द ग्रेट इंडियन कपिल शो पर पहुंचे आमिर खान, खोले कुछ राज

बौलीवुड एक्टर  आमिर खान द ग्रेट इंडियन कपिल शो पर बतौर गेस्ट शामिल हुए. शो के दौरान जब अर्चना पुरन सिंह ने आमिर से अवॉर्ड फंक्शन में शामिल ना होने के बारे में पूछा तो आमिर ने जवाब दिया कि समय बहुत कीमती है और इसे सोच-समझकर खर्च करना चाहिए.

शो पर आमिर ने कई राज खोले उन्होंने बताया कि अक्सर उनके बच्चे उनकी बात को नहीं सुनते हैं उनके कपड़ो को रिजेक्ट कर देते हैं और शो पर आने से पहले भी बच्चों ने उनके कपड़े सिलेक्ट किए थे. वो शॉर्ट्स में आ रहे थे लेकिन बच्चों ने रग्ड जींस सेलेक्ट करके दी.

 

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‘पीके’ फिल्म में आमिर के न्यूड सीन को लेकर कपिल शर्मा ने चुटकी लेते हुए कहा कि अगर पीके फिल्म में रेडियो की फ्रीकवेंसी जरा सी इधर से उधर हो जाती तो सारा ब्रॉडकास्ट वहीं हो जाता. आमिर इस बात पर जोर से हंसने लगे.

शो पर कीकू शारदा और सुनील ग्रोवर के साथ उऩ्होंने बहुत कॉमेडी की. टीजर में ऐसा लग रहा है कि आमिर ने शो के हर पल को मौज मस्ती के साथ बिताया और खूब मजे करे.

 

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शो की एक और खास बात यह थी कि कपिल और आमिर दोनों ने ब्लू रंग की जैकेट और ओवरशर्ट पहनी हुई थी. जैसे ही आमिर ने शो पर एंटर किया, पूरा हॉल तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा और सबसे अधिक खुशी कपिल के चेहरे पर झलक रही थी, वो बहुत एक्साइटिड थे. अर्चना पुरन सिंह सहित शो पर मौजूद हर शख्स ने आमिर का स्वागत स्टैंडिंग ओवोशन के साथ किया.

वर्कफ्रंट की बात करें तो आमिर इन दिनों फिल्म ‘लाहौर 1947’ के लिए शूट कर रहे हैं इस फिल्म में उनके साथ एक्ट्रेस प्रीति जिंटा भी हैं। इससे पहले इन दोनों को एक साथ फिल्म दिल चाहता है में भी देखा गया था. फिल्म की खासियत है कि इसमें सनी देओल और आमिर पहली बार साथ में काम कर रहे हैं.

19 साल की उम्र में दंगल गर्ल Suhani Bhatnagar का निधन, पैर में फ्रैक्चर के बाद हुई थी ये बीमारी

Suhani Bhatnagar: बॉलीवुड फिल्म ‘दंगल’ तो आपको याद ही होगा, जिसमें आमिर खान बेटियों के पिता बने थे. यह फिल्म साल 2016 में रिलीज हुई थी और लोगों ने इसे काफी पसंद भी किया था. फिल्म ‘दंगल’ में छोटी बबिता का किरदार निभाने वाली एक्ट्रेस यानी सुहानी भटनागर की क्यूटनेस ने दर्शकों के दिल पर राज किया था.

19 साल की उम्र में सुहानी भटनागर ने दुनिया कहा अलविदा

बॉलीवुड गलियारों से बहुत दुखद खबर आ रही है कि 19 साल की उम्र में सुहानी भटनागर की मौत हो गई है, जी हां सही पढ़ा आपने. सुहानी भटनागर अब इस दुनिया में नहीं रहीं. सोशल मीडिया पर फिल्म जगत के तमाम हस्ती से लेकर फैंस तक सभी शोक जता रहे हैं.

आमिर खान ने जताया शोक

आमिर खान प्रोडक्शन की तरफ दुख व्यक्त करते हुए एक ट्वीट किया गया है, इस ट्विट में लिखा गया ह कि हमें अपनी सुहानी के निधन के बारे में सुनकर बहुत दुख हुआ है. उनकी मां पूजा जी और पूरे परिवार के प्रति हमारी दिल से संवेदनाएं हैं. सुहानी, तुम हमेशा हमारे दिलों में सितारा बनकर रहोगी. भगवान आपकी आत्मा को शांति दें.’ आगे इस ट्विट में ये भी लिखा गया है कि इतनी प्रतिभाशाली यंग लड़की, ऐसी टीम प्लेयर सुहानी के बिना दंगल अधूरा होता.

इस वजह से हुई मौत

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, सुहानी भटनागर का किसी एक्सीडेंट में पैर फ्रैक्चर हो गया था, वो इलाज करवा रही थी, इस दौरान उन्होंने जो दवाइयां लीं, उसके रिएक्शन के कारण सुहानी के बॉडी में पानी भर गया था. जिसकी वजह से उनकी मौत हो गई.

इस दिन सात फेरे लेंगी आमिर खान की लाडली, शादी से पहले वीडियो आया सामने

बॉलीवुड के परफेक्‍शनिस्‍ट कहे जाने वाले अभिनेता आमिर खान (Aamir Khan)  की बेटी इरा खान अपनी शादी को लेकर काफी सुर्खियों में हैं.आमिर खान अपनी बेटी की शादी की तैयारियों में लगे हुए. अभी हाल ही में आमिर खान को शोपिंग करते हुए स्पॉट किया गया था. इरा खान की शादी से पहले सोशल मीडिया पर वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है. जिसमें आमिर खान घर सजा हुआ नजर आ रहा है. इस वायरल वीडियो में आमिर का घर लाइट्स से सजा हुआ है. दरअसल, आमिर खान की बेटी इरा खान (Ira Khan)  नुपुर संग 3 जनवरी को शादी के बंधन में बंध रहे है.

दुल्हन की तरह सजा आमिर का घर

आमिर खान की बेटी इरा खान जल्द ही बॉयफ्रेंड नुपुर शिखरे संग शादी करने वाली है. पिछले साल ही इरा खान ने नुपुर शिखरे के साथ सगाई की थी. उस दौरान इन दोनों कपल की सगाई की फोटो और वीडियो जमकर वायरल हुई थी. अब इरा खान और नुपुर शिखरे की शादी से पहले बॉलीवुड एक्टर आमिर खान का बंगला दुल्हन की तरह सुंदर सजाया गया है. जिसने भी यह वीडियो देखी वह देखता रह गया.

 

 

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आमिर खान की अपकमिंग फिल्म बॉलीवुड सुपरस्टार आमिर खान लाल सिंह चड्ढा में नजर आए थे. वहीं इस 2024 में इन फिल्मों में आएंगे नजर. आमिर की ब्लॉकबस्टर हिट ‘तारे जमीन पर’का दूसरा पार्ट ‘सितारे जमीन पर’2024 में रिलीज होगी. चैंपियंस रीमेक की शूटिंग जनवरी में शुरु करेंगे.

स्पैनिश फिल्म ‘‘चैम्पियन’’ की रीमेक से आमीर खान की अभिनय में होगी वापसी…??

बौलीवुड में ‘मिस्टर परफैक्शनिस्ट’ कहे जाने वाले अभिनेता आमीर खान हर फिल्म व किरदार का चयन काफी सावधानी से करते हैं.इसीलिए उनकी ज्यादातर फिल्में सफल होती रही हैं.उनकी कुछ फिल्मों को कुछ वजहों से सफलता नसीब नहीं हुई,मगर 2018 में प्रदर्शित तीन सौ करोड़ से अधिक के बजट की फिल्म ‘‘ठग्स आफ हिंदुस्तान’’ ने जब बाक्स आफिस पर पानी नहीं मांगा और फिल्म आलोचकों ने भी इस फिल्म की कटु आलोचना की,तो आमीर खान ने अभिनय से दूरी बना लेने का ऐलान कर दिया.

मगर वह छह माह भी अपने इस ऐलान पर कायम न रह पाए और 2019 में कहा कि वह ‘लाल सिंह चड्ढा’ में नजर आएंगे.अपने सहायक अद्वैत चंदन के निर्देशन में आमीर खान ने स्वयं इस फिल्म का निर्माण भी किया. 180 करोड़ की लागत से बनायी गयी यह फिल्म 11 अगस्त 2022 को सिनेमाघरों में पहुॅची, तो यह फिल्म अपनी लागत से आधी रकम ही इकट्ठा कर पायी. तब एक बार फिर आमीर खान ने ऐलान किया कि वह अब कुछ समय के लिए फिल्म इंडस्ट्री से दूर रहेंगे. जबकि वह अंदर ही अंदर नई फिल्मों की तैयारी करते रहे.अचानक एक साल बाद अगस्त 2023 में आमीर खान ने सोशल मीडिया पर घोषणा की कि वह राज कुमार संतोषी के निर्देशन में ‘‘लाहौर 1947’’ के अलावा अन्य चार फिल्मों का निर्माण करने की योजना पर काम कर रहे हैं.

अब खबर है कि आमीर खान 29 जनवरी 2024 को स्पैनिश फिल्म ‘‘चैंम्पियन’’ की आधिकारिक रीमेक फिल्म से अभिनय में कदम रखेंगें.

स्पैनिश फिल्म ‘‘चैम्पियन’’ स्पैन में 6 अप्रैल 2018 को प्रदर्शित हुई थी. इस स्पोर्ट्स फिल्म ने अपनी लगात से छह गुना ज्यादा कमायी की थी. जिसका निर्देशन जावियर फेसर ने किया था. बाद में हौलीवुड निर्देशक बाबी फारेल्ली ने इसका अंग्रेजी भाषा में रीमेक किया,जो कि अमरीका में  दस मार्च 2023 को प्रदर्शित हुई थी. अब इसका हिंदी वर्जन भारत प्रसन्ना निर्देशित करेंगें. इसमें आमीर खान एक गुस्सैल कोच का किरदार निभाने वाले हैं. इसकी शूटिंग 29 जनवरी 2024 से मुंबई में शुरू होगी. मजेदार बात यह है कि पहले इस फिल्म में सलमान खान के होने की खबरें गर्म थीं. उसके बाद रणबीर कपूर के नाम की चर्चा हुई थी. पर बात नही बनी तब यह फिल्म फरहान अख्तर को आफर हुई थी.सूत्र बताते हैं कि इन तीनों कलाकारों ने इस किरदार को निभाने से मना कर दिया.

तब इस फिल्म से आमीर खान जुड़े.सूत्र बता रहे हैं कि अब इस फिल्म की पटकथा पर नए सिरे कस काम किया जा रहा है,तो वहीं अन्य किरदार के उपयुक्त कलाकारों का चयन करने के लिए औडीशन भी लिए जा रहे हैं. फिल्हाल इस फिल्म की अभी तक आधिकारिक घोषणा नही की गयी है. सूत्र बताते हैं कि पटकथा को अंतिम रूप देने और सभी कलाकारों का चयन किए जाने के बाद ही इस फिल्म के शुरू होने की आधिकारिक घोषणा की जाएगी.

आमीर खान के ‘चैंम्पियन’ का हिस्सा बनने पर बौलीवुड में कई तरह की चर्चांएं हो रही हैं. एक तबका सवाल उठा रहा है कि जिस किरदार के लिए सलमान खान,फरहान अख्तर व रणबीर कपूर से बात की गयी हो,क्या उस किरदार में आमीर खान फिट बैठेंगे? कुछ लोग सवाल कर रहे हैं कि आमीर खान इससे पहले  अमरीकन फिल्म ‘‘फारेस्ट गम’ का हिंदी रीमेक ‘‘लाल सिंह चड्ढा’ का निर्माण और उसमें शीर्ष भूमिका निभाकर सब कुछ गुड़ गोबर कर चुके हैं. कहीं वह इस बार भी ऐसा न कर दें,क्योकि सभी जानते हैं कि आमीर खान निर्देशक के काम में हस्तपक्षेप करने से बाज नही आने वाले.

जबकि एक तबका दावा कर रहा है कि ‘मिस्टर परफैक्शनिस्ट’ आमीर खान किसी भी किरदार में खुद को ढालने में सक्षम हैं.

Amir Khan ने की नई फिल्म की घोषणा, ‘सितारे है जमीन पर’ से करेंगे दमदार कमबैक

बॉलीवुड के दमदार एक्टर आमिर खान जल्द ही पर्दे पर कमबैक करने जा रहे है. लाल सिंह चड्ढा बॉक्स ऑफिस पर पिटने के बाद से आमिर गायब हो गए. आमिर खान के फैंस उनकी अगली फिल्म का काफी लंबे से इंतजार कर रहे थे. फिलहाल आमिर खान प्रोड्यूसर की कुर्सी संभाले हुए है. हाल ही में उन्होंने लहौर 1947 की घोषणा की है अब एक्टर ने एक और फिल्म की घोषणा कर दी है. वह अपनी फिल्म साल 2024 में बड़े पर्दे पर लाएंगे. इस फिल्म के साथ आमिर अक्षय कुमार की बेलकम 3 को टक्कर देंगे.

आमिर की फिल्म का नाम आया सामने

बॉलीवुड में मिस्टर परफेक्शनिस्ट के नाम से जाने वाले आमिर खान अपनी फिल्मों में बारीकियों पर काम करते है. आमिर खान साल 2024 में अक्षय कुमार की बेलकम 3 टक्कर देने के लिए क्रिसमस पर अपनी नई फिल्म से वापसी कर रहे है. इसी बीच उनके फैंस खुशी झूम उठे है. आमिर ने मीडिया इंटरव्यू में कहा कि, वो एक एक्टर की तौर पर फिल्म ‘सितारे है जमीन पर’ से वापसी करने वाले है. इसके साथ ही उन्होंने बताया कि फिल्म ‘तारे जमीन पर’  दर्शकों को खूब रुलाया था और अब ‘सितारे है जमीन पर’ आपको खूब हंसाएगी. सबको जमकर हंसाने वाली है.’ आमिर खान के इस बयान ने साफ कर दिया है कि वह कॉमेडी फिल्म से बॉक्स ऑफिस पर वाससी करने वाले हैं.

आपको बता दें, आमिर खान लास्ट फिल्म ‘लाल सिंह चड्ढा’ में नजर आए थे. जो बॉक्स ऑफिस पर खासा कमाई नहीं कर सकी. इस फिल्म में आमिर खान के साथ करीना कपूर अहम रोल में थी.

बेटे को लेकर कही ये बात

मीडिया इंटरव्यू के दौरान आमिर ने अपनी फिल्म के साथ-साथ बेटे के बारे में भी बताया. एक्टर ने कहा कि उनके बेटे जुनैद बॉलीवुड में निर्माता फिल्म ‘प्रीतम प्यारे से’ डेब्यू करेंगे. यह बिल्कुल तय कि आमिर के बेटे जुनैद पर्दे के पीछे काम करेंगे वह एक्टिंग नहीं करेंगे.

Amir Khan की बेटी Ira Khan इस दिन करेंगी शादी, जानें पूरी डिटेल

आमिर खान और रीना दत्ता की बेटी इरा खान अक्सर अपने मंगेतर नूपुर शिखारे के साथ सोशल मीडिया पर तस्वीरें पोस्ट करती रहती हैं. हाल ही में आई एक रिपोर्ट की मानें तो दोनों जल्द ही शादी के बंधन में बंधने की प्लानिंग कर रहे हैं. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, इरा खान 3 जनवरी, 2024 को नुपुर से शादी कर सकती हैं. कथित तौर पर, उनकी शादी परिवार और दोस्तों की मौजूदगी में तीन दिनों तक होगी. खबर आई है कि दोनों राजस्थान के उदयपुर में शाही शादी कर सकते हैं.

उदयपुर में होगी शादी

इरा और नूपुर राजस्थान के उदयपुर में शादी करने की योजना बनाई है. शादी के कार्यक्रम तीन दिनों तक चलेगा और शादी का जश्न उनके दोस्त और करीबी परिवार के सदस्यों के बीच होगा. यह भी एक अंतरंग मामला है कि बॉलीवुड से कोई भी व्यक्ति शामिल नहीं होगा.

नूपुर ने इरा खान को किया था प्रपोज

नूपुर ने सितंबर 2022 में इरा को प्रपोज किया था. नूपुर ने एक अंगूठी पकड़ी और घुटने के बल बैठकर उन्हें प्रपोज किया. बाद में, इरा ने इसे अपने सोशल मीडिया हैंडल पर साझा किया और अपनी आश्चर्यजनक सगाई की कहानी की घोषणा की थी. इरा खान और नुपुर ने बाद में अपने परिवार और दोस्तों के लिए मुंबई में एक सगाई पार्टी भी आयोजित की.

 

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इरा ने एक पोस्ट में लिखा

इरा ने अपने इंस्टा पर एक पोस्ट शेयर की थी जिसमें उन्होंने लिखा था. “इस पल. अनेक अवसरों पर अनेक लोगों ने मुझसे कहा है कि मैं वास्तव में अच्छी पार्टियां देती हूं. मुझे लगता है कि वे मुझे कुछ ज्यादा ही श्रेय देते हैं. मेरी पार्टियों और अन्य लोगों की पार्टियों के बीच मुख्य अंतर अतिथि सूची का है. हमारे जीवन में मौजूद लोग ही इसे ख़ुश, मज़ेदार, विचित्र और बहुत-बहुत स्वस्थ बनाते हैं. वहां मौजूद रहने और हमें एक-दूसरे के प्रति प्रेम की घोषणा में शामिल होने का मौका देने के लिए धन्यवाद. क्योंकि हम बिल्कुल यही करना चाहते थे,”

क्या आमिर खान और विजय देवराकोंडा ने की निर्माता के नुकसान की भरपाई?

बौलीवुड काफी बुरे वक्त से गुजर रहा है. हिंदी फिल्में बाक्स आफिस पर लगातार असफल होती जा रही है. फिल्म के प्रदर्शन वाले दिन ही फिल्म के शो रद्द हो रहे हैं. आमिर खान व करना कपूर खान अभिनीति फिल्म ‘‘लाल सिंह चड्ढा’’ की इतनी बुरी हालत हुई कि इस फिल्म की कमायी से तीन दिन का सिनेमाघरों का किराया तक चुकाना मुश्किल हो गया. यही हालत दक्षिण के सफल अभिनेता विजय देवराकोंडा की पैन इंडिया सिनेमा वाली फिल्म ‘‘लाइगर’’ की भी हुई.

आमिर खान और विजय देवराकोंडा के साथ ही फिल्म इंडस्ट्री का एक तबका मानकर चल रहा है कि उनकी फिल्म को ‘‘बौयकाट बौलीवुड’’ की वजह से नुकसान उठाना पड़ा. जबकि यह सच नही है. इन फिल्मों को डुबाने में कहानी,  पटकथा, लेखक व निर्देशक के साथ ही  इनकी पीआर टीम व मार्केटिंग टीम का भी बहुत बड़ा हाथ रहा.  जी हॉ! यदि आमिर खान व विजय देवराकोंडा ठंडे दिमाग से अपनी फिल्म ‘लाल सिह चड्ढा’’ की प्रमोशनल गतिविधियों पर नजर दौड़ाएंगे, तो उन्हे इसका अहसास अपने आप हो जाएगा.

बहरहाल,  कुछ वर्ष पहले जब सलमान खान की फिल्में असफल हुई थीं और उन पर बहुत बड़ा दबाव बना था, तब सलमान खान ने अपने मेहनताना में से कुछ धनराशि अपनी फिल्म के निर्माताओं को वापस किया था. अब इसी ढर्रे पर चलते हुए आमिर खान व विजय देवराकोंडा ने भी उसी तरह का कदम उठाया है. मगर सलमान खान व इन कलाकारों के कदम में एक बहुत बड़ा फर्क है. सलमान खान की असफल फिल्मों के निर्माता स्वयं सलमान खान नही थे.

बौलीवुड में चर्चाएं गर्म हैं कि आमिर खान फिल्म ‘‘लाल सिंह चड्ढा’’ के निर्माता के लिए फरिश्ता बनकर सामने आए हैं. सूत्रों का दावा है कि आमिर खान ने फिल्म ‘‘लाल सिंह चड्ढा’’ की असफलता की सारी जिम्मेदारी अपने उपर लेते हुए  अपनी अभिनय की फीस को छोड़ने का फैसला किया है. पर हर कोई जानता है कि फिल्म ‘‘लाल सिंह चड्ढा’’ का निर्माण खुद आमिर खान व किरण राव ने ‘‘वायकौम 18’’ के साथ मिलकर किया था. इस फिल्म का निर्माण ‘आमिर खान फिल्मस’’ के तहत ही हुआ था. तो आमिर खान किसे पैसा लौटा रहे हैं??

उधर फिल्म ‘‘लाइगर’’ की असफलता के लिए पूर्णरूपेण विजय देवराकोंडा ही जिम्मेदार हैं. विजय देवराकोंडा ने अपनी फिल्म की पीआर  टीम के कहने पर पूरे देश का भ्रमण करते हुए कई तरह के अजीबोगरीब बयान दिए. यहां तक कि उन्होनेे अपने बयानों से मंुबई के ‘मराठा मंदिर’ और गेटी ग्लैक्सी सहित सात मल्टी प्लैक्स के मालिक व मशहूर फिल्म वितरक मनोज देसाई को भी नाराज कर दिया. उन्होने यह सारी हरकतें तब की, जबकि उनकी फिल्म ‘‘लाइगर’’ में कोई दम नहीं था. अगर उन्होने बेवजह की बयान बाजी न की होती, तो शायद कुछ दर्शक इस फिल्म को देखने पहुंच जाते. मगर उन्होने अपने बयानों से दर्शकों को नाराज कर अपने पैर पर कुल्हाड़ी मार ली. फिल्म ‘लाइगर’ के प्रदर्शन के पहले दिन बाक्स आफिस पर फिल्म की दुर्गति देखकर विजय देवराकोंडा उसी दिन शाम को मनोज देसाई से मिलकर उनसे माफी मांगते हुए कहा था कि उनके कहने का अर्थ कुछ और था. मगर इससे भी फर्क नहीं पड़ा. फिल्म की कहानी,  पटकथा व निर्देशन के साथ ही विजय देवराकोंडा के अभिनय में कोई दम नहीं था. उपर से उनके बयानो ने भी दर्शकों को इस फिल्म से दूर रखा. खैर, अब विजय देवराकोंडा को अपनी गलती का अहसास हो गया है. उन्होने भी फिल्म की असफलता का सारा दोष अपने उपर लेते हुए फिल्म के निर्माता को अपनी पारिश्रमिक राशि में से छह करोड़ रूपए वापस करने का ऐलान कर दिया है. पर यहां सवाल है कि इससे क्या होगा? क्या निर्माता केे नुकसान की भरपायी हो जाएगी? जी नही. . . यह महज शोशे बाजी है.

REVIEW: निराश करती Aamir Khan की फिल्म Lal Singh Chaddha

रेटिंगः एक स्टार

निर्माताः आमिर खान प्रोडक्शंस और वायकाम 18

निर्देशकः अद्वैत चंदन

लेखकः अतुल कुलकर्णी

कलाकारः आमिर खान, करीना कपूर खान, नागा चैतन्य,  मोना,  मानव विज,  आर्या शर्मा, मेहमान कलाकार शाहरुख खान व अन्य.

अवधिः दो घंटे 45 मिनट

बौलीवुड के फिल्मकारों के पास मौलिक कहानियां व मौलिक कहानी लेखकों का घोर अभाव है. इसी के चलते अब हर कोई विदेशी या दक्षिण की फिल्मों को ही हिंदी में बनाने पर उतारू हैं. पर यह सभी नकल भी ठीक से नही कर पा रहे हैं. इसमंे आमिर खान भी पीछे नहीं है. आमिर खान की ग्यारह अगस्त को सिनेमाघरों में पहुंची फिल्म ‘‘लाल सिंह चड्ढा’’ मौलिक फिल्म नही है,  बल्कि 1994 में प्रदर्शित अमरीकन  फिल्म ‘फॉरेस्ट गंप’’ का भारतीय करण है, जो कि मंदबुद्धि फारेस्ट नामक एक इंसान की बचपन से पिता बनने तक की एंडवेंचरस कहानी है. इसका भारतीय करण करते समय भारतीय संदर्भ जोड़ने के अलावा लाल सिंह को दयालु दिखाने के चक्कर में काफी गड़बड़ा गयी है. मूल फिल्म से लाल सिंह चड्ढा की कहानी काफी विपरीत है. मूल फिल्म के अनुसार लाल सिंह की मां अपने बेटे के लिए कोई सौदा नही करती. बल्कि भारतीय संवेदनाओ के अनुसार कहानी आगे बढ़ती है. मगर मूल कहानी के विपरीत लाल सिंह चड्ढा युद्ध के मैदान से पाकिस्तानी आतंकवादी को बचाकर भारतीय सेना के ही अस्पताल मे इलाज करवाने के बाद उसे अपना बिजनेस पार्टनर भी बनाता है? कुछ समय बाद उसे पाकिस्तान जाने की इजाजत दे देता है.  इसे कैसे जायज ठहराया जा सकता है? तो क्या आमिर खान का मानना है कि मुंबई पर आतंकवादी हमला करने वाले कसाब को भी फांसी देने की बजाय उसे भी सुधारने का अवसर देना चाहिए था?

कहानीः

यह कहानी पठानकोट से ट्रेन में बैठे लाल सिंह चड्ढा (आमिर खान)  से शुरू होती है, जो कि अपने बचपन से कहानी सुनाना शुरू करती है. लाल सिंह के बचपन की कहानी के साथ ही देश में घट रही घटनाएं भी सामने आती रहती हैं. यह कहानी पठानकोट के गांव में जन्में लालसिंह चड्ढा की है. जिसके परनाना के पिता, परनाना और नाना सेना में थे और यह तीनों युद्ध के मैदान से कभी जीवित नहीं लौटे. वह अपने नाना के ही घर में अपनी मां (मोना सिंह) के साथ रह रहे हैं. लाल सिंह ठीक से चल नही पाते हैं. डाक्टरों ने उनके पैर में लोहे की राड बांधकर सहारा दे रखा है. लाल सिंह का आई क्यू लेवल काफी कम है, इसलिए उसे काफी परेशानी झेलनी पड़ती है. स्कूल का पादरी प्रिंसिपल मंदबुद्धि होने के चलते लाल सिंह को मंद बुद्धि स्कूल में पढ़ाने की बात उसकी मां से कहते हैं. पर लाल सिंह की मां के जिद के आगे वह झुक जाता है. स्कूल में काफी परेशानी झेलनी पड़ती है. सभी उसे बेवकूफ समझते हैं. स्कूल में लाल सिंह को रूपा डिसूजा नामक दोस्त मिलती है. बचपन में ही लाल सिंह अपनी मां के साथ दिल्ली जाते हैं और जब वह प्रधानमंत्री आवास के सामने खड़े होकर तस्वीरें खिचवा रहे होते हैं, तभी पीछे से गोलियों की आवाज आती है और पता चलता है कि प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या हो गयी है. सिख विरोधी दंगे शुरू हो जाते हैं. बेटे को दंगाइयों से बचाने के लिए लाल सिंह की मां उसके बाल काट देती है, जिससे वह सरदार नजर न आए.

स्कूल दिनों में ही एक मौका ऐसा आता है, जब कुछ लड़कों से बचने के लिए भागते भागते लाल सिंह के पैर को जकड़कर रखने वाली लोहे की राड टूट जाती हैं और लाल सिंह अपने पैरों पर दौड़ने लगते हैं.

लाल सिंह चड्ढा और रूपा डिसूजा की जिंदगी तब बदलने लगती है, जब दोनों कालेज पहुंचते हैं. तेज दौड़ने के चलते लाल सिंह को कालेज की दौड़ टीम का हिस्सा बना लिया जाता है. उधर अति महत्वाकांक्षी और अमीर बनने का ख्वाब देखने वाली रूपा (करीना कूपर खान) एक अमीर लड़के हरी के साथ रोमांस करना शुरू करती है. जबकि लाल सिंह भी रूपा से प्यार करता है. वह अपने नाना या परनाना की तरह सेना में नहीं जाना चाहता. लाल सिंह कहता है कि मैं किसी को मारना नहीं चाहता. पर एक दिन वह हरी को थप्पड़ मार देता है, जिससे नाराज होकर हरी, रूपा से संबंध खत्म कर देता है.

अपने भविष्य को लेकर द्विविधा से ग्र्रस्त लाल सिंह सेना में भर्ती हो जाता है. सेना में सह सैनिक बाला (नागा चैतन्य ) से उसकी दोस्ती होती है. बाला उसके साथ सेना से रिटायरमेंट के भागीदारी में व्यापार शुरू करने की योजना बनाता है. कारगिल में छह आतंकवादियों के छिपे होने की खबर मिलने पर सेना की एक टुकड़ी को भेजा जाता है, जिसमें लाल सिंह और बाला भी है. पर वहां मामला उलटा पड़ जाता है. क्योंकि वहां छह से कई गुना ज्यादा पाकिस्तानी सैनिक आतंकवादी भारी गोला बारूद के साथ मौजूद होते हैं. भारतीय सेना की टुकड़ी उनके हमलों से घबराकर पीछे लौटने लगती है. पीछे लौटते हुए लाल सिंह बसे तेज दौड़कर नीचे उतरता है. अचानक उसे बाला की याद आती है. वह बाला को लेने फिर से वापस पहाड़ी की तरफ भागता है. बीच में उसे एक घायल सैनिक मिलता है. उसे वह उठाकर नीचे सुरक्षित पहुंचाकर फिर बाला के लिए जाता है. ऐसा करते करते वह पाकिस्तानी सैनिक आतंकवादी के मुखिया मोहम्मद (मालव विज ), जो बुरी तरह से घायल है और बाला को भी वापस लेकर आता है. बाला की मौत हो जाती है. पर मोहम्मद का भारतीय सेना के अस्पताल में इलाज होता है. जिसे बाद में लाल सिह अपना बिजनेस मार्टनर बना लेता है. उधर वह रूपा को भूला नही है. मगर रूपा गलत राह पर चल पड़ी है. एक दिन मोहम्मद वापस पाकिस्तान लौट जाता है. कई घटनाक्रम तेजी से बदलते हैं. अंत में मालूम चलता है कि लाल सिंह चड्ढा,  असल में सिर्फ और सिर्फ भाग सकता था.  जब वो भाग रहा था,  उस बीच उसने अपना जीवन जिया.  न केवल अपना जीवन जिया, बल्कि और न जाने कितनों को जीना सिखाया.  और वो,  ये सब कुछ,  बेहद निर्मोही ढंग से कर रहा था.

लेखन व निर्देशनः

पौने तीन घंटे लंबी अवधि की फिल्म अति धीमी चाल से लाल सिंह चड्ढा की भटकती हुई कहानी है. दर्शक जिस तरह से मूल फिल्म ‘‘फौरेस्ट गंप’’ के साथ जुड़ता है, उस तरह ‘लाल सिंह चड्ढा’ के संग नही जुड़ पाता. आगे बढ़ती रहती है. यह फीचर फिल्म कम डाक्यूमेंट्री वाली फिल्म है. लाल सिंह चड्ढा के जीवन व रूपा के साथ उनकी प्रेम कहानी के साथ बीच बीच में आपातकाल हटाने,  सिख विरोधी दंगों, भारत को विश्व कप क्रिकेट में मिली पहली जीत, औपरेशन ब्लू स्टार, इंदिरा गांधी की हत्या, उनके अंतिम संस्कार में सुबकते राजीव गांधी, सिख विरोधी दंगे, मंडल कमंडल,  आडवाणी की रथ यात्रा, बाबरी विध्वंस, मुंबई बम धमाके, अबू सलेम और मोनिका बेदी की कथित प्रेम कहानी से लेकर वाराणसी के घाटों पर लिखा नारा-‘अबकी बार मोदी सरकार’ सहित देश में पिछले पचास वर्षों के दौरान घटित सभी ऐतिहासिक घटनाक्रम भी आते रहते हैं. मगर 2002 के गुजरात दंगों का कहीं कोई जिक्र नही आता? क्या यह इतिहास के साथ छेड़छाड़ नही है? इस हिसाब से यह फिल्म कुछ घटनाक्रमों का ऐतिहासिक दस्तावेज जरुर है.

मगर कहानी व पटकथा के स्तर पर अतुल कुलकर्णी ने एक अजेंडे के तहत ही पूरी फिल्म लिखी है. लेखक व निर्देशक ने फिल्म में सिख दंगों का चित्रण किया है, जिसमें आठ नौ वर्ष का बालक अपनी मां के साथ फंस गया है. हालात ऐसे हैं कि लाल सिंह को बचाने के लिए उसकी मां पास में पड़े कांच के टुकड़े से उसके बाल काट देती है, जिससे वह सरदार न लगे. मगर लेखक व निर्देशक यह नही दिखा पाए कि इस घटनाक्रम का अबोध बालक लाल सिंह के मनमस्तिष्क पर किस तरह का मनोवैज्ञानिक असर पड़ा?लाल सिंह की संगत और लाल सिंह के घर में रहते हुए लाल सिंह के साथ सोेने के बावजूद रूपा क्यों गलत राह पकड़ती है, इसे स्पष्ट नहीं किया गया. पूरी फिल्म में जब भी दंगे होते हैं, तो इस सच को स्वीकार करने की बनिस्बत ‘मलेरिया’ नाम दिया गया है. इतिहास के सच को दिखाते हुए इस तरह का डर क्यों? यदि डर है तो फिल्म न बनाएं. करीना के किरदार यानी कि रूपा के किरदार को मोनिका बेदी के रूप में चित्रित करना क्यो जरुरी समझा गया. अबू सलेम फिल्म नही बनाता था. एक सैनिक अपनी दयालुता वश किसी दुश्मन देश के सैनिक या आतंकवादी को उठा लाए, तो करूा भारतीय सेना  उस सैनिक का इतिहास भूगोल आदि की बिना जांच किए सैनिक अस्पताल में उसका इलाज करने के साथ ही उसे टेलीफोन बूथ चलाने की इजाजत देगा? उसके बाद वह वापस पाकिस्तान किस पासपोर्ट पर गया? इस पर भारतीय फिल्म सेंसर की अनदेखी समझ से परे है?क्योंकि यह दृश्य तो भारतीय सेना और पासपोर्ट जारी करने वाले विदेश मंत्रालय पर भी सवाल उठाता है?क्या इसे सिनेमाई स्वतंत्रता मानकर नजरंदाज किया जाना चाहिए? लेखक व निर्देशक ने ऐसा क्यों किया,  इसके पीछे उनकी क्या सोच रही है? यह तो वह जाने. पर मूल फिल्म ‘फौरेस्ट गम’ में अमरीकी सैनिक,  वियतनाम युद्ध में वियतनामी नही अमरीकी सैनिक को ही उठाकर लाता है और उसी के साथ भागीदारी में व्यापार भी करता है. इतना ही नही पठानकोट, पंजाब के गांव के बालक को पढ़ने के लिए क्रिश्चियन स्कूल व पादरी दिखाकर धर्म को बेचने की जरुरत क्यों पड़ी?

निर्देशक के तौर पर फिल्म में अद्वैत चंदन का नाम जरुर हे, मगर फिल्मू के अपरोक्ष रूप से निर्देशक आमिर खान ही हैं. फिल्म के निर्माता भी वह स्वयं हैं.

फिल्म का गीत संगीत भी आकर्षित नहीं करता.

अभिनयः

आमिर खान को परफैक्शनिट कलाकार माना जाता है. वह बेहतरीन कलाकार हैं. इसमें कोई दो राय नहीं है. मगर लाल सिंह चड्ढा के किरदार को निभाते हुए आमिर खान ने वही सब किया है, जो वह इससे पहले ‘थ्री इडिएट’ या ‘पीके’ में कर चुके हैं. वही आंखों को चैड़ा करना,  गर्दन को टेढ़ा करना,  गला साफ करना,  पैंट को ऊंचा उठाना आदि. . बल्कि कई दृश्यों में तो ‘ओवर एक्टिंग’ करते नजर आते हैं. काली निराशा से आशावाद की ओर बढ़ने वाले दुश्मन देश के सैनिक मोहम्मद के किरदार में मानव विज अपनी छाप छोड़ जाते हैं. बाला के किरदार में नागा चैतन्य का किरदार छोटा है, मगर मनोरंजन के क्षण लाते हैं. रूपा के किरदार में करीना कपूर खान भी दर्शकों को आकर्षित करती हैं.

Ex वाइफ्स के साथ आमिर खान ने मनाया बेटी Ira का बर्थडे, देखें फोटोज

बौलीवुड स्टार आमिर खान (Aamir Khan) आए दिन सुर्खियों में रहते हैं. जहां बीते दिनों उनका तलाक चर्चा का कारण बना था तो वहीं हाल ही में बेटी आइरा खान (Ira Khan) के 25th बर्थडे पार्टी के कारण वह सोशलमीडिया पर छाए हुए हैं. आइए आपको बताते हैं पूरी खबर…

ट्रोल हुई आइरा

 

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दरअसल, हाल ही में आइरा खान ने अपने 25वें बर्थडे के पूल पार्टी की फोटोज फैंस के साथ शेयर की थीं, जिसमें वह बिकिनी में पार्टी (Ira Khan Pool Party)करती हुई नजर आ रही हैं. वहीं उनमें से एक फोटोज में वह बिकिनी में ही अपने पेरेंट्स के साथ केक कटिंग करती हुई दिख रही हैं. फोटोज देखकर जहां फैंस उन्हें जन्मदिन की बधाई दे रहे हैं तो वहीं सोशलमीडिया पर उनके केक काटते समय बिकिनी पहनने पर ट्रोल भी कर रहे हैं.

बेटी के बर्थडे पर एक्स वाइफ्स के साथ पहुंचे एक्टर

 

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ट्रोलिंग के अलावा बर्थडे पार्टी की बीत करें तो आइरा खान की खास पूल बर्थडे पार्टी में पापा आमिर खान, मां रीना दत्ता और भाई आजाद राव खान के साथ-साथ उनकी एक्स वाइफ किरन राव भी नजर आईं. वहीं इस पार्टी में आइरा अपने बौयफ्रेंड संग मस्ती करती हुई भी नजर आईं.

अपने लुक्स को लेकर सुर्खियों में रहती हैं आइरा

 

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आमिर खान की बेटी आइरा अपने लुक्स को लेकर सुर्खियों में रहती हैं. जहां वह अतरंगी फैशन शो में हिस्सा बनती नजर आती हैं तो वहीं हौट लुक से फैंस का ध्यान खींचती हुई नजर आती हैं. हालांकि यह पहली बार नहीं है कि वह ट्रोलिंग का शिकार नही है. लेकिन इस बार वह पिता के साथ-साथ ट्रोल हो रही हैं.

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माता-पिता का डिवोर्स बच्चे पर कितना भारी, आइए जानें

‘परफेक्शनिस्ट’ अभिनेता आमिर खान और किरण राव का 15 साल बाद तलाक लेना आश्चर्य और शॉकिंग है, क्योंकि हर इंटरव्यू में आमिर खान हमेशा किरन राव की तारीफ़ करते आये हैऔर साथ में कई फिल्मों और पानी फाउंडेशन का काम करने की इच्छा भी रखते है. हालाँकि दोनों ने आपसी समझौते से डिवोर्स लिया है, जिसमें आमिर खान और किरण राव एक पेरेंट्स की तरह ही आजाद का पालन-पोषण करेंगे, लेकिन माता-पिता के अलग होने पर सबसे अधिक प्रभाव बच्चों पर होते हुए दिखाई पड़ता है, क्योंकि बच्चे को कभी भी माता-पिता की मतभेद और डिवोर्स पसंद नहीं होता और बड़े होकर वे किसी रिश्ते में जाना पसंद भी नहीं करते.

सूत्रों की माने, तो आमिर की पहली पत्नी रीना दत्त से डिवोर्स लेने के बाद भी कई साल जुनैद डिप्रेशन का शिकार रहा. उसका मन पढाई में नहीं लगता था. कक्षा में पीछे बैठकर सोता रहता था. बाद में टीचर को पता चला कि आमिरखान और रीना में डिवोर्स हुआ है. बहुत मुश्किल से रीना ने अपने बच्चे जुनैद और ईरा को सम्हाला है. वैसी हालत एक बार फिर किरण को 10 साल के आजाद को सम्हालने में होगी. उनके डिवोर्स की खबर के बाद दंगल गर्ल फातिमा सना शेख की तस्वीरे सोशल मीडिया पर ट्रोल हुई है. हालाँकि आमिर ने डिवोर्स की वजह नहीं बतायी है, पर समय के साथ ही सब पता चल सकेगा.

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मिस्टर परफेक्शनिस्ट आमिर खान का फ़िल्मी कैरियर बहुत सफल रहा, लेकिन उनका निजी जीवन नहीं,क्योंकि पहले की दोनों पत्नियों नेकई सालों तक साथ रहने के बाद डिवोर्स दिया, लेकिन आमिर खान दोनों पत्नियों से डिवोर्स के बाद को-पैरेंट रहकर बच्चों की परवरिश करने की बात कह चुके है. पेरेंट्स और को-पैरेंट में बहुत अंतर होता है, जिसे हर माता-पिता को मानना आवश्यक है. एक इंटरव्यू के दौरान अमीर कह चुके है कि जब मेरी और रीना का डिवोर्स हुआ और मीडिया में बात फैली, तब उसका फ़ोन आया कि वह मुझसे मिलना चाहती है और मुझे डिवोर्स से रोकना चाहती है. मैं उस समय किसी से मिलना भी नहीं चाहता था,लेकिन वह आई और उसे न छोड़ने की सलाह दी थी. मुझे उस दिन लगा था कि कहीं न कहीं उसके दिल में मेरे लिए जगह है, जिससे वह मेरे मुश्किल घडी में मुझसे मिलने आई थी.

इस बारें में मुंबई की मनोवैज्ञानिक राशिदा कपाडिया कहती है कि अभिनेता आमिर खान एक अच्छे कलाकार के साथ-साथ सामाजिक कार्यकर्ता भी है. उनकी अधिकतर फिल्मों के सफल होने में उनका खुद हर फिल्म को बनाने में सक्रिय होना है. उन्हें साल 2003 में पद्मश्री और वर्ष 2010 में पद्मभूषण अवार्ड भी मिल चुका है, उनकी एक अच्छी इमेज है और उन्हें लोग फोलो करते है, ऐसे में इस तरह की छवि ठीक नहीं. को-पैरेंट का अर्थ साथ रहना नहीं, बल्कि कभी-कभी बच्चे से मिलना होता है. इससे बच्चा बहुत कंफ्यूजन में रहता है कि वह किसे अपनाए, किसकी बात सुने, किसकी नहीं. माता-पिता के अलग होने में बच्चे ही सबसे अधिक प्रभावित होते है. माता-पिता की मनमानी से बच्चे खुद को उपेक्षित महसूस करने लगते है.देखा जाय तो बच्चों के मानसिक और शारीरिक विकास पर बहुत अधिक प्रभाव पड़ता है. कुछ प्रभाव निम्न है,जिससे बच्चे को निकलना आसान नहीं होता,

• बच्चों को माता-पिता दोनों का प्यार चाहिए, पिता का सहयोग और माँ की ममता दोनों बच्चे चाहते है,

• दोनों साथ रहने पर बच्चे को एक स्ट्रेंथ मिलती है, उन्हें समझ में आती है कि परिवार उनके अच्छी परवरिश के लिए कमाई कर, उन्हें एक अच्छा इंसान बनाना चाहती है,

• माता-पिता के अलग होने पर सपोर्ट की दिवार एकदम से गिर जाती है, बच्चा बहुत अकेला महसूस करता है, क्योंकि जब पिता होते है, तो माँ नहीं और जब माँ होती है, तो पिता नहीं,क्योंकि माता-पिता एक दूसरे के साथ सामंजस्य करकेही एक अच्छी परिवेश देते है,

• माँ का प्यार पिता नहीं दे सकता और पिता की स्ट्रेंथ माँ नहीं दे सकती, बच्चे का मानसिक संतुलन बिगड़ता है,कई बार बच्चा माता-पिता की अलग होने को, खुद को जिम्मेदार मानने लगता है,

• बच्चा बड़ा होकर परिवार, रिश्तों और प्यार में विश्वास करना भूल जाता है,

• मानसिक के अलावा शारीरिक विकास पर भी अधिक प्रभाव होता है, क्योंकि बच्चे स्ट्रेस में होते है, खुद के जीवन को जरुरत नहीं समझते, इससे उन्हें खाने-पीने की इच्छा नहीं होती , शरीर कमजोर होकर बच्चा बीमार पड़ने लगता है,

• इन हालातों से खुद को दूर रखने के लिए बच्चा खुद, ड्रग और नशे का शिकार हो जाता है, गलत आदतें पाल लेता है और बुरी संगत में रहने लगता है,

• किसी के कुछ कहने पर बच्चे चिडचिडापन के शिकार होकर विद्रोही हो जाते है,बच्चे की बातचीत का तरीका बहुत गलत हो जाता है,

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• डिवोर्स होकर भी साथ में रहना, बहुत ही अलग बात है, ये ऑनलाइन मीटिंग की तरह है, बात में साथ हूं, लेकिन शारीरिक रूप से दूर हूं, ऑफिस में बैठकर काम करना और ऑनलाइन काम करने में बहुत बड़ा अंतर होता है, बोन्डिंग अलग तरह की होती है, माता-पिता बनने के लिए फिजिकल बोन्डिंग की जरुरत होती है,

• इसके अलावा बच्चे कॉनफ्यूज हो जाते है,क्योंकि अलग होने के बाद अगर आमिर खान की कोई गर्लफ्रेंड अगर साथ में आई या किरण राव की कोई उनके साथ आते है, तो बच्चे को नया रिलेशनजोड़ना पड़ता है,

• माँ के साथ आये व्यक्ति को वह दूसरा पिता या स्टेप फादर कहकर संबोधन करेगा और पिता के साथ आई दूसरी लड़की वह स्टेप मदर या डैडी की गर्लफ्रेंड कहेगा और वह बहुत मुश्किल होता है, बच्चा अगर टीनेजर में है, तो वह नए व्यक्ति को अपने परिवार का सदस्य नहीं मान सकता, क्योंकि उसे ये सब थोपा जाने वाला रिश्ता लगने लगता है.

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