Hair Care Tips : हाईलाइटेड बालों की ऐसे करें देखभाल

Hair Care Tips : बालों की एक बड़ी समस्या उन पर धूप पड़ना है. धूप से बालों का रंग हलका पड़ता है. धूप में लंबे समय तक रहने के कारण बालों की हाईलाइट्स औक्सीडाइज हो सकती है जिससे अनचाहे शेड पैदा हो सकते हैं. अत: हाईलाइटेड बालों की देखभाल के लिए इन बातों का जरूर खयाल रखें:

केवल सोडियम लौरिल सल्फेट मुक्त शैंपू का ही प्रयोग करें, जो कलर्ड या हाईलाइटेड बालों को ट्रीट करने के लिए होता है. बालों का रंग लंबे समय तक बनाए रखने के लिए यह अवश्य करना चाहिए. इसके साथ कलर स्पैसिफिक शैंपू का अल्टरनेट प्रयोग करें, जो खासकर बालों का सटीक रंग बनाए रखने के लिए डिजाइन किया गया होता है.

बालों के रंग को बनाए रखने के लिए सल्फेट मुक्त हेयर कंडीशनर का प्रयोग करें. इस से बालों को लंबे समय तक पोषणयुक्त रखने में मदद मिलेगी.

जिनके बाल गहरे रंग के हों, उन्हें शाइन इन्हैंसिंग स्टाइलिंग उत्पादों का प्रयोग करना चाहिए.

यह जानना भी जरूरी है कि यह चमक कितने समय तक रहेगी और बाल कितने स्वस्थ बनेंगे, यह पूरी तरह से इस बात पर निर्भर करता है कि आप बालों का कितना खयाल रखती हैं.

हाईलाइटेड बालों के लिए किस तरह की देखभाल की जरूरत होती है, यह समझने के लिए 3 बातों पर ध्यान दिया जाना जरूरी है:

आप के बाल कितनी तेजी से बढ़ते हैं?

ज्यादातर मामलों में स्वस्थ सिर में बालों की प्रतिमाह औसत वृद्धि 5 मिमी. से 10 मिमी. के बीच होती है. बालों की वृद्धि आप की मैटाबोलिज्म, आहार तथा सिर पर आप क्या उत्पाद लगाती हैं, उस पर निर्भर होती है.

कलर्ड बाल प्राकृतिक शेड से अलग किस प्रकार होते हैं?

अपने बालों के लिए कौन सा रंग चुनती हैं, इस आधार पर कुछ विशेष जरूरतें हो सकती हैं:

डीप कंडीशनिंग

बालों को हाईलाइटेड कराने के बाद सब से जरूरी है उनकी डीप कंडीशनिंग. ऐसा इसलिए, क्योंकि हाईलाइटेड बाल काफी छिद्रयुक्त हो जाते हैं, इसलिए सप्ताह में कम से कम एक बार इस दिनचर्या का पालन करना जरूरी हो जाता है. बालों की कंडीशनिंग करने का मुख्य उद्देश्य है कि उन्हें हाईड्रेट कर के उन की नमी बनाई जा सके, जिस से वे अधिक चमकदार और खूबसूरत दिखेंगे.

जोजोबा आयल युक्त कंडीशनर डीप कंडीशनिंग हेयर मास्क का निर्माण करता है. यह सप्ताह में 2 बार बालों को धोने के बाद लगाया जा सकता है.

बेबी ट्रिम्स

कैमिकल्स के अत्यधिक प्रयोग के कारण हाईलाइट करते वक्त बाल अत्यधिक रूखे हो जाते हैं, जिस से उनके सिरे कमजोर हो जाते हैं. वे टूटने लगते हैं. बालों के सिरों को टूटने से बचाने के लिए 8 से 10 सप्ताह में एक बार बालों को ट्रिम कराएं ताकि बाल स्वस्थ व सेहतमंद बने रहें. टूटे सिरों को रिपेयर करने के लिए कैस्टर आयल के साथ लैवेंडर ऐसैंशियल आयल मिला कर लगाएं.

रोकथाम

बालों पर धूप, गरमी, धूल, पानी आदि का प्रभाव पड़ता है, जिस के चलते हाईलाइट्स के क्षतिग्रस्त होने की संभावना बढ़ जाती है. इस तरह के बाहरी तत्त्व रंग को हलका कर देते हैं तथा बालों में मौजूद नमी उन्हें रूखा और बेजान बना देती है. अत: बालों को पानी से धो लें और फिर उन्हें डीहाईड्रेशन से बचाने के लिए बाहर जाने से पहले उन में जोजोबा आयल लगाएं.

सुरक्षा

हीटेड स्टाइलिंग टूल्स जैसे स्ट्रेटनर, ब्लो ड्रायर, कर्लिंग आयरन के प्रयोग से हाईलाइटेड हेयर क्षतिग्रस्त हो सकते हैं. उन की सेहत व शक्ति बनाए रखने के लिए जरूरी है कि उन्हें ज्यादा तापमान से सुरक्षा प्रदान की जाए.

बालों में और्गन आयल लगाएं. इससे बालों को ज्यादा तापमान से सुरक्षा प्रदान करने में मदद मिलेगी.

आफ्टरकेयर टिप्स

आयल हाईलाइटिंग ट्रीटमैंट के बाद 2 काम करने होंगे- पहला लंबे समय तक बालों का रंग नया सा बनाए रखने के लिए इन की सुरक्षा करनी होगी और दूसरा उन्हें मजबूत, चमकदार, सेहतमंद बनाए रखने के लिए उनका पोषण करना होगा.

गीले बालों पर कैस्टर आयल मलें, बालों पर टौवेल बांध लें. 10 मिनट बाद बालों को धो लें. इस प्रक्रिया से बाल ज्यादा सेहतमंद और चमकदार बन जाएंगे, क्योंकि कैस्टर औयल बालों को नमी प्रदान करता है.

स्टाइलिंग टिप्स

हीट स्टाइलिंग टूल्स का प्रयोग कम कर दें. यदि ऐसे उपकरणों का प्रयोग करना बहुत जरूरी है, तो बालों के सिरों पर पहले हीट प्रोटैक्टैंट स्प्रे कर लें.

वाशिंग टिप्स

क्लोरीन: यदि अकसर स्विमिंग पूल में जाती हैं, तो स्विमिंग पूल में जाने से पहले यह जरूरी है कि बालों में कंडीशनर या जोजोबा आयल लगाएं. इस से स्विमिंग पूल में क्लोरीनयुक्त पानी बालों को क्षति नहीं

पहुंचा पाता.

पानी का तापमान

बालों को ठंडे या फिर गुनगुने पानी से धोएं, क्योंकि गरम पानी बालों में रंग को अलग कर सकता है.

शैंपू की फ्रीक्वैंसी

बालों को रोज शैंपू करने से नुकसान होता है, इसलिए शैंपू तभी करें जब बहुत जरूरी हो और शैंपू एसएलएस मुक्त हो. बाल हाईलाइट कराए गए हों या फिर नहीं, दोनों स्थितियों में प्राकृतिक शैंपू सब से अच्छा है.

Hair Care Tips : कैसे चुनें बालों के लिए सही Conditioner

Hair Care Tips :  बालों की सुरक्षा के लिए आप समय समय पर इन्हें जरूरी ट्रीटमैंट देती रहती हैं. इन्हीं ट्रीटमैंट्स में एक है, हेयर कंडीशनिंग. घरेलू नुसखों के साथ साथ बाजार में कई कंडीशनर भी उपलब्ध हैं, जो हर प्रकार के बालों के लिए बनाए गए हैं. मगर इन का चुनाव सावधानी के साथ करना चाहिए वरना इन का विपरीत प्रभाव बालों की सेहत को बिगाड़ भी सकता है.

अकसर महिलाएं इस बात को नजरअंदाज कर शैंपू और कंडीशनर की आकर्षक पैकिंग और उन के विज्ञापनों पर ही गौर करती हैं. कंडीशनर में मौजूद इनग्रीडिएंट्स उन के लिए महत्त्व नहीं रखते. जबकि सब से पहले किसी भी प्रोडक्ट पर दिए गए निर्देशों को ध्यानपूर्वक पढ़ लेना बहुत जरूरी होता है.

एक अध्ययन के मुताबिक 70% महिलाओं को पता ही नहीं होता कि कंडीशनर का इस्तेमाल क्यों किया जाता है. वे तो बस इसे एक प्रक्रिया के तौर पर बालों में लगा लेती हैं, तो कुछ महिलाएं ऐसी भी हैं, जो हर बार शैंपू और कंडीशनर बदल लेती हैं. ऐसे में बालों का खराब होना तय होता है.

इन में से कुछ महिलाएं ऐसी भी हैं, जिन्हें कंडीशनर के इस्तेमाल करने का ढंग और उस के फायदों के बारे में तो पता होता है, लेकिन यह पता नहीं होता है कि उन के बालों के टैक्स्चर पर कौन सा हेयर कंडीशनर फायदेमंद साबित होगा.

आइए, जानें कि किस तरह बालों के टैक्स्चर को समझ कर उन पर कौन सा कंडीशनर लगाना चाहिए.

पतले और महीन बाल

बालों के पतले होने के 2 कारण हो सकते हैं, या तो बालों को सही ट्रीटमैंट नहीं दिया जा रहा है या फिर आनुवंशिकता की वजह से भी बालों का टैक्स्चर महीन हो सकता है. लेकिन इन्हें सही ट्रीटमैंट के जरीए कुछ हद तक दुरुस्त किया जा सकता है. खासतौर पर हलके और वौल्यूमाइजिंग फौर्मूला बेस्ड कंडीशनर ऐसे बालों के लिए सब से अच्छा विकल्प साबित होते हैं.

दरअसल, ऐसे बालों को भारीपन के साथ ही चमक की भी जरूरत होती है और इस के लिए जरूरी है कि बालों में नमी रहे. लेकिन ऐसे बालों के लिए कंडीशनर चुनते वक्त यह जरूर देख लें कि उस में बायोटिन, कैफीन, पैंथेनोल और अमोनिया ऐसिड जैसे तत्त्वों का इस्तेमाल न किया गया हो. साथ ही, ऐसे बालों पर कंडीशनर को क्राउन एरिया पर लगने से बचाना चाहिए और जड़ों से लगभग 2 इंच बाल छोड़कर कंडीशनर लगाना चाहिए.

नौर्मल एवं मीडियम बाल

ऐसे बालों को मैंटेन रखने के लिए हाईड्रेशन लैवल में संतुलन बनाए रखना जरूरी है. अच्छी बात है कि आप के बाल शाइनी और हैल्दी हैं, लेकिन उन की इस खूबी को बनाए रखने के लिए जरूरी है कि उन्हें जरूरी ट्रीटमैंट मिलता रहे. ऐसे बालों के लिए विटामिन ए, सी और ई युक्त कंडीशनर का इस्तेमाल किया जा सकता है. साथ ही यूकलिप्टस और व्हीट प्रोटीन वाले कंडीशनर भी ऐसे बालों में नमी बनाए रखते हैं.

घुंघराले बाल

घुंघराले बालों में मौइश्चराइजिंग कंडीशनर ही लगाना चाहिए. ऐसे कंडीशनर बालों को शाइनिंग देते हैं और पोषण भी. ऐसे बालों के लिए कंडीशनर का चुनाव करते वक्त यह जरूर देख लें कि उस में शामिल सामग्री में प्रोटीन जरूर हो. इस के अतिरिक्त ऐसे बालों में शीया बटर, औलिव औयल और ग्लिसरीन युक्त कंडीशनर भी फायदेमंद साबित होते हैं. ये बालों में हाईड्रेशन और इलास्टिसिटी को भी बनाए रखते हैं.

मोटे बाल

यदि बाल मोटे और कड़े टैक्स्चर वाले हैं तो सब से पहले उन्हें मुलायम बनाया जाए, जिस के लिए कंडीशनर में ऐवोकाडो का तेल और सोया मिल्क जैसे इनग्रीडिएंट्स का शामिल होना बेहद जरूरी है. यह ऐसे बालों को भारी और सिल्की बनाएगा और साथ ही वौल्यूम को भी स्मूद करेगा.

औयली बाल

वैज्ञानिक तौर पर जिन की स्कैल्प ड्राई होती है उन के बाल औयली होते हैं. दरअसल, ड्राईनैस की वजह से स्कैल्प पर मौजूद औयल ग्लैंड तेल निकालना शुरू कर देती है, जिस से बाल ग्रीसी दिखने लगते हैं. कई महिलाएं बाल औयली होने की वजह से कंडीशनर को नजरअंदाज करने लगती हैं. लेकिन ऐसा नहीं करना चाहिए. ऐसे बालों में कंडीशनर को बालों के निचले हिस्से में लगाना चाहिए और वह भी स्प्रिंग की तरह बालों को घुमाघुमा कर कंडीशनर लगाने से फायदा होता है.

Hair Colour Tips At Home : घर पर ही करना चाहती हैं बालों में कलर, तो फौलो करें ये टिप्स

Hair Colour Tips At Home :  अगर आपको भी अपने बालों में कलर करना है और आप ब्यूटी पार्लर जाने के बजाय खुद ही घर पर बालों को रंगना चाहती हैं, तो यहां हम आपको बताएंगे कलर करने के कुछ आसान तरीके.

आपको इस बात का ध्यान रखकर कलर करना चाहिए कि वह आपकी उम्र, व्यवसाय और जीवनशैली से मेल खाए. और हां, आपके बालों में कलर तभी फबेगा जब आप उसे अपनी स्किन को ध्यान में रख कर लगाएंगी.

कैसा कलर करें

यदि आप बालों में चमक चाहती हैं, तो दो शेड्स को मिलाकर लगाएं यानी बेस कलर के साथ हाई लाइट या लो लाइट का मिक्सचर. बालों की सबसे ऊपर वाली परत के नीचे गहरा लो लाइट कलर करके आप बालों को सुन्दर व घना बना सकती हैं. फेस फ्रेमिंग हाई लाइटर वास्तव में चेहरे पर रंगत ला देते हैं और बालों को ट्रेंडी भी दिखाते हैं.

आप अपने बालों को हाइलाइट कर लकती हैं. इन्हें स्ट्रिक्स भी कहा जाता है. मध्यम भूरे से गहरे भूरे बालों के लिए बेस कलर से ही एक या दो टोन हल्का शेड का आप प्रयोग कर सकती हैं. जैसे लाइट ब्राउन लुक के लिए चेहरे के इर्द-गिर्द बालों की पहली परत के आधे इंच को 5 से 8 भागों में बांटकर इन्हें फाइल में लपेट कर पिन लगा लें. फिर एक कट के हर भाग पर हल्का रंग कर दें और बाकी बालों पर बेस कलर लगा लें.

अगर आपके बालों का रंग हल्का है, तो सारे बालों पर बेस कलर लगाएं. अब बालों की ऊपरी परत पर पिन लगा लें. निचली परत को 1 इंच के 5 से 8 भागों में बांट दें और इन पर गहरा रंग लगा लें. यह आपके बालों का लुक ही चेंज कर देगा, जिससे आप को मिलेगा एक प्रोफैशनल लुक.

कलर से बालों में शाइन लाएं

बाल रंगने से 2 दिन पहले प्री कलर हेयर थेरेपी करवाएं या हेयर स्पा ट्रीटमेंट लें. इससे बाल नरम हो जाएंगे और कलर करते समय वह क्षतिग्रस्त नहीं होंगे. और कलर करने के बाद वह शाइनी और चमकदार दिखेंगे.

इस तरह लगाएं कलर

सिरों की तुलना में बालों की जड़ें प्राकृतिक रूप में ज्यादा गहरे रंग की होती हैं. इसलिए जड़ों की ओर से रंग लगाना शुरू करें और बीच की लंबाई तक जाएं. रंग लगाने के कुछ देर बाद कंघी करें ताकि बाकी के बालों पर प्राकृतिक शेड आए. रंग लगाने के 24 घंटे बाद शैंपू कर लें.

कलर्स वाले बालों की देखभाल

आप रंगीन बालों के लिए तैयार किये विशेष तरह का शैंपू को चुनें क्योंकि ये शैम्पू ज्यादा नमी देने वाले होते हैं.

बालों में कंडीशनर का प्रयोग अवश्य करें. कलर बालों के लिए बना विशेष प्रकार का कंडीशनर लें. इसमें सिलिकोन कंपाउंड ज्यादा होते हैं, जो बालों को सुरक्षित रखते हैं .

सप्ताह में एक बार डीप कंडीशनिंग ट्रीटमेंट भी लें और विटामिन बी-5 वाला हेयर मास्क लगाएं.

Winter Hair Care Tips : सर्दियों में जिद्दी डैंड्रफ की करें छुट्टी, बस 5 टिप्स को करें फौलो

Winter Hair Care Tips : डैंड्रफ का इलाज आसान नहीं होता है. डैंड्रफ का मतलब‍ ही होता है आपके सिर की मृत हो जाने वाली त्‍वचा. डैंड्रफ की वजह से कभीकभी आपके सिर में खुजली भी होने लगती है. अकसर डैंड्रफ आपके सिर की त्वचा पर सामने ही दिखने लगते हैं जो कि बड़ा शर्मनाक होता है और स्थिति तब और भी बिगड़ जाती है, जब ये आपके कपड़ों पर गिरने लगते हैं.

डैंड्रफ से छुटकारा पाना यूं तो इतना आसान नहीं है पर इसके उपाय के लिए कई घरेलू उपचार बताये जाते हैं. तो आज हम आपको कुछ आसान उपाय बताऐंगे जिनकी मदद से आप डैंड्रफ से निजात पा सकते है. यदि आपके सिर की त्वचा तैलीय है और आपको डैंड्रफ की समस्या ज्यादा है तो है, यहां आपके लिए कुछ बहुत असरदार उपाय हैं जिनकी मदद से आप जिद्दी डैंड्रफ को आसानी से बाय बाय कह सकेंगे..

1. नीबू:

आपने देखा होगा कि कई एंटीडैंड्रफ शैंपू में नीबू होता है. सिर की त्वचा पर नीबू का रस लगाकर, इसे 15 मिनिट तक लगा रखने का बाद, शैंपू से इसे धो लें. नीबू का रस डैंड्रफ के लिए तुरंत असरकारी होता है.

2. नमक:

अपने शैंपू में थोड़ा सा नमक मिलाएं और सिर की त्वचा पर शैंपू का मिश्रण रगड़ें. ऐसा करने से सिर से सारी मृत त्वचा निकल जाती है और डैंड्रफ कपड़ों पर आकर भी नहीं गिरता.

3. बेकिंग सोडा:

बेकिंग सोडा और पानी को मिलाकर एक शैंपू बनाइए और शैंपू के स्थान पर इसका उपयोग कर, अपने बाल धोऐं और डैंड्रफ से आसानी से छुटकारा पाएं.

4. नीम की पत्तियां:

नीम की पत्तियों और पानी को मिलाकर बनायी गये पेस्ट को बालों में लगने से बालों में उपस्थित डैंड्रफ पर लाभकारी प्रभाव होता है. इसका कारण है कि नीम एंटी-फंगल होता है और इसीलिए यह डैंड्रफ को दूर कर देता है.

5. एलोवेरा:

एलोवेरा तो हर चीज में बहुत लाभकारी होता है. यहां भी एलोवेरा जैल, सिर की त्वचा को नमी प्रदान करता है और इसे औयली भी नहीं होने देता. एलोवेरा जैल को अपने सिर पर अच्छी तरह लगाऐं और 20 मिनिट तक इसे लगा रहने दे और फिर धो लें. एलोवेरा जैल से धीरे धीरे आपके सिर की मृत त्वचा पूरी तरह निकल जाती है और त्वचा औयली भी नहीं होती.

Winter Special : सर्दियों में रखें अपने बालों का खास खयाल, अपनाएं ये आसान तरीके

आप की त्वचा की तरह आप के बाल भी मौसम की मार झेलते हैं. चिलचिलाती गरमी बालों को बेहद रूखा बना देती है तो मौनसून की नमी उन की सतह पर फंगल इन्फैक्शन के खतरे को बढ़ा देती है. इस के बाद ठंड आने पर बाल काफी कमजोर और डल से हो जाते हैं.

ऐसे में आप अगर सर्दी के मौसम में अपने बालों की केयर के लिए निम्न खास तरीके अपनाएंगी तो आप अपने बालों को स्वस्थ और खूबसूरत रख सकती हैं.

हेल्दी डाइट

अगर आप अंदर से स्ट्रौंग हैं, तो इस का असर आप के बालों पर साफ नजर आता है. अगर आप अपनी डाइट में हेल्दी न्यूट्रिशन लेती हैं, तो इस से आप का शरीर स्वस्थ रहेगा और त्वचा पर भी चमक नजर आएगी. इस का असर बालों पर भी दिखेगा. इस के लिए आप ज्यादा से ज्यादा प्रोटीन युक्त डाइट लें, जिस में अंडे, चिकन, ओमेगा-3 फैटी ऐसिड, आयरन, काजू व बादाम आदि शामिल हों. इसके अलावा आयरन व फोलिक ऐसिड के सप्लिमैंट भी ले सकती हैं. ये आप के बालों को हेल्दी रखते हैं.

अगर आप की डाइट में न्यूट्रिशन की भरपूर मात्रा न हो तो सप्लिमैंट की जरूरत होती है. अत: अपने बालों को सर्दी की मार से बचाने के लिए आप विटामिन बी कौंप्लैक्स, प्रोटीन और कैल्सियम के सप्लिमैंट ले सकती हैं. अगर आप बहुत ज्यादा हेयरफौल से परेशान हैं तो डर्मेटोलौजिस्ट की सलाह लें.

ब्लोड्रायर का इस्तेमाल

पतझड़ के मौसम में नमी काफी कम होती है. ऐसे में ड्रायर और हौट आयरन का इस्तेमाल बालों पर कम करें. ऐसा करने पर आप के बाल सर्दी के मौसम में ब्लोड्रायर्स के इस्तेमाल के लिए तैयार रहेंगे. बालों पर ड्रायर का ज्यादा इस्तेमाल करने से सिर की परत के रोमछिद्र खुल जाते हैं. जिस से गंदगी रोमछिद्रों से अंदर प्रवेश कर जाती है. इस से बालों की जड़ें बेहद कमजोर हो जाती हैं. अत: बालों को ड्रायर करने से पहले अगर सिर की सतह पर बालों को सौफ्ट करने वाली क्रीम लगा ली जाए तो ड्रायर से होने वाला नुकसान काफी कम हो जाएगा.

रोजाना सिर की मसाज

बालों व सिर की सतह की मसाज के लिए हलका जैतून या नारियल का तेल इस्तेमाल करें. इस से बालों में नमी बनी रहती है. लेकिन इस का मतलब यह नहीं कि आप बहुत ज्यादा औयलिंग शुरू कर दें. बहुत ज्यादा औयल को साफ करने के लिए आप को ज्यादा शैंपू का इस्तेमाल करना होगा जोकि बालों को नुकसान पहुंचा सकता है. आमतौर पर बालों में हफ्ते में 2 बार औयलिंग और मसाज करने से बाल स्वस्थ रहते हैं. लेकिन ठंड से पहले व ठंड के मौसम में रोजाना औयलिंग व मसाज करनी चाहिए.

मौइश्चराइजिंग शैंपू व कंडीशनर

सर्दी के मौसम में बालों का रूखा हो जाना आम बात है. ऐसे में अभी से मौइश्चराइजिंग शैंपू व कंडीशनर का इस्तेमाल शुरू कर दें. दही, अंडे व हिना के इस्तेमाल से बालों की नमी को बनाए रखा जा सकता है. अगर बालों में डैंड्रफ है तो नीबू का इस्तेमाल करें.

सिर की सतह रखें स्वस्थ

सिर की सतह को स्वस्थ रखने के लिए कुछ किस्म के ट्रीटमैंट भी ले सकती हैं. ये ट्रीटमैंट मैडिकल थेरैपी के रूप में उपलब्ध हैं जैसे, लेजर लाइट थेरैपी, ओजोन थेरैपी, स्टेम सैल थेरैपी और एलईडी थेरैपी. इन सभी थेरैपियों के जरीए बालों की सतह को स्वस्थ रखा जा सकता है. इन से डैंड्रफ के साथसाथ बालों की अन्य समस्याओं से भी छुटकारा मिल जाता है.

लेजर लाइट थेरैपी

हेयरफौल और स्कैल्प इन्फैक्शन के लिए: जब आप के सिर की सतह पर रक्त का प्रवाह सही न हो रहा हो या फिर हारमोन डैफिसिएंसी हो जिस में कि डीहाइड्रोटेस्टोस्टेरोन प्रमुख है, इन दोनों ही परेशानियों में सिर की सतह को बहुत ज्यादा नुकसान पहुंचता है. ऐसे में लेजर फोटोथेरैपी के जरीए सिर की सतह को इन परेशानियों से दूर किया जा सकता है.

इस थेरैपी में बालों की सतह को जैंटल व नरिशिंग लाइट से नहलाया जाता है. इस तरीके से बालों की सतह पर फिर से ऊर्जा का संचार होने लगता है और बालों की फिर से ग्रोथ होने लगती है. इस के अलावा लेजर थेरैपी से बालों की सतह के रुक चुके रक्तप्रवाह को भी सही किया जा सकता है.

ओजोन थेरैपी

यह बालों की ग्रोथ और रिपेयर के लिए है. शरीर के किसी भी हिस्से में औक्सीजन के प्रवाह को ओजोन थेरैपी के नाम से जाना जाता है. औक्सीजन के ये फ्रीरैडिकल्स शरीर में मौजूद हानिकारक तत्त्वों को शरीर से बाहर करने में सहायक होते हैं. ऐसे ही तत्त्व हमारे सिर की सतह पर भी होते हैं जोकि ओजोन थेरैपी के जरीए सतह से बाहर निकल जाते हैं. इस थेरैपी के असर से बालों का गिरना पूरी तरह बंद हो जाता है और नए बाल भी उगने शुरू हो जाते हैं.

स्टेम सैल थेरैपी

इस ट्रीटमैंट में हम विटामिन, अमीनोऐसिड्स व पैप्टाइड्स के मिक्सचर को दूसरे ऐक्टिव इनग्रीडिएंट्स के साथ मिला कर सिर की सतह के स्टेम सैल्स को ऐक्टिव करते हैं. इस से बालों की ग्रोथ तेज हो जाती है. यह ट्रीटमैंट कई सैशन में पूरा होता है. तेज रिकवरी के लिए हेयर लेजर एलईडी थेरैपी का इस्तेमाल भी किया जा सकता है.

एलईडी थेरैपी

एलईडी यानी लाइट इमिटिंग डायोड थेरैपी के जरीए अलगअलग कम ऐनर्जी की लेजर लाइट को मिला कर ट्रीटमैंट किया जाता है. कई किस्म की लेजर्स को मिला कर ट्रीटमैंट करने से यह हेयरलौस और हेयरग्रोथ ट्रीटमैंट में काफी प्रभावी होती है.

प्लेटलेट रिच प्लाज्मा

इस ट्रीटमैंट में मरीज के खून में मौजूद सीरम को अलग किया जाता है. इस से ऐक्टिव प्लेटलेट्स अलग किए जाते हैं. इस के बाद इसे सिर की सतह पर इस्तेमाल किया जाता है ताकि बालों की ग्रोथ और भी तेजी से हो सके.

Hair Care Tips : बिना पार्लर जाए घर पर करें बालों को स्ट्रेट, अपनाएं ये टिप्स

Hair Care Tips : बालों को स्ट्रेट रखने का फैशन ट्रैंड में है. इसलिए जब भी हम लोग किसी भी दूसरी स्त्री या महिला के स्ट्रेट बाल देखते हैं तो मन में यही इच्छा होती है कि मेरे भी बाल ऐसे हों.

आप अपने बालों को मशीन से या फिर पार्लर जाकर स्ट्रेट करवा सकती हैं, लेकिन इससे बालों को बहुत नुकसान होता है. आप आपके बालों को स्ट्रेट कुछ प्राकृतिक चीजों का इस्तेमाल करके भी कर सकते हैं और ये तरीके आपके बालों को नुक्सान भी नहीं पहुचाएंगे.

  • आंवला और शिकाकाई : आंवला और शिकाकाई तो हमेशा ही बालों के लिए अच्छे होते हैं . इसके लिए आपको चाहिए कि आधा कप आंवला का पाउडर, आधा कप शिकाकाई और आधा कप चावल का आटा लेकर अच्छी तरह से मिला लें . अब इसमे २ अंडे मिलाकर फेट ले और इसे बालों में लगाएं. इस मिश्रण को अपने बालों में २ घंटे तक लगाए रखने के बाद बालों को अच्छे से धो लें. आप ऐसा हफ्ते में २ बार कर सकते हैं. आप पाएंगे कि आपके बाल पहले से स्ट्रेट हो गए हैं.
  •  एलोवेरा और तेल : आपको ये बात जाननी चाहिए कि एलोवेरा जेल आपकी त्वचा के अलावा, आपके बालों के लिए भी लाभदायक होता है. इनकी मदद से अपने बालों को स्ट्रेट बनाने के लिए आधा कप तेल लेकर इसमे एलोवेरा जेल का पेस्ट मिला दें. अब इसे बालों में ३०-४० मिनट तक लगाकर छोड़ दे . यह मिश्रण एक हेयर मास्क की तरह कान करता है, लेकिन यह आपके बालों की डीप कंडीशनिंग भी करता है. इससे आपके बाल स्ट्रेट होने के साथ-साथ चमकदार भी होते हैं .
  •  केला और पपीता : एक बर्तन में केला और पपीता को अच्छे से मैश कर लें. अब इसमें एक चम्म्च शहद मिलाकर इसे बालों में लगाएं. जब ये पैक सूख जाये तो बालों में शैम्पू करके धीरे-धीरे कंघा कर लें. आपके बाल स्ट्रेट नजर आएंगे.
  • दूध और शहद : घर पर बालों को स्ट्रेट करने के लिए आप दूध और शहद का इस्तेमाल कर सकती हैं. इसके लिए आपको आपको चाहिए कि दूध और शहद को एक बराबर मात्रा में लेकर, इसे बालों की जड़ो से लेकर नीचे तक लगाएं. इसे कुछ देर तक अपने बालों में लगा रहने दे, फिर पानी से धो डालें. इसे आप सप्ताह में दो बार लगा सकती है. दो हफ्तों के बाद आपके बाल एकदम स्ट्रेट हो जाएंगे.

बालों में कराने जा रही हैं Rebonding और Smoothing, तो इन बातों का रखें ध्यान

आपके लुक को बदलने में बाल महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं. ये सौंदर्य तो बढ़ाते ही हैं, साथ ही व्यक्तित्व को भी आकर्षक बनाते हैं.

 

रिबौंडिंग

सब से पहले बालों की क्वालिटी के बारे में जानकारी होनी चाहिए यानी बाल मोटे, पतले, मीडियम, रफ या फिर डैमेज हैं, क्योंकि जो स्ट्रेट थेरैपी क्रीम इस्तेमाल की जाती है वह बालों की क्वालिटी पर निर्भर करती है. यह जान लेने के बाद बालों में अच्छी तरह शैंपू करें और फिर ड्रायर से सुखा लें.

जब बाल सूख जाएं तो आयरनिंग करें. इस के बाद स्ट्रेट थेरैपी क्रीम सैक्शन बाई सैक्शन ऊपरी बालों की लटों से ले कर नीचे की लटों तक लगाएं. 15 से 20 मिनट बाद एक बाल को खींच कर देखें. यदि बाल स्प्रिंग की तरह घूम रहा हो तो समझ लें कि सल्फर बन्स टूट गए और अगर ऐसा नहीं हुआ तो 5-10 मिनट रुकें.

इस के बाद बालों को अच्छी तरह धो लें और मीडियम हीट पर ड्रायर कर लेयर बाई लेयर आयरनिंग करें. इस के तुरंत बाद न्यूट्रलाइजर सैक्शन बाई सैक्शन उसी प्रकार करें जिस प्रकार स्ट्रेट थेरैपीक्रीम अप्लाई की गई थी. इस दौरान बिलकुल भी न हिलें. 15-20 मिनट बाद बालों को अच्छी तरह धो लें. ठंडा ड्रायर करें. बाल सूख जाएं तो सीरम लगाएं और फिर मास्क.

स्मूदनिंग

पहले बालों को अच्छी तरह शैंपू से धो कर क्रीम अप्लाई करें. जब क्रीम सूख जाए तो बालों को धोए बिना ड्रायर करें. इस के बाद प्रैसिंग करें. इस के 3 दिन बाद अपनी हेयरड्रैसर की सलाह से सिर धो कर ड्रायर करें. अंत में सीरम लगा लें.

ध्यान रहे कि ऐक्चुअल स्मूदनिंग में आयरनिंग नहीं होती है. केवल बालों का टैक्सचर इंपू्रव होता है वैव 50-60% बना रहता है. कुछ लड़कियां स्मूदनिंग करवाती हैं. वे चाहती हैं कि बाल सीधे रहें, तो इस के लिए एक बार आयरनिंग करनी पड़ती है.

सावधानियां

रिबौंडिंग या स्मूदनिंग में इन बातों का ध्यान रखना जरूरी होता है.

स्कूटी न चलाएं.

बाइक के पीछे न बैठें.

बालों को दबाएं या मोड़ें नहीं.

जूड़ा न बनाएं.

रबड़बैंड न लगाएं.

मसाज न करें.

बालों को टाइट न बांधें.

बालों को धोने के बाद रगड़ें नहीं.

कलर न करवाएं. अगर करवाना ही हो तो कम से कम 20 दिन बाद करवाएं.

प्राकृतिक तरीके से कैसे करें देखभाल

खानेपीने का ध्यान रखें.

प्रोटीनयुक्त चीजों का सेवन करें.

पानी अधिक पीएं.

हरी सब्जियां और मौसमी फल ज्यादा से ज्यादा खाएं.

बालों में हफ्ते में 3 बार तेल लगाएं.

बालों को धोने के बाद रगड़ें या झाड़ें नहीं.

टैंशन से बचें.

स्टीम करें (गरम पानी में तौलिया भिगो कर सिर में लपेट लें).

बालों को हमेशा साफ रखें.

कितने तरह के होते हैं हेयर ब्रश, जानें उपयोग करने का सही तरीका

59 वर्षीया हेयर डे्रसर मारिया शर्मा की शख्सियत अनूठी है. स्वभाव से हंसमुख, मृदुभाषी मारिया ने फिल्मी दुनिया में 40 वर्ष पूरे किए हैं. आज वे कंगना राणावत की हेयर डे्रसर हैं. इतने सालों में उन्होंने रेहाना सुल्ताना से ले कर आज की बहुत सी युवा हीरोइनों के बाल संवारे हैं. जब वे केवल 18 वर्ष की थीं तब उन्होंने इस क्षेत्र में कदम रखा. साल 2009 में उन्हें दादा साहब फालके अवार्ड से नवाजा गया.

उन का शुरुआती दौर काफी संघर्षपूर्ण रहा. तब किसी प्रकार के प्रशिक्षण का प्रावधान नहीं था. क्रिश्चियन परिवार में जन्मी मारिया को बचपन से ही बालों को संवारने का शौक था. वे किसी भी अवसर पर आसपास की सभी सहेलियों के बालों को खुद संवारा करती थीं. उन्हें बचपन से बालों की सजावट से लगाव था. उन्हें अलगअलग अंदाज में संवारने का शौक था. हीरोइनों के बाल संवारते हुए ही उन्होंने सारे प्रशिक्षण प्राप्त किए. फलस्वरूप उन्होंने हीरोइनों को बालों के कई स्टाइलों से अवगत कराया, जिस में तार का जूड़ा, चाइनीज स्टाइल, ब्राइडल स्टाइल और ट्विस्ट स्टाइल काफी मशहूर हैं.

इस काम में उन की बड़ी बेटी रचना भी हाथ बंटाती है. उन की छोटी बेटी मिनाली मौडल और बेटा अनिल व्यवसायी है. हेयर ब्रश के बारे में उन से बातचीत हुई तो उन्होंने बताया कि हेयर ब्रश का इस्तेमाल सही ढंग से करना जरूरी होता है. हेयर ब्रश बालों के आधार पर चुना जाना चाहिए. आइए जानें, उन से कुछ जरूरी बातें :

हेयर ब्रश कितने तरह के होते हैं?

हेयर ब्रश कई तरह के होते हैं. छोटे, बड़े और गोल. बडे़ ब्रश में ब्रसल्स होते हैं, जो 2 प्रकार के होते हैं- कांटों वाला और गोल ब्रसल्स वाला. जिन के बाल घने होते हैं. उन के लिए कांटों वाला ब्रश उपयोगी होता है. जिन के बाल पतले होते हैं, उन्हें गोल ब्रसल्स वाले हेयर ब्रश सूट करते हैं. दोनों ही हेयर ब्रश को वौल्यूम दिखाने के लिए प्रयोग किया जाता है.

इन का उपयोग कैसे किया जाता है?

बालों को सेट करने के लिए ब्लोड्राई करना जरूरी है. अगर बाल काफी पतले हों तो एक साइज छोटा हेयर ब्रश ले कर ब्लोड्राई करने से आउट टर्न और फुल आउट टर्न दोनों ही संभव है. मीडियम हेयर ब्रश हलका आउट टर्न और फ्लिप आउट करने के लिए उपयोगी होता है.

छोटे हेयर ब्रश का प्रयोग कहां होता है?

छोटा हेयर ब्रश, जो गोल आकार में होता है, इस से रोलर इफेक्ट दिया जाता है. जिन के बाल स्टेप कट में हों उन के लिए छोटे हेयर ब्रश से फुल आउट टर्न कर ब्लोड्राई करने से अच्छा लगता है. बालों में फ्रिंज निकालने के लिए भी छोटे हेयर ब्रश इस्तेमाल किए जाते हैं.

फ्लैट हेयर ब्रश का प्रयोग कहां किया जाता है?

जिन के बाल घुंघराले हों उन के लिए फ्लैट हेयर ब्रश उपयोगी होता है, जिस में कांटे होते हैं. बालों को सीधा कर के ब्लोड्राई करने से बाल सीधे दिखते हैं. इस के अलावा अगर बाल बहुत पतले हों और आगे छोटेछोटे हों तब उन के लिए छोटे फ्लैट हेयर ब्रश को ले कर ब्लोड्राई कर सकते हैं. माथे पर आगे के बेबी हेयर के  लिए भी छोटे फ्लैट हेयर ब्रश का ही इस्तेमाल किया जाता है. इस के अलावा ब्रसल्स ब्रश बैक कांबिंग के लिए भी प्रयोग किया जाता है. इस से बाल साफसुथरे दिखते हैं. थोड़े से बेबी बाल होने पर पानी लगा कर सेमी वेट कर के अंत में सीरम लगाया जाता है. अगर बाल पतले हों तो मूज लगा कर थोड़ा सूखने दें, फिर ब्लोड्राई करें. ब्रश के प्रयोग के बाद उस का रखरखाव भी अच्छे तरीके से करना चाहिए ताकि आप अधिक दिनों तक उस का उपयोग कर सकें. ये ब्रश काफी महंगे होते हैं, जो अधिकतर विदेशों से मंगाए जाते हैं. भारत में मिलने वाले ब्रश अधिक दिनों तक नहीं चलते. जल्दी ही इन के ब्रसल्स खराब हो जाते हैं.

ब्रश का रखरखाव कैसे करना सही होता है?

कांटेदार ब्रश को डेटोल के पानी से धो कर रखें और अगर ब्रसल्स वाले हेयर ब्रश हों तो उन्हें साफ कर स्टरलाइज करें. पानी में डालने से पहले ब्रश के ऊपर चिपके हुए बाल कंघी की सहायता से पूरी तरह निकाल दें.

बालों को बनाना चाहते हैं हैल्दी, तो रात के समय इस तरह करें देखभाल

खूबसूरत बालों की चाह किसे नहीं होती. रूखेसूखे बालों की समस्या से आज के समय लगभग हर कोई जूझ रहा है. इसे ठीक करने के लिए हम क्या कुछ नहीं करते. महंगे से महंगे ट्रीटमेंट लेते हैं, जिसके कुछ दिन बाद बालों हाल फिर से बेहाल हो जाता है. और साथ में बालों से जुड़ी परेशानी भी दोगुनी हो जाती है. अगर आप भी बालों की समस्या से ग्रसित हैं, और अपने बालों को ठीक करने के तरीकों को खोज रही हैं, तो आपको अपनी दिनचर्या के साथ-साथ बालों की दिनचर्या पर खास ध्यान देने की जरूरत है. जिससे बाल एक बार फिर से जी उठेंगे. तो चलिए फिर जानते हैं, कि रात के समय बालों की सही तरीके से देखरेख कैसे करें.

1. नाईट हेयर मास्क जरूरी-

रूखे सूखे बालों को प्रोटीन की सबसे ज्यादा जरूरत होती है. जिसके लिए घरेलू हेयर मास्क सबसे बढ़िया विकल्प है. इससे बालों को टूटने से रोका जा सकता है. वहीं अगर बालों में फ्रिजिनेस है और उलझे रहते हैं, तो भी आपको इससे काफी राहत मिलेगी. हेयर मास्क बनाने के लिए केले को अच्छे से ब्लेंड कर लें, और उसमें शहद मिलाकर अच्छे से बालों के स्कैल्प में लगाएं. इससे बालों में चमक आयेगी.

2. सीरम भी जरूरी-

हेयर सीरम, बालों से जुड़ी समस्या को दूर करता है. इससे बालों में चिकनापन बढ़ता है. आप जब भी सोने से पहले बालों को धोएं, तो कुछ बूंद हेयर सीरम की अच्छे से लगाएं. जिससे बालों में गांठें ना पड़े और सुलझाने में भी आसानी रहे. इसके अलावा हेयर सीरम बालों को धूप और कीटाणुओं से भी बचाता है. आप बालों के लिए हेयर सीरम में इन्वेस्ट कर सकती हैं.

3. रात में करें चोटी-

रात में सोने से पहले बालों की मालिश करें, और अच्छे कंघा करके चोटी बांध लें. अगर आप सोते समय अपने बालों को खोलकर सोएंगी तो बाल और भी खराब हो जाएंगे. और घर्षण की वजह से टूट भी सकते हैं. ध्यान रखें कि छोटी ज्यादा टाइट ना हो.

4. पोषक तत्वों की न हो कमी-

बालों की देखभाल के लिए आप कोशिश करें कि विटामिन के सभी तत्व और हेल्दी वसा शामिल हो. क्योंकि ये हमारे  बालों के लिए बेहद फायदेमंद होती है. आप इसके लिए सही ढंग से खाना खाएं, और विटामिन से भरपूर खाद्य पदार्थों का सेवन करें.

5. सिल्क की तकिया बेहतर विकल्प-

अगर आप बालों को हाइड्रेट रखना चाहती हैं, तो अपनी तकिया बदलकर सिल्क की तकिया लगाना शुरू कर दें. इससे रूखे बालों की समस्या से छुटकारा मिलता है.  बता दें कॉटन की तकिया बालों की सारी नमी सोख लेता है. लेकिन सिल्क का तकिया बालों की नमी को बरकरार रखता है.

बालों की देखभाल दिन में तो हम बखूबी कर लेते हैं, लेकिन हमारे बालों को सबसे ज्यादा देखरेख की जरूरत रात के समय होती है. आप भी हमारी बताई हुई टिप्स को आज्मकर अपने बालों को नया जीवनदान दे सकती हैं.

Monsoon Special: बारिश में भीग गए हैं आपके बाल, तो इस तरह रखें ख्याल

मौनसून में बालों के बारबार पानी से भीगने पर उन का चिपचिपा होना, उलझना, झड़ना आदि समस्याएं आम हो जाती हैं. वैसे तो यह सीजन सभी किस्म के बालों के लिए समस्याएं ले कर आता है, मगर औयली बालों में समस्याएं कहीं अधिक होती हैं. औयली हेयर वातावरण की गंदगी, प्रदूषण को आसानी से आकर्षित करते हैं. इन्हीं कारणों से वे झड़ने लगते हैं. इस बारे में हेयर ऐक्सपर्ट कांता मोटवानी कहती हैं कि बारिश के मौसम में बाल अकसर भीग जाते हैं. बारिश का प्रदूषण और ऐसिड मिला पानी बालों को नुकसान पहुंचाता है. इसलिए जहां तक हो सके बारिश में भीगने के बाद तुरंत बालों को साफ पानी से धो कर सुखा लें. इस से उन्हें कम नुकसान होगा.

इस मौसम में किसी भी किस्म के हेयर जैल और हेयर स्टाइलिंग प्रोडक्ट का इस्तेमाल न करें. इस समय कैमिकल फ्री हेयर प्रोडक्ट्स का प्रयोग उपयुक्त रहता है. नियमित कंडीशनिंग और शैंपू से सिर की त्वचा से अतिरिक्त तेल निकल जाता है, जिस से बाल ड्राई हो कर झड़ने लगते हैं.

हेयर स्टाइलिस्ट असगर साबू कहते हैं कि स्वस्थ बाल पाने के लिए पुराने समय के हेयर रूटीन को छोड़ कर नए रूटीन को फौलो करें, जो इस तरह है:

– अगर आप रोज शैंपू करती हैं, तो माइल्ड शैंपू का प्रयोग करें. लेकिन बारबार शैंपू करने से बालों का प्राकृतिक तेल बाहर निकल जाता है. जिस से डैंड्रफ होने का खतरा रहता है. लेकिन बारिश की वजह से बाल गीले और चिपचिपे हो जाते हैं, इसलिए सप्ताह में 2-3 दिन शैंपू जड़ों में लगाएं.

– स्मूथ कैराटिन युक्त शैंपू इस मौसम में लाभदायक होता है. इस से बाल साफ, सिल्की और चमकदार लगते हैं. कैराटिन बालों को पोषण देता है, जिस से वे उलझते नहीं. इस के अलावा बालों की कंडीशनिंग, सिरम लगाना आदि लाभदायक रहता है.

– शैंपू के बाद बालों में मास्क लगाना आवश्यक है. अगर आप के बाल फिजी हैं, तो ऐंटीफिजी मास्क प्रयोग करें. मास्क अधिक समय तक न लगाए रखें वरना आप के बाल औयली हो जाएंगे. केवल 5-7 मिनट लगाए रखना ही काफी है.

– मौनसून में बालों में तेल लगाना आवश्यक है. कोकोनट औयल, औलिव औयल आदि में बालों को पोषण प्रदान करने की क्षमता होती है. शैंपू से पहले सप्ताह में 1-2 बार तेल को हलका गरम कर पोरों से बालों की जड़ों में लगाएं. समय की कमी हो तो 5 मिनट से ले कर आधे घंटे तक तेल लगाने के बाद तौलिए से सिर को ढक लें. शैंपू के बाद बालों को हलके ड्रायर से सुखा लें ताकि बाल चमकदार दिखें.

– जब बाल गीले हों तो उन्हें कभी न बांधें. बड़े दांतों वाले ब्रश से कंघी करें. हैल्दी हेयर के लिए प्रोटीन अधिक मात्रा में आवश्यक है. अगर आप शाकाहारी हैं तो हरी सब्जियां, बींस होलग्रेन्स, लो फैट डेयरी प्रोडक्ट्स आदि ले सकती हैं और अगर नौनवैजिटेरियन हैं, तो मछली, अंडे का सेवन अधिक करें. वर्किंग हैं, तो अपने साथ तौलिया अवश्य रखें ताकि बालों के गीला हो जाने पर उन्हें तौलिए से अच्छी तरह सुखा सकें. बीचबीच में हेयर कट करवा कर उन्हें अच्छा लुक अवश्य दें.

– मौनसून में बालों के लिए प्रोटीन ट्रीटमैंट भी जरूरी होता है. एग, हनी व कर्ड पैक बालों के लिए बहुत ही लाभदायक प्रोटीन पैक है. विधि इस प्रकार है:

2 अंडों में 2 बड़े चम्मच दही मिलाएं. आधे नीबू का रस और कुछ बूंदें शहद की डाल कर अच्छी तरह मिलाएं और फिर बालों की जड़ों में लगाएं. आधे घंटे बाद बालों को साफ पानी से धो लें.

– कुनकुने पानी में 2 बडे़ चम्मच विनेगर डाल कर बालों में लगाने से उन में चमक आ जाती है और वौल्यूम भी बढ़ता है.

– बारिश के मौसम में छाता अवश्य साथ रखें ताकि बालों को भीगने से बचाया जा सके और मौनसून में भी उन की बारिश में खूबसूरती बरकरार रहे.

केयर औफ कलर्ड हेयर

– बाल गीले होने पर बाहर न निकलें, क्योंकि उस दौरान क्यूटिकल्स खुले होेते हैं और बाहरी प्रदूषण की वजह से कई मिनरल्स जैसे सल्फेट, फासफोरस, पोटैशियम व सोडियम नमी में शामिल हो जाते हैं, जो बालों को कमजोर बना देते हैं और कलर को फीका कर देते हैं.

– हेयर वाश करने के बाद बालों में सीरम जरूर लगाएं. ऐसा करने से क्यूटिकल्स बंद हो जाएंगे, साथ ही बाल सौफ्ट व सिल्की भी हो जाएंगे. इस के अलावा सीरम के इस्तेमाल से कलर में शाइन भी आएगी.

– अगर आप गौर्जियस लुक के लिए बालों में कलर करवाने की सोच रही हैं या फिर कलर चेंज करवाना चाहती हैं, तो जरा ठहर जाएं, क्योंकि मौनसून के सीजन में कलर जल्दी फेड होने का डर बना रहता है.

– बालों को नरिशमैंट देने के लिए सप्ताह में 1 बार हेयर मास्क भी लगा सकती हैं. इस के लिए नीम की पत्तियों को सुखा कर क्रश कर लें और फिर इस में मेयोनीज व अंडा मिला कर बालों में लगाएं और कुछ घंटों बाद पानी से धो लें. इस पैक में शामिल नीम के ऐंटीसैप्टिक गुण आप के बालों को हर प्रकार के इन्फैक्शन से बचाएंगे. अंडे में युक्त प्रोटीन से बालों को मजबूती मिलेगी, साथ ही कलर भी लंबे समय तक टिका रहेगा. इस के अलावा मेयोनीज से कलर में शाइन भी नजर आएगी.

– अपने कलर को स्टाइलिश अंदाज में दिखाने के लिए आप चोटियां भी बना सकती हैं. स्टाइलिश व फैशनेबल ब्रैड्स के बीच कलरफुल स्ट्रैंड्स बेहद खूबसूरत दिखेंगी. इस के अलावा आप बालों में मैसी साइड लो बन भी बना सकती हैं. चेहरे पर मेकअप लुक के बजाय नैचुरल लुक लाने के लिए बन में कुछ स्ट्रैंड्स जरूर निकाल दें. ऐसा करने से चेहरे पर रियल लुक नजर आएगा.

– भारती तनेजा

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