Body Shaming का रोना रोनेवाली विद्या बालान ने किस मजबूरी में किया वेटलॉस

अक्सर विद्या बालान मोटापे को लेकर दुहाई देती रहती थी कि उन्हें बॉडी शेमिंग का सामना करना पड़ता है लेकिन अब उन्होंने वजन काफी कम कर लिया है. इससे प्रूव होता है चाहत सुंदर दिखने की हो या फिर बीमारियों से बचने की, मोटापा सही नहीं है. जरनल औफ द नैशनल कैंसर इंस्टीट्यूट की एक स्टडी  के अनुसार जिन महिलाओं ने अपना 5% वजन कम किया, उनमें स्तन कैंसर की आशंका 12 % कम हुई.

 

 

जब मोटापे का ताना सुन रो पड़ी थी परिणीता एक्ट्रेस
एक इंटरव्यू में विद्या बालन ने बताया था कि मसाज करनेवाली ने बॉडी शेमिंग की तो वह अपने प्रोड्यूसर हसबैंड सिद्धार्थ रौय कपूर के सामने फूटफूट कर रोयी थी. मसाज करने वाली ने विद्या को कहा था, “अरे फिर से वजन बढ़ा लिया”  कई बार अलगअलग इंटरव्यू में एक्ट्रेस ने यह शेयर किया किउनकी बॉडी शेमिंग की गई.
मूवी डर्टी पिक्चर में उन्होंने साउथ की पोर्न स्टार शकीला का रोल किया था.  इस कैरेक्टर की वजह से ही उन्हें अपना वजन बढ़ाना पड़ा था. इस मूवी के बाद वह सालों तक शेप में नहीं आ पाईं. अब विद्या ने काफी वेट लूज कर लिया है. इसके लिए उन्होंने रेगुलर योगा किया, इसके साथ ही कार्डिओ एक्सरसाइज और स्ट्रेंथ ट्रेनिंग भी की. एक्ट्रेस ने  डाइट में भी सुधार किया. विद्या ने एक इंटरव्यू में बताया कि उन्होंने वेट लूज करने के लिए ग्लूटन फ्री डाइट लिया और रॉ फूड से खुद को दूर रखा

जब भी लड़कियों के मोटापे की बात आती है, तो बौडी शेमिंग का रोना शुरू हो जाता  है, कई फैमिनिस्ट सोच रखनेवाली महिलाएं पुरुषों से अपनी तुलना करने लग जाती हैं कि लड़कियों पर ही बेबी डॉल बनने का प्रेशर क्यों होता है.  वुमन के लिए यह समझना जरूरी है कि वेट लूज होने से महिलाओं में कौन्फिडेंस बढ़ता है. इसके साथ ही वह कई रोगों से बची रहती हैं जैसे पोलिसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम, जो 15 से 45 साल की महिलाओं में कॉमन है इतना ही नहीं मोटी महिलाओं को ब्रैस्ट कैंसर होने की आशंका अधिक होती है

लड़कियों की ही नहीं लड़कों की भी होती है बॉडी शेमिंग
ऐसा नहीं है कि मोटी लड़कियों की ही बॉडी शेमिंग होती है, लड़कों की भी इससे गुजरना पड़ता है अक्सर लड़कियों के ग्रुप में इन लड़कों को मोटू, गप्पू कहकर मजाक उड़ाया जाता है, लड़कों के लिए भी स्लिम होना इसलिए मायने रखता है कि मोटापे की वजह से कई तरह की बीमारियां हो रही है जैसे दिल की बीमारी, डायबिटीज.   अमेरिकन डायबिटीज एसोसिएशन के अनुसार प्रीडायबिटिक लोगों को बीमारी को बढ़ने से रोकने के लिए अपने वजन को 7 से 10 % तक कम करना चाहिए

रिचा चड्ढा ने ‘शकीला’ के बोल्ड पोस्टर्स संग लौन्च किया ये अनोखा कैलेंडर

“पप्पी पप्पी”, “मैनइटर”, “मर्द को दर्द होगा” और “छतरी के पीछे क्या है” में कौमन क्या है? दरअसल ये सभी उस बेहद अनोखे कैलेंडर के अलग-अलग महीनों को रिप्रेजेंट करते हैं, जिसे शकीला बायोपिक के फिल्ममेकर्स ने दुनिया के सामने पेश किया है. इस तरह साल 2019 और भी रोमांचक हो गया है, क्योंकि अब साल के 12 महीनों में हर महीने के लिए बिल्कुल अलग क्वर्की विजुअल रिप्रेजेंटेशन होगा.

A_-_January

B_-_February

C_-_March-1

D-_April

E_-_May

इस कैलेंडर में हर महीने के पोस्टर को एक फिक्शनल मूवी पोस्टर के तौर पर डिजाइन किया गया है, जिसके टाइटल बेहद हिलेरियस और बोल्ड हैं और इन सभी में रिचा अलग-अलग लुक में दिखाई देती हैं.

F_-_June

G_-_July

H_-_August

I_-_September

यह 90 के दशक की पल्प मूवीज की याद दिलाएगा जिस दौर में शकीला सिल्वर स्क्रीन पर हावी थीं. साउथ फिल्म इंडस्ट्री की एडल्ट फिल्म स्टार के जीवन पर आधारित इस फिल्म को इंद्रजीत लंकेश डायरेक्ट कर रहे हैं, जो अवार्ड विनिंग डायरेक्टर हैं, साथ ही यह अपना कैलेंडर बनाने वाली पहली फिल्म बन गई है.

J_-_October

K_-_November

L_-_December

इस कैलेंडर को बेहद मजेदार हैशटैग #2019ShakeelaKeNaam दिया गया है, जो लोगों के बीच इस फिल्म को लेकर उत्सुकता को देखते हुए बिल्कुल सही है.

इस फिल्म को सैमीज मैजिक सिनेमा और योद्दाज एंटरटेनमेंट ने प्रोड्यूस किया है तथा यह फिल्म इस साल की गर्मियों में रिलीज होगी.

अनलिमिटेड कहानियां-आर्टिकल पढ़ने के लिएसब्सक्राइब करें