फैमिली के बाद दीपिका पादुकोण को भी हुआ कोरोना, पिता हुए अस्पताल में एडमिट

कोरोनावायरस की दूसरी लहर का कहर इन दिनों घातक देखने को मिल रहा है. जहां आम जनता औक्सीजन की कमी से परेशान है तो वहीं सेलेब्स पर भी इसका असर देखने को मिल रहा है. दूसरी लहर मे कई सेलेब्स कोरोना के शिकार हो गए हैं. वहीं हाल ही में खबर थी कि बौलीवुड एक्ट्रेस दीपिका पादुकोण की फैमिली को भी कोरोना हो गया है, जिनमें उनकी मां, पिता और बहन शामिल हैं. वहीं अब खबर है कि दीपिका भी कोरोना की शिकार हो गई हैं. आइए आपको बताते हैं पूरी खबर…

पिता हुए अस्पताल में भर्ती

बीते दिन दीपिका पादुकोण के पिता और पूर्व भारतीय बैडमिंटन प्लेयर प्रकाश पादुकोण, मां और बहन के कोरोना संक्रमित होने की खबर सामने आई थी. दरअसल, दीपिका के पिता पिछले हफ्ते भर से कोरोना संक्रमित हैं. वहीं हाल ही में तबीयत बिगड़ने के बाद उन्हें अस्पताल एडमिट कराया गया था. लेकिन अब उनकी तबीयत में सुधार है और 2-3 दिन बाद उन्हें छुट्टी भी मिल जाएगी. वहीं प्रकाश पादुकोण की वाइफ और बेटी अनीशा ने अपना कोरोना टेस्ट कराया जिसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई.

 

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दीपिका को हुआ कोरोना

 

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पिता, मां और बहन के कोरोना होने के बाद अब बॉलीवुड एक्ट्रेस दीपिका पादुकोण भी कोरोना की चपेट में आ गई हैं. दरअसल, फिलहाल दीपिका पादुकोण बेंगलुरु में अपनी फैमिली के साथ हैं, जिसके चलते उन्हें भी कोरोना हो गया है. वहीं दीपिका के फैंस उनके परिवार और उनके लिए स्वस्थ होने की कामना कर रहे हैं.

बता दें, हाल ही में रुबीना दिलैक और हिना खान कोरोना संक्रमित हो गए थे. वहीं हाल ही में खबर थी कि एक्टर अनिरुद्ध दवे भी कोरोना के कारण अस्पताल में भर्ती हो गए हैं. हालांकि अब उनकी हालत ठीक बताई जा रही है.

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अब ड्रग्स के चक्रव्यूह में विवादों की रानी दीपिका पादुकोण

अकसर देखा गया है कि बौलीवुड में गायक, संगीतकार, अभिनेता, निर्देशक वगैरह बन कर विश्व में छा जाने के बड़ेबड़े सपने ले कर ज्यादातर लोग अपने परिवार या समाज के बीच बड़ेबड़े दावे कर के या परिवार के विरोध के बावजूद मायानगरी मुंबई पहुंचते हैं. उन के स्वभाव में हार मानना नहीं होता. ऐसे में ये लोग अपनी मेहनत, परिश्रम, लगन के बल पर संघर्ष करना शुरू करते हैं. उन के अंदर की प्रतिभा और मेहनत करने का जज्बा उन्हें सफलता भी दिलाता है. लंबे संघर्ष के बाद जब सफलता मिलती है, तो उस का नशा भी उतना ही बड़ा होता है.

बौलीवुड में सफलता के इस नशे को पचा कर अपनी जड़ों यानी जमीनी हकीकत से जुड़ा रहना असंभव होता है. वास्तव में बौलीवुड में इंसान को जिस स्तर की शोहरत आदि मिलती है, उस के चलते उस की जिंदगी संग काफीकुछ ऐसा होता है जिस की उस ने कल्पना नहीं की होती है. और फिर, वह डिप्रैशन की तरफ बढ़ता जाता है. ऐसा ही कुछ दीपिका पादुकोण के साथ हुआ. एक तरफ उन्हें सफलता मिलती रही, तो दूसरी तरफ वे विवादों की रानी बनती चली गईं. फिर डिप्रैशन में चली गईं और अब तो नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो में ड्रग्स के मामले में उन पर शिकंजा भी कसता जा रहा है.

बैंडमिंटन कोर्ट से बौलीवुड स्टार

मशहूर अंतर्राष्ट्रीय शोहरत बटोर चुके बैंडमिंटन खिलाड़ी प्रकाश पादुकोण की डेनमार्क में जन्मी बेटी दीपिका पादुकोण शुरुआती दिनों में बैंडमिंटन खिलाड़ी बनना चाहती थीं. 17 वर्ष की किशोरावस्था में उन का बैडमिंटन कोर्ट से मोह  भंग हो गया और मातापिता से झगड़ कर ग्लैमर की दुनिया से जुड़ने के लिए बेंगलुरु से मुंबई पहुंच गईं. वहां पहुंचते ही उन्हें कुछ विज्ञापन फिल्में मिल गईं.

2005 में हिमेश रेशमिया ने उन्हें म्यूजिक वीडियो ‘नाम है तेरा’ का हिस्सा बना दिया. यह म्यूजिक वीडियो इस कदर लोकप्रिय हुआ कि 2006 में इंद्रजीत लंकेश ने दीपिका को कन्नड़ भाषा की फिल्म ‘ऐश्वर्या’ में अभिनय करने का मौका दे दिया. उस के बाद 2007 में शाहरुख खान ने अपनी प्रोडक्शन की फरहा खान निर्देशित फिल्म ‘ओम शांति ओम’ में दीपिका पादुकोण को अभिनय करने का अवसर दिया. इस फिल्म में शाहरुख खान ने स्वयं दीपिका पादुकोण के साथ मुख्य भूमिका निभाई थी.

उसी वर्ष संजय लीला भंसाली की फिल्म ‘सांवरिया’ भी आई थी, जिस में पहली बार सोनम कपूर और रणबीर कपूर ने अभिनय किया था. दोनों फिल्में एक ही दिन प्रदर्शित हुई थीं. पर समय की बलवान दीपिका पादुकोण की फिल्म ‘ओम शांति ओम’ ने बौक्सऔफिस पर जबरदस्त सफलता दर्ज कराई और दीपिका बौलीवुड की स्टार कलाकार बन गईं. उस के बाद उन्होंने पीछे मुड़ कर नहीं देखा.

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लगभग 15 वर्षों के कैरियर में एक तमिल, एक कन्नड़, एक अमेरिकी फिल्म सहित 32 फिल्मों में वे अभिनय कर चुकी हैं. हर फिल्म में उन्होंने अलगअलग किरदारों को निभाया है. फिर चाहे वह रोमांटिक किरदार हो, डबल रोल,  ऐक्शन हो या स्पैशल अपीयरेंस वाला. पर उन्हें प्रेमकहानी वाली फिल्मों में सर्वाधिक पसंद किया गया. वैसे, उन्होंने 2 पीरियड फिल्में भी कीं.

विवादों की रानी

शुरुआती सफलता के बाद उन की महत्त्वाकांक्षाएं कुछ ज्यादा ही बढ़ गईं. वे धीरेधीरे बौलीवुड के रंग में रंगती चली गईं जहां इंसानी मूल्यों, पारिवारिक मूल्यों, सामाजिक मूल्यों के कोई माने नहीं हैं. नतीजतन, धीरेधीरे उन के क्रियाकलापों ने उन्हें ‘विवादों का दूसरा नाम’ की संज्ञा दे डाली. दीपिका भी अपनी हर फिल्म के साथ या उस के प्रदर्शन के दौरान विवादों को जन्म देने लगीं. कभी वे रणबीर कपूर के टैटू को गुदवाने को ले कर विवादों में रहीं, तो कभी सिद्धार्थ माल्या संग लिपलौक करने के कारण. कभी क्लीवेज वाली फोटो के चलते विवादो में रहीं, तो कभी ‘दम मारो दम…’ गाने को ले कर. इतना ही नहीं, धीरेधीरे उन्होंने अपनी छवि हिंदूविरोधी बना डाली.

उन की 2 सर्वाधिक सफल फिल्मों, जिन के निर्देशक संजय लीला भंसाली रहे, पर उठे विवादों से उन की छवि हिंदूविरोधी बन गई. सब से पहले फिल्म ‘रामलीला’ को ले कर विवाद उठा कि इस में हिंदू धर्म व संस्कृति के खिलाफ बात की गई है. फिल्म के नाम पर भी एतराज जताया गया. आखिरकार, मजबूरन फिल्म का नाम बदल कर ‘गोलियों की रासलीला: राम लीला’ करना पड़ा. इस के बाद फिल्म ‘पद्मावत’ को ले कर हिंदू संगठनों व करणी सेना ने विरोध किया. इस फिल्म पर भी इतिहास से छेड़छाड़ करने व हिंदूविरोधी होने के आरोप लगे थे. बड़ी मुश्किल से ये फिल्में प्रदर्शित हो पाई थीं.

यों तो ‘पद्मावत’ के विरोध पर फिल्म के प्रदर्शन से पहले ही दीपिका ने कहा था- ‘मुझे बहुत दुख होता है क्योंकि इस फिल्म के लिए सब ने काफी मेहनत की है. फिल्म से जुड़े सभी लोग पिछले 2 वर्षों से काम कर रहे थे. दूसरी बात जो वे चाहते हैं, वही हम चाहते हैं. हम भी भारतीय सभ्यता, संस्कृति, इतिहास व पद्मावती की जो कहानी है, उस को सिर्फ भारत ही नहीं, बल्कि पूरी दुनिया को दिखाना चाहते हैं. हमारे इरादे एकदम नेक हैं. हमें दुख इस बात का है कि जब हमारे इरादे नेक हैं तो फिल्म के प्रदर्शन से पहले ही उस का विरोध क्यों किया जा रहा है.

“‘फिल्म देखने के बाद यदि किसी को कुछ गलत लगे, तो वह हम से कहे, हम अपनी गलती मान लेंगे. मगर फिल्म के प्रदर्शन से पहले, जबकि किसी ने न फिल्म देखी है न तो किसी ने फिल्म की पटकथा पढ़ी है, तो फिर वे किस बात को ले कर विरोध कर रहे हैं. मैं यह बात नहीं समझ पा रही हूं. मैं पूरे आत्मविश्वास के साथ कह रही हूं कि फिल्म के प्रदर्शन के बाद हर राजपूत, हर भारतीय इस फिल्म को देख कर गौरवान्वित महसूस करेगा. क्योंकि हम ने फिल्म में पद्मावती को वह पूरी इज्जत दी है, जिस की वह हकदार है.’

हिंदू व राष्ट्रविरोधी छवि का ठप्पा

जब दीपिका पादुकोण ने मेघना गुलजार संग फिल्म ‘छपाक’ का सहनिर्माण करने के साथ ही उस में एसिड हमले की पीड़िता का किरदार निभाया, तो इस के प्रदर्शन से पहले वे दिल्ली स्थित जेएनयू पहुंच गईं. और उन्होंने न सिर्फ अपनी हिंदूविरोधी छवि को पुख्ता कर डाला, बल्कि वे तथाकथित राष्ट्रवादियों के निशाने पर आ गईं. जिस का खमियाजा उन की फिल्म ‘छपाक’ को भुगतना पड़ा. उन पर हिंदूविरोधी ही नहीं, राष्ट्रविरोधी होने के आरोप लगे. और राष्ट्रवादियों द्वारा ‘छपाक’ का बहिष्कार करने के ऐलान के बाद फिल्म को दर्शक नहीं मिल पाए.

बौलीवुड की राजनीतिक आवाज

‘छपाक’ के प्रदर्शन से ठीक पहले दीपिका पादुकोण के जेएनयू जाने ने उन के समय पर ग्रहण लगा दिया. यों तो उन के जेएनयू जाने पर जब देश के एक तबके ने उन के खिलाफ आवाज बुलंद की, तो दीपिका को बौलीवुड के अंदर के एक खेमे से जबरदस्त समर्थन मिला. इस से उन का मनोबल बढ़ा. ऊपर से उसी वक्त बीबीसी सहित कई समाचार चैनलों ने दीपिका पादुकोण को बौलीवुड की राजनीतिक आवाज का तमगा दे दिया. बीबीसी ने तो साफसाफ कह दिया कि बौलीवुड को राजनीतिक आवाज के रूप में दीपिका पादुकोण मिल गई.

ड्रग्स को ले कर फंसीं

अब जबकि ड्रग्स के संबंध में नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो दीपिका पादुकोण से पूछताछ कर चुका है, तो सिर्फ उन के समर्थक ही नहीं, बौलीवुड का एक खेमा लगातार कह रहा है, ‘यह बौलीवुड की आवाज को दबाने की कोशिश की जा रही है.’ कुछ वकील समाचार चैनलों पर आ कर नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो की कार्यवाही को राजनीति से प्रेरित बता रहे हैं. उन की राय में महज व्हाट्सऐप चैट से कोई भी इंसान ड्रग्स के सेवन या व्यापार का दोषी नहीं हो जाता है. वहीं, कुछ लोग दीपिका पादकोण को नशेड़ी गैंग की मुखिया बता रहे हैं.

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मैनेजर द्वारा व्हाट्सऐप चैट संभाल कर रखने के लिए भी दीपिका ही दोषी:

ड्रग्स मामले में दीपिका से पूछताछ के बाद कुछ लोग खुलेआम टीवी चैनलों पर आ कर इन कलाकारों के साथ ही पूरे बौलीवुड को अपराधी करार देने पर तुले हैं. यह सभी दावा कर रहे हैं कि बौलीवुड के 90 प्रतिशत लोग ड्रग्स से जुड़े हुए हैं. जब उन्हें यह बात पता थी, तो अब तक वे सभी चुप क्यों थे. वैसे, इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता कि बौलीवुड में हर खुशी के मौके पर जश्न की पार्टी में शराब जम कर परोसी जाती है. और यह आज से नहीं, बल्कि कई दशकों से होता आया है. ऐसे में जांच एजेंसी की तरफ से किसी निर्णय पर पहुंचने तक हर किसी को जांच एजेंसी के साथ सहयोग का रवैया अपनाना चाहिए.

जहां तक दीपिका पादुकोण का सवाल है कि वे ड्रग्स लेती हैं या लेती थीं, इस सच को तो उन से बेहतर कौन जान सकता है. अब नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के समक्ष सारा सच दीपिका ने उजागर किया या नहीं, पता नहीं, पर ऐसे मन जा रहा है कि दीपिका पादुकोण का दावा है कि उन्हें उन की मैनेजर करिश्मा प्रकाश, जया साहा व ‘क्वान’ कंपनी ने फंसाया है. अब दीपिका को एहसास हो रहा है कि करिश्मा प्रकाश के साथ उन के मोबाइल चैट जानबूझ कर संग्रहीत किए गए थे. बाद में करिश्मा ने अपनी सहकर्मी जया साहा के साथ यह चैट शेयर की जिन को ले कर नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो जांच कर रहा है. दीपिका यह भी दावा कर रही हैं कि उन्हें पता नहीं है कि उन के मोबाइल स्क्रीनशौट क्यों रखे गए थे.

अगर उन की मैनेजर ने व्हाट्सऐप चैट संभाल कर रखी, तो भी इस में दीपिका पादुकोण की ही गलती है. दीपिका पादुकोण की गलती यह है कि वे अपने बिजनैस मैनेजर व पीआर कंपनी पर आंख मूंद कर यकीन कर उन के इशारों पर नाचती क्यों रहीं? फ़िल्मी कलाकार अकसर अपने मोबाइल फोन अपने पीआर अथवा बिजनैस मैनेजर को पकड़ा देते हैं.

यही नहीं, कलाकारों को अपने पीआर और बिजनैस मैनेजर के सामने नतमस्तक होते हुए भी देखा है. कई बार पत्रकारों से दूरी बनाने के लिए भी कलाकारों को अपने पीआर या बिजनैस मैनेजर के कंधे पर बंदूक रख कर चलाते देखा गया है. जबकि हर कलाकार चाहे तो हर पत्रकार के बारे में जानकारी रखते हुए उन के संपर्क में रह कर ज्यादा अच्छे ढंग से अपना प्रचार कर सकता है. पर वे ऐसा नहीं करते. जबकि, 20 साल पहले ऐसा नही था. तब कलाकार के पास बिजनैस मैनेजर व पीआर की लंबीचौड़ी फौज नहीं हुआ करती थी.

आज कई पत्रकार दोस्त बताते हैं कि उस ने ‘फलां’ कलाकार को एसएमएस या व्हाट्सऐप संदेश भेजा था इंटरव्यू के लिए, तो उस ने जवाब भेज दिया कि उन के पीआर से बात की जाए. आखिर, एक कलाकार अपने पीआर या बिजनैस मैनेजर पर इतना निर्भर कैसे हो सकता है? उस का अपना विवेक कहां रहता है? बहरहाल, अब जो कुछ सामने आ रहा है, शायद उस से हर कलाकार कुछ सबक सीखेगा.

मैनेजर पर निर्भरता बड़ी गलती

इंसान के अंदर अगर जबरदस्त प्रतिभा है, समय का धनी है, और उसे बौलीवुड में बिना संघर्ष किए पहली ही फिल्म से जबरदस्त शोहरत मिल जाए, तब तो वह अपनेआप को खुदा ही समझने लगता है. उस वक्त सफलता का नशा उस के सिर पर चढ़ कर जिस तरह से बोलता है, उस के चलते वह अपने विवेक का उपयोग करना भूल जाता है. फिर धीरेधीरे वह अपने परिवार, समाज, दोस्तों से भी दूर चला जाता है. मजेदार बात यह है कि उसे इस बात का एहसास तक नहीं होता. पहली सफलता मिलते ही उस के इर्दगिर्द बौलीवुड की कार्यशैली के अनुरूप अलग तरह के चापलूसों व चने के झाड़ पर चढ़ाने वालों की टोली जमा हो जाती है. देखते ही देखते वह पीआर मैनेजर, बिजनैस मैनेजर जैसे इंसानों की लंबीचौड़ी फौज खड़ी कर,  उसी के इशारों पर सारे निर्णय लेने लगता है.

ऐसा करते समय वह भूल जाता है कि उस के अंदर की कार्यक्षमता, प्रतिभा, पसंदनापंसद, रिश्ते, मानवीय स्वभाव आदि को वे लोग बेहतर ढंग से कैसे समझ सकते हैं जिन्हें उस ने खुद ही अपने इर्दगिर्द सफलता के नशे में चूर हो कर नियुक्त किया है. हकीकत में होता यह है कि बौलीवुड में सफलता मिलते ही जिन लोगों को वह अपने आसपास जमा करता है, वे लोग उस की सोच व विचारों को आगे बढ़ाने की अपेक्षा अपनी सोच व विचारों के अनुरूप उसे ढालना शुरू कर देते हैं. और इंसान कब अपनी जड़ों को भुला बैठता है, इस का एहसास उसे नहीं होता. वह सफलता की ओर बढ़ता जाता है और दूसरों, खासकर बिजनैस मैनेजर व पीआर, पर उस की निर्भरता बढ़ती जाती है.

हजार करोड़ रुपए दांव पर

नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो जांच के बाद दीपिका पादुकोण को आरोपी ठहराता है या उन्हें बरी करता है, यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा. मगर इस से उन के कैरियर पर गहरा असर हुआ है. उन से जुड़े कई निर्माता परेशान हैं क्योंकि बौलीवुड से गंदगी की सफाई अभियान से जुड़े लोग और राष्ट्रवादी नशेड़ी गैंग के सभी कलाकारों, जिन में दीपिका पादुकोण प्रमुख हैं, की फिल्मों का बहिष्कार करने की बातें कर रहे हैं. इस से फिल्म निर्माताओं के 1,500 करोड़ रुपए दांव पर लग गए हैं. ड्रग्स मामले में दीपिका पादुकोण फंस गईं, तो बौलीवुड को 1,500 करोड़ रुपए का नुकसान होने की संभावना व्यक्त की जा रही है.

सब से पहले क्रिकेटर कपिल देव की बायोपिक फिल्म ‘83’ पर असर पड़ेगा. इस फिल्म में दीपिका पादुकोण ने कपिल देव की पत्नी रोमी भाटिया का किरदार निभाया है, जबकि कपिल देव के किरदार में दीपिका पादुकोण के पति रणवीर सिंह हैं. इस फिल्म का दीपिका पादुकोण ने साजिद नाडि़यादवाला,  फैंटम और रिलायंस के साथ मिल कर सहनिर्माण भी किया है. लगभग डेढ़ सौ करोड़ रुपए के बजट में बनी यह फिल्म 10 अप्रैल को प्रदर्शित होनी थी, मगर कोरोना महामारी व लौकडाउन के चलते प्रदर्शित नहीं हो पाई, अब इसे दिसंबर में प्रदर्शित करने की योजना है.

इस के अलावा, ‘महाभारत’ (600 करोड़), शकुन बत्रा की अनाम डार्क रोमांटिक फिल्म (100 करोड़), लव रंजन की अनाम फिल्म (80 करोड़), प्रभास  जिस का नामकरण ‘महानटी’ अथवा ‘सिनेमा एक्सप्रेस’ करने की बात चल रही है (400 करोड़), अमेरिकन कौमेडी फिल्म ‘द इंटर्न’ का हिंदी रीमेक (50 करोड़), ‘पठान’, ‘राना’ (150 करोड़), सपना दीदी की बायोपिक फिल्म ‘रानी’, अमेरिकन फिल्म ‘एक्स एक्स एक्स 4’ (लगभग 900 करोड़ रुपए) अब अधर में लटक गई हैं. इन में से कुछ फिल्मों का दीपिका सहनिर्माण भी कर रही हैं.

डिप्रैशन की वजह?

दीपिका पादुकोण की मैनेजर करिश्मा प्रकाश के साथ ड्रग्स को ले कर व्हाट्सऐप चैट सामने आने के बाद कंगना रानौत ने दीपिका पादुकोण पर निशाना साधते हुए कहा, ‘ड्रग्स लेने से इंसान डिप्रैशन में जाता है.’ मगर मनोचिकित्सक पूर्णरूपेण इस से सहमत नहीं हैं. उन की राय में इंसान जब भावनात्मक रूप से कमजोर हो और भावनात्मक रूप से परेशान हो, उस वक्त लोगों का साथ न मिलने पर डिप्रैशन में जाता है. तो दीपिका पादुकोण के डिप्रैशन में जाने की सब से बड़ी वजह रणबीर कपूर के संग अलगाव को माना गया.

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वास्तव में फिल्म ‘ओम शांति ओम’ से स्टार बनने के बाद 2008 में दीपिका पादुकोण ने रणबीर कपूर के साथ रोमांटिक कौमेडी फिल्म ‘बचना ऐ हसीनो’ की. उस की शूटिंग के दौरान दोनों के बीच रिश्ता स्थापित हो गया. दीपिका ने रणबीर कपूर संग अपने रिश्ते को छिपाने के बजाय खुल कर बात की थी. उन्होंने अपने गले पर रणबीर कपूर के नाम का टैटू भी गुदवाया था. उस रिश्ते से उन के अंदर काफी बदलाव आ गया था और वे खुद को सामाजिक रूप से भी जिम्मेदार होने का एहसास कराने लगी थीं. लेकिन फिर रिश्ता टूट गया. इस से उन के दिल को गहरी चोट लगी थी.

वर्ष 2010 के अंत में दीपिका ने रणबीर कपूर पर बेवफाई करने का आरोप लगाया था, जिसे बाद में रणबीर कपूर ने स्वीकार भी कर लिया था. उस बातचीत में दीपिका ने कहा था, ‘मेरे लिए सैक्स केवल शारीरिक सुख का मसला नहीं है, बल्कि इस में भावनाएं शामिल हैं. जब मैं किसी रिश्ते से जुड़ी, तो मैं भटकी नहीं, धोखा नहीं दिया. अगर मुझे बेवकूफ बनाया जा जा रहा हो, तो मैं ऐसे रिश्ते में क्यों रहूंगी? बेहतर होगा कि आप सिंगल रहें और मस्ती करें. लेकिन हर कोई ऐसा नहीं सोचता.”

वक्त बदला और 2013 में दीपिका पादुकोण व रणबीर कपूर के बीच गिलेशिकवे मिट गए. दोनों ने एकसाथ अयान मुखर्जी निर्देशित फिल्म ‘ये जवानी है दीवानी’ में अभिनय किया. इस के बाद 2015 में ‘तमाशा’ फिल्म भी की. पर इस से पहले 2012 से दीपिका पादुकोण ने रणवीर सिंह के साथ रिश्ता जोड़ लिया था, जिन के साथ उन्होंने 14 नवंबर, 2018 को विवाह रचाया. मगर रणबीर कपूर से संबंधविच्छेद के चलते 2011 में दीपिका पादुकोण डिप्रैशन का शिकार हो चुकी थीं.

2016 में एक मुलाकात में दीपिका पादुकोण ने हमें बताया था कि जब वह डिप्रैशन का शिकार हुई, तब उन की मां बैंगलौर से मुंबई उन के साथ रहने आ गई थी. परिवार व मां के साथ ने उन्हे डिप्रैशन से उबरने में मदद की थी.

‘लिव लव लाफ’ एनजीओ

ऐसा समय भी आया जब दीपिका ने दूसरों को भी डिप्रैशन से उबारने व डिप्रैशन को ले कर जागरूकता फैलाने के मकसद से अपना एनजीओ ‘लिव लव लाफ’ शुरू किया. फिल्म ‘पद्मावत’ के प्रदर्शन से पहले ‘लिव लव लाफ’ संस्था के संदर्भ में दीपिका पादुकोण ने कहा था, ‘हम अपनी संस्था द्वारा डिप्रैशन को ले कर लोगों के बीच जागरूकता पैदा करना चाहते हैं, क्योंकि इस के प्रति लोगों को बहुत कम जानकारी है. इस बारे में लोग ज्यादा खुल कर बात नहीं करते हैं. किसी डाक्टर के पास जाना हो या किसी को बताना हो कि मेरे साथ ऐसा हो रहा है तो बहुत घबराहट के साथ, बड़ी हिचक के साथ बात करते हैं. हम कोशिश कर रहे हैं कि मानसिक बीमारी यानी मैंटल हैल्थ को हम सभी स्वीकार करें. इसीलिए हम अवेयरनैस पैदा करने का प्रयास कर रहे हैं.’

बहरहाल, दीपिका पादुकोण के रूप में बौलीवुड की एक सुपरस्टार, खूबसूरत व सम्मानित अभिनेत्री अजीबोगरीब जाल में फंस गई हैं, जिस का उन के कैरियर पर नकारात्मक असर पड़ सकता है, हालांकि, फिल्म इंडस्ट्री के भीतर व बाहर उन के शुभचिंतकों की कमी नहीं है.

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दीपिका-रणवीर से सीखें परफेक्ट रिलेशनशिप टिप्स

बौलीवुड में कईं ऐसी कपल्स हैं जो एक अच्छे रिलेशनशिप की निशानी है. उन्हीं जोड़ियों में लोगों के बीच पौपुलर जोड़ी दीपिका पादुकोण और रणवीर सिंह की है. दोनों की कुछ महीनों पहले ही शादी हुई है. दीपिका-रणवीर की जोड़ी इंडिया में ही नही विदेशों में भी पौपुलर है. दोनों की मुलाकात 6 साल पहले फिल्म रामलीला के सेट पर हुई थी, जिसके बाद भी दीपिका और रणवीर दोनों की बौंडिग कायम है. अगर आप भी दीपिका-रणवीर की तरह अपने रिलेशनशिप को मजबूत बनाना चाहते हैं तो ये टिप्स आपके काम आएंगी.

एक-दूसरे की फैमिली में इंटरेस्ट रखना है जरूरी

दीपिका और रणवीर के रिलेशन की बात करें तो दोनों एक दूसरे की फैमिली में इटरेस्ट दिखाते हैं. वक्त निकाल कर अपने पार्टनर के दोस्तों और परिवार वालों से मिलते हैं और अगर आप भी अपने रिलेशनशिप को मजबूत बनाना चाहते हैं तो एक-दूसरे की फैमिली को अपने घर पर इनवाइट करते रहें. इससे आपके सोशल और फैमिली रिलेशन भी मजबूत होंगे. साथ ही, रिश्ते में एक नया विश्वास भी आएगा.

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टाइम बीतने के बाद भी करें पार्टनर की केयर

अगर आप भी शादी या रिलेशनशिप के कईं साल बीत जाने के बाद अपने पार्टनर की केयर करना कम कर देतें हैं तो ऐसा बिल्कुल न करें. यह न भूलें कि प्यार की बुनियाद अट्रेक्शन है. इसलिए दीपिका और रणवीर की तरह अपना अट्रेक्शन पार्टनर के लिए हमेशा बनाए रखें. अक्सर जब आप किसी के प्यार में पड़ते हैं तो उसकी कोई आदत आपको बहुत अच्छी लगी होती है. लेकिन कुछ वक्त बाद रिश्ते की पेचीदगियों में आपके पार्टनर की वो आदत खो जाती है. ऐसी ही कोई पुरानी आदत अपने पार्टनर को याद दिलाएं. यकीन मानिये उस आदत के साथ आपका पुराना प्यार भी वापस आ जाएगा.

पार्टनर को दें टाइम

आमतौर पर लोग सफल शादी के लिए फाइंनेशल कंडीशन का सही होना मानते हैं और ऐसा कहीं हद तक ठीक है, लेकिन पार्टनर को टाइम देना भी एक अच्छे रिलेशनशिप को कायम करने में मदद करता है.  पार्टनर यदि एक-दूसरे के साथ समय बिताएंगे तो ही वे अधिक से अधिक खुश रह पाएंगे. रिलेशनशिप में आ जाने के बाद आपकी जिम्मेदारियां समाप्त नहीं हो जाती, बल्कि और बढ़ जाती हैं. ऐसे में आप दोनों के बीच का प्यार कहीं खो न जाए, इसके लिए प्रयास करते रहें. कभी कोई फिल्म तो कभी कैंडल लाइट डिनर को अपनी दिनचर्या में जगह में दें. अपने पार्टनर को कोई तोहफा लाकर दें. कभी कोई लेटर लिखें या फिर कार्ड भिजवाएं.

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एक-दूसरे की सोच का करें सम्मान

कई बार किन्ही कारणों से पार्टनर एक-दूसरे के विपरीत होने और अलग विचार होने के कारण आपस में सौहार्द नहीं बना पाते.  शादी के बंधन में बंधने से पहले ऐसी बातों पर उनका ध्यान नहीं जा पाता. ऐसे में जरूरी हो जाता है कि दोनों को एक-दूसरे की सोच और विचारों का सम्मान करते हुए एक दूसरे को समझना. कुछ लोगों की अपने पार्टनर से शिकायत होती है कि वो उनकी बात ठीक से नहीं सुनते. या उनके पास उनकी बात सुनने के लिए वक्त नहीं होता. आपका पार्टनर जो भी कहे, उसे ध्यान से सुनें. अगर आपके पास उस समस्या का कोई हल ना भी हो तो उन्हें अहसास दिलाए की आप उन्हें समझ सकते हैं.

कईं बार अपने पार्टनर की नापसंद और पसंद का ख्याल रखना भी जरूरी होता है. इसीलिए अगर आपको कोई चीज न पसंद हो और आपके पार्टनर को वो चीज पसंद है तो उनकी च्वौइस का सम्मान करें. इससे आपके रिलेशनशिप में फ्रैशनेस बनी रहेगी.

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एक्टिंग में आने से पहले मां से किया था ये वादा- दीपिका

दमदार अभिनय से दर्शकों के बीच खास पहचान बनाने वाली अभिनेत्री दीपिका पादुकोण मशहूर बैडमिंटन खिलाड़ी प्रकाश पादुकोण की बेटी हैं.  मौडलिंग से करियर की शुरूआत करने वाली दीपिका ने 2006 में प्रदर्शित कन्नड़ फिल्म ‘ऐश्वर्या’ से दीपिका ने अपने फिल्मी कैरियर की शुरुआत की. बौलीवुड में 2013 दीपिका के कैरियर के लिए बेहतरीन वर्ष साबित हुआ. इस साल उन की फिल्म ‘रेस-2,’ ‘ये जवानी है दीवानी,’ ‘चेन्नई ऐक्सप्रैस’ और ‘गोलियों की रासलीला रामलीला’ आदि फिल्में रिलीज हुईं. सभी फिल्मों ने 100 करोड़ से ऊपर कमाई की. रोचक बात यह थी कि इन फिल्मों की शूटिंग के दौरान दीपिका की अपने को-स्टार रणवीर सिंह से नजदीकियां बढ़ीं और फिर दोनों ने शादी भी कर ली. दीपिका और रणवीर की बौंडिंग इतनी मजबूत है कि दोनों की सोच भी लगभग एक जैसी ही है. कुछ अरसा पहले में रणवीर ने इस बारे में बात करते हुए कहा था कि जब से हम दोनों डेटिंग कर रहे हैं तभी से अपनी लाइफ और फिल्मों के चयन इत्यादि पर एक-दूसरे से बात करते रहते हैं. कमाल की बात यह है कि इन मुद्दों पर हमारी राय एक जैसी ही होती है. यदि मुझे लगता है कि कोई फिल्म मेरे लिए सही नहीं है तो दीपिका का भी यही सोचना होता है. दीपिका इन दिनों फिल्म ‘छपाक’ की शूटिंग में व्यस्त हैं. उन से बात करना रोचक रहा. प्रस्तुत हैं, बातचीत के कुछ अंश:

मैरिड लाइफ के बारे में क्या कहना चाहेंगी?

शादी से पहले मैं ने लगभग 6 साल रणवीर को डेट किया. हम दोनों का कैरियर अलगअलग पड़ाव पर था. हम शादी के पहले भी एकदूसरे की पर्सनल लाइफ और चौइस का सम्मान करते थे और आज भी करते हैं. कुल मिला कर रणवीर के साथ शादी मेरी जिंदगी के खूबसूरत लमहों में से एक है.

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आप सफल अभिनेत्री मानी जाती हैं, इस बात से कितनी सहमत हैं?

मुझे जो भी प्रोजैक्ट मिलता है मैं उसे अच्छी तरह करने की कोशिश करती हूं. पर कई बार ऐसा नहीं हो पाता. उतार-चढ़ाव आता रहता है. मैं इसे सहजता से लेती हूं. मैं अपने किरदार के साथ न्याय करने के लिए उसे पूरी तरह खुद के अंदर उतार लेती हूं. मेरे फैन मुझे सफल अभिनेत्रियों में मानते हैं इस के लिए मैं उन की शुक्रगुजार हूं.

जब आप ने पहली बार अभिनय करने की मंशा जताई तो परिवार की प्रतिक्रिया क्या थी?

मुझे फिल्मों में नहीं आना था. मैं बैंगलुरु में 12वीं कक्षा में पढ़ती थी. पिता के साथ बैडमिंटन खेलती थी. उसी समय हमारे परिचित ऐड गुरु प्रसाद बेडप्पा ने मेरा फोटो शूट किया. फोटो का रिजल्ट बहुत अच्छा आया. फिर उन्होंने ही मुझे कुछ विज्ञापनों के औफर भी दिलवा दिए. शौकिया तौर पर काम करतेकरते मुझे अच्छा लगने लगा. एक दिन जब मैं ने पिता से कहा कि मैं फिल्मों में काम करूंगी तो उन्होंने मना कर दिया. उन्होंने कहा कि तुम बैडमिंटन अच्छा खेलती हो. इसी को प्रोफैशन बनाओ. फिर छोटी बहन भी धीरेधीरे इसी में आ जाएगी. तब मैं ने मां को समझाया कि अगर मैं अभिनय में सफल नहीं हो पाई तो वापस स्पोर्ट में आ जाऊंगी. मां ने पिता को राजी कर लिया. मैं अकेली मुंबई आ गई. मेरे पास प्रसाद बेडप्पा का शूट किया पोर्टफोलियो था, जिसे मैं ने सभी प्रोडक्शन हाउस में डाल दिया. इसी दौरान फराह की निगाह मुझ पर पड़ी और मैं अभिनेत्री बन गई.

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मुश्किलों से निबटने की ताकत दीपिका को कहां से मिलती है?

मेरे पेरेट्स बेहद सपोर्टिव हैं. जब मैं अवसाद के दौर से गुजर रही थी तब मेरे पिता ने मुझे मेरी इनर स्ट्रैंथ से परिचित कराया और धीरेधीरे मैं इस दौर से उबर सकी. रणवीर भी काफी सपोर्टिव हैं. मुश्किलों का दौर हर किसी की जिंदगी में आता है. ऐसे में अपने आप को अंदर से मजबूत बनाए रखना और मुश्किलों से उबरने का हौसला दिल में जगाए रखना बेहद जरूरी है. परिवार और दोस्तों के साथ हमेशा अच्छे संबंध बना कर रखें, क्योंकि मुश्किल में वे ही काम आते हैं.

Edited by Rosy

बर्थडे स्पेशल: दीपिका से जुड़ी रोचक बातें

दीपिका पादुकोण आज सिर्फ बॉलीवुड ही नहीं, बल्कि हॉलीवुड में भी अपनी एक अलग पहचान बना चुकी हैं. दीपिका की पहली हॉलीवुड फिल्म ‘ट्रिपल एक्स द रिटर्न ऑफ जेंडर केज’ इसी 14 को रिलीज होने वाली है.

खेल जगत से एक्टिंग की दुनिया में कदम रखने वाली दीपिका ना सिर्फ अपने अभिनय से बल्कि अपनी खूबसूरती और अपने परफेक्ट लुक से भी धमाल मचा रही हैं. अभी हाल ही में दीपिका, देसी गर्ल प्रियंका चोपड़ा को पछाड़ते हुए एशिया की सबसे सेक्सी महिला बन गई हैं.

दीपिका को सबसे पहले फरहा खान ने अपनी फिल्म ‘ओम शांति ओम’ में कास्ट किया था. कहा जाता है कि फरहा ने दीपिका को हिमेश रेशमिया के एलबम ‘नाम है तेरा…’ में देखा और उन्हें दीपिका पसंद आ गईं. इस तरह से हिमेश रेशमिया के एलबम में काम करना दीपिका के लिए लकी साबित हुआ.

आज इस खूबसूरत एक्ट्रेस दीपिका पादुकोन का 31वां जन्मदिन है.

दीपिका के इस जन्मदिन पर उनके अब तक के सफर पर डालते हैं एक नजर और जानते हैं उनसे जुड़ी कुछ रोचक बातें.

खेल जगत में भी दिखा रहीं थी अपना जलवा

दीपिका ने अपने करियर की शुरुआत एक स्पोर्ट्स पर्सन के रूप में की थी. जाने-माने बैडमिंटन प्लेयर प्रकाश पादुकोण की बेटी दीपिका स्टेट लेवल पर बैडमिंटन खेल चुकी थीं और जल्द ही नेशनल प्लेयर की लिस्ट में भी उनका नाम शामिल होने वाला था. इसके साथ ही दीपिका बासकेट बॉल की भी स्टेट प्लेयर रह चुकी हैं.

जन्म,बचपन और शुरूआती जीवन

जानी-मानी अभिनेत्री दीपिका का जन्म डेनमार्क की राजधानी कोपनहेगन में 5 जनवरी 1986 को हुआ. वह बैडमिंटन खिलाड़ी प्रकाश पादुकोण की बेटी हैं. दीपिका की मां, उज्जला एक ट्रेवल एजेंट हैं. छोटी बहन अनिषा एक गोल्फर हैं. दीपिका के दादा रमेश पादुकोण भी मैसूर बैडमिंटन के सेक्रेटरी रह चुकें हैं.

जब दीपिका 1 साल की थीं तब उनका परिवार कोपनहेगन से बेंगलुरु में शिफ्ट हो गया. दीपिका ने अपनी शुरूआती पढाई बेंगलुरु से किया. इंदिरा गाँधी नेशनल यूनिवर्सिटी से दीपिका ने सोशियोलॉजी में बेचलर ऑफ आर्ट्स की डिग्री हासिल की.

मॉडलिंग में कदम रखा

राष्ट्रिय स्तर पर बैडमिंटन खेलने के बावजूद दीपिका ने  बैडमिंटन को छोड़ कर मॉडलिंग को अपने करियर के तौर पर चुना. अच्छी कद काठी होने की वजह से देखते ही देखते मॉडलिंग में दीपिका का नाम रौशन हो गया. मॉडलिंग में नाम होने के बाद दीपिका के पास फिल्मों के लिए भी ऑफर्स आने शुरू हो गए.

फिल्मों की दुनिया में रखा कदम

अभिनेत्री दीपिका पादुकोण को एक्टिंग के साथ-साथ डांस में भी दिलचस्पी है, जिसके चलते फिल्मों में उनके डांस को भी सराहा गया. उन्होंने मॉडलिंग में सफलता के बाद एक्टिंग के क्षेत्र में कदम रखा.

सबसे पहले उन्होंने हिमेश रेशमिया के पॉप अल्बम ‘आप का सुरूर’ में गीत ‘नाम है तेरा’ से अभिनय की शुरुआत की. दीपिका पादुकोण मॉडलिंग करते हुए फिल्मों की दुनिया की ओर आकर्षित हो गईं. उन्होंने सबसे पहले साल 2006 में कन्नड फिल्म ऐश्वर्या के जरिए फिल्मी सफर की शुरुआत की. जिसे निर्देशक इन्द्रजीत लंकेश ने निर्देशित किया था.

बॉलीवुड में एंट्री

साल 2007 में दीपिका ने बॉलीवुड में कदम रखा वो भी किंग खान के साथ जिसका सपना हर किसी एक्ट्रेस का होता है. फिल्म ओम शांति ओम में दीपिका को ऐसी भूमिका मिली की वो अपनी पहली फिल्म से ही बॉलीवुड की टॉप की एक्ट्रेस बन गईं. फराह खान की इस फिल्म के जरिये दीपिका पादुकोण ने कई खिताब अपने नाम किए.

बॉलीवुड की प्रिंसेस

इसके बाद बचना ए हसीनो (2008), लव आज कल ( 2009), हाउसफुल (2010), परिंदे 2010) में भी दीपिका नजर आईं. हालांकि कुछ फिल्मों में उन्हें निगेटिव कमेंट्स भी मिले.

साल 2012 में आई फिल्म कॉकटेल ने दीपिका के करियर को गति दी. इसके बाद उन्हें कई अवॉर्ड्स कैटेगरी में नॉमिनेशन मिला. फिर आई ये जवानी है दीवानी (2013), चेन्नई एक्सप्रेस (2013), हैप्पी न्यू ईयर (2014). इन फिल्मों ने बॉक्स ऑफिस पर अच्छी कमाई की.

साल 2013 में आई फिल्म गोलियों की रासलीला राम लीला के लिए दीपिका को फिल्म फेयर का बेस्ट एक्ट्रेस अवॉर्ड भी मिला. इसके बाद साल 2015 में आई फिल्म ‘पीकू’ के लिए भी दीपिका के काम को सराहा गया. फिल्म ‘बाजीराव मस्तानी’ ने बतौर अभिनेत्री बॉलीवुड में उनकी पहचान को मजूबत बना दिया.

कई पुरस्कार जीते

दीपिका ने अपने फिल्मी करियर के दौरान कई पुरस्कार जीते. इनमें बेस्ट एक्ट्रेस,बेस्ट न्यू कमर, पॉपुलर हिरोइन, जैसे पुरस्कार शामिल हैं.

जिनमे खास कर फिल्मफेअर की बात करे तो 2007 में उन्हें फिल्म ओम शांति ओम के लिए बेस्ट डेब्यू और साल 2013 में फिल्म गोलिओं के रासलीला के लिए बेस्ट एक्ट्रेस का अवार्ड मिला.

अफेयर की चर्चाएँ आम हुईं

बॉलीवुड में चमकते सितारे के बारे में तरह तरह की बातें होना आम बात है. दीपिका के अफेयर्स ने भी जमकर सुर्खियाँ बटोरी. पहले दीपिका का नाम रणबीर कपूर के साथ जुड़ा. दीपिका ने कभी भी अपने रिलेशनशिप पर बात करने में झिझक महसूस नहीं की. रणबीर कपूर के साथ रिलेशनशिप को लेकर दीपिका ने करण जौहर से कहा था ‘एक समय आया था जब मुझे लगा कि मैं प्यार में पड़ गई हूं. वो एक ऐसा रिश्ता था जो मुझे लगा था कि सीमाओं से परे जाएगा. दुर्भाग्य से ऐसा नहीं हुआ.’

रणबीर के साथ रिश्ता टूटने के बाद दीपिका सहम गईं थी, लेकिन अब उनका नाम रणवीर सिंह के साथ जोड़ा जा रहा है. दीपिका और रणवीर ने इस रिश्ते के बारे में कई बार खुलकर बोला भी है.

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