एक सफल व्यक्ति के पिता की उस के विवाह के चंद दिनों बाद 20वीं मंजिल से गिर जाने से हो जाए तो एक गंभीर सदमे वाली बात है. ओसो होटल सेवा देने वाली कंपनी के फाउंडर रितेश अग्रवाल 65 वर्षीय रमेश प्रसाद अग्रवाल दिल्ली के पास गुडग़ांव में क्रैस्ट सोसायटी में 20वीं मंजिल से गिरने पर मृत पाए गए. यह सदमा अच्छेअच्छे परिवार को हिला सकता है. बीमारी या दुर्घटना की मौत को अपने हाथ में न होने का बहाना कहा जा सकता है पर 20वीं मंजिल से सुरक्षित ग्रिलों वाली सोसायटी में से किसी का अनायास गिर जाना एक आसान बात नहीं. लोग दोपहर के 1 बजे हवा लेने के लिए बालकौनी में नहीं आते. आमतौर पर इन भव्य महंगे अपार्टमैंटो की बालकानियों में कपड़े भी नहीं सूखते नजर आएंगे उन के लिए अलग ड्राई एरिया बनाया जाता है ताकि सोसायटी की भव्यता खराब न हो.

मौत का कारण चाहे कोई भी हो, बचे लोगों पर यह काला साया वर्षों तक रहेगा इन में शक नहीं. एक साधारण सामान्य परिवार से आए रितेश अग्रवाल ने असमान्य मौत शायद पहले कभी देखी भी न हो. इस के लिए इस समस्या से जूझना आसान नहीं है. यह एक सबक हर युवा के लिए कि उसे मातापिता के साथ अपने हर संबंध का हर एक्शन का ख्याल रखना होगा और कुछ भी अचानक घट सकता है. यह संभव है. रितेश नरेंद्र मोदी को विवाह अवसर पर आमंत्रित करने गया था.

यह बात स्पष्ट करती है कि उस के जान पहचान वाले अच्छे रुतबे के हैं और इन जैसों को अपने हर कदम को सावधानी से उठाना होता है. कोर्ई भी अचानक आया मोड़ आम लोग किस निगाह से लेंगे कहा नहीं जा सकता. घर में हुई एक भी आसमयिक मौत बहुत से दिलों में खालीपन, दर्द, अपराध भाव और संदेह छोड़ जाता है. जीवन में सफलता निजी संबंधी की अचानक मौत में सामने निरर्थक सी लगने लगती है. रमेश प्रसाद अग्रवाल ने अपनी जान क्यों खोई, इस का सही व पूरा जवाब कभी सामने नहीं आएगा पर सवाल हमेशा मंडराता रहेगा.

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