अकसर युवाओं के चेहरों पर धूलमिट्टी, स्ट्रैस और हारमोनल बदलाव के कारण पिंपल्स हो जाते हैं जोकि त्वचा के रोमछिद्र बंद हो जाने के कारण होते हैं. मुंहासे या फुंसियां त्वचा की परतों के अंदर गहराई तक घुस जाती हैं. इन के फट जाने के बाद कोलोजन उत्पादन ट्रिगर होता है, जिस के कारण मुंहासे त्वचा पर निशान छोड़ देते हैं, जिन्हें ऐक्ने स्कार भी कहा जाता है.

ब्रेकआउट के बाद चेहरे पर पड़ने वाले स्कार से निबटना भी एक बड़ी समस्या बन जाती है. गहरे काले रंग के दाग की तरह दिखने वाले ऐक्ने स्कार लड़कियों को अकसर परेशान करते हैं.

ये निशान कई महीनों तक बने रह सकते हैं. सामान्यतया कई प्रकार के मुंहासों के निशान अपनेआप दूर नहीं होते. ऐसे में हमें कई तरह के कौस्मैटिक प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल करना पड़ता है. ऐक्ने स्कार्स को मिटाने के लिए निम्न स्कार रिमूवर्स का इस्तेमाल किया जा सकता है:

ग्लाइकोलिक ऐसिड

ग्लाइकोलिक ऐसिड एक प्रकार का अल्फा हाइड्रौक्सी ऐसिड (एएचए) है जोकि खाद्यपदार्थों में भी पाया जाता है. ग्लाइकोलिक ऐसिड त्वचा की मृत कोशिकाओं की ऊपरी परत को हटाने का काम करता है.

ग्लाइकोलिक ऐसिड का इस्तेमाल मुंहासे, चेहरे पर काले धब्बे और मुंहासों के निशान मिटाने के लिए किया जाता है. इस का इस्तेमाल कई दैनिक फेस क्लींजर, सीरम या स्पौट ट्रीटमैंट क्रीम में भी शामिल किया जाता है. अधिकतर पील औफ मास्क में भी ग्लाइकोलिक एसिड उपलब्ध होता है. स्कार्स दूर करने के लिए आप इस का इस्तेमाल कर सकती हैं. यह कुछ हद तक आप को राहत दे सकता है.

सैलिसिलिक ऐसिड

सैलिसिलिक ऐसिड एक शक्तिशाली ऐक्सफौलिएंट है जो मुंहासों के निशानों को हटाने में मदद करता है. इस का इस्तेमाल मृत कोशिकाओं के बीच के बौंड को तोड़ता है और उन्हें त्वचा से हटाता है, जिस से नई कोशिकाएं ऐक्सपोज होती हैं. ऐक्सफौलिएशन स्किन पोर्स को बंद होने से रोके रखता है जिस से मुंहासे होते हैं. इस का इस्तेमाल औयली स्किन पर विशेष रूप से फायदेमंद है.

मुंहासों के निशानों के इलाज के लिए सैलिसिलिक ऐसिड सब से अच्छे पीलिंग वाले एजेंटों में से एक है. यह सूजन और लालिमा को कम कर के और बंद त्वचा छिद्रों को खोल कर मुंहासों को कम करने का काम भी करता है. इस के इस्तेमाल से डल कोशिकाएं नर्म और ढीली हो कर गिर जाती हैं जिस से दाग हलके हो जाते हैं.

लैक्टिक ऐसिड

लैक्टिक ऐसिड एक अल्फा हाइड्रौक्सी ऐसिड है जिस के इस्तेमाल से कठोर कोशिकाएं सैपरेट हो जाती हैं जो पपड़ी का कारण बनता है.

ऐसा एएचए के संपर्क में आने और मृत कोशिकाओं की सब से बाहरी परत के खिसकने के कारण होता है. इस प्रकार त्वचा की बनावट में सुधार होता है और सतह साफ हो जाती है. यह स्किन पर ऐक्सफौलिएटर की तरह काम करता है.

यह डैड स्किन को हटा कर स्किन से जुड़ी समस्याओं से छुटकारा दिलाता है. बेदाग और कोमल त्वचा के लिए आप इस स्किन केयर ऐसिड को आजमा सकती हैं. यह चेहरे के दागधब्बे दूर करने में भी कारगर साबित होता है.

स्किन ऐक्सपर्ट विटामिन सी के इस्तेमाल की भी सलाह देते हैं. ऐसा भी देखा गया है कि एसपीएफ का इस्तेमाल पुराने ऐक्ने स्कार्स को हलका करने में भी मदद करता है.

सावधानी

ये सभी तत्त्व सैल टर्नओवर को बढ़ावा देते हैं जिस से आप की त्वचा सनबर्न के प्रति अधिक संवेदनशील हो जाती है. इन का उपयोग करते समय हमेशा सनस्क्रीन एसपीएफ 30 का इस्तेमाल करें और स्किन ेलर्जीज का भी ध्यान रखें.

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