2016में मिस इंडिया प्रतिस्पर्धा में फाइनल रहीं वैष्णवी पटवर्धन तेलुगु फिल्मों में भी योगदान दे चुकी हैं. इस के अलावा कन्नड़ फिल्म ‘श्रीमंथा’ में भी अभिनय किया है. फिलहाल वैष्णवी अपनी जल्द ही रिलीज होने वाली फिल्म ‘व्हाट ए किस्मत’ को ले कर चर्चा में हैं. यह एक कौमेडी फिल्म है जो आज की जिंदगी में चल रहे हालात पर है. इस फिल्म में वैष्णवी मुख्य भूमिका निभा रही हैं.

तेलुगु और हिंदी फिल्मों में काम करने के अलावा वैष्णवी का एक यूट्यूब चैनल भी है, जिस में वे फैशन लाइफस्टाइल से संबंधित ब्लौग बनाती हैं. ‘वाट ए किस्मत’ में वैष्णवी का क्या किरदार है? इस फिल्म में उन का काम करने का अनुभव कैसा रहा? हिंदी फिल्मों में वे अपना भविष्य बतौर अभिनेत्री कैसे दिखती हैं? ऐसे ही कई दिलचस्प सवालों के जवाब दिए वैष्णवी ने खास बातचीत के दौरान:

फिल्म ‘व्हाट ए किस्मत’ से आप को कितनी उम्मीदें हैं?

उम्मीदें तो बहुत हैं क्योंकि यह एक लाइट हार्टेड कौमेडी फिल्म है, जिस में जीवन की सचाई को दिखाया गया है. खासतौर पर हालात जब खराब हों तो क्या होता है और जब हालात पलटते हैं तो क्या होता है. आशा है फिल्म दर्शकों को पसंद आएगी और मेरे जीवन में भी कुछ अच्छा हो जाए.

यह हीरो प्रधान फिल्म है. ऐसे में आप के करने लायक कितना पावरफुल रोल है?

मेरा रोल फिल्म में बहुत महत्त्वपूर्ण है. मैं फिल्म के हीरो चंदू की पत्नी आरती का किरदार निभा रही हूं. जिस के खुद के भी बहुत सारे सपने हैं, खुद का संघर्ष है, अपने पति से बहुत सारी उम्मीदें हैं, लेकिन जब उस का पति उम्मीदों पर खरा नहीं उतरता तो पतिपत्नी के बीच प्यारभरे ?ागड़ा भी हैं. इस हिसाब से मु?ो लगता है अगर फिल्म में हीरोइन न हो तो हीरो का कोई महत्त्व नहीं होता. कहने का मतलब यह है जिस तरह पतिपत्नी एकदूसरे के बगैर अधूरे हैं उसी तरह कोई भी फिल्म हीरोहीरोइन के बगैर अधूरी है. फिल्म में मेरा भी उतना ही योगदान है जितना हीरो का है.

आप की यह पहली हिंदी फिल्म है या इस से पहले भी आप ने कोई फिल्म की थी?

मैं ने इस से पहले एक फिल्म की थी जो हिंदी और पंजाबी दोनों भाषाओं में बनी थी. पूरी तरह से यह फिल्म मेरी पहली हिंदी फिल्म है और इस में मेरा काम करने का अनुभव बहुत ही अच्छा रहा. शूटिंग के आखिरी दिन हम सभी बहुत दुखी हो गए थे यह सोच कर कि हमारा साथ यहीं तक था. फिल्म की पूरी यूनिट डाइरैक्टर, ऐक्टर्स सभी ने मु?ो बहुत इज्जत दी.

अपने हिंदी फिल्म के अलावा तेलुगु फिल्म में भी काम किया है. सुना है वहां हीरोइन को कमतर आंका जाता है क्योंकि तेलुगु फिल्में ज्यादातर हीरो प्रधान होती हैं. इस बारे में आप का क्या कहना है?

हां, मैं ने भी काफी इस तरह की बातें सुनी थीं कि तेलुगु इंडस्ट्री में हीरो को ज्यादा महत्त्व दिया जाता है. लेकिन मेरे साथ ऐसा कुछ नहीं हुआ. मैं ने जो तेलुगु फिल्म की उस में मु?ो अच्छा रिस्पौंस मिला फिल्म भी अच्छी चल रही है. फिल्म का नाम ‘साधा नानू नाडिपे’ है. इस फिल्म में काम करने के दौरान मेरा अनुभव काफी अच्छा रहा.

अभिनय के अलावा आप फैशन और लाइफस्टाइल में भी दिलचस्पी रखती हैं जिस के चलते आप का एक यूट्यूब चैनल भी है. उसे बारे में कुछ बताएंगे?

हां, मेरी कालेज के समय से ही फैशन, मेकअप, और लाइफस्टाइल से संबंधित चीजों में बहुत दिलचस्पी थी और मिस इंडिया प्रतियोगिता में भाग लेने के दौरान मैं ने काफी कुछ सीखा भी था. लिहाजा 2016 में मिस इंडिया प्रतिस्पर्धा में फाइनलिस्ट होने के बाद मैं ने वैष्णवी पटवर्धन के नाम से अपना यूट्यूब चैनल शुरू किया, जिस में मैं ने फैशन मेकअप और लाइफस्टाइल से रिलेटेड बहुत सारे ब्लौग बनाएं. फिलहाल मेरे 10 हजार फौलोअर्स हैं. मैं खुश हूं कि मु?ो अभिनय और चैनल दोनों में दर्शकों का पूरी सपोर्ट मिली है.

‘व्हाट ए किस्मत’ की आरती और आप में कितनी समानताएं हैं?

आरती और मु?ा में काफी समानताएं हैं जैसे हम दोनों ही आत्मनिर्भर हैं, अपने हिसाब से जिंदगी जीना पसंद करते हैं. इस के अलावा आरती की जिंदगी में जो संघर्ष है मैं ने भी वह संघर्ष तय किया है इस मुकाम तक पहुंचाने के लिए. हम दोनों ही मेहनती हैं और कभी न हार मानने वाले शख्स हैं.

आजकल तेलुगु इंडस्ट्री से कई सारे कलाकार हिंदी इंडस्ट्री में काम करने आ रहे हैं. आप ने भी तेलुगू इंडस्ट्री में काम किया है तो क्या अब आप भी हिंदी फिल्म इंडस्ट्री में खुद को आजमाना चाहेंगी?

मेरा मानना है तेलुगु हो या हिंदी इंडस्ट्री अभिनय की कोई भाषा नहीं होती. मु?ो जहां भी अच्छा काम करने का मौका मिलेगा वहां मैं अभिनय करना चाहूंगी.

आज छोटा परदा छोटा नहीं रहा. छोटा परदा अर्थात टीवी से कई छोटेबड़े कलाकारों को प्रसिद्धि मिल रही है. खासतौर पर कलर्स चैनल के रिएलिटी शो ‘बिग बौस’ के जरीए कई कलाकारों को नाम, पैसा और शोहरत मिली है.

अगर आप को बिग बौस में जाने का औफर मिला तो क्या आप जाना पसंद करेंगी?

सच कहूं तो मैं ने इस बारे में कभी सोचा ही नहीं. लेकिन मैं इस बात से भी पूरी तरह सहमत हूं कि छोटा परदा बड़े परदे से कहीं ज्यादा पावरफुल है क्योंकि छोटा परदा तब से प्रसिद्ध है जब मैं खुद छोटी सी थी. इस की पहुंच छोटेछोटे गांवों तक है. ऐसे में अगर मु?ो बिग बौस का औफर मिला तो मैं जरूर जाना चाहूंगी. आप अपनी फिल्म ‘व्हाट ए किस्मत’ के नाम के मुताबिक किस्मत पर ज्यादा भरोसा करती हैं या मेहनत पर? अगर आप तकदीर पर भरोसा कर के हाथ पर हाथ धरे बैठ गए मेहनत नहीं की तो किस्मत भी साथ नहीं देगी. अगर मेहनत करते रहें तो एक न एक दिन सफलता जरूर मिलती है.

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