जिस पद्मावती के लुक्स और ट्रेलर को देखकर बौलीवुड स्टार्स आज तारीफ पर तारीफ कर रहे हैं. आप ये जानकर हैरान हो जाएंगे, कि उसी पद्मावती फिल्म को करने के लिए बड़े बड़े स्टार ने साफ साफ इनकार कर दिया था. संजय लीला भंसाली ने रानी पद्मावती के रोल के लिए दीपिका और अलाउद्दीन खिलजी के रोल के लिए रणवीर को तो पहले ही कास्ट कर लिया था.

लेकिन महाराजा रतन सिंह के किरदार के लिए वो इंडस्ट्री के सबसे बड़े स्टार्स को कास्ट करना चाहते थे. लेकिन बड़े बड़े स्टार्स ने रतन सिंह के रोल के लिए हामी नहीं भरी. इसकी वजह थी पद्मावती की फीमेल ओरिएंटड कहानी. विक्की कौशल का इस कैरेक्टर के लिए औडिशन भी हुआ था. लेकिन दीपिका ने विक्की कौशल को उनके अपोज़िट कास्ट करने से साफ़ मना कर दिया.

संजय लीला भंसाली के सामने बड़ी मुश्किल थी. उन्होने शाहिद कपूर को मुश्किलों से मनाया कि वो फिल्म के सेकेंड लीड बनने को तैयार हो जाएं. बताते हैं कि इसके चलते पद्मावती की कहानी में थोड़ी सी हेर फेर भी की गई.

शाहिद के सीन्स बढ़ाए गएं ताकि फीयरलेस राजपूत राजा के रोल में शाहिद कपूर से नाइंसाफी ना हो. वैसे खबरें अब तक हैं कि शाहिद कपूर और रणवीर सिंह में इस फिल्म के क्रेडिट को लेकर ठनी हुई है. एक दूसरे से ज़्यादा लाइम लाइट हासिल करने के लिए फिल्म में ही नहीं. दोनो स्टार्स की पी आर मशीनरी बाहर भी जुटी हुई है.

फिल्म में खिलजी के फर्स्ट लुक से लेकर ट्रेलर तक खिलजी को देखकर अगर आपके रौंगटे खड़े हो रहे हैं. तो आपको रणवीर सिंह की उस मेथड एक्टिंग के बारे में जानना ज़रूरी है. जो लुक्स के लिए इस्तेमाल किए गए प्रोस्थेटिक मेकअप और स्पेशल कौस्ट्यूम से कही आगे है.

अपने दोस्त के दिए तुर्कीश इत्र के साथ रणवीर घंटों तक कमरे में कैद रहते. ताकि वो अपने खिलजी रूप को महसूस कर सकें. एक बार तो ये हुआ कि अचानक वो इत्र की बोतल गुम हो गई तो रणवीर परेशान हो गए. रणवीर ने तब अपने शौट से पहले कमरे में बैठकर उस इत्र की खुश्बू के बारे में घंटों तक सोचा और महसूस किया. इतना भी आसान नहीं होता खिलजी बन जाना.

रणवीर के चेहरे पर चोटों के निशान के लिए नेशनल अवौर्ड विनर मेकअप आर्टिस्ट प्रीतिशील की टीम ने काम किया. बाजीराव मस्तानी के भी लुक्स पर इसी टीम ने काम किया था. रणवीर की आंखों का रंग बदला गया. उनके चेहरे पर चोटों के निशान बनाए गए, ताकि सुल्तान अलाउद्दीन खिलजी को देखकर ही हर किसी के जिस्म में सिरहन दौड़ जाए.

आप ये जानकर हैरान हो जाएंगे कि दीपिका के रानी पद्मावती के लुक के लिए कोई खास तैयारी नहीं की गई. बल्कि खूब रिचर्स की गई. दरअसल 1303 ईस्वी में मेकअप के नाम बहुत कुछ नहीं हुआ करता था. तब ना आई ब्रोज बनी हुई होती थी. ना ही कौस्मेटिक्स का इस्तेमाल होता था. इसके लिए सिर्फ काजल का इस्तेमाल किया गया. बहुत ही मिनिमम मेकअप के साथ दीपिका के लुक को फाइनल किया गया. बतातें है कि पद्मावती के मेकअप टेबल से दीपिका सिर्फ 10 मिनट में उठ जाती थी.

मेकअप कम हो लेकिन रानी पद्मावती के किरदार के लिए गहने कतई कम नहीं होने चाहिए. इसके लिए पूरे एक साल तक राजपूतों का इतिहास खंगाला गया. पूरानी ज्वैलेरी डिजाइन के रिफेरेंस तैयार किए गए. 500 किलो सोने के साथ रानी पद्मावती के लिए 1500 ज्वैलेरी तैयार की गई. जिसमें मांग टीका से लेकर  कंगन तक, गले के हार से लेकर, कमर बंद तक की ज्वैलेरी बनाई गई. 500 किलो की इस ज्वैलेरी को लाने ले जाने के लिए स्पेशल सिक्योरिटी और स्पेशल ट्रक्स इस्तेमाल किए गए. ताकि पद्मावती की इन ज्वैलेरीज़ को बचाया जा सके.

पद्मावती के सेट पर हादसे भी खूब हुए. महारावल रतन सिंह का किरदार निभा रहे शाहिद कपूर की एड़ियों में लगी चोट के चलते सूजन आ गई. पहले तो दर्द के बावजूद शाहिद शूटिंग करते रहे, लेकिन जब दर्द बढ़ा तो शाहिद को शूटिंग से ब्रेक लेना पड़ा.

दीपिका की भारी भरकम ज्वैलेरी ने उनकी गर्दन में ऐसी मोच ला दी कि रानी पद्मावती के किरदार के लिए वो तैयार नहीं हो पा रही थी. ऐसे में दीपिका को भी शूटिंग से ब्रेक लेना पड़ा था. इन सबमें सबसे ज़्यादा चोट रणवीर सिंह को लगी थी.

फिल्म के क्लाइमेक्स की शूटिंग करते हुए रणवीर सिंह के सिर में गहरा कट लगा. ख़ून निकलने लगा, लेकिन रणवीर शूटिंग करते रहे. शूटिंग के बाद वो हौस्पिटल गए. मरहम पट्टी कराने के बाद वे फिर से शूटिंग में लग गए.

पद्मावती को जानदार शानदार बनाने के लिए पूरे 150 कौस्ट्यूम तैयार किए गए. एक एक कौस्ट्यूम में 12 से 13 तरीके के कपड़े इस्तेमाल किए गए. डिजाइनर रिंपल और हरप्रीत नरूला ने इस कौस्ट्यूम्स के लिए पूरा हिंदुस्तान की खाक छानी. राजस्थानी और मुगलिया कौस्ट्यूम के रिफरेंस लिए और तीनों लीड कैरेक्टर्स में से हर किसी के कौस्ट्यूम्स को तैयार करने के लिए 4 से 6 महीने का वक्त लिया. तब कहीं जाकर तैयार हुई फिल्म पद्मावती.

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