकटोक कहीं भी आजा सको. यारदोस्तों के साथ ऐश व मौजमस्ती कर सको और जिंदगी का लुत्फ उठा सको. तो आओ दोस्तो, हम सब एक हो जाएं. इस गुलामी की जंजीर को तोड़ें और आजादी प्राप्त करें.परचा तैयार कर उसे एक बार और पढ़ संतुष्टि से सिर हिलाता मैं जाने के लिए तैयार होने ही लगा था कि दनदनाती श्रीमतीजी कमरे में आईं, ‘‘मैं पूछती हूं मैं ने क्या आप की चाकरी करने का ठेका ले रखा है या आप की खरीदी हुई बांदी हूं? 10 आवाजें लगा चुकी हूं बाहर से पर सुनाई नहीं पड़ रहा. क्या कान में तेल डाल कर बैठे हैं? मैं भी देखूं ऐसा किस को प्रेमपत्र लिखा जा रहा है, जिस की वजह से मेरी आवाज सुनाई नहीं दे रही?’’

और उन्होंने वहीं पड़ा मेरा लिखा परचा उठा लिया. मैं उन्हें रोकता उस से पहले ही वे उसे एक सांस में पूरा पढ़ गईं. उस के बाद मेरी जो शामत आई उसे शब्दों में बयान नहीं किया जा सकता. पत्नी पीडि़त पतियों की संस्था का मैंबर बनना तो छोड़ो, मुझे अब अकेले घर से बाहर जाने की भी इजाजत नहीं है.बस आप इतना जान लें कि मेरी हालत अब बिलकुल गधे जैसी हो गई है. गधा कम से कम ढेंचूढेंचू तो कर सकता है, मैं तो मुंह भी नहीं खोल सकता. इस को पढ़ने के बाद आप को यदि मेरी दशा पर तरस आए तो मुझे इस के चंगुल से जरूर छुड़ाएं. बशर्ते आप खुद चंगुल में फंसे हुए न हों.

Hindi Audio Story वर्जिन: जब टूटा रोहित और अमला के सब्र का बांध

Hindi Audio Story: रोहित अमला से मिलने उस के कालेज आया था. दोनों कैंटीन में बैठे चाय पी रहे थे. रोहित एमबीए फाइनल ईयर में था और अमला एमए फाइनल में थी. दोनों ने प्लस टू की पढ़ाई एक ही स्कूल से की थी. इस के बाद वे कालेज की पढ़ाई के लिए दिल्ली आ गए थे. रोहित ग्रेजुएशन के बाद एमबीए करने दूसरे कालेज चला गया था, पर अकसर अमला से मिलने उस के कालेज आता था. उसे कैंपस से अच्छा प्लेसमैंट मिल गया था. दोनों लगभग 6 साल से एकदूसरे को जानते थे और अच्छी तरह परिचित थे. अमला काफी सुंदर थी और रोहित भी हैंडसम और स्मार्ट था. दोनों पिछले 2 साल से एकदूसरे को चाहने भी लगे थे. दोनों चाय पी रहे थे और टेबल के नीचे अपनी टांगों की जुगलबंदी किए बैठे थे. तभी रोहित का एक दोस्त अशोक भी अपनी गर्लफ्रैंड के साथ वहां आ गया. उस टेबल पर 2 कुरसियां खाली थीं. वे दोनों भी वहीं बैठ गए.

अशोक बोला, ‘‘यार, तुम दोनों की जुगलबंदी हो चुकी हो तो अपनी टांगें हटा लो, अब हमें भी मौका दो.’’ यह सुन कर रोहित और अमला ने अपनेअपने पैर पीछे खींच लिए. अमला थोड़ा झेंप गई थी.

‘‘अच्छा, हम दोनों चाय पी चुके हैं, अब चलते हैं. अब तुम लोगों के जो जी में आए करो,’’ रोहित ने अमला को भी उठने का इशारा किया. चलतेचलते रोहित ने अमला से पूछा, ‘‘आज शाम मूवी देखने चल सकती हो?’’

‘‘हां, चल सकती हूं.’’ सिनेमाहौल में दोनों मूवी देख रहे थे. रोहित ने अमला का हाथ अपने हाथ में ले कर धीरे से उस के कान में कहा, ‘‘कब तक हम लोग बस हाथपैर मिलाते रहेंगे. इस से आगे भी बढ़ना है कि नहीं?’’

अमला ने संकेत से चुप रहने का इशारा किया और कहा, ‘‘सब्र करो, आसपास और भी लोग हैं. अपना हाथ हटा लो.’’

हाथ हटाते समय रोहित का हाथ अमला के वक्ष को स्पर्श कर गया, हालांकि यह अनजाने में हुआ था. अमला ने मुड़ कर उस की ओर देखा. रोहित को लगा कि अमला की आंखों में कोई शिकायत का भाव नहीं था बल्कि उस की नजरों में खामोशी झलक रही थी. मूवी देखने के बाद दोनों एक दोस्त मुकेश के यहां डिनर पर गए. वह अपने पिताजी के फ्लैट में अकेला रहता था. उस के पिताजी न्यूजीलैंड में जौब करते थे. मुकेश ने कहा, ‘‘अगले हफ्ते मैं 6 महीने के लिए न्यूजीलैंड और आस्टे्रलिया जा रहा हूं. तुम लोग चाहो तो यहां रह सकते हो. कुछ दिन साथ रह कर भी देखो, आखिर शादी तो तुम्हें करनी ही है. जैसा कि तुम दोनों मुझ से कहते आए हो.’’

यह सुन कर रोहित और अमला एकदूसरे का मुंह देखते रहे. मुकेश बोला, ‘‘तुम लोगों को कोई प्रौब्लम नहीं होनी चाहिए. पिछली बार तुम्हारे पेरैंट्स आए थे तो उन्हें तुम्हारे बारे में पता था. तुम ने खुद बताया था उन्हें. अंकलआंटी दोनों कह रहे थे कि तुम्हारे दादादादी अभी जीवित हैं और बस, उन की एक औपचारिक मंजूरी चाहिए. इत्तेफाक से तुम दोनों सजातीय भी हो तो उन लोगों को भी कोई परेशानी नहीं होनी चाहिए.’’ ‘‘ठीक है, हम सोच कर बताएंगे.’’

डिनर के बाद जब दोनों जाने लगे तो मुकेश बोला, ‘‘तुम एक डुप्लीकेट चाभी रख लो. मैं अपार्टमैंट औफिस में बता दूंगा कि मेरी अनुपस्थिति में तुम लोग यहां रहोगे.’’ इतना कह कर मुकेश ने चाभी रोहित को थमा दी. रास्ते में रोहित से अमला बोली, ‘‘तुम ने चाभी अभी से क्यों रख ली? इस का मतलब हम अभी से साथ रहेंगे क्या? मुझे तो ऐसा ठीक नहीं लगता. मम्मीपापा को शायद उतना बुरा न लगे, पर दादादादी पुराने विचारों के हैं, उन्हें पता चलेगा तो आसमान सिर पर उठा लेंगे.’’

‘‘दादादादी ही पुराने विचारों के हैं, मैं और तुम तो नहीं. और वे गांव में बैठे हैं. उन्हें कौन बताएगा कि हम साथ रह रहे हैं या नहीं. आज जमाना कहां से कहां पहुंच गया है. तुम्हें पता है कि पश्चिमी देशों में अगर कोई युवती 18 साल तक वर्जिन रह जाती है तो उस के घर वाले चिंतित हो जाते हैं, इस का मतलब आमतौर पर लोग यही अंदाजा लगाते हैं कि उस में कोई कमी है.’’ ‘‘बेहतर है हम जहां हैं, वहां की

बात करें.’’ ‘‘तुम किस गलतफहमी में जी रही हो? यहां भी युवकयुवती लिवइन रिलेशन में साल दो साल एकसाथ रहने के बाद एकदूसरे को बायबाय कर देते हैं. वैसे मैं तुम्हें फोर्स नहीं करूंगा. और तुम हां कहोगी तभी हम मुकेश के फ्लैट में शिफ्ट करेंगे. संयोगवश यह मौका मिला है और हम दोनों शादी करने जा ही रहे हैं, पढ़ाई के बाद. तुम कहो तो कोर्ट मैरिज कर लेते हैं इस के पहले.’’

‘‘नो कोर्ट मैरिज. शादी की कोई जल्दबाजी नहीं है. जब भी होगी ट्रैडिशनल शादी ही होगी,’’ अमला ने साफसाफ कहा. 2 हफ्ते तक काफी मनुहार के बाद अमला मुकेश के फ्लैट में रोहित के साथ आ गई. दोनों के कमरे अलगअलग थे. मुकेश की कामवाली और कुक दोनों के कारण खानेपीने या घर के अन्य कामों की कोई चिंता नहीं थी. 4 महीने के अंदर रोहित को नौकरी जौइन करनी थी और उस के पहले अमला को डिग्री भी मिलनी थी.

रोहित और अमला देर रात तक साथ बातें करते और फिर अपनेअपने कमरे में सोने चले जाते थे. धीरेधीरे दोनों और करीब होते गए. अब तो रोहित अमला के बालों से खेलने लगा था, कभीकभी गाल भी सहला लेता. दोनों को यह सब अच्छा लगता. पर एक दिन दोनों के सब्र ने जवाब दे दिया और वे एक हो गए. जब एक बार सब्र का बांध टूट गया तो दोनों इस सैलाब में बह निकले. कुछ दिन बाद अमला बोली, ‘‘रोहित, इधर कुछ दिनों से मेरे पेट के निचले हिस्से में दर्द सा रहता है. कभीकभी यह ज्यादा ही हो जाता है.’’

‘‘किसी गाइनोकोलौजिस्ट से चैकअप करा लो.’’ ‘‘मैं अकेली नहीं जाऊंगी, तुम्हें भी साथ चलना पड़ेगा.’’

‘‘अब लेडी डाक्टर के पास मुझे कहां ले जाओगी?’’ ‘‘तब रहने दो, मैं भी नहीं जाती.’’

‘‘अच्छा बाबा, चलो, कल सुबह चलते हैं.’’

अगले दिन सुबह दोनों गाइनोकोलौजिस्ट के पास पहुंचे. वहां कुछ मरीज पहले से ही थे, उन्हें काफी देर तक इंतजार करना पड़ा. इस बीच उन्होंने देखा कि वहां आने वाली ज्यादातर औरतें प्रैग्नैंट थीं और उन के साथ कोई मर्द या प्रौढ़ महिला थी. सब से कम उम्र की पेशैंट अमला ही थी. अमला यह सब देख कर थोड़ी घबरा गई थी. उस की बगल में बैठी एक औरत ने पूछा, ‘‘लगता है तुम्हारा पहला बच्चा है, पहली बार घबराहट सब को होती है. डरो नहीं.’’ रोहित और अमला एकदूसरे को देखने लगे. रोहित बोला, ‘‘डोंट वरी, लेट डाक्टर चैकअप.’’

जब अमला का नाम पुकारा गया तो रोहित भी उस के साथ चैकअप केबिन में जाने लगा. नर्स ने उसे रोक कर कहा, ‘‘आप बाहर वेट करें, अगर डाक्टर बुलाती हैं तो आप बाद में आ जाना.’’ डाक्टर ने अमला को चैक किया. उस की आंखें, पल्स, ब्लडप्रैशर आदि चैक किए. फिर पूछा, ‘‘दर्द कहां होता है?’’

अमला ने पेट के नीचे हाथ रख कर कहा, ‘‘यहां.’’ डाक्टर ने नर्स को पेशैंट का यूरिन सैंपल ले कर प्रैग्नैंसी टैस्ट करने को कहा और पूछा ‘‘शादी हुए कितने दिन हुए.’’

‘‘मैं अनमैरिड हूं डाक्टर.’’ ‘‘सैक्स करती हो?’’

अमला ऐसे प्रश्न के जवाब देने के लिए तैयार नहीं थी. उस को कुछ सूझ नहीं रहा था कि वह क्या बोले, वह सिर्फ डाक्टर की ओर देख रही थी. डाक्टर ने नर्स को बुला कर कहा, ‘‘इन के साथ जो आदमी आया है उस को बुला कर लाओ और इन की प्रैग्नैंसी टैस्ट रिपोर्ट लेती आना.’’ रोहित केबिन में गया तो डाक्टर ने पूछा, ‘‘पेशैंट कहती है कि वह अनमैरिड है, पर जब मैं ने सैक्स के बारे में पूछा तो वह कुछ बता नहीं पा रही है. डाक्टर से सच बोलना चाहिए तभी तो इलाज

सही होगा.’’ इसी बीच डाक्टर ने उन दोनों से फ्रैंडली होते हुए पूछा कि वे कहां के रहने वाले हैं. बातोंबातों में पता चला कि डाक्टर अमला की मां की सहपाठी रह चुकी हैं. तभी नर्स टैस्ट रिपोर्ट ले कर आई जो पौजिटिव थी. डाक्टर बोली, ‘‘अब तो शक की कोई गुंजाइश नहीं है, अमला तुम प्रैग्नैंट हो. इस का मतलब तुम दोनों अनमैरिड हो लेकिन फिजिकल रिलेशन रखते हो.’’

रोहित और अमला दोनों को यह बात असंभव लगी. उन के बीच रिलेशन तो रहा है, पर उन्होंने सुरक्षा का पूरा ध्यान रखा है. रोहित अमला की ओर देखे जा रहा था, अमला लगातार सिर हिला कर न का संकेत दे रही थी. रोहित के पास भी अमला पर शक करने की कोई वजह नहीं थी. रोहित डाक्टर से बोला, ‘‘हम फिजिकल भले रहे हों, पर इस रिपोर्ट पर मुझे भरोसा नहीं है.’’

‘‘ठीक है, मैं दोबारा टैस्ट करा लेती हूं या फिर बगल में एक दूसरी लैब में भेज दूं अगर तुम लोगों को मुझ पर भरोसा नहीं है,’’ डाक्टर ने कहा. ‘‘नहीं डाक्टर, भरोसा कर के ही तो हम आप तक आए हैं. फिर भी एक बार और टैस्ट करा लेतीं तो ठीक था.’’

डाक्टर ने नर्स को बुला कर यूरिन का सैंपल दोबारा टैस्ट करने को कहा. नर्स को थोड़ा आश्चर्य हुआ. उस ने रिपोर्ट अपने हाथ में ले कर पढ़ी और कहा, ‘‘सौरी, यह रिपोर्ट इन की नहीं है. दूसरे पेशैंट की है. दरअसल, दोनों के फर्स्ट नेम एक ही हैं और सरनेम में बस, एक लेटर का फर्क है. इन का सरनेम सिन्हा है और यह रिपोर्ट मैडम सिंह की है. आइ एम सो सौरी, अभी इन की रिपोर्ट ले कर आती हूं.’’

यह सुन कर रोहित और अमला की जान में जान आई. नर्स अमला की रिपोर्ट ले कर आई जो निगेटिव थी. तब डाक्टर ने रोहित से कहा, ‘‘आई एम सौरी फौर दिस मेस. आप बाहर, जाएं, मैं पेशैंट को ऐग्जामिन करूंगी.’’ अमला का बैड पर लिटा कर चैकअप किया गया. फिर रोहित को भी अंदर बुला कर डाक्टर ने कहा, ‘‘डौंट वरी, इन के ओवरी में बांयीं ओर कुछ सूजन है. मैं दवा लिख देती हूं, उम्मीद है 2 सप्ताह में आराम मिलेगा. अगर फिर भी प्रौब्लम रहे तो मुझे बताना आगे ट्रीटमैंट चलेगा.’’

अमला ने चलतेचलते डाक्टर को धन्यवाद देते हुए कहा, ‘‘प्लीज डाक्टर, मम्मी को आप यह नहीं बताएंगी.’’ ‘‘मेरा तो पिछले 15 साल से उस से कोई संपर्क नहीं रहा है. वैसे पता रहने पर भी नहीं बताती, डौंट वरी, गेट मैरिड सून. अपनी मम्मी का फोन नंबर देती जाना, अगर तुम्हें कोई प्रौब्लम न हो तो.’’

‘‘श्योर, मैं लिख देती हूं, मुझे कोई प्रौब्लम नहीं है.’’ अमला ने अपनी मां का फोन नंबर एक पेपर पर नोट कर डाक्टर को दे दिया.

क्लिनिक से बाहर आ कर अमला ने कहा, ‘‘आज तो हमारे रिश्ते की बात हम दोनों के सिवा इस डाक्टर और नर्स को भी पता चल गई. उस ने मम्मी का कौन्टैक्ट्स भी मुझ से ले लिया है. उम्मीद है कि वह मम्मी को नहीं बताएगी.’’

‘‘बता भी दिया तो क्या हो जाएगा? हम लोग शादी करने जा रहे हैं. मैं अगले महीने नौकरी जौइन करने जा रहा हूं. कंपनी की ओर से फ्लैट और कार भी मिल रही है. जल्द ही हम शादी कर लेंगे.’’ ‘‘वो तो ठीक है, पर मम्मी मुझ से कहती आई हैं युवतियों को अपनी वर्जिनिटी शादी तक बचानी चाहिए.’’

‘‘आजकल सबकुछ हो जाने के बाद भी वर्जिनिटी दोबारा मिल सकती है. तुम्हें पता है कि प्लास्टिक सर्जरी से युवतियां अपना खोया हुआ कौमार्य प्राप्त कर सकती हैं.’’ ‘‘क्या कह रहे हो?’’

‘‘सही बोल रहा हूं. बस, कुछ हजार रुपए खर्च कर कुछ घंटे प्लास्टिक सर्जन के क्लिनिक पर हाइमनोप्लास्टी द्वारा हाइमन बनाया जाता है और युवतियां फिर से कुंआरी बन जाती हैं.’’ अमला रोहित की तरफ अचरज भरी नजरों से देखने लगी तो फिर वह बोला, ‘‘देश भर के छोटेबड़े शहरों में सैकड़ों क्लिनिक हैं, जो हाइमनोप्लास्टी करते हैं. इन्हें अपने लिए ज्यादा प्रचार भी नहीं करना होता है. यह तो एक कौस्मेटिक सर्जरी है. इतना ही नहीं कुछ बालबच्चों वाली महिलाएं भी वैजिनोप्लास्टी करा कर दांपत्य जीवन के शुरुआती दिनों जैसा आनंद फिर से महसूस करने लगी हैं.’’

‘‘ओह.’’ ‘‘जरूरत पड़ी तो तुम्हारी भी हो सकती है, कह कर रोहित हंसने लगा.’’

‘‘मुझे नहीं चाहिए यह सब. अब इस बारे में मुझे और कुछ नहीं सुनना है.’’ रोहित और अमला को अपनी तात्कालिक समस्या का निदान मिल चुका था. दोनों ने खुशीखुशी अपने फ्लैट पर जा कर चैन की सांस ली. Hindi Audio Story

वादे हैं वादों का क्या, फोन फ्रौड से रहें सावधान

साइब्रर फ्रौड आजकल एक नया ऐंगल लेने लगा है. फ्रौड करने वाले लगभग सारे देश में कुकुरमुत्तों की तरह उग आए हैं जो औरतों के नंबरों को डायल करते हैं और कभी कहते हैं कि उन का बेटा किसी थाने में है, कभी कहते हैं कि उन के नाम आए एक पार्सल में ड्रग्स पकड़ी गई है, कभी कहते हैं कि उन की इंश्योरैंस पौलिसी मैच्योर हो गई है और वे पैसा निकलवा सकती हैं. ये फ्रौड करने वाले बहुत जल्दी औरतों की मैंटिलिटी समझ जाते हैं कि वे डरपोक भी हैं, लालची भी हैं, चमत्कारों में विश्वास करने वाली भी हैं और बेवकूफ भी हैं.

चूंकि बहुत से मामलों में सरकार ने जबरन औनलाइन डीलिंग करने की आदत डाल दी है और औरतें भी काफी चीजों में औनलाइन रहती हैं, वे लाइन के दूसरी ओर जाने को सही और भरोसे वाला या असली अफसर भी मान लेती हैं. औनलाइन फेसलैस के चक्कर में अब ज्यादातर लोगों को नहीं मालूम है कि वे जिन मैसेज भेजने वालों या साइट्स से डील कर रहे हैं उस का दफ्तर है कहां और उस का मालिक या स्ट्रक्चर क्या है? उन के लिए फोन कौल और मैसेज एक आकाशवाणी होती है.

पौराणिक कहानियां सुनसुन कर वरदान और श्राप की आदी औरतों को फोन पर लालच या धमकी देना आसान है क्योंकि सरकार और धर्म दोनों इन बातों की हर समय पुष्टि करते रहते हैं कि  अचानक सबकुछ संभव है. जब औरतें लाइन लगा कर गणेश को दूध पिला सकती हैं, भीड़ बना कर मुफ्त की साडि़यों की भगदड़ में कुचले जाने को तैयार हैं तो फोनलाइन पर लालसा और धमकी को सही क्यों नहीं मानेंगी?

अब सरकार कोशिश कर रही है कि जो गंदा काम उस ने जबरन औनलाइन पोर्टल बनाबना कर जनता पर मैसेजों को सरकार का आदेश मान कर थोपा है, उस पर कंट्रोल किया जाए. टैलिकौम कंपनियों जैसे जियो और एयरटेल को कहा जा रहा है कि मार्केटियरों और प्रोडक्टरों के एसएमएस बंद कराने की तकनीक तुरंत बिना देर लागू की जाए. टैलिकौम कंपनियों को इन एसएमएसों से बड़ा मुनाफा होता है इसलिए वे उसे बंद नहीं करना चाहतीं.

नरेंद्र मोदी ने 30 अगस्त, 2024 को कहा कि डिजिटल फ्रौड करने वालों को देश की प्रोग्रैस करने से नहीं रोका जा सकेगा. यह वैसा ही वादा है जैसा 15 लाख रुपए हर खाते में देने का, नोटबंदी से ब्लैकमनी खत्म करने का, इलैक्ट्रोरल ब्रैंड्स से राजनीति में कंपनियों के दखल रोकने का था कोई वादा पूरा नहीं. सब वादे भगवानों के आशीर्वादों की तरह जो बड़ी हुंडियों में दान तो लेते हैं पर न नौकरी दिला पाते हैं, न बीमारी दूर कर पाते हैं, न छप्पर फाड़ कर सोने की मुहरें बरसा पाते हैं.

फोन फ्रौड को जन्म सरकार ने दिया है, यह आम लोगों को नहीं भूलना चाहिए. सरकार भी जानती है कि औरतें बेवकूफ हैं तभी कभी लाडली बहन, कभी उज्ज्वला की बात करती है तो कभी औरतों के खातों में पैसे डलवाती है. फ्रौड करने वाले इसी डिजिटल जहाज के सहारे चलने वाली नावें हैं. अफसोस यह है कि फ्रौड करने वाली नावों को जो सरकारी जहाज की डोर से बंध कर चल रही हैं, सरकार सिर्फ ऊपर डैक पर लगे लाउडस्पीकर से चिल्ला रही है, अपने जहाज को नहीं रोक रही जो फ्रौड का सोर्स है.

अनैक्‍सप्‍लैंड Infertility के क्या हैं कारण, जानें एक्सपर्ट से इसका इलाज

कोई महिला गर्भधारण करने की कोशिश कर रही होती है पर उस में सफल नहीं हो पाती, तो वह बहुत परेशान हो जाती है. कई बार डाक्टर अनेक जांच करते हैं लेकिन उन्हें गर्भधारण नहीं कर पाने का कोई स्पष्ट कारण नहीं मिल पाता. इसी स्थिति को बांझपन या अनऐक्सप्लैंड इनफर्टिलिटी (Infertility)  कहते हैं. अस्पष्ट बांझपन का मतलब यह कतई नहीं है कि आप कभी बच्चा पैदा नहीं कर पाएंगी. इस का मतलब सिर्फ इतना है कि डाक्टर अभी तक इस का सही कारण नहीं ढूंढ़ पाए हैं.

कई बार सही मार्गदर्शन और इलाज से इस समस्या का समाधान हो जाता है और कपल्‍स मातापिता बन जाते हैं. अगर आप भी इस स्थिति से गुजर रही हैं तो घबराएं नहीं. किसी अच्छे डाक्टर से सलाह और मार्गदर्शन लें.

अस्‍पष्‍ट इनफर्टिलिटी क्‍या होती है

डा. पारुल गुप्‍ता, नोवा आईवीएफ फर्टिलिटी, वसंत विहार का कहना है, “इसे इडियोपैथिक इनफर्टिलिटी भी कहा जाता है. यह उन कपल्‍स को बताया जाता है, जो कम से कम 1 साल तक गर्भधारण करने के प्रयास में सफल नहीं हुए हैं जबकि उन की फर्टिलिटी की जांचों के परिणाम सामान्‍य रहे हैं.  इस का मतलब यह होता है कि महिला का ओव्यूलेशन, फैलोपियन ट्यूब्‍स और यूट्रस सामान्‍य हैं और पुरुष का स्‍पर्म काउंट तथा क्‍वालिटी भी सामान्‍य हैं. दुनिया के इनफर्टाइल कपल्‍स में से लगभग 30% में अस्‍पष्‍ट इनफर्टिलिटी पाई जाती है.

अस्‍पष्‍ट इनफर्टिलिटी के कारण

अस्‍पष्‍ट इनफर्टिलिटी का असल कारण तो समझ में नहीं आता है, लेकिन ऐसे कई घटक होते हैं, जिन का उस में योगदान हो सकता है, जैसेकि ऐसी चिकित्‍सकीय स्थितियां, जिन का पता नहीं चला हो. एंडोमेट्रियोसिस एग या स्‍पर्म की गुणवत्ता में समस्‍या खराब समय पर किया गया इंटरकोर्स जीवनशैली के घटक जैसेकि धूम्रपान, बहुत अलकोहल लेना और मोटापा है.

अस्‍पष्‍ट इनफर्टिलिटी का इलाज

अच्‍छी बात यह है कि अस्‍पष्‍ट इनफर्टिलिटी वाले कपल्‍स के लिए इलाज के कई विकल्‍प उपलब्‍ध हैं। इलाज का सब से सही तरीका अलगअलग स्थितियों के अनुसार होगा, जैसेकि उम्र, मैडिकल हिस्‍ट्री और निजी पसंद.

इलाज के कुछ आम विकल्‍पों में शामिल हैं :

असिस्‍टेड रिप्रोडक्टिव टेक्‍नोलौजी यानि एआरटी एआरटी में फर्टिलाइजेशन और गर्भधारण को आसान बनाने के लिए लेबोरेट्री प्रक्रियाओं का इस्‍तेमाल होता है. एआरटी के सब से आम रूप हैं :

इंट्रायूटेरिन इंसेमिनेशन (आईयूआई) : इस प्रक्रिया में स्‍पर्म को सीधे यूट्रस में डाल दिया जाता है, ताकि फर्टिलाइजेशन की संभावनाएं बढ़ सकें.

इनविट्रो फर्टिलाइजेशन यानि आईवीएफ : इस प्रक्रिया में एग्‍ज को ओवरीज से ले कर लेबोरेट्री में स्‍पर्म के साथ फर्टिलाइज किया जाता है और नतीजे में मिलने वाले भ्रूण को यूट्रस में पहुंचा दिया जाता है.

प्रीइंप्‍लांटेशन जैनेटिक टैस्टिंग फौर ऐयूपलौइडी यानि पीजीटी-ए : यह एक जैनेटिक टेस्‍ट है, जो आईवीएफ से बनने वाले भ्रूण पर किया जाता है ताकि क्रोमोसोम की असामान्‍यताओं को जांचा जा सके. पीजीटी-ए से स्‍वस्‍थ भ्रूण की पहचान में मदद मिल सकती है और सफल गर्भधारण की संभावनाएं बढ़ती हैं, खासकर अस्‍पष्‍ट इनफर्टिलिटी के उन मामलों में, जहां छिपे हुए जैनेटिक कारण हो सकते हैं.

स्‍पर्म डीएनए फ्रैगमेंटेशन इंडैक्‍स यानि डीएफआई : डीएनए फ्रैगमेंटेशन इंडैक्‍स (डीएफआई) एक विशेष जांच होती है, जिस में स्‍पर्म डीएनए की इंटीग्रिटी का पता लगाया जाता है. अगर सीमेन एनालीसिस सामान्‍य रहता है, तब भी डीएफआई ज्‍यादा होने से उन समस्‍याओं का संकेत मिल सकता है, जो इनफर्टिलिटी का कारण हो सकती हैं. डीएफआई का लेवल ज्‍यादा होने को कम फर्टिलिटी से जोड़ कर देखा जाता है और इस में गर्भपात का ज्‍यादा खतरा होता है.

ज्‍यादा डीएफआई को जानना और सही करना अस्‍पष्‍ट इनफर्टिलिटी के इलाज में महत्त्वपूर्ण हो सकता है. इस से समझा जा सकता है कि सीमेन के मापदंड सामान्‍य होने पर भी गर्भधारण क्‍यों नहीं हुआ.

मैडिसिन

ओव्यूलेशन को प्रेरित करने और फर्टिलिटी में सुधार करने के लिए दवाएं दी जा सकती हैं. इन में शामिल हैं :

गोनाडोट्रोपिन्‍स : यह हारमोन एग का बनना और ओव्यूलेशन प्रेरित करते हैं.

क्‍लोमिफीन (क्‍लोमिड) : यह दवा ओव्यूलेशन को प्रेरित करती है और फर्टिलिटी में सुधार करती है.

लैट्रोजोल (फेमारा) : यह दवा ओव्यूलेशन को प्रेरित करती है और फर्टिलिटी में सुधार करती है. फर्टिलिटी ट्रीटमैंट के लिए इस का इस्‍तेमाल अकसर औफ लेवल होता है.

लाइफस्टाइल में बदलाव

जीवनशैली में स्‍वस्‍थ बदलावों से भी फर्टिलिटी में सुधार हो सकता है और गर्भधारण की संभावनाएं बढ़ती हैं. इन में शामिल हैं :

सही वजन बनाए रखना व संतुलित आहार लेना : तनाव कम करना, धूम्रपान और अत्‍यधिक शराब पीने से बचना और नियमित रूप से व्‍यायाम करना.

इंटरकोर्स का सही समय : इंटरकोर्स का सही समय जानने से भी फर्टिलिटी में सुधार हो सकता है। इस के लिये निम्‍नलिखित उपाय हैं :

बेसल बौडी टैंपरेचर (बीबीटी) चार्टिंग : इस में ओव्यूलेशन का पता लगाने के लिए शरीर के तापमान की निगरानी की जाती है.

ओव्यूलेशन किट्स : ओव्यूलेशन का पता लगाने वाले होम टेस्‍ट.

फर्टिलिटी ऐप्‍स : डिजिटल टूल्‍स, जो फर्टिलिटी का पता लगाते हैं और निजी मार्गदर्शन देते हैं.

ब्रैकफास्ट में बनाएं हेल्दी लौकी पालक बौल्स, स्वाद के साथ सेहत से है भरपूर

हर घर में महिलाएं आमतौर पर काफी चिंतित रहती है नाश्ते में क्या बनाएं जो सेहत के लिए हेल्दी हो. बच्चों से लेकर बड़ो के लिए घर पर ब्रेकफास्ट में बनाएं हेल्दी लौकी पालक बौल्स और आलू लच्छा पनीर बौल्स. आइए आपको इसकी रेसिपी बताते है.

  1. लौकी पालक बौल्स 

सामग्री

  1. 1 छोटी लौकी

  2. 100 ग्राम पालक 

  3. 2 हरीमिर्चें

   4. 1/2 कप बेसन 

   5. 1 छोटा चम्मच जीरा 

   6.  1/2 छोटा चम्मच अमचूर पाउडर 

  7.  चुटकीभर हींग 

  8.  1 छोटा चम्मच अनारदाना सूखा 

  9.  रिफाइंड तेल तलने के लिए 

  10.  नमक स्वादानुसार.

विधि

लौकी छील बारीक कस कर निचोड़ लें. पालक अच्छी तरह धो कर बारीक काट लें. हरीमिर्च भी बारीक काट लें. तेल को छोड़ कर बाकी सारी सामग्री मिला लें. तेल गरम करें. तैयार सामग्री की बौल्स बना कर धीमी आंच पर सुनहरा होने तक तलें. गरमगरम लौकी पालक बौल्स चटनी के साथ सर्व करें.

 2. आलू लच्छा पनीर बौल्स

सामग्री

  1.  250 ग्राम पनीर 

  2.  4 बड़े आकार के आलू 

  3.  2 बड़े चम्मच मैदा 

  4. 2 बड़े चम्मच कौर्नफ्लोर 

  5.  1 छोटा चम्मच हरीमिर्च पेस्ट 

  6.  1/2 छोटा चम्मच अदरक पेस्ट 

  7.  1/2 छोटा चम्मच गरममसाला 

  8.  1/4 छोटा चम्मच हलदी पाउडर

  9.  1 छोटा चम्मच नीबू का रस 

  10. 2 बड़े चम्मच धनियापत्ती कटी 

  11.  1/2 छोटा चम्मच कालीमिर्च कुटी 

  12.  1/2 छोटा चम्मच लालमिर्च कुटी 

  13.  तेल तलने के लिए 

  14.  नमक स्वादानुसार.

विधि

पनीर के क्यूब्स काट कर एक बाउल में डाल लें. हरीमिर्च पेस्ट, अदरक पेस्ट, आधी धनियापत्ती, गरममसाला, हलदी पाउडर, नीबू का रस, कालीमिर्च और नमक डाल कर अच्छी तरह मिलाएं और पनीर को मैरीनेट होने के लिए रख दें. आलुओं को छील कर मोटामोटा कद्दूकस कर के 2-3 बार पानी से धो कर दूसरे बाउल में डालें. इस में मैदा, कौर्नफ्लोर, बची धनियापत्ती, कुटी लालमिर्च और नमक डाल कर अच्छी तरह मिला लें. इस तरह आलू के लच्छे का चिपचिपा सा डो बन जाएगा.

हथेली पर पानी लगा कर 1 बड़ा चम्मच तैयार डो का रखें. इस पर पनीर का 1 क्यूब रख कर आलू के लच्छे से कवर कर के बाउल बना लें. इसी प्रकार बाकी बौल्स भी तैयार कर लें. कड़ाही में तेल गरम कर के सभी बौल्स को सुनहरा होने तक फ्राई कर लें. गरमगरम आलू लच्छा पनीर बौल्स हरी चटनी और मैरीनेटेड पनीर क्यूब्स के साथ परोसें.

 

क्या कंडोम शरीर को नुकसान पहुंचाता है?

अगर आपकी भी ऐसी ही कोई समस्या है, तो ये लेख अंत तक जरूर पढ़ें…

सवाल-

मेरी उम्र 30 और पत्नी की 28 साल है. हम गर्भनिरोधक के लिए सैक्स करते समय कंडोम का इस्तेमाल करते रहे हैं. लेकिन पिछले दिनों हमारे साथ एक छोटी सी दुर्घटना घट गई. सहवास के समय कंडोम योनि में ही छूट गया. तब से मेरी पत्नी शारीरिक मिलन के समय बहुत सहमी रहती है. उस की किसी सहेली ने यह कह कर उसे और डरा दिया कि योनि में छूटा कंडोम शरीर के किसी भी हिस्से में फंस सकता है. वह सांस की नली में भी जा सकता है. मुझे इस बात में दम नहीं दिखता. क्या उस का यह डर वाजिब है?

जवाब-

संरचनात्मक नजरिए से देखें तो योनि स्त्री का बाह्य जननांगीय मार्ग है. भगमुख से गर्भाशय तक फैला यह अंग बहुत कुछ एक गुफा की तरह होता है, जिस का निचला हिस्सा संकरा और ऊपर का थोड़ा फैला होता है. ऊपर आ कर यह गुफा बंद हो जाती है. फैले हुए हिस्से में सिर्फ गर्भाशय का मुंह खुलता है, जिस से शुक्राणु तो अंदर जा सकते हैं, पर कंडोम जितनी बड़ी चीज योनि में छूट भी जाए तब भी ऊपर नहीं जा सकती. अत: सैक्स के समय अगर कंडोम फिसल जाए तो वह योनि में ही रह जाएगा और उसे खुद आसानी से तुरंत निकाला जा सकता है. योनि से सांस नली तक या शरीर में कहीं और जाने का कोई संरचनात्मक रास्ता नहीं है, जो कंडोम शरीर के किसी दूसरे हिस्से में पहुंच सके या फिर वहां जा कर किसी नली में फंस सके. अत: आप अपनी पत्नी को समझाएं कि उन की यह चिंता बिलकुल निराधार है और वे अपनी सहेली को भी यह सच समझा दें ताकि उन्हें भी असलियत का पता चल सके.

 

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Hair Care Tips : बिना पार्लर जाए घर पर करें बालों को स्ट्रेट, अपनाएं ये टिप्स

Hair Care Tips : बालों को स्ट्रेट रखने का फैशन ट्रैंड में है. इसलिए जब भी हम लोग किसी भी दूसरी स्त्री या महिला के स्ट्रेट बाल देखते हैं तो मन में यही इच्छा होती है कि मेरे भी बाल ऐसे हों.

आप अपने बालों को मशीन से या फिर पार्लर जाकर स्ट्रेट करवा सकती हैं, लेकिन इससे बालों को बहुत नुकसान होता है. आप आपके बालों को स्ट्रेट कुछ प्राकृतिक चीजों का इस्तेमाल करके भी कर सकते हैं और ये तरीके आपके बालों को नुक्सान भी नहीं पहुचाएंगे.

  • आंवला और शिकाकाई : आंवला और शिकाकाई तो हमेशा ही बालों के लिए अच्छे होते हैं . इसके लिए आपको चाहिए कि आधा कप आंवला का पाउडर, आधा कप शिकाकाई और आधा कप चावल का आटा लेकर अच्छी तरह से मिला लें . अब इसमे २ अंडे मिलाकर फेट ले और इसे बालों में लगाएं. इस मिश्रण को अपने बालों में २ घंटे तक लगाए रखने के बाद बालों को अच्छे से धो लें. आप ऐसा हफ्ते में २ बार कर सकते हैं. आप पाएंगे कि आपके बाल पहले से स्ट्रेट हो गए हैं.
  •  एलोवेरा और तेल : आपको ये बात जाननी चाहिए कि एलोवेरा जेल आपकी त्वचा के अलावा, आपके बालों के लिए भी लाभदायक होता है. इनकी मदद से अपने बालों को स्ट्रेट बनाने के लिए आधा कप तेल लेकर इसमे एलोवेरा जेल का पेस्ट मिला दें. अब इसे बालों में ३०-४० मिनट तक लगाकर छोड़ दे . यह मिश्रण एक हेयर मास्क की तरह कान करता है, लेकिन यह आपके बालों की डीप कंडीशनिंग भी करता है. इससे आपके बाल स्ट्रेट होने के साथ-साथ चमकदार भी होते हैं .
  •  केला और पपीता : एक बर्तन में केला और पपीता को अच्छे से मैश कर लें. अब इसमें एक चम्म्च शहद मिलाकर इसे बालों में लगाएं. जब ये पैक सूख जाये तो बालों में शैम्पू करके धीरे-धीरे कंघा कर लें. आपके बाल स्ट्रेट नजर आएंगे.
  • दूध और शहद : घर पर बालों को स्ट्रेट करने के लिए आप दूध और शहद का इस्तेमाल कर सकती हैं. इसके लिए आपको आपको चाहिए कि दूध और शहद को एक बराबर मात्रा में लेकर, इसे बालों की जड़ो से लेकर नीचे तक लगाएं. इसे कुछ देर तक अपने बालों में लगा रहने दे, फिर पानी से धो डालें. इसे आप सप्ताह में दो बार लगा सकती है. दो हफ्तों के बाद आपके बाल एकदम स्ट्रेट हो जाएंगे.

शादी से पहले अपने पार्टनर को करना चाहते हैं प्रपोज, तो ये हैं बैस्ट तरीके

अरेंज मैरिज हो या लव मैरिज. आप पहलें अपने पार्टनर को पूरा तरह जानने की कोशिश करते हैं जिससे कि शादी के बाद उसे समझनें में ही आधा वक्त न निकल जाए. अरेंज मैरिज की बात करे तो आप और आपकी पार्टनर दोनों ही अनजानें सफर में चल पडते है. पहलें जमाने की बात करें तो शादी से पहले मिलना भी बड़ी मुश्किल का काम था लेकिन इस जमानें में इस सफर को आसान बनानें के लिए सगाई का दौर शुरू हो गया जिससे की आप एक-दूसरें के ठीक ढंग से पहचान सकें, एक-दूसरें की आदतो, पसंद-नापसंद के बारें में जान सके. माना जाता है कि अरेंज शादी में प्यार शादी के बाद और लव मैरिज में शादी से पहले प्यार होता है.

अगर आप चाहें तो अरेंज मैरिज के शादी सें पहलें ही दोनों के बीच प्यार ला सकते है लेकिन आपकी हिचकिचाहट और ठीक ढंग आइडिया न हो पाने के कारण ज्यादा समय लग जाता है. लेकिन हम अपनी खबर में ऐसी आइडिया के बारें में बताएगें जिन्हें अपनाकर अरेंज मैरिज को भी लव में बदला जा सकता है.

1. फैमली और दोस्तों की सहायता लें

अपनें पार्टनर की पसंद-नापसंद को जानने के लिए आपकी सहायता फैमली और दोस्त ही सबसे ज्यादा कर सकते हैं. अपनें दोस्तों की मदद से अपने पार्टनर को बाहर घूमने के लिए भेजिए और आप घर के एक अच्छें से कमरें को चुन कर अपने पार्टनर की पसंद की चीजों जैसे की उसकी पसंद के फूल, कैंडल आजि से सजाए और उसके वापस आने पर उसे  डेकोरेटेड रूम में वेडिंग रिंग के साथ प्रपोज करें. जो जरुर आपसे इंप्रेस हो जाएगी.

2. पिक्चर हॅाल में

प्रपोज करने का यह तरीका अच्छा साबित हो सकता है. यह तरीका थोड़ा फिल्मी है लेकिन इससे आपकी लाइफ पार्टनर इंप्रेस हो सकती है इसके लिए आपको सही समय को चुनें और इसके लिए सही समय है कि हॅाल खाली है या फिर इंटरवल का वक्त हो या फिर आप चाहें तो थियेटर बुक करा लें. इसके बाद सबसे सामने अपनी पार्टनर से पूछें “विल यू मैरी मी”.

3. सगाई होने से पहलें करें प्रपोज

सगाई वालें दिन आपनी पार्टनर के पास जाकर उसके सामनें घुटनें के बल बैठ कर उसे प्रपोज करें यद बहुत ही रोमांटिक होगा.

4. पार्टनर के जन्मदिन पर

अगर आप लकी हुए औऱ शादी और सगाई से पहलें उसका बर्थडे पड़ रहा हा तो यह आपके लिए प्रपोज करने का अच्छा मौका है. इसके लिए उसे डेट में ले जाए या फिर उनके रूम  में बड़ा से गिफ्ट रखें और साथ में अपने हाथ से लिखा हुआ कार्ड भी रखें. जिसमें अपने हाथों से ‘हैप्पी बर्थडे माय लव, विल यू मैरी मी’ लिखकर उन्हें प्रपोज करें.

5. फैमिली डिनर पर करें प्रपोज

शादी से पहले दोनों परिवार मिलकर किसी डिनर या लंच का प्लान कर सकते हैं. खाने की टेबल पर सबको अटेंशन करते हुए पेरेंट्स को थैंक्यू कहें कि उन्होंने आपके लिए खूबसूरत और अंडरस्टैडिंग पार्टनर चुना और फिर पार्टनर के सामने शादी का प्रपोजल रखें. ये इमोशनल आइडिया केवल पार्टनर का ही नहीं, बल्कि पेरेंट्स के दिल को भी छू जाएगा.

6. वीडियो बनाकर अपनी पार्टनर को करें इंप्रेस

आजकल समय कम होने के कारण सगाई और शादी के बीच के बहुत कम समय मिलता है एक-दूसरें को जाननें का लेकिन आप इस  थोड़े से समय का सही इस्तेमाल कर सकते है. इसके लइए आप अपने पार्टनर की आदतों, नेचर, स्टाइल, जिस भी चीज के आफ दीवाने हैं इऩ बातों को लेकर उसकी तारीफ करते हुए एक वीडियों बना कर उसे एक्सप्रेस करें और साथ ही उन्हें इस वीडियो के जरिए प्रपोज करें. इस वीडियो को उनके साथ अपने फ्रेंड्स को भी शेयर करें. पार्टनर को इम्प्रेस और प्रपोज करने का ये बेहतरीन आइडिया उन्हें जरूर पसंद आएगा.

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