सवाल-

मेरी उम्र 38 साल है. दिल फेल होने के कारण हाल ही में मेरा हार्ट ट्रांसप्लांट हुआ है. मुझे डर है कि कहीं मुझे फिर से यह समस्या न हो जाए. इस से बचाव का तरीका बताएं?

जवाब-

हार्ट फेल्योर या दिल का फेल होना एक ऐसी समस्या है जो हमारी जीवनशैली की आदतों पर निर्भर करती है. इस से बचाव का एकमात्र तरीका स्वस्थ जीवनशैली और सही आहार है. हालांकि आप को तनाव लेने की जरूरत नहीं है, क्योंकि सर्जरी के बाद आप को समयसमय पर जांच कराने की सलाह दी गई होगी. इस से बचाव के लिए रोजाना ऐक्सरसाइज करें, योगा करें, सही आहार लें, तेलमसाले वाले खाने से दूर रहें, सुबह की सुनहरी धूप लें, खाने के बाद आधा घंटा टहलें, 2-3 लिटर पानी का सेवन करें. आप की ये आदतें आप को दिल की बीमारियों के साथसाथ आप के बाकी समग्र स्वास्थ्य को भी बेहतर रखने में मदद करेंगी.

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वो दौर गया जब सिर्फ 50 साल की उम्र के ही लोगों को हार्ट अटैक का खतरा होता था. आज की बदलती जीवनशैली के चलते अब 30 के उम्र के लोग भी इस खतरनाक बीमारी की चपेट में आने लगे हैं. जी हां, 30 से 40 उम्र के लोगों को दिल संबंधी बीमारियां होने लगी है. इन रोगों का कारण सिर्फ तनाव है और इससे मुक्ति पाने के लिए ये लोग धूम्रपान, नींद की दवाएं, शराब का सेवन करते हैं. जो उन्हें दिल की बीमारी की तरफ ले जा रही है. आपको ये बीमारी ना हो और आप इससे खुद को बचाने के लिए पहले से ही सतर्क रहें, इसीलिए हम आपको दिल की बीमारी के शुरुआती लक्षण बता रहे हैं जिन्हें समय से पहले जानकर गंभीर दिल की बीमारियों से बचा जा सकता है.

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