Plane Crash : 12 जून को अहमदाबाद से लंदन के गैटविक एयरपोर्ट के लिए एयर इंडिया का विमान उड़ान भरने वाला था. इस विमान में 242 लोग शामिल थे, जिसमें 230 पैसेंजर्स थे. कोई अपने परिवार के साथ बकरीद मनाने आया था, तो कोई शादी के बाद लंदन अपने पति के पास घर बसाने जा रहा थी.
इन्हीं पैसेंजर्स में एक मासूम सी लड़की भी शामिल थी, जो अपने रिक्शा चलाने वाले पापा के सपनों को पूरा करने के लिए लंदन जा रही थी. नाम था पायल खटिक.
पायल, सुरेश भाई खटिक की वो बेटी थी जिससे उसके परिवार को बहुत सारी उम्मीदें थी. वह बचपन से पढ़ने में होशियार थी शायद यही वजह थी कि अपनी आर्थिक स्थिति कमजोर होने के बावजूद उसके पापा ने उसकी पढ़ाई जारी रखी. पायल के पिता सुरेश भाई खटिक लोड रिक्शा चलाते हैं.
लंदन पढ़ने जा रही थी पायल खटिक
गुजरात के हिम्मत नगर के इस परिवार की यह होनहार बेटी बचपन से ही हर परीक्षा में टॉप करती रही थी. अब पायल को लंदन की एक बड़ी यूनिवर्सिटी में एडमिशन मिला था इसलिए वह अहमदाबाद से लंदन जाने वाली विमान में ढेरों सपने लिए बैठी थी, जो उसके साथ ही इस जहां से चले गए.
दरअसल, यह विमान उड़ान भरने के 32 सेकंड्स बाद ही आसमान से जमीन पर आ गिरा (plane crash) और धू धू कर जलने लगा और देखते ही देखते एक पिता और बेटी के सपना खाक हो गया.
पहली और आखिरी उड़ान
12 जून की दोपहर 1.39 बजे उड़ान भरने के बाद ही Plane Crash हो गया जो पहले मेघानी नगर में बीजे मेडिकल कॉलेज की मेस की बिल्डिंग से टकराया, इसके बाद अतुल्यम होस्टल से टकराया, जिसके बाद तुरंत चीख पुकार मच गई.
जैसा कि मीडिया रिपोर्ट्स में आया कि इस दुर्घटना में प्लेन में मौजूद 242 में से 241 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई .
अधूरे रह गए ख्वाब
पायल एक लोड रिक्शेवाले की बेटी थी, पहली बार प्लेन में बैठी थी. उसे महसूस हो रहा होगा कि अब उसके और उसके परिवार के दुखों के दिन दूर होने वाले हैं. उसे लगा होगा कि जब वह लंदन से लौट कर आएगी, तो मोहल्ले वाले को उस पर गर्व होगा.
उसे अच्छी नौकरी करता देख दूसरे गरीब मातापिता भी उसके पेरेंट्स की तरह बेटियों की स्टडी पर ध्यान देंगे, लेकिन किसे पता था कि एयर इंडिया की एआई 171 फ्लाइट के साथ ही पायल खटिक के सपने क्रैश हो जाएंगे. इस प्लेन में सवार 242 लोगों में से 241 मारे गए.