हर इंसान अमीर बनना चाहता है. इसके लिए वह कड़ी मेहनत भी करता है. बावजूद इसके अधिकांश लोग सफल नहीं हो पाते. असफल होने पर ज्‍यादातर लोग अपनी किस्‍मत को कोसते नजर आते हैं. वहीं,  कुछ लोग ऐसे भी होते हैं जो बहुत कम समय में सफलता के शिखर पर पहुंच जाते हैं. ऐसे में आपके जेहन में यह सवाल उठना लाजिमी है कि धनी लोगों में ऐसा क्‍या खास है, जिसके दम पर वे बड़ा एम्पायर तैयार कर लेते हैं?

एक ही काम पर फोकस

एक लेजर बीम किसी भी कठोर चीज को कैसे काट देती है. ऐसा इसलिए होता है कि बीम अपनी पूरी क्षमता एक ही स्‍थान पर केंद्रित करती है. ऐसा कर वह कठोर से कठोर चीज को काट देती है. ठीक इसी तरह की जीवटता अमीर या सफल लोगों में होती है. वे अपनी पूरी शक्ति एक समय में एक ही काम पर लगाते हैं. वहीं, आम लोग एक वक्‍त में कई कामों को एक साथ लेकर चलते हैं. ऐसे में वे अपने लक्ष्य से भटक जाते हैं और असफल हो जाते हैं.

गोल पर फोकस

अमीर और गरीब के बीच दूसरा बड़ा अंतर गोल को लेकर संजीदा होने का होता है. अमीर लोग अपने लक्ष्‍य को लेकर हमेशा फोकस्‍ड रहते हैं. दुनिया भर के 80% अमीर लोग अपनी सफलता की वजह अपने गोल पर फोकस्‍ड होना मानते हैं. वे अपने तय किए हुए गोल को पाने के लिए कड़ी मेहनत करते हैं. उनके लिए गोल प्राप्‍त करने के लिए कोई चांस फैक्‍टर नहीं होता है.

सोचने का विस्तृत दायरा

अमीर और गरीब के बीच तीसरा सबसे बड़ा अंतर सोचने का दायरा होता है. अमीर लोग हमेशा खुल कर सोचने में विश्‍वास रखते हैं जबकि आम लोग ऐसा नहीं कर पाते हैं. ज्‍यादातर लोग अपनी जीवन को बेहतर बनाने के चक्‍कर में ही सोचते रह जाते हैं. इस कारण वह कभी भी बड़ा नहीं सोच पाते हैं.

समय का मूल्य

अमीर और गरीब के बीच समय का उपयोग करने में भी बड़ा फर्क होता है. अमीर आदमी प्रत्‍येक घंटे के अनुसार प्लान बनाकर काम करते हैं, जबकि आम लोग महीने और साल में इसकी गणना करते हैं. अमीर जब घंटे के हिसाब से सोचते हैं तो वे अपना समय सही कामों में उपयोग कर पाते हैं. दो घंटा भी किसी फालतू के काम में खराब करते हैं तो उनको इसका अहसास हो जाता है. वहीं, आम लोग के कई दिन बर्बाद हो जाए फिर भी उनको इसका पता नहीं चल पाता है.

सीखने की ललक

अमीर बनने के लिए मार्केट के अनुसार चलना बहुत जरूरी होता है. अमीर आदमी अपने अंदर हमेशा सीखने की ललक बरकरार रखता है. किसी ने कहा है कि जिसके पास जितना ज्ञान होगा वह उतना तेजी से आगे बढ़ेगा. इसलिए अमीर आदमी हमेशा कुछ न कुछ नया सीखने का प्रयास करता है. वह टीवी न देखकर किताब पढ़ना ज्‍यादा पसंद करता है.

काम के प्रति जिद्दी होना

अमीर लोग अपने काम के प्रति जिद्दी होते हैं. असफलता हाथ लगने के बावजूद वह उस पर टीके रहते हैं. यह क्रम उनके सफल होने तक चलता रहता है. कई दफा इस प्रक्रिया में अमीर लोग अपना सब कुछ दांव पर लगा देते हैं या डुबा लेते हैं. फिर भी अपने तय लक्ष्य को पाने के लिए डटे रहते हैं. यही उनके सफलता का मंत्र होता है. एक समय के बाद वे सफल हो जाते हैं.

नेटवर्किंग की समझ

अमीर लोग नेटवर्किंग के पावर को समझते हैं. वे अपने लक्ष्य के सपोर्ट करने वाले लोगों से नेटवर्किंग करते हैं. इससे उनको अपने लक्ष्य को पाने में सहुलियत मिलती है. नेटवर्किंग से अमीर आदमी और इनोवेटिव हो जाते हैं और इसका इस्‍तेमाल वे अपने काम में करते हैं. इससे उनको सफल होने में मदद मिलती है.

जैकपॉट की उम्‍मीद नहीं

आमतौर पर आम आदमी ख्यालों में जैकपॉट  मिलने की आस लगाए हुए रहता है. उसे लगाता है कि किस्‍मत साथ देगी तो वह कुछ दिनों में करोड़पति बन जाएगा. इस चक्‍कर में वह अपना कीमती वक्‍त बर्बाद करता रहता है लेकिन अमीर  बनने वाला आदमी कभी भी ऐसा नहीं सोचता है. वह सतत प्रयास कर और निरंतर पैसा कमाने पर फोकस करता है.

डेवलपमेंट को ट्रैक करता है

आम आदमी अपनी किए हुए काम को शायद ही ट्रैक करता है. वह इस बात की परवाह बहुत ही कम करता है कि उसने पीछे क्‍या पाया और खोया. वहीं, अमीर आदमी या सफल आदमी अपने काम को हमेशा खुद से ट्रैक करते रहता है. वह अपने किए हुए कामों में खामियां ढूंढता है और उसे बेहतर करने का प्रयास करता रहता है.

शब्दकोष में भाग्‍य या लक जैसे शब्‍द नहीं होते हैं

गरीब आदमी या आर्थिक रूप से कमजोर लोग अपने भाग्‍य या लक को कोसते हैं. अपनी असफलता के पीछे लक को जिम्‍मेदार मानते हैं. वहीं, अमीर आदमी के शब्दकोष में लक या भाग्‍य जैसा कोई शब्‍द नहीं होता है. वे अपने मेहनत और कर्म पर विश्वास करते हैं.

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