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लेखक- जितेंद्र मोहन भटनागर

नितिनने अपना ब्रीफकेस उठाया और पीछे वेटिंग बैंच पर बैठी अनिला की तरफ हाथ वेव करता हुआ तेजी से एअरपोर्ट के ऐक्जिट गेट की तरफ बढ़ गया.

सैल्फ सर्विस ट्रौली पर अपने दोनों सूटकेस और हैंड बैग लिए जब अनिला के साथ तान्या बाहर निकली तो सफेद ड्रैस में ड्राइवर गोपाल उन्हें रिसीव करने खड़ा था.

गोपाल ने लपक कर तान्या के हाथ से ट्रौली ले ली और कार पार्किंग की तरफ बढ़ गया. अपनेअपने पर्स कंधे पर लटकाए दोनों गोपाल को फौलो करते हुए पार्किंग में खड़ी कार में बैठ गईं. अनिला ने मास्क निकाल कर पर्स में रख लिया था. उन्हें मास्क पहनने में घुटन सी हो रही थी.

एअरपोर्ट से बाहर निकल कर नवी मुंबई के पलवल एरिया की पौश लोकैलिटी में बने खूबसूरत प्राइवेट बंगलौ की तरफ जाने वाली सड़क पर नीली हौंडा सिटी कार ने मुड़ कर जैसे ही गति पकड़ी, तान्या ने पूछा, ‘‘गोपाल, सुना है कि कोरोना वायरस महाराष्ट्र में तेजी से फैल रहा है. हमारे एरिया की पोजीशन क्या है?’’

आप की हाउसिंग सोसाइटी में तो अभी कोई केस नहीं निकला है पर हां आसपास की दूसरी सोसाइटियों में केसेज हैं.

‘‘मैडम आप तो जानती ही हैं कि मेरा परिवार धारावी क्षेत्र में रहता है वहां कोरोना ने कहर बरपा रखा है. उसे कंटेनमैंट जोन घोषित कर दिया गया है. 4 डैथ भी हो चुकी हैं.

‘‘मेरे बड़े भाई और भाभी भी कोरोना पौजिटिव होने के कारण हौस्पिटल में भरती हैं. कहते हैं कि इस में मास्क पहनना, सैनिटाइजर इस्तेमाल करते रहना, दूरी बना कर रखना और कुछ भी छूने के बाद लगातार 20 सैकंड तक हाथ धोने बहुत जरूरी है.

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