Dark Lips: कौरपोरेट सैक्टर में काम करने वाली खूबसूरत निशा के होंठ हमेशा काले रहते हैं, जिस से निशा को हमेशा पिंक कलर की लिपस्टिक या लिपबाम लगाने पड़ते थे, क्योंकि निशा के दोस्तों को लगता था कि वह धूम्रपान करती है, जबकि निशा को किसी प्रकार के नशे की लत नहीं थी.
निशा ने कई घरेलू नुसखे अपनाए. फिर एक दिन वह किसी फ्रैंड की सलाह पर कौस्मेटिक्स सर्जन के पास गई और लिप लाइटनिंग लेजर ट्रीटमैंट करवाई. आज उसे गुलाबी होंठ पाने के लिए अधिक मेहनत नहीं करनी पड़ती. उस के होंठ प्राकृतिक रूप से गुलाबी दिखते हैं. वह इस मेकओवर से काफी खुश है.
क्या है लिप लाइटनिंग लेजर ट्रीटमैंट
असल में लिप लाइटनिंग लेजर ट्रीटमैंट एक कौस्मेटिक प्रक्रिया है, जिस में लेजर तकनीक का उपयोग कर के होंठों का रंग हलका किया जाता है. इस का उद्देश्य पिगमैंटेशन को कम करना और होंठों के प्राकृतिक गुलाबी या गुलाबी रंग को निखारना होता है, लेकिन यह लास्ट औप्शन होता है, मगर इस से पहले होंठ काले होने की वजह के बारे में जानना बहुत जरूरी है.
इस बारे में मुंबई की कोकिलाबेन धीरुबाई अंबानी के प्लास्टिक सर्जन डा. काजी गजवान अहमद कहते हैं कि गुलाबी होंठों की सुंदरता को हर लड़की पसंद करती है. होंठों का कालापन कई वजहों से होता है :
-प्रदूषण.
-सूर्य की हानिकारक किरणें.
-डिहाइड्रेशन.
-विटामिन बी12 या आयरन की कमी.
-जैनेटिक हार्मोनल बदलाव.
-धूम्रपान.
-कुछ दवाओं का सेवन आदि.
इस के अलावा, ऐलर्जी, सस्ती कौस्मेटिक उत्पादों के उपयोग से भी होंठ काले पङ सकते हैं. घरेलू नुसखे से इसे कम नहीं किया जा सकता है.
लाइफस्टाइल है जिम्मेदार
अधिकतर लड़कियां आउटडोर जौब या शूटिंग का काम करती हैं, तो उन का सन ऐक्स्पोजर अधिक होता है, साथ ही कैफीन के शौकीन या लिप को बाइट करने की आदत वालों के होंठ काले हो सकते हैं. कुछ को हार्मोनल बदलाव की वजह से पहले गुलाबी, बाद में होंठ पर ब्लैक पैचेस आ जाते हैं.
इस के अलावा होंठों की त्वचा पतली और नाजुक होती है. इस में औयल ग्लैंड्स नहीं होते और होंठ जल्दी ड्राई हो जाते हैं और आसानी से फटने लगते हैं. कई बार आप ने देखा होगा कि ठंड के मौसम में कभीकभी ऊपरी होंठ निचले होंठ की तुलना में अधिक डार्क हो जाता है, ऐसे में ऊपरी और निचला होंठ एकजैसा नहीं दिखता. कई बार ऐसे लिप्स पर लिपस्टिक लगाना मुश्किल हो जाता है.
बदलें जीवनचर्या को
इस के आगे डाक्टर कहते हैं कि होंठों को गुलाबी बनाने के लिए लिप लाइटनिंग लेजर सर्जरी है, लेकिन पहले लाइफस्टाइल को थोड़ा बदल कर देखना पड़ता है, जिस में स्मोकिंग को अवौइड करना, हाइड्रैशन को थोड़ा बढ़ा कर इसे ठीक करने की कोशिश करनी चाहिए, ताकि प्राकृतिक रूप से इसे ठीक किया जा सके.
लिप्स के लिए मोइश्चराइजर का प्रयोग सब से अच्छा विकल्प होता है. इस के अलावा अच्छे लिपबाम, जिस में एसपीएफ 15 से 20 तक का हो, उस का प्रयोग हमेशा लिप्स पर करते रहना चाहिए, ताकि सन ऐक्सपोजर से लिप्स काले न पड़ जाएं. साथ ही कुछ मैडिकेटेड क्रीम होते हैं, जो डाक्टर की सलाह से लेना जरूरी होता है. ट्रोपिकल क्रीम से अगर लिप्स गुलाबी नहीं हुए, तो कैमिकल पीलिंग किया जाता है, इस से लिप्स की सुपरफिसियल लेयर निकल जाती है और अंदर की पिंक स्किन बाहर निकल आती है. यह प्रोसेस काफी इफैक्टिव होती है, इस का सहारा ले लेना चाहिए.
कैमिकल पील के बाद सन प्रोटेक्शन क्रीम का प्रयोग करना बहुत जरूरी होता है. नहीं तो फिर से होंठ काले पङ जाने का चांस रहता है.
लेजर सर्जरी का लें सहारा
इन सभी प्रोसेस से अगर कुछ फायदा नहीं होता है, तो लेजर सर्जरी का सहारा लेना पड़ता है. इस में लिप्स का अधिक उभरा होना, अनइवन होना या डार्क होना ठीक किए जाते हैं. लेजर सर्जरी और कैमिकल पील में थोड़ा डिसकम्फर्ट रहता है. सर्जरी से पहले सुपर फिसियल क्रीम लगा कर लिप्स को थोड़ी देर के लिए नम कर दिया जाता है, ताकि अधिक डिसकम्फर्ट न हो. यह कोई पैनफुल प्रक्रिया नहीं है और ओपीडी बेस्ड है और 2 से 3 घंटे में पूरा हो जाता है. इस के बाद इन्फैक्शन प्रिवेंट के लिए 4 से 5 दिन मैडिसीन दिया जाता है. 3 महीना सनस्क्रीन लगाना चाहिए और लिपबाम एसपीएफ वाला लगाना पड़ता है, ताकि फिर से लिप्स डार्क न हों.
डाक्टर कहते हैं कि लिप सर्जरी के बाद भी अधिक सन ऐक्सपोजर होने से फिर से लिप्स डार्क हो सकते हैं. इसलिए सावधानी बरतनी जरूरी है. आज की 20 से 40 साल की लड़कियां और लड़के सभी लिप्स के डार्कनैस को हटाने के लिए मेरे पास आते हैं. पहले केवल कलाकार ही आते थे, आम लोगों में जागरूकता नहीं थी, लेकिन आज की हर लड़की और लड़का अपने लुक को ले कर काफी जागरूक हैं और चेहरे पर आए किसी भी अनइवन को हटाना पसंद करते हैं, जो उन के पर्सनैलिटी को निखारता है. इस का खर्चा अधिक नहीं आता, ₹20 से 40 हजार के बीच में लिप लेजर सर्जरी हो जाया करती है.
न करें अनदेखा
इस सर्जरी को करवाते वक्त कुछ बातों का हमेशा ध्यान रखना आवश्यक होता है :
-जिन्हें किसी प्रकार की ऐलर्जी हो,
-ऐक्टिव इन्फैक्शन होने के चांसेस हों.
-मुंह के अंदर छाले हों, तो उसे ठीक कराने के बाद सर्जरी कराना आदि.
इस प्रकार डार्क लिप के किसी भी प्रोसेस को एक अच्छे और अनुभवी डाक्टर से कराएं, ताकि बाद में इन्फैक्शन का खतरा न हो और आप एक खूबसूरत पिंक लिप्स की हकदार बनें.
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