उत्तर प्रदेश का जौनपुर शहर गोमती नदी के तट पर बसा हुआ है. ये शहर अपनी ऐतिहासिक और सांस्कृतिक विरासत को संजोए हुए है.  यदि आप इतिहास से लगाव रखते हैं और देश की गंगा-जमुनी तहजीब के कायल हैं तो यहां की आबोहवा खूब लुभाएगी.

चौदहवीं सदी के दौरान शर्की शासनकाल में तो जौनपुर शहर सल्तनत का स्वर्णकाल रहा. इस दौरान यहां शानदार निर्माण कार्य हुए. जिन-जिन शासकों को आप इतिहास की किताब में पढ़े होंगे, उनमें से कई प्रमुख शासकों का ताल्लुक इस शहर से रहा है.

शेरशाह सूरी की शिक्षा-दीक्षा तो यहीं के तालीमी इदारे में हुई थी. मुगल बादशाह अकबर महान ने स्वयं यहां आकर शाही पुल के निर्माण का आदेश दिया तो सिखों के नौवें धर्मगुरु गुरु तेग बहादुर सिंह की यह तपोस्थली भी यह शहर रहा है. यहां आने के बाद आप खुद पाएंगे यह विरासतों का शहर है. एक ऐतिहासिक शहर है, जहां के कण-कण में देश की संस्कृति की खुशबू घुली है.

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