मातापिता के द्वारा बच्चों को मारने का कारण कोई भी हो सकता है जैसे छोटामोटा नुकसान करना, चोट लगाना, भाईबहन को चोट पहुंचाना, बिना बताए बाहर जाना, शैतानियां करना, पढ़ाई न करना आदि. अगर आप भी अपने बच्चे पर हाथ उठाते हैं तो ये दुष्प्रभाव पड़ सकते हैं:

1. आत्मविश्वास में कमी 

मारमार कर आप अपने बच्चे में आत्मविश्वास की कमी कर रहे हैं विशेषकर जब उस के दोस्तों के सामने, छोटे भाईबहनों या स्कूलकालेज में, महल्ले में सब के सामने मारते हों.

2. गलत उपाधि न दें 

बच्चा अपनेआप को वैसा ही समझ लेगा जो उसे मारते या डांटते हुए कह रहे हैं. अकसर मातापिता अपने बच्चे को अपनी कुढ़न निकलते हुए वह औरों के जैसा होशियार क्यों नहीं है या शैतानियां क्यों करता है. मारते समय गुस्से में अजीबअजीब से विशेषण, उपाधियां देते रहते हैं जैसे गधा, बुद्धू, कमजोर, फिसड्डी. ऐसे में आप उसे जो बारबार कहेंगे वह वही बन जाएगा. चाहे गुस्से में आ कर ही वह ऐसा बनने के लिए सोचे.

3. भावनात्मक रूप से आहत 

बच्चा खुद को बुरा इंसान समझ सकता है. उसे पीटने से वह न सिर्फ शारीरिक रूप से, बल्कि भावनात्मक रूप से भी आहत हो सकता है. भावनात्मक रूप से बच्चे का प्रभावित होना काफी दिक्कत भरा हो सकता है. अगर पेरैंट्स बच्चे को हर गलती पर डांटते हैं तो वह खुद को एक बुरा बच्चा समझ सकता है और जब वह बड़ा होगा, तो उसे आप के और अपने लिए कोई सम्मान नहीं होगा. वह मान लेगा कि वह एक बुरा बच्चा है और यही छवि उस के साथ भावनात्मक निशान के रूप में लंबे समय तक रहेगी.

4. बढ़ती शैतानियां 

बच्चों की बढ़ती शैतानियां और उन की कुछ हरकतें मातापिता को गुस्सा करने या मारने से नहीं रोक पातीं. कभीकभी तो बच्चे इतनी शरारतें करते हैं कि पेरैंट्स को इस का हल सिर्फ और सिर्फ पिटाई ही नजर आता है, जो बिलकुल गलत है.

5. ढीठ हो जाएगा 

आप अपने बच्चे को विद्रोही भी बना सकते हैं क्योंकि 1-2 बार मारने से वह आप से डर सकता है पर बारबार मारने से उस का आप से डर खत्म हो जाएगा. कभी उसे समझ आ सकता है कि उस की उतनी गलती नहीं थी जितना आप ने उसे मारा है तो वह आप को पलट कर जवाब देगा. वह ऐसे कार्य करेगा, जिसे आप पसंद नहीं करते. वह ढीठ बन जाएगा.

6. हीनभावना से ग्रस्त 

आप के बारबार बच्चे को मारने से बच्चा हीनभावना से ग्रस्त और नैगेटिविटी से भरा हुआ या गुस्सैल बन सकता है, जिस का खमियाजा आप को जिंदगीभर भोगना पड़ सकता है क्योंकि बच्चे अपने बचपन की  सुनहरी यादों को ताउम्र याद रखते हैं तो बुरी यादों को भी वे उतनी ही शिद्दत से याद रखते हैं.

7. दूरी आ जाती है

मारने पर बच्चा आप से दूरी बना लेगा आप से अपने दिल की बात शेयर नहीं कर पाएगा क्योंकि मार कर उस के मन में आप ने डर जो बैठा दिया है. बहुत से ऐसे अभिभावकों का उदाहरण देखने को मिलता है जो अपने बच्चों को सुधारने के लिए मारते रहे थे और अब वे उन की परछाईं से भी दूर रहते हैं सिर्फ दोस्तों का कहना मानते हैं. यदि ऐसे में दोस्तों की संगत खराब हुई तो बच्चा बिगड़ जाएगा.

8. विकास में बाधक 

मारना बच्चे के विकास में बाधक भी बन सकता है. बोया पेड़ बबूल का  अनजाने ही आप ने अपने गुस्से के बीज को उस के अंदर बो दिया है. इस तरह से वह गुस्सैल बन जाएगा. वह वही सीखेगा जो आप को करते देखेगा.

9. दब्बू बन जाएगा

बारबार मारने से बच्चा दब्बू बन जाएगा.

क्या करें

छोटीमोटी गलतियों के लिए बच्चे को प्यार से समझाएं. अपने गुस्से पर काबू रखें. किसी और बात की अपनी झल्लाहट, नाकामी, थकान, चिढ़ बच्चे को मार कर न उतारें.

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