बरसात का मौसम बहुत ही खुशनुमा होता है. चारों तरफ़ हरियाली और फूल खिले होते हैं.गीली मिट्टी, हरे पेड़ों, रंग-बिरंगे फूलों, ठंडी हवा और गर्म भोजन की खुशबू का आनंद लेने के लिए हर कोई इस मौसम का बेसब्री से इंतजार करता है. मानसून शुरू होने पर हमें तेज गर्मी, पसीना और कड़ी धूप से भी राहत मिलती है.

पर  कई बार ये मौसम आफत का सबब बन जाता है क्योंकि बारिश की वजह से वातावरण में नमी अधिक हो जाती है और इस मौसम में ह्यूमिडिटी बढ़ जाती है इसके कारण स्किन इंफेक्शन, एलर्जी, फंगस सहित कई तरह की समस्याएं पैदा होने लगती हैं जो आपकी स्किन के लिए नुकसानदायक हो सकती है, यही कारण है कि इस मौसम में स्किन का सही  रखरखाव जरूरी होता है. खयाल न रखने से संक्रमण, स्किन रोग वगैरह हो सकते हैं. इस मौसम में जलन, खुजली और लाल दाग जैसी समस्याएं हो सकती हैं. बारिश के मौसम में आखों में भी संक्रमण हो सकता है क्योंकि इस मौसम में वायरस और एलर्जी बहुत तेजी से फैलती है. इन सब समस्याओं से बचने के लिए हम कुछ उपाय कर सकते हैं जो बहुत ही लाभदायक हैं.

बारिश के मौसम में कई बार हम भीग जाते हैं. अधिक देर तक गीले रहने के कारण संक्रमण का खतरा हो सकता है. बारिश के मौसम में प्रयास करना चाहिए कि ज्यादा देर तक गीला न रहा जाए.

इस मौसम में आंखों का भी बहुत ख्याल रखने की सलाह दी जाती है. अगर इस मौसम में आंखों में संक्रमण हो जाए तो तुरंत दवाई लेनी चाहिए.

इस मौसम में नमी की अधिकता के कारण फंगल इंफेक्शन का खतरा बढ़ जाता है.इसमें स्किन पर रेश पड़ जाते हैं अगर फंगल इंफेक्शन हो गया है तो गलती से भी अस्ट्रॉयड क्रीम न लगाए. इन हालत में तुंरत अपने डॉक्टर से संपर्क करें. क्योंकि अस्ट्रॉयड क्रीम के उपयोग से  फंगल ठीक होने की जगह और ज्यादा बढ़ सकता है .

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मानसून के मौसम में बैक्टीरियल संक्रमण का खतरा भी बढ़ जाता है. इसके लिए स्किन की साफ सफाई बेहद ज़रूरी होती है .इस संक्रमण से बचने के लिए जरूरी है कि रोज़ स्नान किया जाए. स्नान करने से इसका खतरा कम किया जा सकता है.

बारिश के मौसम में कई स्थानों पर पानी भर जाता है, जिसके कारण कई तरह के रोग फैल जाते हैं. इसलिए अपने हाथ, पैर और चेहरे की समय-समय पर सफाई जरूरी होती है. चेहरे को धोने के लिए किसी अच्छे फेस वॉश का उपयोग  करना चाहिए जिस से स्किन को किसी प्रकार का नुकसान न हो.

बारिश के मौसम में ह्यूमिडिटी बढ़ने से स्किन की अंदरूनी परत रूखी हो जाती है. इससे स्किन डैमेज होने लगती है. इससे बचने के लिए हमेशा मॉश्चराइजर का इस्तेमाल करें  .

हमेशा नॉन-एल्कोहलिक उत्पादों का उपयोग करे .मानसून में नमी के कारण स्किन तैलीय हो जाती है. इस मौसम में नॉन-एल्कोहलिक उत्पादों का उपयोग करने से स्किन टोन होती है और पीएच भी बैलेंस रहता है. और इस से चेहरे पर चमक भी आती है.

बारिश के मौसम में स्किन चिपचिपी हो जाती है. चेहरे पर स्क्रब लगाकर रोज अपनी स्किन को एक्सफोलिएट करें. इससे डेड स्किन सेल बाहर निकल आती है और आपके चेहरे की सुंदरता बनी रहती है.

पूरे दिन पर्याप्त मात्रा में पानी पीने से स्किन हाइड्रेट होती है और चेहरा खिला रहता है. मानसून में ह्यूमिडिटी के कारण अधिक पसीना होता है. इसके कारण स्किन सुस्त पड़ जाती है. पानी स्किन को तरोताजा रखने में मदद करता है.

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बारिश में स्किन से जुड़ी समस्याएं बढ़ जाती हैं. इसलिए इस मौसम में ऑर्गेनिक और नैचुरल उत्पादों का प्रयोग करना चाहिए. ये उत्पाद स्किन के लिए लाभदायक होते हैं और चेहरे का सौंदर्य  बनाए रखते हैं.

बारिश के मौसम में घर से बाहर निकलने से पहले सनस्क्रीन का उपयोग करने से बचें. इस मौसम में अक्सर बादल छाए रहते हैं इसलिए सनस्क्रीन हानिकारक पराबैंगनी किरणों से स्किन की सुरक्षा नहीं कर पाता है.

बारिश के मौसम में चमकदार व खूबसूरत स्किन के लिए ये सभी तरीके लाभदायक है. स्किन की देखभाल के लिए इन्हें आजमाने से चेहरे का सौंदर्य बना रहता है.

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