पत्नी हो तो उत्तर प्रदेश के पूर्व विधायक कुलदीप सेंगर जैसे की जो पति के रेप कांड में पकड़े जाने और जेल जाने के बावजूद न केवल पति के प्रति समॢथत है, उस की पार्टी के प्रती भी. भारतीय जनता पार्टी ने उस व्यकित की पत्नी को पार्टी को पंचायत चुनावों के लिए टिकट दिया था जिस पर एक से बढ़ कर गंभीर आरोप लगे थे और जिन में रेप का आरोप भी था और अदालतों ने सजा सुना दी.

यह भी मानना पड़ेगा कि भारतीय जनता पार्टी अपने को वास्तव में वैसा अमृत मानती है जो हर पाप से मुक्ति दिला दे. कुलदीप सेंगर को कुकर्मों के लिए सजा देने की जगह पार्टी उस की पत्नी को टिकट दे कर यह साबित कर रही है कि रेप, हत्या जैसी चीजें बड़ी बात नहीं है अगर व्यक्ति भाजपा में है. पार्टी यह भी कहती है कि एक पत्नी को अपने कुख्यात पति के प्रति निष्ठावान भी रहना चाहिए और जन्मों के बंधन रेप हत्या जैसी छोटी चीजों के कारण तोड़ा नहीं जा सकता.

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दरअसल पार्टी मानती है कि जो धर्म की शरण में आ जाता है चाहे वह विभीषण हो या सुग्रीव अपना हो जाता है, उस के सारे पाप धुल जाते हैं. कुंती और द्रोपदी के पाप कृष्ण के निकट आने से धुल गए थे न. कुलदीप सेंगर को देश की अदालतों ने गुनाहगार माना है, न पार्टी ने न पत्नी ने.

कुलदीप सेंगर से उन्नाव के सांसद साक्षी महाराज भी जेल में मिलने गए थे और यह बता आए थे कि सुखी रहें, शीघ्र मुक्ति मिल जाएगी. वे कोई दलित या कांग्रेसी या वामपंथी या लालू यादव थोड़े ही हैं कि सदा जेल में रहेंगे.

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