बौलीवुड एक्ट्रेस परिणीति चोपड़ा ने इमतियाज अली की बायोपिक फिल्म ‘अमर सिंह चमकीला’ से फिल्मों में वापसी कर ली है. इस फिल्म के लिए उनकी बहुत सराहना की जा रही है. फिल्म को लेकर परिणीति ने सोशल मीडिया पर एक इमोश्नल नोट शेयर किया है.
सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म इंस्टाग्राम पर परिणीति ने लिखा है कि ‘’ मैं अपने कंबल में लिपटी हुई हूं. आपके शब्द कॉल्स और मूवी रिव्यूज से बहुत खुश हूं. मेरे आसूं रुक नहीं रहे हैं. ‘दीज वर्ड्स आर रिंगिंग लाउड, डिड्ंट थॉट ऑफ दिस, येस आई एम बैक एंड नॉट गोइंग अनीवेयर.”
परिणीति के इस नोट पर फैन्स ने भी बहुत अच्छे-अच्छे पोस्ट किए हैं. एक फैन ने लिखा कि ‘’मुझे खुशी है कि आप इतनी अद्भुत परफॉर्मेंस के साथ वापस आई हैं.शुरुआत से आपसे प्यार किया है. थैंक गॉड आप इस फिल्म में सितारे की तरह चमक रही हैं और आप इसकी हकदार हैं.’’
इससे पहले इस फिल्म की शूटिंग एक्सपीरियंस को लेकर दिलजीत के साथ एक रील शेयर करते हुए परिणीति ने लिखा था, ”दिलजीत और मुझे दो लिजेंड की भूमिका निभाने का अवसर मिला जिन्होंने भारतीय संगीत की तस्वीर ही बदल दी है. उनकी यादों को फिर से जीवंत करना मेरे रोंगटे खड़े कर देता है. चमकीला मेरे जोड़ीदार के बिना संभव नहीं थी.”
एक पाकिस्तानी फैन ने भी परिणीति की पोस्ट पर कमेंट करते हुए लिखा है, आपने पूरे दिल से इस रोल को निभाया है, स्क्रीन पर अपनी प्रतिभा और सत्यता दर्शाने के लिए धन्यवाद, पाकिस्तान की ओर से ढेर सारा प्यार.
इस फिल्म को लेकर परिणीति की बहन एक्ट्रेस प्रियंका चोपड़ा ने भी उनकी तारीफ की है. उन्होंने लिखा, इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट शेयर करते हुए टीम को बधाई दी है और लिखा है कि इम्तियाज सर, दिलजीत, तिशा और पूरी टीम को बधाई. बहुत अच्छा लगा. आपको बता दें कि फिल्म में परिणीति और दिलजीत दोसांज लीड रोल कर रहे हैं।
बॉलीवुड एक्ट्रेस सारा अली खान इन दिनों अपनी अपकमिंग फिल्म ‘लव आजकल’ के प्रमोशन में बिजी हैं, डायरेक्टर इम्तियाज अली की इस फिल्म में सारा अपने लॉन्ग टाइम क्रश और बॉलीवुड एक्टर कार्तिक आर्यन के साथ रोमांस करती नजर आएंगी. ये फिल्म वेलेनटाइंस डे के मौके पर 14 फरवरी को रिलीज होगी. हाल ही में हमने सारा से एक खास मुलाकात की, जिसमें उन्होंने प्यार, फिल्मों और अपने दैनिक जीवन के बारें में बात की है. तो क्या है प्यार के लिए सारा के ख्याल आइये जाने उन्हीं से.
प्र. इस फिल्म को करने की खास वजह क्या है?
ये फिल्म आज की यूथ और उसकी सोच को बताती है. आज का यूथ अपने करियर को लेकर जागरूक हो चुका है. आज औरते भी आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर हो चुकी है, इसलिए वे आगे बढ़कर रिलेशनशिप में वो मांग रही है जो वो सालों से मांगना चाहती थी, क्योंकि समाज महिलाओं को वो आजादी अब तक नहीं दे पाया है, जिसे महिलाएं चाहती थी. ये बदली है और रिलेशनशिप भी आज काफी बदल चुका है.
प्यार को शब्दों में बयान करना मुश्किल है. ये एक फीलिंग है, जिसे व्यक्ति अनुभव कर सकता है. इसे समझने में सालों लग जाते है, जबकि ये एक फिल्म है, जिसमें हमारी कोशिश ये रहती है कि ढाई घंटे में उस अनुभव को दर्शकों तक ला सकूं. प्यार क्या होता है इसे बता पाना मेरे लिए असंभव है. प्यार को इज़हार करने का तरीका समय के साथ बदलता है पर उसकी प्रकृति एक ही रहती है. प्यार के बिना जिंदगी जीने का मज़ा ही नहीं होता.
प्र. कार्तिक आर्यन के साथ काम करने का अनुभव कैसा रहा?
कार्तिक काम को आसान बनाता है और काम करने के उत्साह को जगाता है, जिससे किसी भी दृश्य को करना मेरे लिए आसान था.
प्र. फिल्मों में आना एक इत्तेफाक था या बचपन से सोचा था?
बचपन में मैं काफी पढ़ाकू थी. मुझे पहले लगा था कि मैं इतिहास या कानून की पढ़ाई कर लूंगी या कुछ और करुंगी. मैं कॉलेज भी गयी और हर अलग-अलग विषय को पढ़ा, उसमें रुचि दिखाई, लेकिन कॉलेज के दौरान नाटकों में काम करने में मुझे बहुत मज़ा आया. मुझे एक एनर्जी महसूस हुई और मैंने तब निश्चय कर लिया था कि मुझे इसी फील्ड में ही काम करना है. कोलंबिया जैसी यूनिवर्सिटी में पढ़ने के बावजूद मुझे अभिनय करने की ही इच्छा बनी रही और इसी में आगे बढ़ना चाहती हूं.
प्र. हिंदी फिल्मों में लव स्टोरी की बहुत सारी फिल्में बनती है, क्या किसी फिल्म का आपके जीवन पर प्रभाव पड़ा?
फिल्मों का दैनिक जीवन पर असर जरूर पड़ता है. लव के बारें में आज तक मैंने जो भी जाना है वह फिल्मों के जरिये ही जान पायी हूं. एक कलाकार के रूप में मेरी ये दूसरी लव स्टोरी है, पर रियल लाइफ में प्यार बहुत अलग होता है. मुझे अभी तक हुआ नहीं है और मुझे उसके बारें में पता भी नहीं है. मैंने निर्देशक इम्तियाज अली से भी इस बारें में एक बार मजाक में कहा थी कि आपकी वजह से युवा पीढ़ी बिगड़ गयी है, वे प्यार को लेकर अलग-अलग सपने देखते है, जबकि रियल लाइफ में ऐसा नहीं होता. आप लोग ऐसी कहानियां लिखते और दर्शाते है. असल में दर्शक कल्पनायुक्त कहानियों को थोड़ी देर के लिए देखना पसंद करते है, जो लार्जर देन लाइफ होती है.
प्र. क्या आपने लव स्टोरी वाली किसी किताब को पढ़ा है?
मैंने बुक से अधिक प्ले पढ़ा है, पर मुझे शेक्सपियर का प्ले रोमियो और जुलियट सबसे ज्याजा पसंद है. मुझे लव स्टोरी देखना बहुत पसंद है, फिल्म ‘अंखियों के झरोखे से’, ‘सदमा’ आदि मेरी फेवरेट पसंद है, जो आउट ऑफ़ द बॉक्स वाला प्यार हो.
प्र. फिल्म केदारनाथ की सफलता के बाद आप अपने आपको कितना सुरक्षित महसूस कर रही है?
यहां सुरक्षित कभी कोई महसूस नहीं कर सकता. फिल्म केदारनाथ से पहले ही मुझे बहुत प्यार मिल चुका था. मैंने कुछ ऐसा किया भी नहीं था, पर सबका प्यार मिला. मुझे मौके मिलते जाय और अच्छा काम कर अपने आपको सिद्ध कर सकूं, बस यही तमन्ना है. जिंदगी बदलती नहीं है, काम करने का तरीका बदलता जाता है.
प्र. आप स्पष्टभाषी है, इसका नुकसान क्या कभी आपको हुआ?
काम के दौरान मैंने अलग-अलग भूमिका निभाई है, ऐसे में कितनी भी स्ट्रोंग पर्सनालिटी हो, आपको उससे निकलकर भूमिका करनी पड़ती है, जो बहुत मुश्किल होता है.
प्र. ये इनर स्ट्रेंथ आपमे कैसे आई ?
हर चीज जो मैं जानती या करती हूँ वह मेरी मां की देन है. वह बहुत ही स्ट्रोंग और आत्मनिर्भर महिला है. उन्होंने अकेले मुझे और मेरे भाई की परवरिश की है. उनकी वजह से आज मैं यहां हूं.
प्र. स्ट्रोंग सारा के अंदर एक सिंपल और सॉफ्टसारा भी रहती है, उसे क्या पसंद होता है?
मैं अपनी भावनाओं को लेकर बहुत सिंपल और सॉफ्ट हूं, लेकिन मैंने ये समझा है कि सॉफ्टनेस को सोच समझकर ही आगे लाने में भलाई है. मैं कोमल और रोमांटिक भी हूं, लेकिन इसे अपनी जिंदगी में तब लाना चाहती हूं जब कोई इसके लायक हो. मैं बाहर से भी सारी भावनाओं को जीना चाहती हूं, इसलिए इसका सही फैसला लेना जरूरी है, क्योंकि यही चीज आपको घुटन और आज़ादी दोनों दिला सकती है.
प्र. आपको कई सारे उतार-चढ़ाव के साथ जिन्दगी गुजारनी पड़ी है, ऐसे में आपने अपनी मां का साथ कैसे दिया?
मैं मां को देख-देखकर ही बड़ी हुई हूं. मैंने देखा है कि जीवन में हर पल मुश्किलों का सामना करना पड़ता है. ऐसे में अपनी ताकत को कायम रखना बहुत जरुरी होता है. मैंने बहुत जल्दी ये भी जान लिया है कि जितनी जल्दी उतार होते है उतनी ही जल्दी चढ़ाव भी होते है. जब चीजे अधिक मुश्किल होती है तो मेरी मां मेरे साथ रहती है और मुझे उससे ही प्रेरणा मिलती है.
भाई को भी पढ़ाई छोडकर सब चीजो का शौक है. वह क्रिकेट भी खेलता है. फिल्में भी उसे पसंद है.
प्र. तनाव को कैसे दूर करती है?
तनाव होने पर एक घंटा जिम कर लेती हूं. जिससे शारीरिक और मानसिक दोनों को कूल महसूस होता है.
प्र. आगे आने वाली फिल्में कौन सी है?
मैंने 5 फिल्मों को साइन किया है और हर फिल्म के साथ-साथ मेरी एक जर्नी शुरू होती है, जिसे मैं एन्जॉय कर रही हूं.
बचपन से फिल्मों और नाटकों का शौक रखने वाले कार्तिक आर्यन ग्वालियर के है. कॉलेज के ज़माने से उन्होंने पढाई के साथ-साथ अभिनय के लिए ऑडिशन देना शुरू कर दिया था. पढाई समाप्त कर वे मुंबई आयें और तीन साल तक संघर्ष करने के बाद उन्हें पहली फिल्म ‘प्यार का पंचनामा’ मिली, जिसमें उनके अभिनय की काफी तारीफ की गयी. इसके बाद से उन्हें पीछे मुड़कर देखना नहीं पड़ा. वे सोशल मीडिया पर खासा एक्टिव है और उनके फोलोवर्स भी बहुत हैं. आज उनका नाम सफल कलाकारों की सूची में गिना जाता है. हंसमुख स्वभाव के कार्तिक की फिल्म ‘लव आजकल’ रिलीज पर है. पेश है उनसे हुई बातचीत के कुछ अंश.
सवाल. आपने कई सफल फिल्में दी है, इसे करने में कितनी मेहनत की है?
ये मेरे करियर की सबसे मुश्किल फिल्म है, ऐसा किरदार मैंने कभी नहीं निभाएं है. इसमें मेरी दो भूमिका है. दोनों ही भूमिकाएं मुश्किल है. ये चुनौतीपूर्ण फिल्म है. ये मेरे पहली इंटेंस रोमांटिक फिल्म है. निर्देशक इम्तियाज अली ने मुझपर भरोसा कर ये मौका दिया है. उम्मीद है दर्शक मुझे इस भूमिका में पसंद करेंगे.
सवाल. आपकी नजर में प्यार क्या है? आजकल का प्यार इमोशनल से अधिक फिजिकल हो चुका है, आपकी राय क्या है?
लव की परिभाषा मेरे लिए बताना मुश्किल है, लेकिन ये एक एहसास है, जिसे अनुभव कर सकते है. वह किसी भी फॉर्म में हो सकता है और मैं उनकी ख़ुशी के लिए कुछ भी कर सकता हूं. बिना कुछ उम्मीद किए अगर मैं कर पाऊं, तो वही मेरे लिए सच्चा प्यार है. लोग आज भी इमोशनल हैं. सही प्यार मिलना आजकल मुश्किल होता है, जिसे सभी ढूंढते हैं. इमोशन वाला प्यार कभी खत्म नहीं हो सकता.
वीर की भूमिका ऐसी है, जिसमें वह जो सोचता है उसे बिंदास कह देता है, अधिक सोचता नहीं. उसका सिद्दांत यही है और उसी दिशा में आगे बढ़ता है. जो लोगों को अजीब लग सकता है. उसे करना मेरे लिए मुश्किल था. दूसरा चरित्र रघु फ़िल्मी चरित्र है जो 90 के दशक का चरित्र है, जिसे फिल्मों का शौक है. ये भी मुश्किल था.
सारा के साथ काम करना मजेदार था. मैंने सारा के अभिनय के कॉन्फिडेंस को देखा है और मुझे उसके साथ काम करने की इच्छा थी, वह हमें मिला. दर्शकों को भी शायद हम दोनों की जोड़ी पर्दे पर पसंद आयेगी.
सवाल. आपका नाम सारा के साथ जोड़ा जाता है, इसमें कितनी सच्चाई है?
ये बातें बहुत पुरानी हो चुकी है. हम एक अच्छे दोस्त है. जब भी हम दोनों कही जाते है, एक न्यूज़ बन जाती है. एक शो में जब सारा ने मेरी बात कही थी, तब से लोगों ने उसे एक अलग रूप दे दिया है. फिल्म के प्रमोशन का इससे कुछ लेना देना नहीं होता, अगर कहानी अच्छी हो और दर्शको को पसंद आये तो चलेगी.
जैसा मेरा करियर ग्राफ जा रहा है उससे मैं बहुत खुश हूं. मैं चाहता हूं कि ये चलता रहे. मैंने सफलता और असफलता देखकर बहुत कुछ सीखा है. उसी के अनुभव को मैं पर्दे पर दिखाने की कोशिश करता हूं, इसलिए दर्शक मुझसे अपने आपको जोड़ पाते हैं. मैं डरता हूं कि ये जुड़ाव चला न जाए. इसलिए इसे रिफ्रेश करता रहता हूं.
सवाल. इंडस्ट्री में बाहर से आने वालों के लिए क्या मेसेज देना चाहते हैं?
मैं अपने संघर्ष को लेकर गर्वित हूं, मैंने शुरू से अपनी टर्म पर खुद की सोच से फिल्में की है. इसके लिए मेहनत बहुत की है. मैं इसी रास्ते पर था और इसी में मेहनत की है. सबसे बड़ी बात मेरे लिए खुद पर विश्वास का होना था. इस दौरान मैंने कई रिजेक्शन भी देखे हैं पर मैं टूटा नहीं. इसी से मैं आगे बढ़ा. धैर्य और आत्मविश्वास कभी जाना नहीं चाहिए.