No Alcohol Diwali: दीवाली का त्योहार आते ही जश्न का माहौल बन जाता है, जिस की वजह से दीवाली के कुछ दिनों पहले से ही सारी तैयारियां शुरू हो जाती हैं. दीवाली शौपिंग का अलग ही माहौल होता है. हर जगह पर मौल हो या दुकान ग्राहकों से खचाखच भरी होती है क्योंकि दीवाली जगमगाहट से भरा त्योहार है तभी तो इस दिन को मनाने के लिए घर की सजावट से ले कर खुद की सजावट तक यानि घर का नया समान और खुद के लिए सुंदर आउटफिट ज्वैलरी जूते, सभी चीजों की खरीदारी होती है.

इतना ही नहीं पूरा घर रोशनी और दीयों से जगमगा उठता है. हमारी पूरी कोशिश होती है की दीवाली पर किसी चीज की कमी न हो. दीवाली यादगार साबित हो इस के लिए हम दीवाली पार्टी का भी आयोजन करते हैं. मातापिता जहां अपने दोस्तों के साथ पार्टी करने अलग जगह जाते हैं, वहीं बच्चों की अलग पार्टी होती है जिस में नाचगाना, स्वादिष्ठ खाना, मजाक व मस्ती सबकुछ होता है. यानि की दीवाली पर हम फुल दीवाली मूड में होते हैं.

दीवाली की शुरुआत तो बहुत ही शानदार होती है जिस में सारे यंग लड़केलड़कियां सजधज कर आते हैं. खूबसूरत लड़कियों के चेहरे से नजर ही नहीं हटती, जोकि दीवाली पार्टी में स्पैशल ड्रैस पहन कर खूबसूरत ज्वैलरी के साथ इठलातीबलखाती दीवाली की शान बन कर पार्टी में पहुंचती हैं.

इसी पार्टी में हैंडसम हंक कहलाने वाले लड़के ट्रैडिशनल कुरता पजामा, डिजाइनर शेरवानी या पठानी पहन कर फुल स्वैग में दीवाली पार्टी में पहुंच जाते हैं, जिस के बाद शुरू होती है दीवाली पार्टी का हंगामा, नाचगाना, फ्लोर पर थिरकते खूबसूरत चेहरे, जिस के चलते दीवाली पार्टी की शुरुआत तो बहुत ही आलीशान तरीके से होती है, लेकिन जैसेजैसे पार्टी की शाम आगे बढ़ती है शराब की बोतलें खुलनी शुरू हो जाती हैं और खुलने लगते हैं लोगों के खुलते आगाज का नया अंदाज जिस की शुरुआत जहां पर शालीनता और तहजीब के साथ हुई होती है, वहीं शराब के कुछ पैग अंदर जाते ही और नशा दिलोदिमाग पर चढ़ते ही अंदाज बदल जाता है.

दीवाली पार्टी की शुरुआत में प्यार और इज्जत से बात करने वाले वही लोग कुछ समय बाद गालीगलौच में बात करते नजर आते हैं. दीवाली पार्टी की शुरुआत में जो लड़कियां सजधज कर ऐंट्री करती हैं, वही पार्टी के अंत में बाथरूम में उलटियां करती नजर आती हैं. इतना ही नहीं ज्यादा शराब चढ़ जाने की वजह से वही सजधज कर आई लड़कियां जब पार्टी से बाहर निकलती हैं तो उन की ड्रैस कहीं होती है, तो सैंडल कहीं. कई बार तो इन लड़कियों के साथ आए उन के बौयफ्रैंड उन की सैंडल और पर्स संभालते नजर आते हैं क्योंकि उन की फ्रैंड तो ओवर शराब पी कर धुत होती हैं जिस वजह से उन को होश ही नहीं होता कि वे कहा हैं और उन के जूते व कपड़े कहा हैं.

पार्टी में शराब के गिलास से शराब जब अंदर पहुंचती है तो नकली चेहरे के पीछे जो मन में अपने ही लोगों के लिए नफरत और गुस्सा छिपा होता है, वह पीने के बाद सचाई के रूप में बाहर आने लगता है, जिस के बाद कई बार इसी पार्टी में मारपीट तक हो जाती है और दीवाली पार्टी का पूरा मजा खराब हो जाता है.

ऐसे में क्या साल का एक दिन जो कि दीवाली जैसा बड़ा त्योहार है अल्कोहल फ्री पार्टी के साथ आयोजन नहीं हो सकता?

इस बार दीवाली अल्कोहल फ्री के साथ मजा दोगुना कर के देखें

हालांकि आज के समय में बिना शराब की पार्टी थोड़ा मुश्किल सा लगता है, क्योंकि नहीं पीढ़ी के मुताबिक बिना शराब की पार्टी ओल्ड फैशन या मिडिल क्लास वालों की पार्टी मानी जाती है लेकिन अगर त्योहार के नाम पर सिर्फ एक दिन बिना शराब के पार्टी करें तो उस के कई सारे फायदे नजर आएंगे. ऐसा करना ज्यादा मुश्किल नहीं है अगर मन में ठान लें तो. अल्कोहल फ्री पार्टी में लोग आपस में दिल की बात करते नजर आएंगे, एकदूसरे से घुलतेमिलते नजर आएंगे.

शराब न पीने पर दीवाली पर बने स्वादिष्ठ मिठाइयों का ओर टैस्टी आइटम का मजा लूटते का मौका लूटते नजर आएंगे. कई सारी खूबसूरत यादें, दिल की बातें, एकदूसरे की खिंचाई, मजाकमस्ती का माहौल, दीवाली पर खेले जाने वाले गेम्स आदि सभी चीजों का मजा ले पाएंगे. अगर इस दीवाली पार्टी में शराब नहीं पी जाएगी तो बिना शराब पीए पार्टी करने पर आप खुद महसूस करेंगे कि अल्कोहल फ्री पार्टी का मजा ही कुछ और है.

शराब पीने के बाद जहां दिमाग पर हैंगओवर का बोझ चढ़ जाता है, वहीं बिना शराब पीए दीवाली मनाने पर आप को दिली सुकून जरूर मिलेगा. यकीन न हो तो इस बार दीवाली के मौके पर अल्कोहल फ्री दीवाली मना कर खुद ही अनुभव कर लें.

No Alcohol Diwali

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