गर्मी आते ही भारतीय अपनी छुट्टियों की प्लानिंग में लग जाते हैं. कारण दो है एक तो तपा देने वाली गर्मी और दूसरी बच्चों के स्कूल की छुट्टियां. लेकिन घूम फिर कर हमारे दिमाग में मनाली, शिमला, कश्मीर, मसूरी आदि आते हैं. लेकिन छुट्टियां होने के कारण यहां भीड़ इतनी अधिक हो जाती है यहां पर्यटक अपनी छुट्टियों को अच्छे से एन्जॉय नहीं कर पाते हैं.
तो आज हम आपको कुछ ऐसी जगहों से रूबरू कराने जा रहे हैं जहां आपको मनाली से भी ज्यादा ठंडक का एहसास होगा और भीड़भाड़ से दूर आप अपनी छुट्टियों को और भी यादगार बना सकेंगे. तो आइये नजर डालते हैं इन जगहों पर..
द्रास
कारगिल से करीब 62 किलोमीटर दूर स्थित खूबसूरत और बेहद ठंडा शहर द्रास समुद्र तल से करीब 3280 मीटर ऊंचाई पर बसा है. इसे ‘लदाख का प्रवेश द्वार’ भी कहा जाता है. राष्ट्रीय राज मार्ग-1 पर शानदार सड़क है, जिस पर आप बेहतरीन नजारों के बीच यात्रा कर सकते हैं. यह शहर पर्यटकों के बीच अपने उबड़ खाबड़ प्राकृतिक दृश्य के लिए मशहूर है.
हेमकुंड साहिब
हेमकुंड साहिब जिसे गुरुद्वारा श्री हेमकुंड साहिब जी भी कहते हैं, सिक्खों का मुख्य तीर्थस्थल है, जो उत्तराखंड के चमोली जिले में स्थित है. यह क्षेत्र ग्लेशियर झील से घिरा हुआ है. लोगों को यहां तक पहुंचने के लिए 13 किलोमीटर की पैदल यात्रा या फिर खच्चर द्वारा यात्रा करनी होती है. ठंड के मौसम में बर्फ से ढके हुए इस क्षेत्र की सैर, गर्मी में ही की जाती है.
उत्तरी सिक्किम
सिक्किम राज्य का उत्तरी सिक्किम क्षेत्र, सबसे उंची चोटी कंचनजंगा का घर भी है. उत्तरी सिक्किम भारत के सबसे ठंडे क्षेत्रों में से एक है. यहां का तापमान कम से कम -40 डिग्री तक पहुंच जाता है. यहां की कई लोकप्रिय जगह जैसे लाचुंग मठ, जीरो पॉइंट आदि और यहां की संस्कृति पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करती हैं.
लेह
प्राचीन राज्य लद्दाख की राजधानी लेह पर्यटकों का सबसे मनपसंद पर्यटन स्थल है. लोग दूर दूर से यहां की संस्कृति और परंपरा के साथ, यहां के कई आकर्षक केंद्रों का मजा लेने आते हैं. यहां साल भर तापमान लगभग 7 डिग्री से ज्यादा नहीं होता और ठंड के समय और घटता जाता है.
पश्चिमी सिक्किम
पश्चिमी सिक्किम खासतौर पर ट्रेकर्स को अपनी ओर आकर्षित करती है. यहां के गेजिंग, पेल्लिंग और जोर्थांग नगर सबसे उंचाई पर बसे नगर हैं. अपने और अन्य आकर्षक केंद्रों के साथ इस क्षेत्र का सामान्य तापमान लगभग 13 डिग्री सेल्सीयस है.
कारगिल
हमेशा समाचारों में छाया रहने वाला, जम्मू कश्मीर में बसा कारगिल सबसे ठंडा क्षेत्र होने के लिए भी प्रसिद्ध है. सिंधु नदी के साथ ही बसे इस क्षेत्र का तापमान ठंड के मौसम में -48 डिग्री तक पहुंच जाता है. इसके पास ही सैर के लिए एक ऐतिहासिक धरोहर पाशकुम और बौद्धिक गांव मूलबेक भी स्थित है.
स्पिति
स्पिति का मतलब होता है ‘मध्य भूमि’. भारत और तिब्बत के बीच, हिमालय पर्वतों पर बसा छोटा सा क्षेत्र गर्मी के मौसम में पर्यटकों को सबसे ज्यादा राहत दिलाता है. यहां का दृश्य आपको मंत्रमुग्ध कर देगा. स्पिति अपने बौद्धिक संस्कृति के कारण भी लोकप्रिय है.
हेमिस
पहाड़ों की सैर और खूबसूरती देखने के लिए लद्दाख सभी के बीच में मशहूर है लेकिन कुछ अनजानी जगहों में से एक जम्मू और कश्मीर का यह छोटा सा कस्बा भी प्राकृतिक सौंदर्य से भरा हुआ है. यहां का तापमान भी बहुत सौम्य रहता है.बस 4 से 21 डिग्री के बीच.
अमरनाथ
अमरनाथ हिंदुओं का सबसे प्रमुख तीर्थस्थल है. लोग पहाड़ियों पर उंची उंची चढ़ाई कर जमा देने वाली ठंड में यहां स्थित प्राकृतिक लिंग के दर्शन करने आते हैं. यहां का सामान्य तापमान लगभग 7.5 डिग्री रहता है.
तवांग
अरुणांचल प्रदेश का ये छोटा सा शहर अपने रंग-बिरंगे घरों और खूबसूरत झरनों की खूबसूरती के लिए जाना जाता है. यहां की हरी-भरी वादियां मन को शांति और तन को ठंडक देने के लिए काफी हैं.