अब चेहरे पर सिर्फ शान, नो निशान

हर लड़की बेदाग और निखरे चेहरे की चाहत रखती है, लेकिन यदि इसी चेहरे पर मुंहासो के दाग पड़ जाएं तो… हमारा मन उदास हो जाता है और हम इन दाग धब्बों से छुटकारा पाने के लिए हर संभव प्रयास करते हैं. पर हर बार असफलता ही हाथ आती है. अगर आप भी चेहरे के मुहांसो और उसके दाग से परेशान हैं तो बस एक बार यहां बताए गए उपाय को पढ़ें और इससे छुटकारा पाएं.

पिंपल ना फोड़े : यदि आप चाहती हैं कि पिंपल के निशान चेहरे पर ना पड़े तो उन्‍हें ना ही नोचे और ना भी फोड़े. एक बार इसके फूटने पर इसका पस पूरे चेहरे पर फैल जाएगा जिससे निशान तो पड़ेगा ही साथ में और भी मुंहासे आ जाएंगे.

चेहरे को थोड़ी-थोड़ी देर पर धोएं : मुंहासे के निशान ना पड़े इसकेलिये चेहरे को दिन में दो बार धोएं. प्रदूषण और गंदगी त्‍वचा के पोर्स को ब्‍लाक कर देते हैं जिससे मुंहासे निकल आते हैं. तो पिंपल को दूर करने के लिये चेहरे को ठंडे पानी से धोते रहें.

लौंग का पेस्‍ट ना लगाएं : इस बात की सलाह दी जाती है कि यदि पिंपल हैं तो लौंग को घिस कर उसका पेस्‍ट लगाएं जिससे निशान नहीं पड़ेगा. लेकिन लौंग का पेस्‍ट लगाने से अच्‍छा है कि आप चंदन पाउडर का पेस्‍ट और गुलाबजल मिला कर लगाएं.

स्‍टीमिंग : अपने चेहरे को हफ्ते में एक बार जरुर स्‍टीम करें और उसके बाद क्‍ले मास्‍क लका कर आराम करें. इससे दाग और ब्‍लैकहेड दोनों ही साफ होगें.

एलोवेरा : टी ट्री औयल को एलोवेरा जेल में मिला कर रोजाना चेरहे की मालिश करें, इससे ब्‍लैकहेड, एक्‍ने और डार्क स्पाट मिट जाएंगे. अगर टी ट्री औयल संभव ना हो तो आप केवल एलोवेरा के गूदे का ही प्रयोग कर सकती हैं.

फेस पैक लगाएं : रोजवाटर और चंदनपाउडर का पेस्‍ट चेहरे के लिये सबसे उपयुक्‍त रहता है. आप चाहें तो चंदन पाउडर की जगह पर मुल्‍तानी मिट्टी का भी प्रयोग कर सकती हैं. यह पेस्‍ट पिंपल को सुखा कर डेड सेल को निकाल देती है, जिससे चेहरा कुछ ही दिनों में साफ हो जाता है.

सूरज से बचे : अल्‍ट्रा वाइलेट किरणे स्‍किन की सेल्‍स को नष्‍ट कर देती हैं और एक्‍ने को भी प्रभावित करती हैं. इसलिए ज्यादा समय तक धूप में न बैठे.

ये उपाय अपनाएं, झुर्रियां भगाएं

उम्र बढ़ने के साथ हमारी त्वचा सूखती जाती है और इसका लचीलापन भी कम हो जाता है. ऐसा कोलेजन और इलास्टिन जैसे त्वचा प्रोटीन्स की कमी के कारण होता है. कई बार अनियमित जीवनशैली, गलत खानपान, अनिद्रा, तनाव आदि की वजह से भी चेहरे पर असमय झुर्रियां दिखने लगती है. इसलिए इन्हें रोकने के लिए आपको खट्टे फलों का सेवन करना आवश्यक है. इन्हें खा कर आप बुढ़ापे को स्वयं से कोसों दूर रख सकती हैं और दिन पर दिन सुंदर और जवां दिख सकती हैं. खट्टे फलों में पाया जाने वाला विटामिन सी झुर्रियों को दूर करने में बहुत सहायक होता है. आइये देखते हैं कि ऐसे कौन-कौन से फल हैं तो कि चेहरे से झुर्रियां भगा सकते हैं.

जरुर खाएं खट्टे फल

खट्टे फल जैसे संतरा, मुसम्‍मी, नीबू और अंगूर जैसे फलों का सेवन अधिक से अधिक मात्रा में करें क्योंकि इनमें विटामिन सी अधिक मात्रा में होता है. विटामिन सी कोलाजन और त्वचा के लिए दूसरे प्रोटीन बनाने में सहायक होता है.

संतरे का छिलका

संतरे के सूखे छिलकों का महीन चूर्ण गुलाब जल या कच्चे दूध में मिलाकर पीसकर आधे घंटे तक लेप लगाने से कुछ ही दिनों में चेहरा साफ, सुंदर और कांतिमान हो जाता है. कील मुंहासे-झाइयों व सांवलापन दूर होता है.

एण्टी एजिंग एण्टीआक्सिडेंट्स

कैंटालूप, आड़ू और खूबानी में जरूरी एण्टीसआक्सिडेंट्स पाये जाते हैं, जो कि एजिंग की प्रक्रिया का सामना करने में उपयोगी होते हैं.

गहरे रंग के फलों का सेवन

गहरे रंग के फल जैसे क्रैनबेरीज, खरबूजे, केले, प्लम और अंगूर में विटामिन और एण्टीआक्सिडेंट्स की मात्रा बहुत अधिक होती है, जो कि कोलाजन को टूटने से बचाते हैं और आपकी त्वचा को जवां बनाते हैं.

फाइब्रस फल

फाइबर युक्त फल जैसे ऐवोकैडो, अमरूद, खूबानी, अंजीर, डेट और करौदे हमारे पाचन तंत्र को ठीक रखने में मदद करते हैं. गेहूं फ्लैक्सिड और मेवों से हृदय से सम्बन्धी बीमारी, कैंसर, डायबिटीज और हाइपरटेंशन जैसी बीमारियों से बचाता है. फाइबर युक्त फलों में कम मात्रा में कैलोरीज भी पायी जाती हैं.

सभी विटामिन हैं खास

स्ट्राबेरी, ब्लूबेरी, केले और सेब में विटामिन बी, डी और ई की मात्रा अधिक होती है जिसको खाने से बेजान त्‍वचा में चमक आ जाती है

गाजर फेस पैक आजमाइये और दमकती त्वचा पाइये

सर्दियों का मौसम आते ही ठंडी हवाएं हमारी त्वचा पर अपना कहर बरपाना शुरू कर देती है. ये स्किन को ड्राई और बेजान बना देती है. लेकिन इस मौसम में भी आप गाजर की मदद से इन सभी परेशानियों से बच सकती हैं. सर्दियों में गाजर खाने के फायदे तो आप जानती ही होंगी, पर आज हम आपको गाजर के फेस पैक की विधि और उनसे मिलने वाले फायदों के बारे में बताने जा रहे हैं.

त्वचा को होने वाले फायदें

इसमें विटामिन ‘ए’ के अलावा और भी कई सारे दूसरे विटामिन और मिनरल्स पाए जाते हैं जो त्वचा को किसी भी तरह के डैमेज से बचाते हैं. ये सूरज की किरणों से प्रभावित हुए स्किन को रिपेयर करने में मदद करता है. ये आपकी त्वचा को नमी प्रदान करता है जिससे फटी स्किन की समस्या भी दूर होती है. गाजर से बनाए फेस पैक की मदद से आपकी त्वचा पर नजर आने वाले एजिंग के लक्षणों को भी कम किया जा सकता है. ब्लड सर्कुलेशन को बढ़ा कर ये चेहरे को ग्लोइंग भी बनाता है.

गाजर से फेस पैक तैयार करने की विधि

गाजर, दूध, आटे और हल्दी का फेस पैक

गाजर घिस लें, अब इसमें एक चम्मच दूध, चुटकीभर हल्दी, एक चम्मच चावल का आटा और साथ में एक चम्मच शहद मिक्स करें. इस पेस्ट को आप चेहरे पर तकरीबन 15 मिनट के लिए लगाकर रखें. ये फेस पैक झुर्रियों पर काफी असरदायक है. बेहतर नतीजे पाने के लिए हफ्ते में दो बार इसे लगाएं.

गाजर और शहद का फेस पैक

इसके लिए आप सबसे पहले दो चम्मच गाजर का जूस लें और उसे एक चम्मच शहद के साथ मिलाएं. अब इस मिश्रण को लगभग 20 मिनट के लिए अपने चेहरे पर लगा कर रखें. समय पूरा हो जाने पर आप हल्के गुनगुने पानी से इसे धो लें. बेहतर नतीजों के लिए आप इस फेस पैक का इस्तेमाल हफ्ते में एक बार कर सकते हैं.

गाजर, मलाई और अंडे का फेस पैक

आप गाजर घिस लें और एक चम्मच घिसे गाजर में एक चम्मच मलाई और अंडे का सफ़ेद हिस्सा डालें. इन तीनों चीजों को अच्छे से मिला लें और अपने चेहरे पर लगाएं. 15 मिनट तक इसे लगा रहने दें और फिर अपना चेहरा धो लें. ये फेस पैक ड्राई स्किन से परेशान लोगों के लिए बेस्ट है.

गाजर, सेब और ओट्स का पैक

आप एक चम्मच घिसे हुए गाजर में एक चम्मच ओट्स और एक चम्मच कद्दूकस किया हुआ सेब मिलाएं. इन सब को मिक्स करके पेस्ट बना लें. इसे फेस पर लगाएं और 10 मिनट तक सूखने के लिए रखने के बाद हल्के हाथों से रगड़कर छुड़ाएं. ये पैक चमकदार त्वचा पाने में मदद करेगा.

गाजर और एप्‍पल साइडर विनेगर फेस पैक

ये फेस पैक तैलीय त्वचा के लिए बहुत लाभदायक है. सबसे पहले एक चम्मच गाजर का जूस लें और उसमें एक चम्मच सेब का सिरका मिलाएं. इस मिश्रण को रुई की मदद से अपने चेहरे पर लगाएं. इसे अपने फेस पर 10 मिनट तक लगा रहने दें और फिर चेहरा धो लें. ऐसा आप सुबह और शाम दोनों वक्त कर सकते हैं.

रूखे सख्त हाथों को बनाएं गुलाबों सा कोमल

हम अपना ज्यादातर वक्त चेहरे की त्वचा का ख्याल रखने में निकाल देते हैं, लेकिन हाथों की त्वचा की तरफ ध्यान नहीं देते. ऐसे में हमारे हाथ रुखे और सख्त नजर आते हैं. आप तो जानती ही होंगी कि हमारे हाथ बाहरी चीजों के संपर्क (जैसे सूरज की रौशनी, घर के काम- कपड़े बर्तन धोना, साफ सफाई, खाना बनाना आदि) में आने की वजह से सूखे और सख्त हो जाते हैं. उनमें दरारें आ जाती है और फटने लगती है.फटे हाथों की वजह से आपकी पूरी पर्सनालिटी पर असर पड़ता है.

अब सवाल ये उठता है कि इस समस्या से कैसे निपटा जाए. ऐसे कई घरेलू उपचार हैं जो रूखे और फटे हाथों को ठीक करने में मदद करते हैं. चलिए जानते हैं उन उपायों के बारे में.

बेकिंग सोडा और कोकोनट आयल

का स्क्रब बेकिंग सोडा में एक्सफोलिएशन प्रोपर्टी पायी जाती है जो त्वचा से डेड स्किन हटाने में मदद करते हैं. ये डेड स्किन ही आपकी त्वचा को बेजान और काला कर देते हैं. कोकोनट आयल आपकी स्किन को भीतर तक पोषण और नमी देता है. एक बाउल में ¼ कप बेकिंग सोडा लें और उसमें ½ कप नारियल का तेल डालें. अगर नारियल का तेल थोड़ा जमा हुआ है तो उसे हल्का गर्म करके इस्तेमाल करें. इन दोनों सामग्रियों को अच्छे से मिलाएं. इसे अपने हाथों में लगाएं और स्क्रब करने के लिए सर्कुलर मोशन में 30 सेकंड तक हल्के हाथों से रगड़ें. इसे कुछ मिनट तक के लिए छोड़ दें. अंत में हल्के गुनगुने पानी का इस्तेमाल करते हुए इसे फिर से रगड़े और साफ कर लें.

कौफी और अंगूर के बीज का तेल

कौफी में भी नेचुरल एक्सफोलिएटिंग एजेंट पाए जाते हैं जो त्वचा से डेड स्किन हटा कर स्किन की चमक बढ़ाता है. वहीं ग्रेपसीड आयल अर्थात अंगूर के बीज का तेल त्वचा पर इस्तेमाल करने से वो सॉफ्ट और ग्लोइंग बनती है. आप एक बाउल लें. अब 3 चम्मच कौफी पाउडर में 1 चम्मच ग्रेपसीड आयल मिलाएं. इसे मिक्स करने के बाद अपने फटे और रूखे हाथों में अपनी उंगलियों की मदद से इससे मसाज करना शुरू कर दें. दो से तीन मिनट तक अपने हाथों में इससे मालिश करें. अब 15 से 20 मिनट के लिए इसे लगा छोड़ दें. ठंडे पानी का इस्तेमाल करके इसे साफ कर लें.

सी साल्ट और जोजोबा आयल

रूखे सूखे और फटे हाथों के उपचार में सी साल्ट एक अच्छा आप्शन है. ये त्वचा को बहुत जल्दी आराम पहुंचाता है और किसी भी तरह की त्वचा संबंधित परेशानी को ठीक करता है. आपको बस ½ कप सी साल्ट और ¼ कप जोजोबा आयल को मिक्स करना है. अब इसे अपने हाथों पर लगाकर हल्के हल्के मसाज करें. 30 मिनट तक रखने के बाद आप इसे धो सकते हैं. इसके लिए आप हल्के गुनगुने पानी का इस्तेमाल करें.

गुलाब और नींबू से तैयार क्रीम

इसके लिए आपको गुलाब की ताजा पंखुड़ियों और नींबू के छिलके की जरूरत है. एक गिलासनुमा जार में ओलिव आयल डालें. अब ताजा गुलाब की पंखुड़ियां और नींबू के छिलके ओलिव आयल में डालें और ठंडी जगह पर एक हफ्ते के लिए छोड़ दें. एक सप्ताह के बाद इस तेल को छान लें और किसी बोतल में स्टोर करके रख लें. रोजाना इस तेल से अपने हाथों का मसाज करें. आपको कुछ समय बाद खुद ही अंतर महसूस होने लगेगा.

सर्दियों में केले के फेस मास्क से पाएं चेहरे पर निखार

सर्दियों के मौसम में आपकी त्वचा को दूसरे मौसम के मुकाबले थोड़े ज्यादा हाईड्रेशन की जरूरत होती है. हम सभी जानते हैं कि केले में हाईड्रेटिंग प्रोपर्टी होती हैं और इसे जब त्वचा पर लगाया जाता है तो ये उसे माइशचराइज करता है. इस आर्टिकल में हम आपको केले से तैयार होने वाले बेसिक और आसान फेस पैक के बारे में बताएंगे जो इस सर्दी में झुर्रियों और बारीक लकीरों की समस्या को कम कर आपकी त्वचा की रक्षा करेंगे.

केला, दूध और गुलाब की पंखुड़ियों का फेस पैक

सामग्री : 1 पका हुआ केला, 2 चम्मच कच्चा दूध, 1 चम्मच मक्खन, थोड़ी सी गुलाब की पंखुड़ियां.

कैसे करें तैयार : पके हुए केले को छील कर उसके छोटे टुकड़ें कर लें और फिर उसे ब्लेंडर में डाल दें. अब इसमें कच्चा दूध, गुलाब की पंखुड़ियां और बिना नमक वाला मक्खन मिलाएं. इन सब को ब्लेंड करके महीन पेस्ट तैयार कर लें. इसे अपने चेहरे पर लगा लें और 15 से 20 मिनट तक इंतजार करें. इस दौरान आपकी त्वचा इसे अब्सार्ब कर लेगी. अब अपना चेहरा सादे पानी से धो लें. इसके बाद अपने चेहरे पर मौइश्चराइजर लगा लें.

केले और मक्खन का फेस पैक

सामग्री : 1 पका हुआ केला, 2 चम्मच बिना नमक वाला बटर.

कैसे करें तैयार : केला छील लें और उसे मैश करके स्मूद पेस्ट बना लें. अब मक्खन को तब तक फेंटे जब तक उसका टेक्सचर एकदम स्मूद ना हो जाए. अब मैश किये हुए केले में मक्खन को मिला दें और इन दोनों सामग्री को अच्छे से मिक्स करें. इसे पूरे चेहरे में अच्छे तरीके से लगाएं और 15 से 20 मिनट तक रखने के बाद चेहरा धो लें. इस पैक को लगाने के तुरंत बाद ही आपको अपनी त्वचा हाईड्रेटिड लगेगी.

केले और शहद का फेस मास्क

सामग्री : 1 पका हुआ केला 2 चम्मच दही कैसे करें तैयार एक साफ़ बाउल में एक पका हुआ केला मैश करें. अब इसमें सादा दही मिला कर अच्छे से मिक्स करें. अपने चेहरे को साफ करने के बाद इस मिश्रण को अपने फेस पर एकसमान तरीके से लगाएं. इसे लगा कर 15 से 20 मिनट तक रुके फिर सादे पानी से धो लें.

केले और विटामिन ई का फेस पैक

सामग्री : 1 पका हुआ केला, 1 विटामिन ई कैप्सूल, 1 चम्मच शहद.

कैसे करें तैयार : एक पके हुए केले को ब्लेंड करें और उसका पेस्ट बनाएं. एक विटामिन ई का कैप्सूल खोलें और उसका आयल मैश किये हुए केले में मिला लें. अब इसमें कच्चा शहद मिलाएं और अब सभी चीजों को अच्छे से मिक्स करके गाढ़ा पेस्ट बना लें. इस पेस्ट की लेयर चेहरे पर लगा लें और 20 मिनट तक रखें. अब सादे पानी से मुंह धो लें.

रूखी त्वचा को कहें बायबाय

सुंदर त्वचा का राज उस की सही देखभाल में ही छिपा है. मौसम में बदलाव का असर त्वचा पर पड़ता है. सर्दी के मौसम में नमी की कमी के कारण त्वचा रुखी, बेजान और गंदी हो जाती है. ऐसे में सर्दी का मौसम शुरू होने पर त्वचा की खास देखभाल करने के साथसाथ अपनी दिनचर्या को बदलने की भी जरूरत होती है.

विंटर स्किन केयर

यदि आप की त्वचा सामान्य से रूखी है, तो चेहरा साबुन व पानी से न धोएं. इन की जगह ऐलोवेरा युक्त क्लीजिंग जैल का उपयोग करें ताकि यह नमी संतुलन बनाए रखते हुए त्वचा को साफ कर सके. इसे त्वचा पर लगाएं और नम रुई से साफ करें.

तैलीय त्वचा के लिए तुलसी व नीम या चंदन क्लींजिंग लोशन युक्त फेस वाश का उपयोग करें. क्लीजिंग के बाद त्वचा को टोन करने के लिए गुलाबजल का प्रयोग करें. गीली रुई को इस में डुबो कर उस से त्वचा साफ करें.

गुलाबजल सब से अच्छा प्राकृतिक स्किन टोनर है और सभी प्रकार की त्वचा के लिए उचित है. रुखी त्वचा के पोषण के लिए रात के समय क्लीजिंग करें. यह त्वचा में नमी बनाए रखने में मदद करता है. चेहरे पर क्रीम लगाएं और 2-3 मिनट तक त्वचा की मालिश कर गीली रुई से साफ कर लें.

मौइश्चराइजर लगा कर त्वचा को सुरक्षित किया जा सकता है. यदि आप दिन में बाहर निकलती हैं, तो सनस्क्रीन लगाएं. सूर्य की किरणें त्वचा से नमी सोख लेती हैं. यदि त्वचा तैलीय है तो सनस्क्रीन जैल का उपयोग करें. तैलीय त्वचा पर अधिक क्रीम लगाने से बचें, क्योंकि क्रीम से रोम छिद्र बंद हो जाते हैं, जिस से मुंहासे हो जाते हैं.

फेशियल मास्क भी त्वचा पर नियमित रूप से लगाएं. 2 छोटे चम्मच चोकर, 1 चम्मच बादाम या जई का तेल और 1-1 चम्मच शहद, दही और गुलाबजल को मिला कर घर में ही मास्क बना सकती हैं. इस मिश्रण को सप्ताह में 2-3 बार त्वचा पर लगाएं. 20-30 मिनट लगा रहने के बाद चेहरे को धो लें.

चेहरे के अन्य भागों की देखभाल

सामान्य त्वचा की देखभाल के अलावा चेहरे के कुछ भागों पर विशेष ध्यान देने की जरूरत होती है. जैसे होंठों की त्वचा बहुत पतली होती है और इन में चिकनी ग्रंथियों की कमी होती है. यही कारण है कि होंठ रुखे हो जाते हैं और विशेषरूप से सर्दी के मौसम में इन में दरारे पड़ जाती हैं.

चेहरा धोने के बाद मृत त्वचा को हटाने के लिए नर्म तौलिए से धीरेधीरे होंठों को रगड़ें. रोज होंठों पर दूध (मलाई) क्रीम लगाएं. 1 घंटा लगा रहने के बाद धो लें. यदि होंठ काले हैं तो दूध की क्रीम में नीबू के रस की कुछ बूंदें मिलाएं. रात में होंठों पर रोजाना शुद्ध बादाम तेल या बादाम क्रीम लगाएं और पूरी रात लगी रहने दें. मैट लिपस्टिक लगाने से बचें.

रुखे पैर और फटी एडि़यों को अधिक देखभाल की जरूरत होती है. अत: रात में सोने से पहले लगभग 20 मिनट तक गरम पानी में पैरों को भिगोएं. उन्हें भिगोने से पहले पानी में थोड़ा मोटा नमक और शैंपू मिलाएं. गरम पानी एडि़यों की मृत त्वचा को नर्म करता है. हील स्क्रबर की मदद से मृत कोशिकाओं को हटाने के लिए धीरेधीरे एडि़यों को रगड़ें. मैटल के स्क्रबर से बचें.

पैरों को धोने के बाद अच्छी क्रीम से एडि़यों की मालिश करें. मौइश्चराइजिंग क्रीम या वैसलीन एडि़यों पर लगाएं. जालीदार कपड़ा या सूती ऊन और सर्जिकल गेज एडि़यों पर बांधें और सूती मोजे पहनें. फिर सो जाएं. ऐसा करने पर क्रीम एडि़यों पर लगी रहेगी और बिस्तर पर नहीं लगेगी. एडि़यों पर पूरी रात लगी क्रीम उन की त्वचा को नर्म बनाती है.

ब्यूटी के लिए जरूरी है आयरन

बाहर से आप कितना भी मेकअप कर लें लेकिन जब तक अंदर से सेहतमंद नहीं रहेंगी चेहरे पर चमक नहीं आएगी. आप की थकी हुई आंखों के आसपास काले घेरे, बेजान, रूखी व बुझी हुई पीली त्वचा, रूखे व कमजोर बाल और नाखून आप की सारी कहानी कह देंगे. जिसे आप चाह कर भी मेकअप से छुपा नहीं पाएंगी. जी हां अगर आप के शरीर में भी आयरन की कमी है तो इन समस्याओं से आपको भी जूझना पड़ सकता है.

भागदौड़ भरी लाइफ में हैल्थ को ले कर अकसर महिलाएं लापरवाही करती हैं और अपना खयाल नहीं रखतीं जिस से उन के शरीर में आयरन की कमी हो जाती है जिस का सीधा असर उन की सुंदरता पर पड़ता है. इसलिए आप भी अपनी सुंदरता को बनाए रखने के लिए ऐसी चीजों का सेवन करें जिस से आप के शरीर में आयरन की सही मात्रा सुनिश्चित हो सके और आप ऐनीमिया का शिकार भी न हों.

आयरन की कमी का ब्यूटी पर असर

शरीर में आयरन की सही मात्रा का न होना त्वचा के साथसाथ बालों व शरीर के दूसरे हिस्सों को भी प्रभावित करता है.

नाखूनों का टूटना: नाखून महिलाओं की सुंदरता का एक अहम हिस्सा हैं. सुदंरता को निखारने के लिए सुंदर नाखून का होना जरूरी है. जब आप के नाखून पीले पड़ने लगें और बेजान हो कर टूटने या मुड़ने लगें तो आप सावधान हो जाएं, क्योंकि ये सभी शरीर में आयरन की कमी के संकेत हैं. इसलिए अगर आप भी सुंदर बने रहना चाहती हैं तो आयरन युक्त डाइट लें.

बेजान त्वचा: जब शरीर में आयरन की कमी हो जाए तो चेहरा पीला पड़ने लगता है. क्योंकि आयरन की कमी से हीमोग्लोबिन का स्तर कम हो जाता है और हीमोग्लोबिन से ही खून को लाल रंग मिलता है जिस से हमारे चेहरे पर पर हल्की लालिमा वाली रंगत बनी रहती है. जब शरीर में लाल रक्त कोशिकाओं की कमी हो जाती है तो चेहरे का पीलापन और बेजान त्वचा स्वाभाविक है.

डार्क सर्कल्स: आंखों के नीचे और आसपास काले घेरे किस महिला को अच्छे लगते हैं. अगर शरीर में आयरन की कमी होगी तो आप की आंखों के नीचे काले घेरे यानी डार्क सर्कल्स नजर आने लगेंगे.

बालों पर असर: जब शरीर में आयरन की कमी हो जाती है तो रक्त संचार पर असर पड़ता है जिस से आक्सीजन सही मात्रा में स्कैल्प तक पहुंच नहीं पाती. नतीजा यह होता है कि बाल धीरेधीरे रूखे व बेजान हो कर झड़ने लगते हैं. जब जरूरत से ज्यादा बाल झड़ने लगें तो डाक्टर से संपर्क करें और यह जानने की कोशिश करें कि कहीं आप ऐनीमिया की शिकार तो नहीं.

नैचुरल ग्लो के लिए ऐसी हो डाइट

यदि आप भी चाहती हैं कि आप की त्वचा नैचुरली ग्लो करे तो खाने में हरी पत्तेदार सब्जियां, गाजर, टमाटर, चुकंदर, इत्यादि जरूर शामिल करें.

त्वचा की कोशिकाओं को सेहतमंद और बालों को मजबूत व चमकदार बनाए रखने के लिए हरी सब्जियों के साथसाथ अंडा, टूना मछली, बींस, सोयाबीन, टोफू और नट्स भी अपनी डाइट में शामिल कर सकती हैं.

कुछ और भी चीजें हैं जिन के सेवन से आप के शरीर में आयरन की कमी दूर होती है. सुंदरता में बाल और नाखून चार चांद लगाते हैं. इन की मजबूती और चमक के लिए आयरन बहुत जरूरी है. इसलिए आप अपनी डाइट में रैड मीट, चिकन, साबूत अनाज, अंकुरित अनाज, काबुली चने, गुड़, पालक व टमाटर के सूप को शामिल करें.

आयरन की कमी है तो न खाएं ये चीजें

आयरन की कमी से शरीर में ऐनीमिया, सांस की बीमारी और थकान जैसी समस्याएं हो जाती हैं. साथ ही हीमोग्लोबिन की कमी से आक्सीजन बौडी के सभी हिस्सों तक सही मात्रा में पहुंच नहीं पाती. ऐसे में समस्या और न बढ़े इस के लिए खानेपीने की कुछ चीजों से दूर रहना ही बेहतर होगा जैसे कि चौकलेट, चाय व कौफी इत्यादि.

चौकलेट: चौकलेट में कोको होता है जो आयरन को शरीर में अवशोषित होने से 70 प्रतिशत तक रोकता है. तो अगर आप ऐनीमिया की शिकार हैं तो इस दौरान चौकलेट का सेवन न करें.

चाय व कौफी: चाय और कौफी में पोलीफेनोल होता है. यह भी आयरन के अवशोषण में बाधक है.

ब्लैक और हर्बल टी: कुछ शोधों में यह बात सामने आई है कि ब्लैक और हर्बल टी पीने से आयरन के अवशोषण में 50 से 70% तक बाधा आती है. इसलिए अगर आप ऐनीमिक हैं तो इन पेय पदार्थों से दूर रहें.

जब त्वचा को मिले चार्मिस का कोमल स्पर्श

जाड़े के मौसम का हर कोई प्यार और खुशी से स्वागत करता है और करे भी क्यों न, गरमी की तेज धूप और उमस के बाद ठंडी सर्द हवाओं, हलके गरम कपड़ों और सूर्य की गरमाहट के साथ कहीं भी निकल जाने का मन जो करता है. लेकिन क्या आप ने भी सोचा है कि सर्दी का मौसम त्वचा के लिए कुछ समस्याएं भी ले कर आता है.

इस के शुरू होते ही त्वचा रुखी और बेजान होने लगती है और ऐसे में कोई ऐसा उत्पाद बहुत जरूरी है, जिस में विटामिन ए, सी और ई हो, जो हमारी त्वचा को सुरक्षा दे, पोषित रखे और नमी प्रदान करे. इस के अभाव में मौसम के बदलने से जो आनंद आप के चेहरे पर दिखना चाहिए वह दिखाई नहीं पड़ता.

चार्मिस के साथ खुशनुमा सर्दी

इस रुखे मौसम को खूबसूरत बनाने के लिए ही चार्मिस का कोमल स्पर्श सब से अधिक जरूरी है, क्योंकि इस में मौजूद विटामिन ए हमारी स्किन के आसपास एक लेयर बना कर उसे बेजान होने से बचाता है, जबकि विटामिन सी त्वचा को अल्ट्रावौयलेट किरणों के प्रभाव से बचाता है. इस के अलावा त्वचा जवां, मुलायम होने के साथसाथ उस में कसाव भी आता है. विटामिन ई सब से पौपुलर विटामिन है, साथ ही यह एक प्रभावी एंटीऔक्सिडैंट भी है. यह त्वचा को ऐजिंग से बचाता है और इस की नमी को बनाए रखता है. अगर आप ने सर्दी में चार्मिस का नियमित इस्तेमाल किया, तो सर्दी के आनंद को और भी बढ़ा सकती है.

एहसास भरोसे का

चार्मिस क्रीम की ब्रैंड एंबैसेडर और अभिनेत्री काजोल जिन्होंने मां की भूमिका कई फिल्मों जैसे ‘कभी खुशी कभी गम’, ‘फना’, ‘कुछकुछ होता है’, ‘हैलीकाप्टर इला’ जैसी फिल्मों में बखूबी निभाई है और असल जिंदगी में दो बच्चों की मां भी हैं, कहती हैं कि आप की अच्छाई आप के चेहरे पर नजर आती है. यह बात मैं ने मां बनने के बाद समझी है. आप जान लें कि आप की ईमानदारी, अखंडता, दयालू होना, नैतिक साहस आदि से भी ऊपर आप का व्यवहार होता है, जो आप दूसरों के साथ करते हैं और आप के व्यवहार से ही लोग आप से निकटता बढ़ाते हैं यानी आप के व्यवहार से उन्हें आप की अच्छाई का एहसास हो जाता है.

काजोल मानती हैं कि एक मां बच्चे का हाथ भले ही थोड़ी देर के लिए थामती हो लेकिन बच्चे का दिल पूरी जिंदगी उस से जुड़ा रहता है. एक मां बच्चे के लिए खुद में कोई भी बदलाव लाने में पीछे नहीं हटती. यही नहीं बल्कि समाज में बदलाव लाने में भी मां की अहम भूमिका होती है. इस के अलावा किसी भी चुनौती पूर्ण माहौल से हमारे बच्चे तभी निकल पाते हैं, जब उन की सोच मजबूत हो. मौम होने पर मैं ने इस बात को अनुभव किया है.

यह सही है कि मां का साथ किसी भी बच्चे के साथ 9 महीने पहले से जुड़ता है और एक मां उसे सब से अच्छी तरह से समझ सकती है. ऐसे में सही पेरैंटिंग पार्टनरशिप में मां अहम होती है. काजोल कहती हैं कि आज समय बदल चुका है. जैसे समय के साथसाथ हमारी जरूरतें बढ़ी हैं वैसे ही बच्चों की भी.

ऐसे में हमें बच्चों की खुद के समय से तुलना न करके उन्हें समझना चाहिए, उन्हें डांट और प्यार दोनों से ही हर चीज समझाने की कोशिश करनी चाहिए. जब हम उन्हें समझेंगे तभी वे हमारे रंग में रंग पाएंगे. इस में हमारी कोशिश ही बेहतर परिणाम ला सकती है.

चार्मिस मौम की यह समझ मुझे बहुत अच्छी लगी. बच्चों को करुनशील बनाने के लिए उन के व्यक्तित्व को सही दिशा देना आवश्यक है. चार्मिस की तरह ही मां का कोमल स्पर्श हर बच्चे की जरूरत है.

बालों और त्वचा की देखभाल के लिए लगाएं ग्लिसरीन

ग्लिसरीन त्‍वचा को ठंडक का एहसास कराने के साथ ही त्‍वचा को मुलायम भी बनाती है. त्‍वचा के अलावा ग्लिसरीन बालों की देखभाल भा करती है, लेकिन इसको त्‍वचा पर डायरेक्ट लगाया जा सकता है, पर बालों पर नहीं. ग्लिसरीन को बालों और त्‍वचा की देखभाल के लिये कैसे इस्‍तेमाल किया जाए इसके लिये प्रस्‍तुत हैं कुछ सुझाव.

स्‍किन : ग्लिसरीन त्‍वचा की कोशिकाओं को नम और जवां बनाने में मदद करती है. ग्लिसरीन त्‍वचा पर किसी भी चोट को सही करने में सहायक होती है. यह किसी भी चोट को जल्‍द से ठीक कर देती है और कोशिकाओं को अपने आप मरम्‍मत करने देती है.

फेस पैक : अपनी स्‍किन के लिये ग्लिसरीन फेस पैक तैयार करने के लिये, एक भाग शहद, एक भाग ग्लिसरीन और दो भाग पानी या दूध का लें. उसमें ओटमील डालें जिससे वह थोड़ा गाढा बन जाए. इस पैक को चेहरे पर लगाएं और फिर 20 मिनट बाद चेहरा पानी से धो लें. एक बात का ध्‍यान रहे कि ग्लिसरीन को गर्मी में कभी भी अपने बालों और स्‍किन पर सीधे न लगाएं वरना यह उनकी नमी को छीन लेगी. ग्लिसरीन को हमेशा डायल्‍यूट कर के ही लगाएं, चाहे तो इसमें कुछ बूंदे जोजोबा ऑयल की मिला लें.

कर्ली हेयर : कर्ली हेयर अक्सर काफी रुखे से नजर आते हैं इसलिये अगर उन्‍हें थोड़ा नरम करना है तो उस पर ग्लिसरीन लगाएं. इसके लिये स्‍प्रे तैयार करें, जिसमें एक ही मात्रा में पानी और ग्लिसरीन मिला हो. इसको अच्‍छे से शेक कर के मिला लें और फिर उसमें कुछ बूंदे आवश्‍यक तेल की डाल लें. इस ग्लिसरीन के स्‍प्रे को तब अपने बालों पर छिड़के, जब आप नहा चुकी हों.

दमकती त्वचा चाहिए तो जानिए खुद की स्कि‍न टाइप

आपकी त्वचा/स्‍किन किस प्रकार की है अगर आपको इस बात का पता चल जाए तो आप उसकी बेहतर तरीके से देखभाल कर सकेंगी. कई बार ऐसा होता है कि हम स्‍टोर में जाते हैं और देखते हैं कि वहां पर कई प्रकार की क्रीम और लोशन रखे हैं, लेकिन हम उनको देखकर कंफ्यूज हो जाते हैं कि इनमें से कौन सा प्रोडक्‍ट खरीदें जो हमारी त्‍वचा को सूट करे. इसी उलझन को दूर करने के लिये आपकी खुद की त्‍वचा किस प्रकार की है, इसको जानना बहुत जरुरी है. आज हम आपको आपकी स्‍किन टाइप से परिचिति करवाएंगे.

ड्राय : अगर आपकी त्‍वचा बहुत तनी हुई या फैली हुई रहती है तो इसका मतलब आपकी त्‍वचा ड्राय है. इसको पहचानने के लिये, अपनी त्‍वचा पर पूरे दिन किसी भी मौस्‍चराइजर या लोशन का प्रयोग न करें. फिर अगर आपकी त्‍वचा कसी हुई और रुखी लगेगी तो समझ जाइये कि आपकी स्‍किन ड्राय है.

औयली : अगर मुंह धोने के आधे घंटे बाद आपकी त्‍वचा तेलीय हो जाती है, तो इसका मतलब आपकी त्‍वचा औयली है. इसके अलावा अगर आप कोई टिशू पेपर लेकर अपनी त्‍वचा पर प्रेस करेंगी तो उस टिशू पेपर में तेल लग जाएगा, जिससे आप समझ जाइयेगा कि आपकी त्‍वचा औयली है.

संवेदनशील : सेन्‍सिटिव स्‍किन लालिमां लिये हुए होती है. शरीर में हाई हिस्‍टामाइन होने की वजह से स्‍किन सेन्सिटिव हो जाती है और सिरोसिस, रोसेसिआ और एक्‍जिमा होने के बहुत सारे चांस होते हैं.

झुर्रियां : बढ़ती उम्र और पर्यावरणीय कारकों की वजह से त्‍वचा पर झुर्रियां पड़ने लगती हैं. सूरज की धूप और तनाव का लेवल बढ़ना भी एक कारण होता है. त्वचा पर हल्‍की रेखाएं दिखना पिगमेंटेशन और त्‍वचा का ग्रे हो जाना बताता है कि आप की त्‍वचा पर एजिंग का असर पडने लगा है.

एक्‍ने प्रोन : लार्ज पोर साइज और रिएक्‍टिव स्‍किन होने की वजह से एक्‍ने, पिंपल होने की बहुत संभावना हो जाती है. इस बात का पता कि एक्‍ने बैक्‍टीरियल, हार्मोनल या वंशानुगत है, केवल उसकी जांच से ही पता लगाया जा सकता है. वैसे तो त्‍वचा की साफ-सफाई से इसे कंट्रोल किया जा सकता है लेकिन अगर या बड़ी समस्‍या में से एक है तो डर्मटालजिस्ट के पास ही जाना सही रहेगा.

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