सवाल-

मैं 55 वर्षीय पुरुष हूं, मेरी पत्नी सुषमा मुझ से उम्र में 3 साल बड़ी है.  हमारी लवमैरिज हुई थी. शादी के इतने साल बहुत खुशी से बीते, परंतु अब पत्नी अपना सारा समय बच्चों व पोतेपोतियों को देती है. रात को भी पोतेपोतियों के कमरे में सोती है. मैं उसे कुछ बोलता हूं तो लड़ पड़ती है. मुझे कुछ सुझाव दीजिए.

जवाब-

इस उम्र में अकसर ऐसा होता ही है. व्यक्ति का रुझान अपने जीवनसाथी से हट कर अपने पोतेपोतियों की तरफ बढ़ जाता है. इस स्थिति में तो यही हो सकता है कि आप अपनी पत्नी से अपने दिल की बात कहें. यदि वह लड़ने लगे तो आप भी लड़ें और अपनी व्यथा उस से कहें. हर पल को जीने की कोशिश करिए. वह पोतेपोतियों के साथ अधिक रहती है तो आप भी उस तरफ बढि़ए. वह कहानियां सुनाए तो आप भी सुनिए और सुनाइए. जिंदगी आखिर ऐसे ही तो चलती है. सुबह साथ टहलने जाइए, गपशप करिए, बच्चे घर पर न हों तो दूरियों को नजदिकियों में बदलिए.

ये भी पढ़ें

कुछ दिनों से आलोक कुछ बदलेबदले से नजर आ रहे हैं. वे पहले से ज्यादा खुश रहने लगे हैं. आजकल उन की सक्रियता देख कर युवक दंग रह जाते हैं. असल में उन के घर में एक नन्ही सी खुशी आई है. वे पिता बन गए हैं. 52 साल की उम्र में एक बार फिर पिता बनने का एहसास उन को हर पल रोमांचित किए रखता है. इस खुशी को चारचांद लगाती हैं उन की 38 वर्षीय पत्नी सुदर्शना. सुदर्शना की हालांकि यह पहली संतान है लेकिन आलोक की यह तीसरी है.

आगे की कहानी पढ़ने के लिए सब्सक्राइब करें

डिजिटल

(1 साल)
USD10
 
सब्सक्राइब करें

डिजिटल + 24 प्रिंट मैगजीन

(1 साल)
USD79
 
सब्सक्राइब करें
और कहानियां पढ़ने के लिए क्लिक करें...