सवाल-

मेरी उम्र 38 साल है. कुछ दिनों  से मेरे दाएं घुटने में दर्द हो रहा है. सूजन भी हो गई है. कृपया इस के होने का कारण और समाधान बताएं?

जवाब-

इस का कारण चोट, गठिया या कोई अन्य कारण जैसेकि बेकर्स सिस्ट हो सकता है. बेकर्स सिस्ट सीनोवियल द्रव से भरी एक नर्म गांठ है, जो घुटनों के पीछे की ओर विकसित हो जाती है. इसे पोप्लिटीयल सिस्ट के नाम से जाना जाता है. गांठ दर्ददायक होती है. इस के आसपास सूजन आ जाती है. ऐसे में घुटने को मोड़ना मुश्किल हो जाता है.

यदि असल समस्या यही है तो लापरवाही दिखाना आप पर भारी पड़ सकता है. इसलिए जल्द से जल्द इस की जांच कराएं. समस्या हलकी होगी तो यह खुद ठीक हो जाएगी और डाक्टर आप को केवल आराम और हलकी दवाइयों की सलाह देगा. समस्या गंभीर होने पर आप को अन्य विकल्पों की सलाह दी जाएगी.

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डॉक्टर अतुल मिश्रा, फोर्टिस अस्पताल, नोएडा

कोविड-19 के कारण लगे लॉकडाउन के दौरान गठिया के मरीजों की संख्या में वृद्धि हुई है. सामान्य दिनों की तुलना में लॉकडाउन के दौरान महिलाओं को घुटने के दर्द से अधिक समस्या हुई है.

घुटनों और जोड़ों के दर्द के कारण उन्हें चलनेफिरने और खासतौर पर सीढ़ियां चढ़ने में दिक्कत होती है. घुटनों में दर्द का मुख्य कारण गठिया है और इसके लिए उठनेबैठने का तौर तरीका भी काफी हद तक जिम्मेदार है. नियमित जीवन में छोटीछोटी चीजें घुटने का दर्द दे सकती हैं.

भारत के लोगों में घुटने मोड़ कर और पालथी मार कर बैठने की अक्सर आदत होती है. सामूहिक भोजन करना हो, घर के कामकाज करने हो या आपस में बातें करनी हों-इन सभी कामों में महिलाएं घुटने मोड़ कर ही बैठती है. यहां तक कि भारतीय शैली के शौचालय में भी घुटने के बल बैठना पड़ता है. बैठने की यह शैली हमारी आदतों में शुमार हो गई है और इस आदत के कारण यहां लोग कुर्सी, सोफे या पलंग पर भी घुटने मोड़ कर बैठना पसंद करते हैं. बैठने के इस तरीके में घुटने पर दबाव पड़ता है जिससे कम उम्र में ही घुटने खराब होने की आशंका बढ़ती है. हालांकि इस के असर तुरंत नहीं दिखते लेकिन उम्र बढ़ जाने पर घुटने की समस्या हो जाती है.”

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