कहानी के बाकी भाग पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें

निशानिका ठीक उस के पीछे खडी थी. निशानिका की मानसिक हालत यह थी कि वह खुद नहीं जानती थी कि कब वह बक्से से उठ कर, पीतल की मूर्ति ले कर जेवन के पीछे आ खड़ी हुई है. जैसे ही जेवन ने पलट कर उसे देखा, निशानिका को पता ही नहीं चला कि कब उस का मूर्ति वाला हाथ जोर से घूम गया. उस ने पीतल की मूर्ति से जोर से जेवन के सिर पर प्रहार किया. जेवन के सिर पर घाव हो गया, खून बहने लगा और वह बेहोश हो कर वहीं गिर पड़ा.

वेकाश ने अपने बजते मोबाइल पर अपनी पत्नी का नंबर देखा और तुरंत फोन अटैंड किया. उस ने चिंतित स्वर में पूछा, ‘‘अस्पताल से खबर आई है क्या?’’

मगर दूसरे छोर पर पत्नी के बिलखते अस्पष्ट शब्दों से उस की सिट्टीपिट्टी गुम हो गई. अपना काम छोड़ वह दौड़ाभागा अपनी पत्नी की गिफ्ट शौप पर पहुंचा. निशानिका को बहोश पा कर उस ने उसे झकझोरा जैसी गहरी निद्रा से उसे उठाने की चेष्टा कर रहा हो.

एक ही सांस में बड़बड़ाते हुए निशानिका ने किस्सा बयान कर दिया. वेकाश

अविश्वसनीय मुद्रा में बस सुनता रह गया. जब थोड़ी देर बाद उस की स्थिति स्थिर हुई, तो उस ने निशानिका की बांहें कस कर पकड़ उस से पूछा, ‘‘अभी वह कहां है?’’

निशानिका ने अंदर वाले कमरे की ओर इशारा किया.

वेकाश ने अंदर वाले कमरे का दरवाजा खोले. अंदर का नजारा देख कर वह स्तब्ध रह गया. निशानिका ने जेवन के हाथपांव अच्छे से रस्सी से बांध दिए थे. उस के मुंह पर एक बड़ा कपड़ा बांध दिया था ताकि वह चिल्ला न सके. वेकाश ने निरिक्षण किया. जेवन की सांसें अभी भी सुचारु रूप से चल रही थीं. किंतु वह बेहोश पड़ा था. सिर पर गहरी चोट थी. उस की पत्नी ने जो भी किया, क्या वह सही था? अपने आवेग को क्यों वह नियंत्रण में न रख सकी? अपनी पत्नी की इस अप्रत्याशित हरकत से उसे बड़ी निराशा हुई. क्या निशानिका को यह दिखाना महत्त्वपूर्ण था कि वह उस की इस हरकत से कितना निराश था या फिर उलटे उस की मानसिक दशा के चलते उस की सराहना करे और उस से कहे कि जो कुछ उस ने किया वह ठीक था. इस वक्त अपनी पत्नी की सराहना करना तो बिलकुल गलत होगा, लेकिन उस की नाजुक दशा के मद्देनजर डांटफटकार से विपरीत ही असर होगा और फिर न जाने क्या हो जाए.

आगे की कहानी पढ़ने के लिए सब्सक्राइब करें

डिजिटल

(1 साल)
USD10
 
सब्सक्राइब करें

डिजिटल + 24 प्रिंट मैगजीन

(1 साल)
USD79
 
सब्सक्राइब करें
और कहानियां पढ़ने के लिए क्लिक करें...