ह्यूमन ग्रोथ हार्मोन: शारीरिक विकास के लिए महत्त्वपूर्ण

शारीरिक विकास के लिए ह्यूमन ग्रोथ हार्मोन महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाता है. यह कोशिकाओं के निर्माण और पुनर्निर्माण को बहाल करता है. छोटी उम्र में हार्मोन काफी तेजी से बनता है. यही ब्लड ग्रोथ हार्मोन हमें जवां बनाए रखता है. लेकिन जैसेजैसे उम्र बढ़ती है, हमारा शरीर हार्मोन बनाना कम कर देता है. 30 साल की उम्र के बाद हमारा शरीर ग्रोथ हार्मोन बनाना कम कर देता है यानी उम्र 10 साल बढ़ने में इस की क्षमता 25 फीसदी तक घट जाती है.

क्या है ह्यूमन ग्रोथ हार्मोन

 यह हमारे शरीर में मौजूद जरूरी हार्मोन है. यह शरीर में मांसपेशियों और कोशिकाओं को विकसित करता है. ह्यूमन ग्रोथ हार्मोन को पिट्यूटरी ग्लैंड बनाता है. इस हार्मोन के बिना शरीर में मांसपेशियों का गठन और बोन डोसिटी बढ़ना नामुमकिन है.

कद बढ़ाने में मददगार

इंसान के कद बढ़ाने में जिस तत्त्व का महत्त्वपूर्ण स्थान है, वह है ह्यूमन ग्रोथ होर्मोन. कैल्शियम का सेवन भी हमारे लिए काफी महत्त्वपूर्ण है. कैल्शियम से न केवल हमारी हड्डियां मजबूत होती हैं बल्कि यह हमारे कद बढ़ाने में भी काफी मददगार साबित होता है. हम अपने कद को योग के द्वारा भी प्राकृतिक रूप से बढ़ा सकते हैं. योग तनावमुक्त रखने के साथ ही शारीरिक विकास में भी मददगार है.

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चीनी का सेवन कम करें

 डायबिटीज वाले लोगों के बजाय नौन डायबिटिक लोगों का ह्यूमन ग्रोथ हार्मोन का लैवल 3-4 गुना ज्यादा होता है. इंसुलिन को सीधे तौर पर प्रभावित करने के साथ ही चीनी का अधिक इस्तेमाल करने से वजन और मोटापा भी तेजी से बढ़ता है और इस का असर ह्यूमन ग्रोथ हार्मोन के स्तर पर पड़ता है. इसलिए ज्यादा से ज्यादा संतुलित आहार लेने की कोशिश करें, ताकि आप स्वस्थ रहें. आप जो भी आहार लेते हैं उस का सीधा प्रभाव आप के स्वास्थ्य, हार्मोन और शारीरिक बनावट पर पड़ता है.

रात को खाना कम खाएं

 रात को सोने से पहले कभी भी ज्यादा खाना न खाएं. अधिक कार्बोहाइड्रेट और प्रोटीन वाला आहार इंसुलिन को बढ़ाता है और रात को बनने वाले ग्रोथ हार्मोन को रोकता है. खाना खाने के 2-3 घंटे तक इंसुलिन का स्तर कम हो जाता है.

दिनचर्या बदलें

लगातार तनाव में रहना शरीर में ह्यूमन ग्रोथ हार्मोन की मौजूदगी को कम करता है. हंसने और खुश रहने से शरीर को सकारात्मक ऊर्जा प्राप्त होती है, साथ ही ग्रोथ हार्मोन में भी बढ़ोतरी होती है. सिनेमा देखना भी काफी लाभप्रद है.

ग्रोथ हार्मोन को बढ़ाने की दवा

 मार्केट में ह्यूमन ग्रोथ हार्मोन को बढ़ाने की काफी दवाएं मौजूद हैं, लेकिन इन का इस्तेमाल आप अपनी मरजी से नहीं कर सकते. इन का सेवन करने के लिए आप को अपने डाक्टर से सलाहमशवरा करना पड़ेगा. डाक्टर यदि जरूरी समझे तो कुछ समय के लिए इस के सेवन की अनुमति दे सकता है.

साइड इफैक्ट्स

 बिना जरूरत के ह्यूमन ग्रोथ हार्मोन का इस्तेमाल करने से कई नुकसान हो सकते हैं. इस के ज्यादा सेवन से शरीर का कोई भी अंग बढ़ सकता है, जैसे हाथ, पैर और जबड़ा. इसलिए इस का इस्तेमाल आवश्यकतानुसार ही करें.

ह्यूमन ग्रोथ हार्मोन कैसे बढ़ता है

  • व्यायाम शुरू करने के आधे घंटे बाद शरीर में ग्रोथ हार्मोन बनना शुरू होता है, जो 45 मिनट तक बढ़ता है यानी 60 मिनट तक स्थिर रहता है. इस के बाद इस का लैवल घटना शुरू हो जाता है.
  • शरीर दिन भर में जितना ग्रोथ हार्मोन बनाता है उस का 75 फीसदी निर्माण अच्छी नींद के दौरान करता है.
  • ह्यूमन ग्रोथ हार्मोन के लिए विटामिन और अच्छी डाइट बहुत जरूरी है. विशेषज्ञ की सलाह के बिना सप्लीमेंट्स का इस्तेमाल कतई न करें.
  • शरीर में ग्रोथ हार्मोन बनाए रखने के लिए रोजाना जरूरी कैलोरी का 20 फीसदी हिस्सा शुद्ध फैट से हासिल होता है.

खास आहार बढ़ाए ग्रोथ हार्मोन

 स्वस्थ शरीर पाने के लिए ग्रोथ हार्मोन बहुत जरूरी है. यह मांसपेशियों के लिए काफी अहम है. इस के लिए प्रोटीनयुक्त भोजन का सेवन करें.

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मांसमछली का सेवन

 एमिनो एसिड के महत्त्वपूर्ण स्रोतों में एक खास है मांस और मछली, जो पूरी तरह प्रोटीन से भरपूर होते हैं. यह शरीर में ह्यूमन ग्रोथ होर्मोन बनाने में कारगर साबित होते हैं.

डेयरी और अंडे

 भरपूर प्रोटीन के लिए डेयरी प्रोडक्ट्स और अंडे भी खास हैं यानी ये ह्यूमन ग्रोथ हार्मोन बनाने के लिए सभी जरूरी एमिनो एसिड प्रदान करते हैं. दूध और सोया दूध में लगभग प्रति एक गिलास में 8 ग्राम प्रोटीन होता है, जबकि स्ट्रिंग पनीर या एक अंडे में 6 ग्राम प्रोटीन होता है.

सब्जियों का अधिक सेवन करें

 एमिनो एसिड हासिल करने के लिए हरी सब्जियों का ज्यादा सेवन करें, क्योंकि ज्यादातर पौधों में एमिनो एसिड होता है. इसलिए हरी सब्जियों को रोजाना अपने खाने में इस्तेमाल करें.

जानें क्या है बाल झड़ने के कुछ मुख्य कारण और इससे निजात पाने का तरीका

बाल झड़ना एक आम समस्या है जिस से हर कोई परेशान है. इस के पीछे के बहुत से कारण होते हैं जिनमें से कई आप के स्वास्थ्य से सम्बन्धित भी होते हैं. आप के बाल झड़ना एक गंभीर स्थिति का लक्षण भी हो सकते हैं. इसलिए इन्हें कभी भी अनदेखा न करें. आज हम बात करने जा रहे हैं बाल झड़ने के कुछ मुख्य कारणों के विषय में और साथ ही इस बारे में भी कि इस समस्या से निजात कैसे पा सकते हैं.

आप बहुत ज्यादा स्ट्रेस लेते हैं या बीमार रहते हैं

आप का बहुत अधिक स्ट्रेस लेना भी आप के बाल झड़ने का एक कारण होता है. हमारा शरीर मानसिक स्ट्रेस को भी उसी प्रकार ट्रीट करता है जिस प्रकार वह शारीरिक स्ट्रेस को करता है. अतः यह स्ट्रेस आप के नए बालों के विकास को भी रोक सकती है और आप के पहले से ही उगे हुए बालों को भी डेमेज कर सकती है. आप के बाल बहुत अधिक स्ट्रेस लेने से लगभग 3 महीनों तक झड़ते हैं. अतः अपने बालों को झड़ने से बचाने का सबसे आसान तरीका यही है कि आप स्ट्रेस न लें.

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आप गर्भवती हैं

यदि आप गर्भवती हैं तो आप के शरीर पर शारीरिक स्ट्रेस बहुत अधिक हो जाता है और इसलिए आप के बाल झड़ना शुरू हो जाते हैं. आप के बाल बच्चा पैदा होने के बाद अधिक झड़ते हैं. यदि आप भी इस समस्या का सामना कर रही हैं तो चिंता न करें. क्योंकि आने वाले कुछ महीनों के बाद आप के बाल फिर से सामान्य रूप से बढ़ने लगेंगे और झड़ना भी बंद हो जाएंगे.

आप बहुत ज्यादा विटामिन खा रहे हैं

यदि आप विटामिन ए के सप्लीमेंट्स या दवाइयां खा रहे हैं तो आप के बाल झड़ने की सम्भावना अधिक होती है. यदि आप पर्याप्त मात्रा से अधिक विटामिन ए ग्रहण करते हैं तो आप के बाल निश्चित रूप से ही झड़ने लगते हैं. परन्तु अच्छी बात यह है कि जब वह विटामिन ए, जोकि एक्स्ट्रा मात्रा में आप के शरीर में है, वह आप के शरीर से निकल जाता है तो आप के बाल दोबारा से बढ़ने लगते हैं और झड़ना बंद कर देते हैं.

आप पर्याप्त मात्रा में प्रोटीन नहीं ले रहे हैं

यदि आप अपने शरीर को प्रोटीन से वंचित रखते हैं तो भी आप के बाल झड़ने लगते हैं. जो लोग स्पेशल तरह की डायट जैसे केटो डायट आदि पालन करते हैं उन्हें यह समस्या सबसे अधिक देखने को मिलती है क्योंकि उनकी डायट में प्रोटीन इंटेक बहुत सीमित होता है. अतः यदि आप को भी लगता है कि आप कम मात्रा में प्रोटीन ले रहे हैं तो आप को अपना प्रोटीन इंटेक बढ़ा देना चाहिए.

आप की मम्मी के साथ भी यही समस्या थी

कई बार बाल झड़ने की समस्या पीढ़ी दर पीढ़ी भी देखने को मिलती है. यदि आप एक ऐसे परिवार से हैं जिन्हें एक उम्र के बाद बाल झड़ने की समस्या शुरू हो जाती है तो हो सकता है आप के बाल भी इसी वजह से झड रहे हों. इस समस्या के निवारण हेतु आप अपने डॉक्टर से बात कर सकते हैं या आप मेनॉक्सिडिल का प्रयोग भी कर सकते हैं. यह बाजार में बहुत आसानी से उपलब्ध है.

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आप के हार्मोन्स बदल रहे हैं

जिस प्रकार प्रेग्नेंसी में हार्मोन्स के बदलने के कारण आप के बाल झड़ते हैं उसी प्रकार यदि किसी कारण वश जैसे बर्थ कंट्रोल पिल्स आदि लेने के कारण भी आप के हार्मोन्स बदल जाते हैं, इस कारण भी आप के बाल झड़ने लगते हैं. यह अक्सर तब भी ज्यादा होता है जब आप का मासिक धर्म बंद हो जाता है अर्थात् आप के मेनोपॉज के दौरान भी आप को बाल झड़ने की समस्या देखने की मिलती है.

आपके चेहरे के ये बदलाव बताएंगे आपकी बीमारी, रहें सतर्क

चेहरा हमारी सेहत का आइना होता है. शरीर में किसी भी तरह की परेशानी हो, उसकी झलक चेहरे पर आ जाती है. किसी व्यक्ति को क्या परेशानी है उसके चेहरे को देख कर समझा जा सकता है. इस खबर में हम आपको बताएंगे कि कैसे किसी वयक्ति के चेहरे से उसकी बीमारी का पता लगाया जा सकता है.

बालों का झड़ना:

changes on face may be cause of disease

लोगों में बालों के झड़ने की समस्या बेहद आम है. लेकिन ये ज्यादा हो तो सतर्क हो जाएं. सिर के बालों के साथ पलकें और आइब्रो भी झड़ने लगें तो इसे नजरअंदाज ना करें. जानकारों की माने तो ऐसा अत्यधिक तनाव या औटोइम्यून बीमारी के कारण होता है.

सूखे होंठ:

changes on face may be cause of disease

होंठ का सूखापन दिखाता है कि आपके शरीर में पानी की कमी है या कहें तो आपके शरीर को पर्याप्त मात्रा में पानी नहीं मिल रहा है. अगर हर मौसम में आपको खुश्क होठों की शिकायत रहती है तो डायबिटीज और हाइपोथाइरौडिज्म की भी जांच कराएं.

चेहरे का पीला पड़ना:

changes on face may be cause of disease

अगर आपके चेहरे की रंगत में बदलाव हो रहे हैं या कहें कि आपका चहरा पीला पड़ रहा है, तो ये आपके शरीर में खून की कमी का संकेत है. आपको अपनी डाइट में बदलाव करना होगा.

शरीर पर हो रहे लाल धब्बे:

changes on face may be cause of disease

शरीर के किसी हिस्से पर लाल धब्बों का पड़ना इस बात का संकेत है कि आपको पेट संबंधित बीमारी है. ऐसे में जरूरी है कि आप पेट का चेकअप कराएं.

चेहरे पर बालों का आना:

changes on face may be cause of disease

अक्सर महिलाओं में ये परेशानी देखी जाती है. उनकी ठुड्डी और होठों के उपर बाल उगने लगते हैं. ये आपके शरीर में हार्मोन्स का संतुलन बिगड़ने की वजह से होता है.

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